Yojana Labh

www.yojanalabh.com/

निपुण भारत मिशन कार्यान्वयन प्रक्रियानिपुण | Nipun Bharat Mission Guidelines PDF

Nipun Bharat Mission:- राष्ट्र के लिए शिक्षा के क्षेत्र में विकास करना सबसे अहम विकास होता है। भारत सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र को आगे बढ़ावा देने के लिए नई एजुकेशन पॉलिसी लांच की गई थी। जिसके माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न बदलाव किए गए हैं। भारत सरकार न्यू एजुकेशन पॉलिसी के सफल क्रियान्वयन के लिए विभिन्न प्रयास कर रही है। इन्हीं प्रयासों के चलते Nipun Bharat Mission की शुरुआत भारत सरकार द्वारा की गई है। जिसका लक्ष्य आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता के ज्ञान को छात्रों तक पहुंचाना है। अगर आप निपुण भारत मिशन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तो आपको यह आर्टिकल ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़ना होगा। क्योंकि आर्टिकल के माध्यम से आपको निपुण भारत मिशन से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएंगे।



Nipun Bharat Mission

Nipun Bharat Mission

निपुण भारत मिशन की शुरुआत 5 जुलाई 2021 को भारत केंद्र सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में विकास करने के लिए की गई है। निपुण भारत मिशन का पूरा नाम (National Initiative For Proficiency in Reading With Understanding and Numeracy) हैं। इस मिशन के माध्यम से प्री स्कूल के विद्यार्थियों में शिक्षक की नीव को मजबूत बनाया जाएगा। जिसके लिए इस मिशन के अंतर्गत सभी सरकारी और गैस सरकारी स्कूलों में सहयोग प्रदान किया जाएगा। स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा इस योजना का संचालन किया जाएगा। स्कूली शिक्षा कार्यक्रम निपुण योजना समग्र शिक्षा का एक हिस्सा होगी। सभी बच्चे जो ग्रेड 3 में पढ़ रहे हैं। उन्हें Nipun Bharat Mission के अंतर्गत कक्षा के अंत तक बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता में निपुण बनाना है। ताकि वर्ष 2026 से 2027 तक पढ़ने लिखने में अंक गणित करने की क्षमता बच्चों को मिल सके।

Standup India Loan Scheme

Nipun Bharat Mission Key Highlights

योजना का नामनिपुण भारत मिशन
शुरुआत की गईपूर्व शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक
विभागस्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग
लाभार्थीदेश के सभी छात्र छात्राएं
उद्देश्यकक्षा 3 तक के बच्चों को आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान प्रदान करना
श्रेणीकेंद्र सरकार योजना
साल 2023
अधिकारिक वेबसाइटeducation.gov.in

निपुण भारत मिशन का उद्देश्य

सरकार द्वारा भारत मिशन को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य कक्षा 3 से कक्षा 6 तक के छात्रों में आधारभूत साक्षरता संख्यात्मकता का ज्ञान उत्पन्न करना है। ताकि बच्चों की प्रारंभिक नींव मजबूत बन सके। बच्चों में बुनियादी ज्ञान मजबूत होना अति आवश्यक है। बच्चों की शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए और उनके संपूर्ण मानसिक विकास करने के लिए आज भी ग्रेड 3 वाले बच्चों के लिए यह आवश्यक है कि समय की मांग के अनुसार उन्हें बुनियादी शिक्षा और पाठ्यक्रमों में मजबूत बनाया जाए। जिससे सभी छात्रों को आगे की पढ़ाई करने और पाठ्यक्रम में सरलता होगी। और पहले से ही आगे की जानकारी को समझने में समर्थ हो पाएंगे।

Nipun Bharat Mission कार्यान्वयन

निपुण भारत मिशन द्वारा साक्षरता एवं संख्यात्मकता में किए जाने वाले सुधार जैसे कि आप जानते ही हैं कि इस मिशन की शुरुआत देश की नई शिक्षा नीति को बेहतर क्रियान्वयन हेतु की गई है। निपुर भारत मिशन के तहत देश की शिक्षा निधि में सुधार किया जाएगा। छात्रों को आगे के पाठ्यक्रमों के लिए बुनियादी शिक्षा मजबूत होने से सुविधा हो जाएगी। और बेहतर समझ पहले से ज्यादा उत्पन्न होंगी। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में Nipun Bharat Mission को सरकार द्वारा लागू कर दिया जाएगा। नई शिक्षा नीति के बेहतर कार्यान्वयन के लिए निपुण भारत मिशन की शुरुआत हुई है।

निपुण भारत योजना का संचालन स्कूल शिक्षा में साक्षरता विभाग द्वारा किया जाएगा। केंद्र शासित प्रदेशों में 5 स्तरीय राष्ट्रीय, राज्य, जिला, ब्लाक, स्कूल स्तर तंत्र तैयार किए जाएंगे। जो समग्र शिक्षा  अभियान के माध्यम से चलाए जाएंगे। निपुण भारत मिशन के कार्यान्वयन पर 5 स्तरीय तंत्रों में नोडल विभाग अधिकारियों द्वारा नजर रखी जाएगी।

Agniveer Bharti 2023

Nipun Bharat Mission आधारभूत साक्षरता तथा संख्यात्मकता के प्रकार

मूलभूत भाषा साक्षरता के मुख्य घटक
  • प्रिंट के बारे में अवधारणा
  • मौखिक भाषा का विकास
  • डिकोडिंग शब्दावली रीडिंग कंप्रीहेंशन
  • लेखन
  • पढ़ने की संस्कृति
  • पढ़ने का प्रभाव
  • ध्वनि के माध्यम से जागरूकता
प्रारंभिक गणित के मुख्य घटक
  • नंबर एंड ऑपरेशन ऑन नंबर
  • माप तोल
  • आकार एवं स्थानिक समझ
  • डाटा संधारण
  • पैटर्न
  • गणितीय संचार
  • फ्री नंबर अवधारणा

