Ayushman Bharat Golden Card:- भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा देश के नागरिकों के लिए आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड की शुरुआत की गई है। इस कार्ड के माध्यम से भारत का कोई भी नागरिक किसी भी निजी एवं सरकारी अस्पताल में इलाज मुफ्त करवा सकता है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड 2024 से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे की योजना का उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज़, आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। Ayushman Bharat Golden Card 2024 से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको हमारा आर्टिकल अंत तक विस्तार पूर्वक पढ़ना होगा।
Ayushman Bharat Golden Card 2024
इस कार्ड की शुरुआत भारत सरकार द्वारा की गई है आयुष्मान कार्ड का लाभ केवल वही लाभार्थी उठा सकते हैं जिनका नाम आयुष्मान भारत लाभार्थी सूची में आएगा। Ayushman Bharat Golden Card का लाभ देश का प्रत्येक नागरिक उठा सकता है। इस कार्ड के द्वारा जो नागरिक पीड़ित हो और उसे अपना इलाज किसी सरकारी एवं निजी अस्पताल में कराना हो तो वह इस कार्ड का उपयोग कर कर मुफ्त में अपना इलाज करवा सकता है। देश के आर्थिक रूप से कमजोर लाभार्थी इस कार्ड के द्वारा 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकता है।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए नागरिक को पहले आयुष्मान भारत लाभार्थी सूची में अपना नाम दर्ज कराना होगा।
आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी को किसी प्रकार का पंजीकरण कराना आवश्यक नहीं है।
इच्छुक लाभार्थी अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र में जाकर इस कार्ड को बनवा सकता है।
जैसा कि आप सब जानते हैं कि हमारा भारत एक विकासशील देश है। हमारे भारत में कई सारे लोग ऐसे हैं जिनके आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण यह लोग अपना जीवन सही तरीके से व्यतीत नहीं कर पाते। यदि कोई बीमार हो जाता है तो वह अपनी आर्थिक स्थिति के कमजोर होने के कारण अपना इलाज किसी बड़े अस्पताल में नहीं करवा पाता। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार द्वारा Ayushman Bharat Golden Card का शुभारंभ किया गया है।
इस कार्ड के माध्यम से भारत की जनता को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड का प्रयोग किसी भी अस्पताल में किया जा सकता है।
इस वित्तीय सहायता से वह अपना इलाज किसी बड़ा अस्पताल में चाहे वह निजी हो या फिर सरकारी सरलता पूर्वक करवा सकेंगे।
देश के व सभी लोग जो आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बनवाना चाहते हैं उन्हें अब वसुधा केंद्र और पंचायत कार्यालय के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। सरकार द्वारा इस सुविधा के लिए एक आधिकारिक पोर्टल को लांच किया गया है। अब देश के सभी लोग आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए इस वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के बाद में घर बैठे ही आयुष्मान गोल्डन कार्ड को डाउनलोड कर उसकी सुविधाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही साथ विद्यासागर जी के द्वारा बताया गया है कि इस पोर्टल के माध्यम से वह सभी लोग अपना नाम भी देख सकते हैं जिनके आयुष्मान गोल्डन कार्ड बन चुके हैं।
आयुष्मान गोल्डन कार्ड से होगा कोरोना का मुफ्त इलाज
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि देश के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं सरल और मुफ्त तरीके से मुहैया कराने हेतु केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड की शुरुआत की गई है। इस कार्ड के माध्यम से लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्राप्त होगा। हाल ही में ही केंद्र सरकार द्वारा बताया गया है कि इस योजना के तहत देश के गरीब वंचित और कमजोर लोग अपना कोरोनावायरस संक्रमण का इलाज मुफ्त में करवा सकते हैं। वह सभी व्यक्ति जो कोरोनावायरस संक्रमण से गुजर रहे हैं वह इस गोल्डन कार्ड का उपयोग कर अपना इलाज आसानी से अस्पतालों में करवा सकेंगे।
इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने हेतु लाभार्थी को किसी भी प्रकार का पंजीकरण एवं नामांकन कराने की आवश्यकता नहीं है। लाभार्थी सीधा सूचीबद्ध अस्पताल में जाकर अपना कैशलेस उपचार प्राप्त कर सकता है। प्रत्येक अस्पताल में एक आरोग्य मित्र मौजूद होता है जो कि इस योजना का लाभ उन लोगों तक पहुंचाता है जो इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्देश्य स्वास्थ्य परिस्थितिकी तंत्र के भीतर स्वास्थ्य डेटा की इंटर ऑपरेबिलिटी को सक्षम करने वाला एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाना है। जिसके माध्यम से प्रत्येक नागरिक का इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाया जा सकेगा। लाभार्थी को केवल उस आरोग्य मित्र के पास जाकर अपने प्रस्ताव रखना होगा एवं वह उन्हें कैशलेस उपचार प्राप्त करवा देगा।
कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक की रोकथाम के लिए आर्थिक सहायता
आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के अंतर्गत कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक की रोकथाम के लिए भी आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। राष्ट्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों को 561178.07 लाख रुपए प्रदान किए गए है। साथ ही साथ इस योजना के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण कदम और उठाया गया है। इस योजना के अंतर्गत उन सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी जो 30 वर्ष से ऊपर है एवं उक्त रक्तचाप, कैंसर जैसी बीमारियों से पीड़ित है। एनपीसीडीसीएस के तहत सामान्य एनसीडी का इलाज सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तर पर 677 एनसीडी क्लीनिक, 187 जिला कार्डियक केयर यूनिट, 266 जिला डे केयर सेंटर और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्टार पर 5392 एनसीडी क्लीनिक स्थापित किए गए हैं।
आयुष्मान पखवाड़ा कार्यक्रम के माध्यम से किया गया आग्रह
जैसे कि आप सब जानते हैं कि इस योजना का लाभ पूरे भारत में कोई भी व्यक्ति उठा सकता है। हरियाणा में आयुष्मान पकवाड़ा नामक एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसके अंतर्गत देश के नागरिकों को इस बारे में जागरूक कर आ जा रहा है कि वह भी अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लेता कि वह भी इस सफल योजना का लाभ उठा सकें। यह कार्यक्रम 20 सितंबर को आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम को 15 सितंबर से 30 सितंबर तक राज्य के नागरिकों के लिए आयोजित किया जा रहा है।
जम्मू एवं कश्मीर में पिछले 6 महीने में बनवाए गए 19 लाख कार्ड
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना द्वारा देश के प्रत्येक राज्य में लाभ पहुंचाया जा रहा है। इसी प्रकार जम्मू एवं कश्मीर में पिछले 6 महीने में अब तक 1900000 कार्ड बनवाए जा चुके हैं। इस बात की जानकारी भारत सरकार की नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के माध्यम से प्रदान की गई है। इस योजना को 26 दिसंबर 2020 को हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा जम्मू कश्मीर में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना सेहत के नाम से आरंभ किया गया था। इस योजना का लाभ जम्मू कश्मीर के सभी नागरिक उठा सकते हैं चाहे वह सरकारी नौकर हो या पेंशनर हो। अस्पताल में भर्ती होने के 3 दिन पहले एवं 15 दिन बाद तक के खर्च का प्रावधान इस योजना के अंतर्गत निर्धारित किया गया है।
आम आदमी पार्टी द्वारा हुआ 900000 लाभार्थियों का सत्यापन
आम आदमी पार्टी द्वारा एक अभियान की शुरुआत की जा रही है। इस अभियान का नाम आयुष्मान अभियान है। यह अभियान आयुष्मान भारत आरोग्य कार्ड योजना के अंतर्गत शुरू किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी द्वारा इस अभियान के माध्यम से लोगों को आयुष्मान कार्ड बनवाने हेतु जागरूक किया जाएगा। इस कार्ड के फायदे बताए जाएंगे ताकि वह भी जल्द से जल्द अपना कार्ड बनवा ले।
इस समय यह अभियान पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तराखंड तथा अन्य केंद्र शासित प्रदेशों में संचालित किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों का सत्यापन किया जाता है जिससे कि उनके आयुष्मान कार्ड बनने की प्रक्रिया शुरू की जाती है।
Ayushman Bharat Golden Card बनवाना हुआ फ्री
अबला भारती आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बिना किसी राशि खर्च किए बनवा सकते हैं। इस कार्ड को बनवाना अब निशुल्क कर दिया गया है।इस योजना के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा पात्रता कार्ड को फ्री कर दिया है। जिसके लिए ₹30 शुल्क का भुगतान करना पड़ता था। इस फैसले से गरीब परिवारों को काफी राहत मिलेगी। आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी पात्रता कार्ड बनवाने के लिए सामान्य सेवा केंद्र से संपर्क करते थे और ग्रामीण स्तर के ऑपरेटर को ₹30 का भुगतान करते थे।जिसके बाद उन्हें कार्ड प्राप्त होता था। लेकिन अब यह कार्ड प्राप्त करना पूरी तरह से फ्री है। लेकिन यदि आपको डुप्लीकेट कार्ड बनवाना है या आपको कार्ड को दोबारा से प्रिंट करना है तो आपको ₹15 का भुगतान करना होगा। यह कार्ड लाभार्थियों को बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के बाद प्रदान किया जाएगा।
एनएचए का सीएससी से समझौता
इस योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी को आयुष्मान कार्ड से पहले पीवीसी कार्ड बनवाना अनिवार्य है। पीवीसी कार्ड बनवाने का मकसद यह है कि इस कार्ड के द्वारा अधिकारियों को लाभार्थी की पहचान करने में सरलता होगी। नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के द्वारा सीएससी से समझौता किया गया है कि जब आयुष्मान कार्ड जारी होगा तो पहली दफा में वह एन एच ए को रु 20 देगी। इस समझौते से यह फायदा होगा कि हमारे देश में आयुष्मान कार्ड बनने की गति तेज होगी। समझौते का एक उद्देश्य यह भी है कि इस योजना के अंतर्गत पीवीसी आयुष्मान कार्ड तैयार किया जा सके। यह समझौता भारत सरकार द्वारा किया गया एक महत्वपूर्ण समझौता है।
किसी और के नाम कार्ड जारी होने पर यहां दर्ज कराएं शिकायत
यदि किसी लाभार्थी का कार्ड किसी और लाभार्थी के नाम से जारी कर दिया जाता है तो वह इस चीज की शिकायत दर्ज कर सकता है। शिकायत दर्ज करने हेतु लाभार्थी को दिया गया चरणों का पालन करना होगा:-
शिकायत करने के लिए आपके पास कोई प्रमाणित दस्तावेज उपलब्ध होना अनिवार्य है जैसे कि प्रधानमंत्री जी का पत्र या प्लास्टिक कार्ड। टोल फ्री नंबर 180018004444 तथा 14555 है।
इसके अलावा योजना से संबंधित दस्तावेज लेकर लाभार्थी जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय भी जा सकता है। कार्यालय में लाभार्थी को डिस्ट्रिक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट के पास अपनी शिकायत दर्ज करानी होगी। इस तरह की शिकायतें आने पर मामले की जांच की जाएगी एवं दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा।
सत्यापन के बाद शिकायत शासन को भेज दि जाएगी। शासन स्तर से अनुमति प्राप्त होने के बाद लाभार्थी द्वारा सूचीबद्ध चिकित्सालय या जन सेवा केंद्र के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनवा सकता।
आयुष्मान भारत योजना सूचीबद्ध अस्पतालों से संबंधित जानकारी
जैसा कि आप सब जानते हैं कि इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए लाभार्थी को किसी भी प्रकार के नामांकन की एवं पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह योजना एक पात्रता आधारित योजना है। भारती किसी भी सूचीबद्ध अस्पताल में जाकर भी इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकता है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को अस्पताल में अपना आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, मनरेगा जॉब कार्ड अथवा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त फोटो पहचान पत्र ले जाना होगा। जिसके माध्यम से लाभार्थी की पात्रता सुनिश्चित की जाएगी। सूचीबद्ध अस्पतालों की सूची भी हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करके प्राप्त की जा सकती है।
आम आदमी पार्टी द्वारा सत्यापित लाभार्थियों की संख्या
आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए सत्यापन की संख्या निम्नलिखित हैं:-
राज्य का नाम
संख्या
छत्तीसगढ़
6 लाख
मध्य प्रदेश
1,23,488
उत्तर प्रदेश
80,377
पंजाब
38,488
उत्तराखंड
7,460
हरियाणा
8,247
बिहार
16,070
Benefits Of Ayushman Bharat Golden Card
इस योजना के लाभ निम्नलिखित हैं:-
यह योजना भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से अक्षम लोगों के लिए शुरू की गई है।
Ayushman Bharat Golden Card की सहायता से भारत के नागरिक अपना उपचार मुफ्त में करवा सकते हैं।
इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी अपना इलाज किसी भी सरकारी एवं निजी अस्पताल में करवा सकता है।
लाभार्थी ₹500000 तक का इलाज मुफ्त में करवा सकता है।
यह कार्ड लाभार्थी अपने किसी भी नजदीकी जन सेवा केंद्र में जाकर बना सकता है।
भारत सरकार द्वारा यह योजना उन लोगों के लिए शुरू की गई है जो आर्थिक रूप से असमर्थ है।
इस योजना का लाभ देश का प्रत्येक नागरिक उठा सकता है।
आम आदमी पार्टी द्वारा आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के अंतर्गत 900000 लोगों का सत्यापन किया गया।
इस समय यह अभियान पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा,मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तराखंड तथा अन्य केंद्र शासित प्रदेशों में संचालित किया जा रहा है।
इस अभियान के अंतर्गत ग्रामीण एवं पिछड़े हिस्सों में रहने वाले लाभार्थियों को आयुष्मान योजना की जानकारी प्रदान की जा रही है।
आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड की विशेषताएं
इस योजना की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:-
इस अभियान के अंतर्गत 25 मार्च 2021 को 9.42 लाख आयुष्मान लाभार्थियों का सत्यापन किया गया है।
आम आदमी पार्टी द्वारा पहली बार इस योजना के अंतर्गत 1 दिन में इतने लोगों का सत्यापन किया गया है।
केवल छत्तीसगढ़ से ही 6 लाख से ज्यादा लाभार्थियों का सत्यापन किया गया है।
आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के अंतर्गत लाभार्थियों को ₹500000 तक का हेल्थ इंश्योरेंस कवर प्रदान किया जाता है।
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी ने सीएससी के साथ समझौता किया है। जिसके अंतर्गत यह तय किया गया है कि पहली बार आयुष्मान कार्ड जारी होने पर नेशनल हेल्थ अथॉरिटी सीएससी को ₹20 का भुगतान करेगी।
इस योजना को हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा वर्ष 2018 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन के अंतर्गत शुरू की गयी है।
देश के गरीब नागरिक इन सभी बीमारियों का इलाज योजना के तहत अपना गोल्डन कार्ड बनवाकर निजी और सरकारी हॉस्पिटलों में जाकर मुफ्त में करवा सकते है
इस योजना के तहत पहले 1350 उपचार जैसे सर्जरी ,मेडिकल डे केयर ट्रीटमेंट ,डायग्रोस्टिक आदि पैकेज को शामिल किया गया था लेकिन अब इसमें 19 अन्य आयुर्वेदिक ,होम्योपैथिक ,योग ,यूनानी उपचार पैकेज को शामिल कर लिया गया है।
योजना के तहत सालाना देश के लगभग 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है |
Ayushman Bharat Golden Card को लाभार्थी सीएससी केंद्र और यूटीआईआईटीएसएल केंद्र से भी निशुल्क प्राप्त किया जा सकता है।
Ayushman Bharat Golden Card की पात्रता
वह सभी व्यक्ति को इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं तो उन्हें नीचे दिए गए पात्रता मानदंड को पूरा करना होगा:-
इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने हेतु लाभार्थी को भारत का मूल निवासी होना अनिवार्य है।
लाभार्थी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करता हो।
सरकार द्वारा तय किए गए मापदंडों के अनुसार ही आपको इस योजना का लाभ मिलेगा।
Important Documents
आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के अंतर्गत आवेदन करने हेतु मुख्य दस्तावेज निम्नलिखित है:-
आधार कार्ड
मोबाइल नंबर
राशन कार्ड
पासपोर्ट साइज फोटो
आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड 2023 बनवाने की प्रक्रिया
इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने हेतु लाभार्थी को दिए गए चरणों का पालन करना अनिवार्य है:-
जनसेवा केंद्र द्वारा
लाभार्थी अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र में जाकर भी आयुष्मान कार्ड बनवा सकता है जिसके लिए उसे दिए गए चरणों का पालन करना अनिवार्य है:-
सर्वप्रथम आवेदक को अपने नज़दीकी जनसेवा केंद्र जाना होगा जन सेवा केंद्र वाले आपका नाम आयुष्मान भारत योजना की सूची में देखेंगे |
अगर आपका नाम आयुष्मान भारत योजना सूची में उपलब्ध होगा तो उन्हें गोल्डन कार्ड दिया जायेगा |
इसके बाद आपको अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे आधार कार्ड ,राशन पत्रिका ,पंजीकृत मोबाइल नंबर आदि को जन सेवा केंद्र के एजेंट को ले जाकर दे दे |
जिससे एजेंट आपका सफल पंजीकरण करेगा और आपको पंजीकरण आईडी प्रदान करेगा |
फिर जनसेवा केंद्र वाले आपको 10 से 15 दिनों में आयुष्मान कार्ड प्रदान करेंगे और आपको गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए 30 रूपये की फीस देनी होगी |
पंजीकृत और निजी हॉस्पिटलों के द्वारा
लाभार्थी अपना कार्ड पंजीकृत एवं निजी अस्पतालों द्वारा भी बना सकता है। जिसके लिए उसे दिए गए चरणों का पालन करना होगा:-
सर्वप्रथम आपको अपने नज़दीकी निजी या सरकारी अस्पतालों में अपने दस्तावेज़ों जैसे आधार कार्ड ,राशन पत्रिका ,पंजीकृत मोबाइल नंबर आदि के साथ जाना होगा |
इसके बाद आपका नाम जन आरोग्य योजना की सूची में जाँचा जायेगा |
इस सूची में नाम आने के बाद ही आपको आयुष्मान कार्ड प्रदान किया जायेगा |
Ayushman Bharat Golden Card के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया
वह सभी व्यक्ति जो आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनवाना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
आयुष्मान गोल्डन कार्ड के लिए आवेदन करने हेतु आपको नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
PM Nikshay Poshan Yojana 2024:- टीबी से ग्रसित लोगों को इलाज के लिए आर्थिक सहायता मुहैया कराने हेतु हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा निक्षय पोषण योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से इन सभी टीबी से ग्रसित लोगों को इलाज के लिए प्रति महा आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से निक्षय पोषण योजना 2024से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे की योजना का उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज़, आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। Nikshay Poshan Yojanaसे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको हमारा आर्टिकल अंत तक विस्तार पूर्वक पढ़ना होगा।
Nikshay Poshan Yojana 2024
इस योजना का संचालन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा किया गया है। इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा टीबी के मरीजों को आर्थिक सहायता के रूप में ₹500 दिए जाएंगे। यह राशि उनको प्रतिमाह उनके बैंक खाते में प्रदान की जाएगी। देश के लगभग 13 लाख टीबी के मरीजों को Nikshay Poshan Yojana के अंतर्गत लाभ प्रदान किया गया है। सरकार द्वारा इस योजना को शुरू करने का मुख्य लक्ष्य यह है कि टीबी के मरीजों को दवा के साथ-साथ पौष्टिक आहार भी मिल सके। इस योजना के माध्यम से जो राशि पीड़ितों को दी जाती है इस राशि का उपयोग करके अपनी जरूरत का सामान खरीद सकते हैं।
सरकार द्वारा टीबी के मरीजों को दवाई भी प्रदान की जाएंगी।
निक्षय पोषण योजना के संचालन के बाद देश में टीबी के कारण मरने वाले मरीजों की संख्या कम हो गई है।
इस योजना का मुख्य लक्ष्य यह है कि टीबी के मरीजों को अच्छा खान-पान मिल सके जिससे वह जल्दी स्वस्थ हो सके।
जैसे कि आप सब जानते हैं कि हमारे देश भारत में काफी सारे लोग ऐसे हैं जो टीबी की बीमारी से ग्रसित है। टीबी की बीमारी एक बहुत गंभीर बीमारी है जिसके इलाज के लिए बहुत ज्यादा पैसों की जरूरत होती है। इस बीमारी से बचने के लिए जितनी जरूरी दवाई है उससे कहीं ज्यादा जरूरी पौष्टिक आहार भी है। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री जी द्वारा Nikshay Poshan Yojana को शुरू किया गया है। इस योजना के अंतर्गत पीड़ित को प्रतिमाह 500 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। इस राशि की सहायता से वे अपनी जरूरत के मुताबिक आहार खरीद सकेंगे। इस बीमारी से बचने के लिए भारत सरकार के द्वारा यह एक बहुत अच्छा कदम है।
सरकार द्वारा इस योजना को पीड़ितों को सहायता प्रदान करने के लिए किया गया है।
निक्षय पोषण योजनाद्वारा लाभार्थी इस राशि का उपयोग अपनी जरूरत के मुताबिक कर सकते हैं।
इस योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी जिससे कि टीबी के मरीजों को बहुत मदद मिलेगी।
2025 तक प्राप्त होगा प्रधानमंत्री निक्षय पोषण का लाभ
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि टीवी के मरीजों के स्वास्थ्य के साथ-साथ पोस्टिक आहार प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा 2018 में प्रधानमंत्री निक्षय पोषण योजना का शुभारंभ किया गया था। इस योजना के माध्यम से टीवी मरीजों के स्वास्थ्य के लिए लिए रूप से दवा एवं पौष्टिक आहार मुहैया कराया जा रहा है। यह योजना टीवी के मरीजों के लिए एक वरदान साबित हुई है। हाल ही में ही केंद्र सरकार द्वारा बताया गया है कि इस योजना का लाभ टीवी के मरीजों को 2025 तक मुहैया कराया जाएगा। सरकार द्वारा इस योजना का विस्तारीकरण करने का मुख्य लक्ष्य है कि भारत को टीबी मुक्त बनाया जा सके।
श्रेणी के आधार पर भुगतान अनुसूची
इस योजना के अंतर्गत मरीजों की शेरनी के आधार पर भुगतान सूची निम्नलिखित है:-
मरीजों की श्रेणी
पहला प्रोत्साहन
दूसरा प्रोत्साहन
तीसरा प्रोत्साहन
चौथा प्रोत्साहन
नये मरीज
नामांकन के साथ
आईपी फॉलो – अप एग्जामिनेशन के बाद 2 महीने के लिए
फॉलो – अप एग्जामिनेशन के बाद 6 महीने के लिए
NA
औपचारिक रूप से रोगियों का ईलाज
नामांकन के साथ
आईपी फॉलो – अप एग्जामिनेशन के बाद 3 महीने के लिए
ईलाज के बाद 5 महीने के लिए
फॉलो – अप क्लिनिकल एग्जामिनेशन के बाद 8 महीने के लिए
इस योजना के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा टीबी से ग्रसित लगभग 1300000 लोगों को शामिल किया गया है। सरकार द्वारा इस योजना के तहत लाभार्थियों को 500 रुपये की सहायता प्रदान की जा रही है साथ ही साथ उन्हें थेरेपी के लिए हजार रुपे की सहायता भी प्रदान की जाएगी। इस योजना के द्वारा पहुंची टीबी के मरीजों को लाभ मिला है। टीबी के मरीजों की संख्या हमारे भारत में कम हो गई है एवं उनमें सुधार भी आ गया है। टीबी से ग्रसित होने वाले लोगों की संख्या इस योजना के माध्यम से कम हो गई है। यह योजना टीबी के मरीजों के लिए बहुत सफल योजना है।
लाभार्थी की सूची एवं निर्माण का समय
इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों की सूची एवं निर्माण का समय निम्नलिखित है:-