Nipun Bharat Mission के हितधाराको की सूची

  • CBSE (सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन)
  • कम्युनिटी एवं पैरेंट
  • डिस्ट्रिक्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग
  • ब्लॉक रिसर्च सेंटर तथा क्लस्टर रिसोर्सेज सेंटर
  • डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर एवं ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर
  • सिविल सोसाइटी आर्गेनाइजेशन
  • प्राइवेट स्कूल
  • गैर सरकारी संगठन (Non Government Organization)
  • राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश (States & UTs)
  • स्टेट काउंसिल ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग
  • सेंट्रल स्कूल आर्गेनाइजेशन
  • नेशनल काउंसिल ऑफ़ एजुकेशनल
  • रिसर्च एंड ट्रेनिंगमुख्य शिक्षक

भाषा और साक्षरता विकास को बढ़ाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम

  • कहानी एवं कविताएं सुनना, बताना और लिखना
  • अनुभव आधारित लेखन
  • ड्रामा और रोल प्ले
  • शेयर ट्रेडिंग
  • एक प्रिंट समृद्धि वातावरण बनाना
  • ऊंचे स्वर में पढ़ना
  • पिक्चर रीडिंग
  • कक्षा की दीवारों का उपयोग करना
  • अनुभव आधारित लेखन
  • मिड डे मीलस

मूलभूत भाषा एवं साक्षरता की आवश्यकता

  • प्रारंभिक साक्षरता विकास की छात्रों के मस्तिष्क के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है।
  • छात्रों को भविष्य में बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक मजबूत नींव का प्रारंभिक वर्षों में भाषा, साक्षरता एवं गणितीय कौशल का विकास करना।
  • 6 वर्ष की आयु तक बच्चों के मस्तिष्क का 85% विकास हो जाता है। जिसके लिए आवश्यक है कि प्रारंभिक मूलभूत भाषा एवं साक्षरता बच्चों को प्रदान की जाए।
  • मूलभूत भाषा एवं साक्षरता प्रदान करने के बाद बच्चे समझ के साथ अच्छे से पढ़ सकते हैं।

Nipun Bharat Mission के भाग

निपुण भारत योजना को सरकार द्वारा 17 भागों में विभाजित किया गया है। यह भाग कुछ इस प्रकार है।

  1. परिचय
  2. मूलभूत संख्यात्मक और गणित कौशल
  3. लर्निंग एसेसमेंट
  4. योग्यता आधारित शिक्षा की ओर स्थानांतरण
  5. मूलभूत भाषा और साक्षरता को समझना
  6. शिक्षा और लिखना
  7. बच्चों की क्षमता और विकास पर ध्यान
  8. शिक्षण अधिनियम प्रक्रिया: शिक्षा की भूमिका
  9. राष्ट्रीय मिशन: पहलू एवं दृष्टिकोण स्कूल की तैयारी
  10. मिशन की स्थिरता
  11. मिशन की सामरिक योजना
  12. निगरानी और सूचना प्रौद्योगिकी ढांचा
  13. डिजिटल संसाधनों का भंडार
  14. माता-पिता एवं सामुदायिक जुड़ाव
  15. मिशन कार्यान्वयन में विभिन्न हितग्राहियों की भूमिका
  16. अनुसंधान मूल्यांकन एवं दस्तावेजी करण की आवश्यकता
  17. SCERT और DIET के माध्यम से शैक्षणिक साहित्य

भारत का राष्ट्रीय परिदृश्य

निपुण भारत की शुरुआत देश में शिक्षा क्षेत्र में बढ़ोतरी करने के लिए की गई है। मुख्य उद्देश्य देश के बच्चों को शिक्षित बनाना है। उनके भविष्य को उज्जवल कर आत्मनिर्भर बनाना है।

  • बच्चों के सीखने के परिणाम पर ध्यान देना
  • शिक्षा की पहुंच पर ध्यान देना
  • शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देना
  • सीखने के परिणामों की उपलब्धि का मापन करना
मूलभूत संख्यात्मक और गणित कौशल
  • छोटा या बड़ा, कम या ज्यादा की समझ विकसित करना
  • मात्राओं को समझना
  • एकल वस्तु एवं वस्तुओं के समूह के बीच संबंध स्थापित करने की क्षमता
  • संख्याओं की तुलना करना
  • मात्राओं को प्रतिनिधित्व करने वाली कृतियों का उपयोग करना
आवश्यक प्रारंभिक गणित कौशल
  • दैनिक जीवन में तार्किक सोच और तर्क को विकसित कर सकते हैं।
  • प्रारंभिक वर्षों के दौरान गणितीय कौशल महत्वपूर्ण होता है।
  • आधारभूत संख्यात्मकता का रोजगार में एवं घरेलू स्तर पर योगदान
  • विद्यार्थियों द्वारा संख्याओं और स्थानिक समझ का दैनिक जीवन में उपयोग किया जा सकता है।
शिक्षकों की क्षमता निर्माण
  • प्रारंभिक गणित के माध्यम से
  • प्रारंभिक वर्षों में परामर्श के माध्यम से
  • प्रारंभिक भाषण साक्षरता के माध्यम से
  • मूलभूत शिक्षार्थियों की समाज के माध्यम से
  • प्रारंभिक वर्षों में आकलन के माध्यम से
  • मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता मे माता-पिता और समुदाय की भूमिका बढ़ावा देना
  • प्रारंभिक वर्षों में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान करना

Leave a Comment