प्रत्येक टीबी पेशेंट की बैंक अकाउंट तथा आधार कार्ड के साथ निक्षय में एंट्री तथा फॉलोअप डिटेल्स
Ayushman Bharat Yojana:- देश के आर्थिक रूप से कमजोर एवं पिछड़े वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने हेतु भारत सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना को 14 अप्रैल 2018 में आरंभ किया गया था। इस योजना के माध्यम से देश के गरीब लोगों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाएगा जिसका उपयोग करके अपना इलाज आसानी से करवा सकते हैं। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से आयुष्मान भारत योजना 2024 से जुड़ी पूर्ण जानकारी जैसे उद्देश्य लाभ एवं विशेषताएं पात्रता दस्तावेज एवं ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। Ayushman Bharat Yojana से संबंधित पूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें।
Ayushman Bharat Yojana 2024
इस योजना की शुरुआत हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 14 अप्रैल 2018 को बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती पर किया गया था। इस योजना को आर्थिक रूप से कमजोर एवं पिछड़े वर्ग के लोगों को निशुल्क स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शुरू किया गया था। आयुष्मान भारत योजना को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नाम से भी जाना जाता है। Ayushman Bharat Yojana के माध्यम से देश के सरकारी पैनल अस्पताल एवं निजी स्वास्थ्य केंद्र में मुफ्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी
इन निशुल्क सुविधाओं का उपयोग करके हमारे देश के गरीब लोग अपनी बड़ी से बड़ी गंभीर बीमारी का इलाज आसानी से करवा सकेंगे।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लगभग 10 करोड़ से भी ज्यादा गरीब परिवारों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाएगा।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि गरीबों की गंभीर बीमारी के कारण होने वाली मृत्यु को रोका जा सके।
Ayushman Bharat Yojana के माध्यम से गरीबों की मृत्यु दरों में भी कमी आएगी।
अब देश के गरीब नागरिक अपनी बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज आसानी से करा सकते हैं।
आयुष्मान भारत योजना की संक्षिप्त टिप्पणी
इस योजना के मुख्य तथ्य निम्नलिखित है:-
योजना का नाम
Ayushman Bharat Yojana 2024
किसके द्वारा शुरू की गई
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा
आरंभ तिथि
14 अप्रैल 2018
योजना के लाभार्थी
देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग
योजना का उद्देश्य
निशुल्क स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं उपलब्ध कराना
योजना का लाभ
गंभीर बीमारी के कारण होने वाली मृत्यु में कमी आएगी
जैसे कि हम सब जानते हैं हमारे देश में काफी ऐसे लोग हैं जो कमजोर आर्थिक स्थिति होने के कारण अपनी गंभीर से गंभीर बीमारी का इलाज आसानी से नहीं करवा सकते हैं और सही इलाज ना मिलने के कारण उनकी बीमारी से मृत्यु हो जाती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमारे प्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा आयुष्मान भारत योजना को आरंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग एवं पिछड़े वर्ग के लोगों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे वह अपने गंभीर से गंभीर बीमारी का इलाज निशुल्क करवा सके तथा एक अच्छा जीवन प्राप्त कर सकें।
आयुष्मान भारत योजना का मुख्य उद्देश्य है कि देश के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए।
जिससे देश के गरीब लोग अपना इलाज आसानी से निशुल्क करा सकें।
PM Ayushman Bharat Yojana के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर गरीब परिवारों के मृत्यु दरों में भी कमी आएगी।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से गरीब परिवारों कि स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं को दूर किया जा सकेगा।
आयुष्मान भारत योजना की योग्यता (ग्रामीण क्षेत्र के लिए)
इस योजना का लाभ लेने हेतु ग्रामीण क्षेत्र के लिए योजना की पात्रता / योग्यता निम्नलिखित है:-
यदि परिवार में कोई बड़ा ना हो(16-59 वर्ष आयु) या कोई दिव्यांग हो या परिवार की मुखिया महिला हो तो वह इस योजना का लाभ लेने योग्य है |
अनुसूचित जाति जनजाति वाले तथा कच्चे मकान में रहने वाले
दिहाड़ी मजदूर और भूमिहीन व्यक्ति
भीख मांगने वाले कानूनी रूप से आदिवासी और मुक्त बंधुआ
तथा ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले आदि इस योजना के लिए आवेदन के पात्र हैं |
Ayushman Bharat Yojana की योग्यता (शहरी क्षेत्र के लिए)
Ayushman Bharat Yojana का लाभ लेने हेतु शहरी क्षेत्र के लिए योजना की पात्रता / योग्यता निम्नलिखित है:-
इसके अंतर्गत कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वाले मजदूर पेंटर, प्लंबर,वेल्डर, राजमिस्त्री, कुली आदि इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं |
इसके अलावा सिक्योरिटी गार्ड, लगाने वाले दुकानदार, घरेलू कार्य करने वाले, कूड़ा चुगने वाले, मोची, फेरीवाले तथा अन्य मजदूर व्यक्ति |
सफाई कर्मचारी, हैंडीक्राफ्ट, रिक्शा चालक, टेलर, ड्राइवर आदि इस योजना के लिए आवेदन के पात्र हैं |
आयुष्मान भारत योजना (ABY) का फीचर Paytm app पर किया गया शामिल
आयुष्मान भारत योजना का फीचर पेटीएम ऐप पर शामिल कर दिया गया है अब पेटीएम यूजेस इसका लाभ उठा सकते हैं | इसके लिए उन्हें अपनी पात्रता की जांच करनी होगी तथा साथ ही अपने नजदीक के निजी और सरकारी अस्पतालों के बारे में जानना होगा | डिजिटल पेमेंट और वित्तीय सेवा कंपनी ने पेटीएम के मालिक 197 कम्युनिकेशन लिमिटेड में पेटीएम ऐप को Ayushman Bharat Yojana के साथ शामिल कर दिया है | पेटीएम ने यह कदम हेल्थ सेक्टर में डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन को उच्च स्तर देने के लिए उठाया है |
PM-JAY आयुष्मान हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर
सरकार द्वारा फरवरी 2018 में उप केंद्रों तथा प्राथमिक केंद्रों को बदल कर हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर बनाए जाएंगे |
वैलनेस केंद्रों के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाएं जनता तक पहुंचाई जाएंगी |
इसमें जच्चा बच्चा स्वास्थ्य तथा गैर संचारी रोगों का उपचार किया जाएगा |
वैलनेस सेंटर द्वारा देश के नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारा जाएगा |
इसके अंतर्गत फ्री दवाइयां एवं डायग्नोस्टिक सेवा भी है |
आयुष्मान हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर के द्वारा लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हो सकती है |
हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर के द्वारा अपने क्षेत्र के सभी लोगों की प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाती है |
Ayushman Bharat Yojana द्वारा पर्याप्त नागरिकों के लिए कुछ मुख्य सुविधाएं
पूर्व अस्पताल में भर्ती
चिकित्सा परीक्षा, उपचार व परामर्श
चिकित्सा उपभोग वस्तुएं
गहन तथा गैर गहन देखभाल
आवास तथा भोजन सेवाएं
नैदानिक और लेबोरेटरी जांचें
उपचार के दौरान होने वाली कॉन्प्लिकेशन का ट्रीटमेंट
प्री एक्जिस्टिंग डिजीज कवर करना
चिकित्सा प्रत्यारोपण सेवा
अस्पताल में भर्ती होने के बाद 15 दिन तक का पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन कवर करना
PM-JAY से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
योजना से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी निम्नलिखित है इसे ध्यान पूर्वक पढ़ें:-
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने Ayushman Bharat Yojana की शुरुआत सितंबर 2018 को देश के प्रत्येक गरीब नागरिक तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए किया था |
आयुष्मान भारत योजना को भारत के लगभग सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में लागू किया जाएगा|
केवल NCT दिल्ली, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में इस योजना को लागू नहीं किया गया है |
यह विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है जिसका लाभ पूरे विश्व भर में पोर्टेबल है |
विभिन्न राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों द्वारा जुलाई तक लगभग 23000 अस्पतालों को सूची में शामिल किया जाएगा |
इस योजनाके अंतर्गत covid-19 के कारण माता पिता को खो देने वाले सभी बच्चों को लाभ दिया जाएगा |
तथा बच्चों के प्रीमियम का भुगतान पीएम केयर्स फंड द्वारा किया जाएगा |
सरकार की ओर से 1669 प्रक्रिया तथा 26 अलग-अलग विशेषताओं द्वारा उपचार किया जाएगा |
इस योजना के तहत लगभग ₹50000 का स्वास्थ्य बीमा सरकार द्वारा दिया जाएगा |
आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से रोगी को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जाएगी |
इसके अंतर्गत सरकार द्वारा कीमोथेरेपी, रेडियोथैरेपी , सर्जिकल ऑंकोलॉजी तथा कैंसर का उपचार भी किया जाएगा |
योजना संचालन पर 24600 करोड़ रुपए की राशि का खर्च
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा आयुष्मान भारत योजना का संचालन यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज प्राप्त करने के लिए किया गया, यह विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना हे | Ayushman Bharat Yojana के अंतर्गत अब तक 2 करोड़ व्यक्तियों के इलाज पर 24600 करोड़पति धनराशि का खर्च हो चुकी है | इस योजना के लिए प्राइवेट तथा गवर्नमेंट 24000 अस्पतालों की सूची बनाई गई है | इसमें 918 हेल्थ बेनिफिट तथा 1669 प्रक्रियाएं हैं | यह योजना 33 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश में लागू की जा रही है | आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत यूरोलॉजी, रेडिएशन, कार्डियोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक, हड्डी रोग, वैस्कुलर सर्जरी और कोविड-19 आदि रोगों का उपचार किया जाता है |
आयुष्मान भारत योजना का तेलंगाना में भी शुभारंभ
तेलंगाना सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना को तेलंगाना में भी लागू किया जाएगा इसके अंतर्गत सभी रोगियों को ₹50000 का स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा तथा कोविड-19 का उपचार भी किया जाएगा | तेलंगाना सरकार ने यह फैसला दिसंबर में ही ले लिया था | तथा इसके लिए 18 मई को हस्ताक्षर किया गया है | इस योजना द्वारा लगभग 10.74 करोड़ गरीबों को इलाज प्रदान किया जाएगा
हरियाणा के आशा वर्करों को प्राप्त होगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना के तहत आशा वर्करों को शामिल करने का निर्णय लिया गया है। हरियाणा सरकार द्वारा निर्णय के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को कार्यान्वित करने हेतु 248.11 लाख रुपये की राशि का प्रस्ताव भेजा गया। केंद्र सरकार द्वारा इस परियोजना को कार्यान्वित करने के लिए इस राशि को मंजूर किया गया। अब हरियाणा सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना का लाभ आशा वर्करों को भी मुहैया कराया जाएगा ताकि उन्हें भी स्वास्थ्य पैकेज प्राप्त हो सके एवं वह अपना इलाज आसानी से बिना किसी आर्थिक संकट के करवा सकें।
Ayushman Bharat Yojana में जोड़ी गई सुविधाओं की सूची
हाल ही में ही केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाया गया। इस योजना का दायरा बढ़ाते हुए केंद्र सरकार द्वारा कुछ अन्य सुविधाएं जोड़ी गई है। सरकार द्वारा इस योजना के तहत जोड़ी गई सुविधाओं की सूची कुछ इस प्रकार है:-
केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना को गवर्निंग पैनल से भी जोड़ा गया है। अब तमाम राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कबड्डी चैनल पर लोगों को 500000 रुपये तक के अनस्पेसिफाइड सर्जिकल पैकेज प्रदान किए जाएंगे।
विभिन्न राज्यों द्वारा हेल्थ बेनिफिट पैकेज की कीमतें तय की गई है और गोल्डन कार्ड धारकों को गैस सूची प्रदान की गई है ताकि वह अपने क्षेत्र के हिसाब से पैकेज को सेलेक्ट कर सके।
इस योजना का दायरा बढ़ाने का मकसद है कि ऐसे करोड़ों भारतीयों को मेडिकल सुविधाएं प्रदान की जाए जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है।
साथ ही साथ नेशनल हेल्थ अथॉरिटी द्वारा मेडिकल प्रोसीजर ओ को भी इस योजना के तहत शामिल किया गया है ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
3 एकड़ जमीन वाले किसानों को प्राप्त होगा बीमा कवर
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी के द्वारा बताया गया कि हरियाणा के 3 एकड़ वाले किसानों को भी Ayushman Bharat Yojana के तहत शामिल करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री जी के द्वारा बताया गया कि इस योजना के तहत 1.80 लॉक रुपए वार्षिक आमदनी वालों कवर किया जाएगा। साथी साथ बताया गया कि कृषि बागवानी पशुपालन मछली पालक क्षेत्र से संबंधित किसानों को भी इस योजना के तहत शामिल करने का निर्णय लिया गया है। सरकार द्वारा इस योजना के तहत किसानों को जोड़ने का मुख्य लक्ष्य है कि किसानों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाए और उनकी आय को दोगुना करने में सहयोग दिया जाए।
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के 13297 लोगों को मिला उपचार
Ayushman Bharat Yojana देश के गरीब लोगों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि इस योजना का लाभ उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में लगभग 13297 लोगों को मुफ्त इलाज का उपचार प्राप्त हुआ है। इन सभी लोगों को इस योजना के तहत उपचार प्रदान करने पर लगभग 147625196 रुपए का खर्च आया है। उत्तर प्रदेश के किस जिले में उपचार के लिए लगभग 18 प्राइवेट व 24 सरकारी अस्पताल सूचीबद्ध है। केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत वर्ष 2011 की सूची के लाभार्थियों को शामिल किया गया है जिन्हें लगभग 1350 बीमारियों का उपचार प्राप्त होता है।
आरोग्य सेतु ऐप से जनरेट होगी यूनिक हेल्थ आईडी
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि Ayushman Bharat Yojana का लाभ प्राप्त करने के लिए लोगों को 14 अंकों का एक यूनिक नंबर प्राप्त करना होता है जिससे उन्हें आसानी से इलाज प्राप्त होता है। हाल ही में ही केंद्र सरकार द्वारा बताया गया है कि देश के लोग आरोग्य सेतु एप का उपयोग कर यूनिक हेल्थ आईडी का निर्माण करने में सक्षम रहेंगे। अब तक लगभग 20 करोड़ से अधिक लोगों ने आरोग्य सेतु का उपयोग कर आयुष्मान भारत हेल्थ आईडी घर बैठे ही जनरेट कर पाए हैं। यदि आप भी अपने हेल्थ आईडी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप घर बैठे ही आसानी से आरोग्य सेतु ऐप का उपयोग कर कर सकते हैं।
अस्पतालों मैं अब मुफ्त में करवा सकते हैं कोरोना वायरस का इलाज
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि देश में कोरोनावायरस संक्रमण का प्रकोप अभी भी बना हुआ है। और ऐसे में यदि किसी व्यक्ति को खोलो ना हो जाता है तो वह अपना इलाज मुफ्त में Ayushman Bharat Yojana के तहत अस्पतालों में करवा सकता है। यह इलाज प्राप्त करने के नियम व्यक्ति के पास आयुष्मान गोल्डन कार्ड होना अनिवार्य है। गोल्डन कार्ड धारक अपना इलाज मुफ्त में करवा सकते हैं उन्हें 500000 तक का हेल्थ इंश्योरेंस लोहिया कराया जाएगा। पहले इस योजना के तहत अन्य बीमारियों को शामिल किया गया था परंतु हाल ही में ही केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के तहत कोरोनावायरस संक्रमण को भी शामिल कर लिया गया है।
मिलिट्री जवानों को प्राप्त होगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ
हाल ही में ही केंद्र सरकार द्वारा मिलिट्री जवानों को Ayushman Bharat Yojana से जोड़ने का निर्णय लिया गया है। चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा बताया गया है कि इस योजना के तहत भारत सरकार द्वारा मिलिट्री व पारा मिलिट्री के जवानों को लाभान्वित किया जाएगा। इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा की गई है। इस योजना को शुरू करने का मुख्य लक्ष्य है कि देश के आर्थिक रूप से कमजोर व पिछड़े वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा सके जिससे वे अपने गंभीर से गंभीर बीमारी का इलाज निशुल्क कर सकें।
बिहार में बिना गोल्डन कार्ड के भी प्राप्त होंगी स्वास्थ्य सुविधाएं
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि देश के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने हेतु केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से आयुष्मान गोल्डन कार्ड का उपयोग कर देश के लोग अपना इलाज मुफ्त में कहीं भी करवा सकते हैं। बिहार राज्य में अब तक 3400000 परिवारों के आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बन चुके हैं एवं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार लगभग 1 करोड से अधिक लाभ परिवारों को इस योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो चुकी हैं। सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि इन सभी जरूरतमंद लोगों को बिना गोल्डन कार्ड के भी तत्काल इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी आयुष्मान भारत से जुड़ेंगें
बिहार सरकार के अपर सचिव राजीव रोशन जी एवं जिला अधिकारी उप विकास आयुक्त जी के द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थियों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाएगा। इन सभी लाभुकों को स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही साथ अधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि लाभार्थियों का चयन ग्राम सभा से सत्यापन एवं अपीलीय समिति के निष्पादन से होगा। इस योजना के प्रति लोगों को जागरूक करने एवं जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।
अब तक 2 करोड़ 60 लाख से अधिक मरीजों का हुआ मुफ्त इलाज
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा शुक्रवार यानी 10 जनवरी 2022 को बताया गया कि सस्ती और सर्व भौमिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक वैश्विक मानक स्थापित किया गया है जिसका नाम आयुष्मान भारत योजना है। इस योजना के तहत देश भर के अस्पतालों में 2 करोड़ 60 लाख से अधिक रोगियों को मुफ्त इलाज प्राप्त हुआ। आयुष्मान भारत के बिना यह अनुमान लगाया गया था कि गरीबों और जरूरतमंद लोगों को एक ही चिकित्सा के लिए लगभग 50,000 से 60,000 करोड़ों रुपये का भुगतान करना पड़ता था। परंतु इस योजना के माध्यम से अब मरीजों को किसी कीमत के कीमोथेरेपी रेडियोथेरेपी और सर जी सहित सभी लाभ प्राप्त हो रही हैं।
सीएपीएफ कर्मियों और उनके परिवार को प्राप्त हुए 35 लाख स्वास्थ्य कार्ड
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को बताया कि केंद्र सरकार ने सीएपीएफ कर्मियों और उनके परिवार वालों को लगभग 35 लाख आयुष्मान स्वास्थ्य हेल्थ कार्ड प्रदान किए। अब सीएपीएफ कर्मी देश भर में लगभग 24000 अस्पतालों में कैशलेस उपचार का लाभ उठा सकते हैं। इतने सारे आयुष्मान सीएपीएफ कार्डों का वितरण एक बड़ी उपलब्धि है। सरकार द्वारा इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि इन बलों के कर्मियों और उनके परिवारों के लिए अच्छी स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित की जा सके।
उत्तर प्रदेश के मान्यता प्राप्त पत्रकारों को भी प्राप्त होगा लाभ
यूपी के सूचना निदेशक द्वारा बताया गया है कि जिला और प्रदेश स्तर के मान्यता प्राप्त पत्रकारों को भी प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना का लाभ मुहैया कराया जाएगा। इस योजना के माध्यम से इन सभी पत्रकारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान किया जाएगा। इस निर्णय में मान्यता प्राप्त पत्रकारों के सभी वर्गों को शामिल किया गया है। सूचना निदेशक द्वारा बताया गया है कि जिला स्तर के मान्यता प्राप्त पत्रकारों और उनके परिवार के लोगों को अब चिकित्सा सुविधा मुफ्त में मुहैया कराई जाएगी।
शासकीय और अशासकीय अस्पतालों को आयुष्मान भारत से जोड़ा गया
मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना के निशुल्क इलाज के लिए सरकार द्वारा 50 शासकीय और अशासकीय अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा गया। मंगलवार यानी 28 दिसंबर 2021 को अपर कलेक्टर अभय बेडेकर ने बताया कि इस योजना के पहले चरण में कोरोनावायरस के लिए 3235 पलंग आरक्षित अस्पतालो को जोड़ा गया। इस चरण में इंदौर के 50 से अधिक पलंग क्षमता वाले 37 अशासकीय अस्पतालों को जोड़ा जाएगा। साथ ही साथ यह भी बताया कि बाकी 1475 पलंग 13 शासकीय अस्पतालों में कोरोनावायरस का इलाज किया जाएगा।
झारखंड के राशन कार्ड धारकों को भी प्राप्त होगा लाभ
झारखंड के खाद्य सुरक्षा द्वारा बताया गया कि राज्य के प्रत्येक राशन कार्ड धारकों को आयुष्मण भारत जन आरोग्य योजना के तहत बीमा का लाभ मुहैया कराया जाएगा। इस बात की जानकारी मंत्री परिषद की स्वीकृति के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदान की गई। झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सुनील जी के द्वारा कैबिनेट की प्रत्याशा की स्वीकृति में ही 25 नवंबर को इस बात की जानकारी दी गई थी। साथ ही साथ इस प्रक्रिया के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मण भारत के कार्यान्वयन के लिए बीमा कंपनियों को भी निर्देश जारी किए गए हैं। अब राज्य का प्रत्येक व्यक्ति बीमा योजना का लाभ प्राप्त कर सकेगा।
अलीगढ़ की राशन की दुकानों पर बनेंगे गोल्डन कार्ड
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में शामिल अंत्योदय परिवारों को अब आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए कहीं भटकते की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। अब आसानी से अपने राशन कार्ड दिखा कर राशन की दुकानों से आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं। आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से लाभार्थियों को प्रधानमंत्री डिजिटल पत्र या परिवार रजिस्टर की नकल दिखाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। साथ ही साथ जन सेवा केंद्र संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे दुकानों पर विभिन्न प्रकार के शिविर लगाए और गोल्डन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया शुरू करें। इस योजना के तहत वर्ष 2018 से लेकर वर्ष 2022 तक लगभग 2.5 लाख गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं।
14 करोड से अधिक स्वास्थ्य आईडी निशुल्क उत्पन्न हुई
स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने शुक्रवार को लोकसभा को बताया कि सरकार ने प्रत्येक नागरिक के लिए एक मुफ्त स्वास्थ्य आईडी बनाने का प्रावधान किया है और दिसंबर के पहले सप्ताह तक 14 करोड़ से अधिक ऐसे आईडी बनाए गए हैं। पवार के द्वारा कहा गया कि स्वास्थ्य आईडी का निर्माण स्वैच्छिक है। हालांकि एनएचसी नागरिक की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य आदि के उपयोग और लाभ के बारे में जागरूकता पैदा कर रहा है। आयुष्मान भारत योजना केंद्र सरकार द्वारा 23 सितंबर 2018 को सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना पहचाने गए लाभार्थियों के लिए आरंभ की गई थी जिसके तहत लोगों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवरेज मुहैया कराया जाता है।
मदुराई जिले के 1.68 लाख लोगों को मिला लाभ
मदुराई जिले के कलेक्टर वी विष्णु जी के द्वारा बताया गया कि केंद्र के आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले के कुल 1.68 लाख रोगियों को 290 करोड़ रुपये स्वास्थ्य बीमा के रूप में प्राप्त हुए। साथिया साथ कलेक्टर जी के द्वारा बताया गया कि इस योजना के तहत लगभग राज्य के 10 फुट सरकारी अस्पताल और 21 निजी अस्पतालों के माध्यम से गरीब लोगों को इलाज मुहैया कराया गया है। इन सभी अस्पतालों से मुफ्त में इलाज प्रदान करने हेतु चिकित्सा खर्च का पूरा करने के लिए सरकार द्वारा लगभग 290 करोड रुपए वितरित किए गए थे।
2 वर्ष में 8.3 लाख कोविड-19 का इलाज हुआ
पिछले 2 वर्ष में आयुष्मान भारत योजना के तहत कोविड-19 के इलाज के लिए लगभग 8.3 लॉक अस्पताल में दाखिले को अधिकृत किया गया। इस विषय से संबंधित जानकारी मंगलवार यानी 30 नवंबर 2021 को राज्य सभा की ओर से प्रदान की गई। इन 8.3 लाख में से लगभग 4.7 लाख को आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत सूची वृद्ध निजी अस्पतालों में अधिकृत किया गया। साथ ही साथ अधिकारी द्वारा बताया गया कि इस योजना के लाभ पूरे देश में पोटेबल है इसलिए लाभार्थियों के लिए शहरी ग्रामीण विभाजन का रखरखाव नहीं किया जाता है। यदि आप भी इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना के तहत आवेदन करना होगा।
15 दिसंबर तक राशन डीलर भी बनाएंगे गोल्डन कार्ड
जन सेवा केंद्र संचालक कंप्यूटर ऑपरेटर स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान 15 दिसंबर 2021 तक चलाया जाएगा जिसके तहत वे सभी लाभार्थियों आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजीकृत हैं वह अपना गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं। साथ ही साथ विभाग द्वारा बताया गया है कि अब उत्तर प्रदेश के लोग अपना आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड राशन डीलर के द्वारा भी बनवा सकते हैं। बताया गया है कि आयुष्मान भारत योजना के लाभ के लिए सभी राशन डीलरों को एक पत्र भेजा जाएगा ताकि प्रत्येक लाभार्थी का गोल्डन कार्ड बन सके। मुरादाबाद जिले के डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह के द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं कि शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही नहीं की जाए।
जिस दिन शिकायत की जाएगी उसी दिन उन्हें समस्या का हल प्रदान किया जा सके।
इस प्रक्रिया से संबंधित पूरी व्यवस्था तहसीलदार की देखरेख में की जाएगी ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े।
बाहर के डॉक्टर करेंगे महात्मा गांधी मेमोरियल में इलाज
झारखंड के जमशेदपुर जिले में उपलब्ध महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने के विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया के लिए एमजीएम अध्यापक डॉ अरुण कुमार ने एक मैनेजमेंट कमेटी का गठन किया। इस कमेटी की जल्द से जल्द एक बैठक की जाएगी। और साथ ही साथ अध्यक्ष जी के द्वारा बताया गया है कि अगर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने के लिए बाहरी चिकित्सा ओं की भी मदद लेनी पड़ेगी तो वह हर हालत में मदद प्राप्त करेंगे। और बाहर के डॉक्टरों को उनके एवज के हिसाब से उन्हें फीस दी जाएगी। आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से जिले के गरीब लोगों को बेहतर इलाज की सुविधाएं प्राप्त होंगी एवं वह आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
उत्तराखंड के 27112 कैंसर रोगियों को मिला निशुल्क इलाज
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के तहत अब उत्तराखंड के लोगों को निशुल्क कैंसर का इलाज प्राप्त हो रहा है। योजना के तहत राज्य के लगभग 27112 कैंसर रोगियों को मुफ्त उपचार की सुविधा प्राप्त हुई है। जिसके लिए सरकार द्वारा लगभग 50 करोड रुपए की राशि का व्यय रखा है। अब तक उत्तराखंड में 44 लाख लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। साथ ही साथ सरकार द्वारा बताया गया है कि 1.33 लाख मरीजों की डायलिसिस की गई है। यह योजना कैंसर रोगियों के लिए एक वरदान साबित हुई है।
15 नवंबर तक निशुल्क बनेंगे आयुष्मान गोल्डन कार्ड
हरियाणा के एसडीएम भूपेंद्र सिंह के द्वारा बताया गया कि शादी के अमृत महोत्सव के तहत स्वास्थ विभाग द्वारा लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड श्री बनवाने का शुभ अवसर प्रदान कर रहा है। इस योजना के तहत लाभार्थी 15 नवंबर तक आयुष्मान भारत पखवाड़े के तहत फ्री कार्ड बनवा सकते हैं। निशुल्क कार्ड बनवाने के लिए पात्र लाभार्थियों को अस्पतालों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा सूची बुध प्राइवेट अस्पतालों में आधार कार्ड व राशन कार्ड की फोटो कॉपी लेकर जाना होगा। साथ ही साथ एसडीएम द्वारा बताया गया कि अब आते नागरिक आयुष्मान भारत योजना के तहत ना केवल सरकारी अस्पतालों एवं सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में भी 5 लाख तक का कैशलेस मेडिकल बीमा प्राप्त कर सकते हैं।
यूपी से 7852 परिवारों को आयुष्मान भारत से जोड़ा जाएगा
उत्तर प्रदेश के सीएम और डॉक्टर सुनील शर्मा द्वारा बताया गया है कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से 7852 बीपीएल राशन कार्ड परिवारों को जोड़ा जाएगा। इस प्रक्रिया के लिए एक विशेष अभियान का संचालन किया जाएगा जिसमें सभी लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे। इस योजना के तहत नोएडा जिले में 28000 से अधिक लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। तथा साथ ही साथ आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए तेजी से प्रयास किया जा रहा है। अब तक इस योजना का लाभ एक लाख से अधिक लाभार्थियों को प्राप्त हो चुका है और जल्द ही जिले के बकाया परिवारों को जोड़ा जाएगा
उत्तराखंड के गोल्डन कार्ड धारकों को मिलेंगी तीन नई सुविधाएं
आज यानी 1 नवंबर 2021 से आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड धारकों को तीन नई सुविधाएं प्राप्त होंगी। इन तीन नई सुविधाओं में अब लोग किडनी प्रत्यारोपण निशुल्क कर सकते हैं। और साथ ही साथ सरकार द्वारा इस योजना के तहत चार सौ बीमारियों के इलाज के पैकेज में बढ़ी हुई दरें लागू की गई हैं। यह नई दरें नवंबर से लागू की जाएंगी। इस योजना के तहत राशन कार्ड धारकों का भी आसानी से अब गोल्डन कार्ड बन सकेगा। इस योजना के तहत अब तक 44 लाख से अधिक लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बन चुके हैं। इन लाभार्थियों में से लगभग 3.60 लाख लाभार्थियों का सूचीबद्ध अस्पतालों में मुफ्त इलाज हो चुका है।
उत्तराखंड में बने गोल्डन कार्ड और लाभार्थी की सूची
इस योजना के तहत उत्तराखंड राज्य में बने गोल्डन कार्ड और लाभार्थियों की सूची कुछ इस प्रकार है:-
जिला
कार्ड
लाभार्थी
व्यय राशि
अल्मोड़ा
2.37 लाख
7439
9.44
बागेश्वर
1.01 लाख
3293
3.32
चमोली
1.8 लाख
10138
14.31
चंपावत
0.97 लाख
3382
4.35
देहरादून
9.54 लाख
108338
157.19
हरिद्वार
7.26 लाख
56920
89.86
नैनीताल
4.08 लाख
31715
29.35
पौड़ी
3.24 लाख
27563
34.67
पिथौरागढ़
1.82 लाख
8659
7.44
रुद्रप्रयाग
1.09 लाख
5709
9.90
टिहरी
2.91 लाख
21357
31.75
यूएस नगर
6.67 लाख
43111
47.88
उत्तरकाशी
1.69 लाख
10377
16.81
Ayushman Bharat Yojana का दायरा बढ़ाया जाएगा
21 अक्टूबर 2021 को नीति आयोग के सदस्य डॉ पीके पॉल द्वारा बताया गया कि केंद्र सरकार द्वारा आरंभ की गई Ayushman Bharat Yojana का दायरा बढ़ाया जाएगा। इस प्रक्रिया के लिए पीएम- जय ने अन्य सरकारी योजनाओं को अपनाना शुरू कर दिया है। इस प्रक्रिया पर राज्य सरकारों ने विकास के लिए कई संभावनाओं पर विचार किया है। नीति आयोग के सदस्य द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाएगा और हेल्थ केयर पर अपना बजट बढ़ाया जाएगा। साथ ही साथ डॉक्टर द्वारा बताया गया कि वह सभी संस्थान जिन्होंने इस योजना में भाग्य नहीं लिया है उन सभी को साझेदारी करनी चाहिए।
डॉ पॉल द्वारा बताया गया कि इस योजना के तहत मौजूदा बजट 4.5 प्रतिशत है जिसे बढ़ाकर 8% करना होगा।
और साथ ही साथ ज्यादा से ज्यादा जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज में बदलने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
निजी दवा दुकानों से अब मुफ्त में मिलेंगे दवाइयां
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ डॉ आर एस शर्मा द्वारा बुधवार यानी 20 अक्टूबर 2021 को बताया गया कि Ayushman Bharat Yojana के तहत लाभार्थियों को जो दवाइयां सरकारी या निजी अस्पतालों में प्राप्त नहीं हुई है वह यह दवाइयां निजी मेडिकल स्टोर से मुफ्त में खरीद सकते हैं। इस प्रक्रिया के लिए झारखंड के प्रत्येक जिले में ड्रग इंस्पेक्टर से समझौता किया गया है। डॉ आर एस वर्मा द्वारा बताया गया कि उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए झारखंड को सबसे पहले चुना है और अन्य अस्पतालों को इस योजना के प्रति प्रोत्साहित कर रहे हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा अस्पताल इस योजना से जुड़ सकेंगे एवं प्रोत्साहित हो सकेंगे।
ट्रांसजेंडरों को भी प्राप्त होगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि देश के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने हेतु सरकार द्वारा Ayushman Bharat Yojana का संचालन किया गया था। इस योजना के तहत प्रति परिवार को प्रति वर्ष 500000 रुपये का मेडिकल प्रदान किया जा रहा है। सरकार द्वारा इस योजना के तहत ट्रांसजेंडर लोगों को शामिल करने का निर्णय लिया गया है। इस विषय से संबंधित सरकार द्वारा एक नई योजना बनाई जाएगी जिसमें हेल्थ कवर और हेल्थ इंटरवेंशन शामिल किए जाएंगे। सरकार द्वारा ट्रांसजेंडर व्यक्तियों द्वारा अभिषेक सर्जरी और चिकित्सा सहायता को कवर किया जाएगा।
झारखंड के तीन लाख परिवारों को मिलेगा आयुष्मान योजना का लाभ
2 अक्टूबर 2021 को एसोसिएशन ऑफ प्लास्टिक सर्जन ऑफ इंडिया बिहार एंड झारखंड की ओर से आयोजित हुए कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार जी के द्वारा बताया गया कि झारखंड के तीन लाख परिवारों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा बताया गया राज्य के लगभग 57 लाख परिवारों को इस योजना का लाभ प्राप्त हो रहा है। इसके साथ ही साथ प्रोजेक्ट भी तैयार किया जा रहा है ताकि उन बीमारियों को शामिल किया जाए जिन बीमारियों का इलाज प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत नहीं हो पा रहा है।
साथ ही साथ स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए सरकार द्वारा 40,000 शहीदों को जोड़ने की तैयारी की जा रही है।
इसके पश्चात हर 3 महीने में एक स्वास्थ्य सर्वे किया जाएगा जिसके तहत एक पॉलिसी तैयार की जाएगी और उस पॉलिसी के हिसाब से डॉक्टरों को पोस्टिंग प्राप्त होगी।
2 अक्टूबर से वाराणसी के नए लोगों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाएगा
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि देश के लोगों को गोल्डन कार्ड एवं ₹500000 तक का निशुल्क इलाज प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया है। वाराणसी मैं अब तक 66059 लाभार्थियों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ प्रदान किया जा चुका है। वहीं अब तक 2.89 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। परंतु लंबे समय से इस योजना के दायरे बढ़ाने की मांग की जा रही है। 2 अक्टूबर 2021 से आयुष्मान भारत योजना के तहत नए लोगों को जोड़ा जाएगा। इस प्रक्रिया की तैयारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा जोरों शोरों से की जा रही है।
आयुष्मान भारत योजना का हुआ विस्तार
23 सितंबर 2021 को आयुष्मान भारत योजना के 3 साल पूर्ण हो चुके हैं। सरकार द्वारा इस योजना के विस्तार का निर्णय लिया गया है। आयुष्मान भारत योजना के विस्तार के लिए सरकार द्वारा अस्पताल हेल्प डेस्क किओस्क, लाभार्थी सुविधा एजेंसी, पीएमकेवीवाई कमांड सेंटर, और यूनिट एचईसी अतिरिक्त सेवाएं शुरू की गई है। साथ ही साथ इस योजना के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण एक कार्यान्वयन एजेंसी किस तरह कार्य करेगी। जिसके माध्यम से लाभार्थियों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। पिछले 3 वर्षों से अब तक लगभग देश के 2.20 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को इस योजना का लाभ प्रदान किया गया है।
इस योजना के विस्तार करने से भारत सरकार का लक्ष्य है कि डिजिटल प्रौद्योगिकी का लाभ प्रदान कर सेवाओं को सुचारू मजबूत और कुशल बनाया जाए।
इस योजना का लाभ अब परिवारों में शादी करके आई नई नवेली बहू को भी बिना किसी कार्य डॉक्यूमेंट माध्यम से प्रदान किया जाएगा।
आरोग्य मंथन 3.0 का हुआ शुभारंभ
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडवीया द्वारा 23 सितंबर 2021 को इस योजना के तहत आरोग्य मंथन 3.0 का शुभारंभ किया गया। यह वर्ष आयुष्मान भारत दिवस के रूप में मनाया गया है। इस आरोग्य मंथन को 23 सितंबर 2021 से लेकर 25 सितंबर 2021 तक मनाया जाएगा। इसके अलावा Ayushman Bharat Yojana के तहत सर्वेक्षण प्रदर्शन करने वाले राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों को पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा। साथ ही साथ इस योजना के विस्तार पर कुछ अन्य सुविधाएं जोड़ी गई हैं जिससे लोगों को इस योजना का लाभ बेहतर तरीके से मुहैया कराया जा सके।
झारखंड के लगभग 24 निजी अस्पताल आयुष्मान भारत योजना में हुए शामिल
राज्य सरकार द्वारा झारखंड के लगभग 24 निजी अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना के तहत जोड़ दिया गया है। इस बात का निर्णय राज्य की एंपेनल्ड कमेटी द्वारा 11 सितंबर 2021 लिया गया था। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया है कि रांची जिले के छह, हजारीबाग के पांच, देवघर के तिन, पूर्वी सिंहभूम के दो, रामगढ़ के दो, सिमडेगा के दो, गोड्डा के एक, धनबाद के दो अस्पताल शामिल किए गए हैं। अब राज्य के प्रत्येक आम आदमी को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाएगी। साथ ही साथ निजी अस्पतालों से जुड़ने पर गरीबों को 5 लाख की मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्राप्त होगा। आयुष्मान भारत योजना के तहत जुड़े निजी अस्पतालों की सूची कुछ इस प्रकार है:-
एमपी में आयुष्मान भारत योजना के तहत डेंगू और चिकनगुनिया का इलाज होगा शामिल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा 17 सितंबर को एक टीकाकरण महा अभियान की समीक्षा के दौरान घोषणा की गई के आयुष्मान भारत योजना के तहत मध्यप्रदेश में डेंगू और चिकनगुनिया का इलाज भी शामिल किया जाएगा। की व्यवस्था सूचीबद्ध अस्पतालों में की जाएगी। इसकी रोकथाम के लिए जल स्रोत में दवा का छिड़काव लारवा नष्ट करना और फागिंग का काम मिशन मोड से किया जाएगा।। साथ ही साथ सरकार द्वारा बताया गया कि आवश्यकता के अनुसार आपूर्ति टिके लोगों को प्राप्त होते रहेंगे। मुख्यमंत्री जी द्वारा कहा गया कि कुछ जिलों में डेंगू और चिकनगुनिया के मामले सामने आए हैं तो इसके लिए एक नियंत्रण प्रयास किया जाए और जागरूकता अभियान चलाया जाए।
मुख्यमंत्री जी द्वारा कहा गया है कि प्रतिदिन कम से कम 1000000 व्यक्ति को टीके लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया जाए।
और संभव हो सके तो मतदाता सूची को आधार बनाकर जनसहयोग से टीका लगवाने के नियम व्यक्तियों को केंद्र पर लाने का काम किया जाए।
नए लोगों को किया जाएगा आयुष्मान भारत योजना में शामिल
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 2018 में असहाय परिवारों को मुफ्त में इलाज मुहैया कराने हेतु आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया था। इस योजना का लाभ उन लाभार्थियों को प्रदान किया जाएगा जो आर्थिक तंगी होने के कारण अपनी बीमारियों का इलाज करवाने में असमर्थ रहते हैं। Ayushman Bharat Yojana के तहत 2011 में हुए सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना के लाभार्थियों को शामिल करने का निर्णय लिया गया था। परंतु हाल ही में ही सरकार द्वारा इस योजना के तहत कुछ बदलाव किए गए हैं। अब 2011 के बाद विभाग अथवा जन्म के माध्यम से आए किसी नए सदस्य को भी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत शामिल किया जाएगा।
लाभार्थी अपना आयुष्मान भारत कार्ड किसी भी सेवा केंद्र पर जाकर पहचान पत्र दिखाकर बनवा सकते हैं।
साथ ही साथ वे निजी अस्पतालों एवं सरकारी अस्पतालों में भी यह कार्ड मुफ्त में बनवा सकते हैं।
आयुष्मान भारत योजना के तहत श्रमिक होंगे लाभान्वित
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा आयुष्मान भारत योजना के तहत श्रमिकों को लाभान्वित कराए जाने की घोषणा की गई थी। 4 सितंबर 2021 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी संगीता सिंह जी द्वारा उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों एवं उनके परिवार वाले सदस्यों को जोड़ने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए 6 सितंबर से लेकर 12 सितंबर तक एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के कल्याण बोर्ड के पंजीकृत श्रमिकों को आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड मुहैया कराए जाएंगे। इन कार्ड का उपयोग करके श्रमिक आयुष्मान भारत योजना के तहत विभिन्न सरकारी व निजी अस्पतालों में अपना इलाज मुफ्त में प्राप्त करने में सक्षम रहेंगे।
अब राज्य के मेहनत व मजदूरी करने वाले श्रमिकों को भी इस योजना का लाभ मुहैया कराया जाएगा और उनके आयुष्मान कार्ड बनवाए जाएंगे।
6 सितंबर से ही जिला मुख्यालय पर विशेष कैंप का आयोजन किया जाएगा जिसमें विभिन्न श्रमिक अपना आवेदन Ayushman Bharat Yojana में करने में सक्षम रहेंगे।
आयुष्मान भारत योजना में किए गए महत्वपूर्ण बदलाव
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि देश के गरीब लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा PM Ayushman Bharat Yojana का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के तहत प्राइवेट अस्पतालों के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। सरकार द्वारा इस योजना के तहत प्राइवेट अस्पतालों के लिए क्लेम सेटलमेंट की प्रक्रिया को तेज करने के लिए नए मॉडल तैयार किए गए हैं। इन मॉडल का उपयोग करके अस्पतालों के भुगतान को तुरंत सेटल किया जाएगा ता के देश के ज्यादा से ज्यादा निजी अस्पताल इस योजना में भाग लेने के लिए उत्साहित हो।
केंद्र सरकार द्वारा निजी अस्पतालों की भागीदारी आयुष्मान भारत योजना में सुनिचित करवाने के लिए यह महत्वपूर्ण बदलाव किये गए हैं
इन बदलाव के बाद निजी अस्पतालों में मरीज़ो की संख्या बढ़ेग।
2 करोड़ लोगों को मिला आयुष्मान भारत योजना का लाभ
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि देश के गरीब लोगों को मुफ्त में इलाज मुहैया कराने हेतु आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया है। अब तक इस योजना के तहत 2 करोड़ गरीब परिवारों को इलाज प्राप्त हो चुका है। जिसके लिए सरकार द्वारा लगभग 26,683 करोड रुपए की राशि का वहन किया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार पता चला है कि दो करोड़ के अलावा लगभग 16.20 करोड़ पात्र लाभार्थियों का इस योजना के तहत सत्यापन किया जा चुका है और उन सभी व्यक्तियों को आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड भी प्रदान किए जा चुके हैं।
सरकार द्वारा बताया गया है कि इस योजना के तहत 918 स्वास्थ्य लाभ पैकेज शामिल है जिनमें कोरोना का इलाज और कोरोना के टेस्ट निशुल्क है।
आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के साथ अब तक 23000 सर्वजनिक और निजी अस्पताल जुड़ चुके हैं।
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस के इलाज के लिए नई योजना का शुभारंभ
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा कोरोनावायरस संक्रमण को देखते हुए एक नई योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के माध्यम से राज्य के व्यक्ति अपना इलाज निशुल्क करवा सकेंगे। इस योजना के अंतर्गत आयुष्मान भारत योजना के निजी अस्पतालों को पैकेज प्रदान किया जाएगा। जिससे राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 अनुबंधित किया जाए। इस बात की घोषणा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा 6 मई 2021 को एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई थी। सरकार द्वारा कोविड-19 के इलाज के लिए शुरू की गई योजना के अंतर्गत सिटी स्कैन दवाइयां ऑक्सीजन परामर्श शुल्क आदि प्रदान की जाएंगी।
मध्यप्रदेश के संक्रमित नागरिकों को मिला आयुष्मान भारत योजना में इलाज
जैसे कि हम सभी जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देश के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को ₹500000 तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाता है। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि मध्य प्रदेश मैं लगभग 2 करोड़ 42 लाख आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बन चुके हैं। देखा जाए तो इस संख्या के अनुसार राज्य की 88% जनसंख्या कवर हो चुकी है। इन सभी लोगों को कोरोनावायरस संक्रमण का निशुल्क इलाज प्रदान किया जाएगा। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 5 मई 2021 को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 68 निजी अस्पतालों को 3 महीने के लिए एंपैनल किया गया है।
अस्पतालों को अस्थाई रूप से एंपैनल करने का मुख्य उद्देश्य है कि निजी अस्पतालों में संक्रमित नागरिकों को निशुल्क इलाज मुहैया कराया जाए।
मध्य प्रदेश का प्रत्येक सिला अब निजी अस्पतालों में अपना इलाज कराने में सक्षम रहेगा।
मध्य प्रदेश सरकार प्रदान करेगी डायग्नोस्टिक की आर्थिक सहायता
कोरोनावायरस का इलाज होने पर संक्रमित व्यक्तियों को एडवांस डायग्नोस्टिक की आवश्यकता पड़ती है और इसके लिए लगभग 5000 रुपये का भुगतान करना पड़ता। इसी चीज को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के नागरिकों को इलाज करवाने के लिए एडवांस डायग्नोस्टिक के लिए 5000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। आयुष्मान भारत योजना को लागू होने के बाद मध्य प्रदेश में लगभग 60915 बैग उपलब्ध कराए जाएंगे। जिसमें से लगभग 27159 बेड शासकीय अस्पतालों में उपलब्ध होंगे और 3675 बेड अनुबंधित अस्पतालों में मुहैया कराए जाएंगे। इस योजना के अंतर्गत अनुबंधित निजी अस्पतालों में उपलब्ध कराए जाएंगे।
18 वर्ष तक के कोविड-19 प्रभावित बच्चों को मिलेगा 5 लाख रुपये का बीमा
हाल ही में ही ट्वीट के माध्यम से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर जी के द्वारा बताया गया है कि केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 से प्रभावित 18 वर्ष तक के सभी बच्चों को आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाएगा। संसद के मानसून सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री द्वारा बताया गया है कि इस योजना से लगभग 13 करोड़ से अधिक परिवार लाभान्वित हो सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत प्रदान जाने वाले बीमा के तहत प्रीमियम का भुगतान पीएम केयर्स के द्वारा किया जाएगा। मंत्री द्वारा बताया गया कि पीएम के द्वारा उन बच्चों को मदद प्रदान की जाएगी जिन्होंने अपने माता पिता को खोया है।
इस निर्णय के माध्यम से संकट की स्थिति में बच्चों को बच्चों को सुरक्षा कवच प्रदान किया जाएगा।
इसके बाद सभी कोरोनावायरस से प्रभावित बच्चे जिन्होंने अपने माता पिता को खोया है उन्हें किसी भी प्रकार की तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
निजी अस्पताल भी शामिल होंगे आयुष्मान भारत योजना में
प्राची डॉ केएन मिश्रा सिविल सर्जन डॉ संजीव कुमार सिन्हा और अधीक्षक डॉ मणि भूषण शर्मा द्वारा 28 जुलाई 2021 को आयोजित कार्यशाला मैं जिलों के सभी निजी नर्सिंग होम को शामिल करने का निर्णय लिया गया है। अब बिहार के सभी निजी नर्सिंग होम के संचालकों और चिकित्सकों को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत शामिल किया जाएगा ताकि गरीबों को निजी व सरकारी अस्पतालों में बिना किसी कठिनाई के लाभ प्राप्त हो सके। कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपलब्ध अधिकारियों द्वारा अस्पतालों के चिकित्सकों को शामिल करने के लिए दस्तावेजों की जानकारी प्रदान की गई।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत शामिल नर्सिंग होम को अब काफी लाभ प्रदान किया जाएगा।
और साथ ही साथ सरकार द्वारा कॉमन सर्विस सेंटर को आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बनाने की प्रक्रिया को तेज करने की सलाह दी गई।
गांव गांव में होगा आयुष्मान अभियान शुरू
जम्मू कश्मीर की स्टेट हेल्थ एजेंसी द्वारा गांव के सभी लोगों को आयुष्मान भारत योजना से जुड़े लाभ प्रदान करने हेतु आयुष्मान अभियान की शुरुआत की गई है। यह अभियान प्रत्येक जिले के प्रत्येक ब्लॉक में शुरू किया गया है। इस अभियान को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। गांव का प्रत्येक व्यक्ति इस अभियान के तहत पंजीकरण करा सकता है। सरकार द्वारा इस अभियान को 15 जुलाई को शुरू किया गया था और यह अभियान आज यानी 19 जून को खत्म होगा। स्टेट हेल्थ एजेंसी द्वारा शुरू किए गया आयुष्मान अभियान के अंतर्गत लोगों को आयुष्मान भारत योजना के लिए जागरूक किया जाता है।
इसके साथ-साथ आशा वर्कर्स लोगों को इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण कराने के लिए जागरूक करती हैं।
इस योजना के प्रति जागरूक करने का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को स्वास्थ्य और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके।
लोगों को मिला आयुष्मान भारत योजना का लाभ
जैसे की हम सभी जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देश के गरीब लोगों को मुफ्त में इलाज मुहैया कराया जाता है। अब तक इस योजना का लाभ देश के सैकड़ों लोगों को प्राप्त हो चुका है। हाल ही में विभिन्न सूत्रों के माध्यम से पता चला है कि पूर्णिया जिले में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लगभग 8646 लोगों को लाभ पहुंचाया गया है। साथ ही साथ जिला आईटी मैनेजर अजीत कुमार जी के द्वारा बताया गया है कि अब तक इस योजना के अंतर्गत 151498 लोगों को गोल्डन कार्ड मुहैया कराया जा चुका है।
अब तक इस जिले में आयुष्मान भारत योजना को काफी कामयाबी हासिल हुई है।
इस जिले में निजी अस्पतालों में भी बराबर का इलाज प्रदान किया जा रहा है।
लगभग राज्य के 1600 लोगों को सूचीबद्ध अस्पतालों में इलाज प्राप्त हुआ है।
Ayushman Bharat Yojana में हुआ 11.38 करोड़ का खर्च
जैसे कि हम सभी जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देश के गरीब लोगों को मुफ्त में इलाज मुहैया कराया जाता है। इस योजना के अंतर्गत अब तक 7879 लाभार्थियों को उपचार दिया गया है और इस उपचार पर सरकार द्वारा लगभग 11.38 करोड़ रुपए का खर्च किया गया है। इस योजना के अंतर्गत उन सभी लाभार्थियों को शामिल किया जाता है जो आर्थिक जनगणना 2011 की सूची में शामिल होते हैं। इस योजना के माध्यम से देश के बहुत से लोगों को चिकित्सा के खर्चों से राहत प्राप्त हुई है और वह आत्मनिर्भर बने हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरे लहर मैं लगभग Ayushman Bharat Yojana के अंतर्गत 45 फ़ीसदी मरीजों की बढ़ोतरी हुई है। देखा जाए तो 31 दिसंबर 2020 तक Ayushman Bharat Yojana के अंतर्गत गुरुग्राम जिले में 3466 लोगों का इलाज हुआ था लेकिन अब उसकी संख्या बढ़कर 6299 हो चुकी है। 31 दिसंबर तक पंजीकृत लाभार्थियों के इलाकों में लगभग दो करोड़ का खर्च आया था। परंतु कोरोनावायरस की दूसरी लहर के कारण पिछले छह माह में लगभग 2833 मरीजों की बढ़ोतरी हुई है और उनके इलाज पर 36000000 रुपये से ज्यादा की धनराशि खर्च की गई है।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 6 माह के आंकड़े
योजना के तहत 6 माह के आंकड़े कुछ इस प्रकार हैं:-
विषय
आंकड़े
योजना के तहत कुल कार्ड
4336
मरीजों का इलाज
2833
शासकीय अस्पतालों में इलाज
306
निजी अस्पतालों में इलाज
2513
इलाज में खर्च
30608391
निजी अस्पतालों में मरीज करवा सकेंगे इलाज
7 जुलाई 2021 को स्वास्थ्य विभाग का कामकाज संभालने वाले डॉक्टर धन सिंह रावत जी के द्वारा बताया गया कि अब राज्य के सभी निजी अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना का लाभ लोगों को प्रदान किया जा सकेगा। पहले लोगों को Ayushman Bharat Yojana के अंतर्गत काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था जिसे अब डॉ रावत ने निर्देश देकर सभी समस्याओं को दूर करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय आयुष्मान भारत योजना को एक बेहतर और प्रभावी बनाने के लिए किया गया है। इस योजना के अंतर्गत यह सुविधा प्रदान करने का मुख्य लक्ष्य है कि लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा प्रदान की जा सके।
जल्द ही उच्च स्तरीय बैठक में बुलाकर सूची में लोगों के नाम ना होने पर बाइलॉज से जुड़ी सभी परेशानियों को दूर किया जाएगा।
पदाधिकारी द्वारा घोषणा की गई है कि करो कि हम भावित तीसरे लहर को देखते हुए सभी अस्पतालों को सतर्क रहना चाहिए और निजी अस्पतालों को भी इसके सुझाव देने चाहिए।
Ayushman Bharat Yojana के तहत दंत चिकित्सा उपचार
केंद्र सरकार द्वारा आरंभ की गई आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देश के गरीब लोगों को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराया जाता है। इस योजना के अंतर्गत अब तक विभिन्न प्रकार के इलाजो को शामिल किया गया है। परंतु हाल ही में ही सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत दंत चिकित्सा को शामिल करने का निर्णय लिया गया है। जल्द ही Ayushman Bharat Yojana के अंतर्गत लोगों को दातों का इलाज प्रदान किया जाएगा। इस प्रक्रिया के बारे में भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा डेंटल हाउसिंग ऑफ इंडिया से सुझाव के लिए एक पत्र भेजा गया है।
डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा लगातार डेंटल ट्रीटमेंट को इस योजना के अंतर्गत शामिल करने के प्रयास चल रहे हैं।
ताकि आम लोगों को अपना डेंटल इलाज करवाने गए किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े।
जल्द ही डीसीआई और एनएच के द्वारा एक मीटिंग तैयार की जाएगी जिसमें डेंटल पैकेजो को लेकर काफी सुझाव दिए जाएंगे |
हमारे देश के माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के द्वारा सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर सीएपीएफ स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से देश के पुलिसकर्मियों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाएगा। सीआरपीएफ स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देश के सीआरपीएफ असम राइफल एवं राष्ट्रीय सुरक्षा बोर्ड के 28 लाख पुलिसकर्मियों को प्रदान किया जाएगा। Ayushman CAPF Health Insurance Yojana के अंतर्गत देश के पुलिसकर्मी अपना इलाज 24,000 अस्पतालों में निशुल्क करवा सकते हैं।
आयुष्मान सीएपीएफ स्वास्थ्य बीमा योजना को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत आरंभ किया गया है।
इस शुभ अवसर पर गृहमंत्री द्वारा साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के कर्मियों को स्वास्थ्य कार्ड भी उपलब्ध कराया गया है।
कार्ड उपलब्ध कराते समय हमारे गृह मंत्री द्वारा पुलिस कर्मियों को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई करने के लिए उत्साहित किया गया।
तथा उनके द्वारा सभी पुलिसकर्मियों को सफलतापूर्वक विजय प्राप्त करने पर बधाई प्रदान की गई।
PMJAY SEHAT Health Insurance Scheme
हमारे प्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा कश्मीर के नागरिकों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ प्रदान करने हेतु सेहत स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है। पहले जम्मू कश्मीर के सभी नागरिक किसी कारणवश आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे थे। इस योजना का लाभ प्रदेश के केवल छह लाख परिवारों को ही प्रदान किया जा रहा था। इसी चीज को मद्देनजर रखते हुए सरकार द्वारा इस योजना को पूरे प्रदेश के लिए आरंभ किया गया है। अब जम्मू कश्मीर के लगभग 21 लाख परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
प्रदेश केवल सबकी लोग जो आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं उठा पाए हैं उन्हें सेहत स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
SEHAT Health Insurance Scheme योजना के अंतर्गत लगभग कश्मीर के 299 सरकारी अस्पताल एवं 35 निजी अस्पताल पंजीकृत है।
प्रदेश के लोग अपना इलाज कराने के लिए देश के किसी भी एंपेनल्ड हॉस्पिटल में जा सकते हैं एवं अपना निशुल्क इलाज करा सकते हैं।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अस्पताल सूची
जैसे कि हम सब जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत देश के गरीब परिवारों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाएगा जिसका उपयोग करके वह अपना इलाज आसानी से निशुल्क करा सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत देश के गरीब परिवारों को सरकारी अस्पतालों में दाखिला एवं इलाज एकदम निशुल्क कराया जाएगा। सरकार द्वारा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के अंतर्गत 1350 पैकेज शामिल किए गए हैं जिसके तहत की नींव थेरेपी मासिक सर्जरी जीवन रक्षक इला जो को शामिल किया गया है
देश के जो इच्छुक लाभार्थी इस योजना के अंतर्गत आवेदन कराना चाहते हैं उन्हें अपने नजदीक के जन सेवा केंद्र में जाकर पंजीकरण कराना होगा
PMJAY के तहत जन सेवा केंद्र में आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनवाए जा रहे हैं
जिसका उपयोग करके आप सरकारी एवं निजी अस्पतालों में 500000 तक का मुफ्त इलाज करा सकते हैं
PMJAY Free Covid 19 Test
देश के आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति अब अपना कोविड-19 इलाज कराना चाहते हैं उन्हें अस्पताल सूची की जांच आधिकारिक वेबसाइट पर कर सकते हैं। आयुष्मान भारत योजना सरकारी अस्पतालों के साथ निजी अस्पतालों में भी निशुल्क सर्जरी उपलब्ध कराती है। इस योजना के माध्यम से अन्य बीमारियों की सर्जरी के साथ-साथ कोविड-19 का इलाज भी निशुल्क करा सकते हैं। इस योजना के शामिल सर्जरी कुछ इस प्रकार है
सरकार द्वारा इस योजना के तहत शामिल किए गए रोग निम्नलिखित है:-
कोरोनरी आर्टरी
प्रोस्टेट कैंसर
स्कल बेस सर्जरी
डबल वाल्व रिप्लेसमेंट
करॉटिड एनजीओ प्लास्टिक
पलमोनरी वाल्व रिप्लेसमेंट
Larynygopharyngectomy
टिशयु एक्सपेंडर
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत न आने वाले रोग
इस योजना के तहत ना आने वाले लोग कुछ इस प्रकार हैं:-
ड्रग रिहैबिलिटेशन
फर्टिलिटी संबंधित प्रक्रिया
कॉस्मेटिक संबंधित प्रक्रिया
ओपीडी
अंग प्रत्यारोपण
व्यक्तिगत निदान
आयुष्मान भारत योजना का कार्यान्वयन
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत देश के लोगों को सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011 के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के 8.03 करोड़ परिवार और शहरी क्षेत्र के 2.33 परिवारों को शामिल किया गया है। जिसके तहत लगभग देश के 3.07 करोड़ लाभार्थियों को आयुष्मान गोल्डन कार्ड जारी किए गए हैं। आयुष्मान गोल्डन कार्ड का उपयोग करके देश के लोग अब अपना इलाज निजी अस्पतालों में निशुल्क करा सकते हैं।
यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले अपनी पात्रता की जांच करनी होगी।
पात्रता की जांच करने हेतु आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
अगर आप अधिकारिक वेबसाइट के हिसाब से पात्र माने जाते हैं तो आपको जल्द से जल्द प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
Ayushman Bharat Yojana Benefits & Features
सरकार द्वारा शुरू की गई योजना के लाभ एवं विशेषताएं निम्नलिखित हैं:-
आयुष्मान भारत योजना को हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 14 अप्रैल 2018 को आरंभ किया गया था।
इस योजना को बाबा भीमराव अंबेडकर जयंती के शुभ अवसर के लिए गरीबों एवं पिछड़े वर्ग के परिवारों के लिए शुरू किया गया
PM-JAY के माध्यम से गरीब एवं पिछड़े वर्ग के परिवारों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाएगा।
इस योजना को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नाम से भी जाना जाता है।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत प्रदान किए जाने वाला 5 लाख रुपये का है।
इसके साथ-साथ देश के गरीब परिवारों को सरकारी एवं निजी स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।
PMJAY का लाभ देश के लगभग 10 करोड़ गरीब परिवारों को प्रदान किया जाएगा
गृह मंत्री द्वारा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सभी सशक्त पुलिस कर्मियों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने के लिए आयुष्मान सीएपीएफ स्वास्थ्य बीमा योजना को आरंभ किया गया है।
तथा जम्मू-कश्मीर के नागरिक जिन्हें प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ नहीं प्राप्त हुआ था उन्हें सेहत स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान किया जाएगा।
इस योजना के माध्यम से देश के गरीब लोग अपने बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज आसानी से निशुल्क करा सकते हैं।
देश के जो इच्छुक लाभार्थी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं उन्हें अपने नजदीकी सीएससी केंद्र में जाकर आवेदन करना होगा
इस योजना के अंतर्गत उन परिवारों को शामिल किया जाएगा जो 2011 में सूचीबद्ध है
दवाइयों की लागत चिकित्सा एवं 1350 बीमारियों का इलाज प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत प्रदान किया जाएगा
आयुष्मान भारत योजना का संचालन स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा किया गया है
PM Ayushman Bharat Yojana Important Documents
आवेदन के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज इस प्रकार हैं:-
आधार कार्ड
राशन कार्ड
निवास प्रमाण पत्र
मोबाइल नंबर
पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पात्रता की जांच करने की प्रक्रिया
योजना के तहत पात्रता की जांच करने हेतु नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:-
पात्रता की जांच करने हेतु प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
वेबसाइट पर जाते हैं आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा
इस होम पेज पर आपको Am I Eligible के विकल्प पर क्लिक करना है।
क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा
इस पेज पर आपको अपना मोबाइल नंबर एवं कैप्चा कोड दर्ज करना है।
दर्ज करने के बाद आपको Generate OTP के बटन पर क्लिक करना है
क्लिक करने के बाद आपको अपने मोबाइल में से उठी पर दर्ज करना है
इस प्रकार आप लॉग इन कर पाएंगे
लॉग इन करने के बाद आप अपने परिवार के पात्रता की जांच कर सकते हैं
इसके बाद आपको दो विकल्प दिखाई देंगे
पहले विकल्प में आपको अपना राज्य चुनना है
दूसरे विकल्प में आपको तीन श्रेणियां दिखाई देंगी जैसे राशन कार्ड मोबाइल नंबर और नाम
इन तीनों में से आप किसी एक का चयन कर सकते हैं
चयन करने के बाद आपको सबमिट के बटन पर क्लिक करना है
इसके पश्चात अगर आप ऑफलाइन माध्यम से सीएससी केंद्र में जाकर अपने पात्रता की जांच करना चाहते हैं तो आप अपने सभी दस्तावेजों के साथ वहां जा सकते हैं
वहां जाने के बाद एजेंट के पास अपने दस्तावेज जमा करके पात्रता की जांच करने को बोल सकते हैं
प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आवेदन की प्रक्रिया
देश के जो इच्छुक लाभार्थी इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आवेदन करने हेतु आपको अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र में जाना होगा
वहां जाने के बाद आपको अपने सभी दस्तावेजों का सत्यापन कराना होगा
एजेंट द्वारा आपके दस्तावेजों की जांच की जाएगी
तथा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आप को इस योजना के अंतर्गत स्वीकृत करना है कि नहीं
आप के दस्तावेजों की संपूर्ण जांच के 10 से 15 दिन के बाद आपको आयुष्मान गोल्डन कार्ड प्रदान किया जाएगा
इस प्रकार आपका आवेदन हो जाएगा
Ayushman Bharat Yojana एप डाउनलोड करने की प्रक्रिया
इस योजना की मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करने हेतु नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:-
आयुष्मान भारत योजना एप डाउनलोड करने हेतु अपने मोबाइल के प्ले स्टोर में जाए
वहां जाने के बाद आपको सर्च बॉक्स में आयुष्मान भारत योजना दर्ज करना है
दर्ज करने के बाद आपको शर्ट के बटन पर क्लिक करना है
इस प्रकार आपके सामने एक सूची खुलकर आएगी
इस सूची में से आपको सबसे ऊपर वाले विकल्प का चयन करना है।
चयन करने के बाद आपके सामने एक नया फिर खुल कर आएगा
इसे आप इंस्टॉल के बटन पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं।
PM-JAY ग्रीवेंस दर्ज करने की प्रक्रिया
देश के वह सभी व्यक्ति जो ग्रीवेंस सर्च करना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
ग्रीवेंस दर्ज करने हेतु आपको आयुष्मान भारत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है
वेबसाइट पर जाते आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा
इस होम पेज पर आपको Menu के सेक्शन में देखना है।
यहां आपको Grievance Portal के विकल्प पर क्लिक करना है
क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुलकर आएगा
इस पेज पर आपको Register Your Grievance AB-PMJAY के विकल्प पर क्लिक करना है
क्लिक करने के बाद आपके सामने ग्रीवेंस फॉर्म खुलकर आएगा।
इस फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी जैसे Grievance By, Beneficiary Details तथा Grievance Details दर्ज करना है
संपूर्ण जानकारी दर्ज करने के बाद आपको Submit के बटन पर क्लिक करना है
इस प्रकार आप ग्रीवेंस दर्ज कर पाएंगे
हॉस्पिटल ढूंढने की प्रक्रिया
वह व्यक्ति जो हॉस्पिटल ढूंढना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
हॉस्पिटल ढूंढने हेतु आपको आयुष्मान भारत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
होम पेज पर आपको Menu के सेक्शन में देखना है।
यहां आपको Find Hospital के विकल्प पर क्लिक करना है।
क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुलकर आएगा।
इस पेज पर आपसे पूछे कि सभी जानकारी दर्ज करनी है जैसे State, District, Hospital Type, Speciality, Hospital Name, Empanelment Type तथा Captcha Code
सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको सर्च के विकल्प पर क्लिक करना है।
इस प्रकार आपके सामने हॉस्पिटल सूची खुलकर आ जाएगी।
डी एंपेनल्ड हॉस्पिटल देखने की प्रक्रिया
वह सभी व्यक्ति जो डी एंपेनल्ड हॉस्पिटल देखना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
डी एंपेनल्ड हॉस्पिटल देखने हेतु आपको आयुष्मान भारत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
होम पेज पर आपको Menu के सेक्शन में देखना है।
यहां आपको De-Empaneled के विकल्प पर क्लिक करना।
क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा।
इस पेज पर आपको डी एमपैनल्ड अस्पताल की सूची प्राप्त हो जाएगी।
क्लेम एडजडिकेशन देखने की प्रक्रिया
वह सभी व्यक्ति जो क्लेम एडजडिकेशन देखना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
क्लेम एडजडिकेशन देखने हेतु आयुष्मान भारत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
होम पेज पर आपको Menu के सेक्शन में देखना है।
यहां आपको Claim Adjudication के विकल्प पर क्लिक करना है।
क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा।
इस पेज पर आपको विभिन्न प्रकार की गाइडलाइंस प्राप्त होंगी।।
आप अपनी आवश्यकता अनुसार इच्छुक विकल्प का चयन कर सकते हैं।
चयन करने के बाद आपके सामने पीडीएफ फाइल खुलकर आएगी
इस फाइल में आप संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
कोविड-19 वैक्सीनेशन हॉस्पिटल देखने की प्रक्रिया
वह सभी व्यक्ति जो कोविड-19 वैक्सीनेशन हॉस्पिटल देखना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
कोविड-19 वैक्सीनेशन हॉस्पिटल देखने हेतु आयुष्मान भारत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
होम पेज पर आपको Menu के सेक्शन में देखना है।
यहां आपको COVID Vaccination Hospital के विकल्प पर क्लिक करना है।
क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुलकर आएगा।
इस पेज पर आपको राज्य और जिले का चयन करना है।
चयन करने के बाद आपको सर्च के विकल्प पर क्लिक करना है।
क्लिक करने के बाद आपके सामने हॉस्पिटल की सूची खुलकर आ जाएगी।
कोविड-19 वैक्सीनेशन पेमेंट देखने की प्रक्रिया
वह व्यक्ति जो कोविड-19 वैक्सीनेशन पेमेंट देखना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
कोविड-19 वैक्सीनेशन पेमेंट देखने हेतु आयुष्मान भारत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
होम पेज पर आपको Menu के सेक्शन में देखना है।
यहां आपको COVID Vaccination Payment के विकल्प पर क्लिक करना है।
क्लिक करने के बाद आपके सामने दो विकल्प खुलकर आएंगे जैसे
New Payment Acknowledgement
SBI Collect Form
आपको अपनी आवश्यकता अनुसार इच्छुक विकल्प का चयन करना है।
चयन करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुलकर आएगा।
यहां आपको सीबीसीआईडी एवं ऑर्डर आईडी दर्ज करनी है।
दर्ज करने के बाद आपको सर्च के विकल्प पर क्लिक करना है।
क्लिक करने के बाद पेमेंट डीटेल्स आपकी स्क्रीन पर आ जाएंगी।
यहां आपको अपनी कैटेगरी का चयन करना है।
चयन करने के बाद आपको सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना है।
इस प्रकार संबंधित जानकारी आपके सामने आ जाएगी।
डैशबोर्ड देखने की प्रक्रिया
वह व्यक्ति जो डैशबोर्ड देखना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
डैशबोर्ड देखने हेतु आपको आयुष्मान भारत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
PM Swasthya Suraksha Yojana:- To correct regional imbalances in the availability of affordable healthcare services, the Government of India created a new scheme known as PM Swasthya Suraksha Yojana in the year 2006. Under this scheme, various medical facilities will be provided to the people of India. In this article today we will share with you all the important information related to Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana 2023 such as objective eligibility criteria, important documents, benefits, and features. Also, we will share with you all the step-by-step application procedures to avail the benefits of this scheme.
About PM Swasthya Suraksha Yojana
A new scheme has been created by the government of India to provide various medical facilities among the residents of India at a very reasonable price. The name of this scheme is Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana. Under this scheme, the imbalances in the availability of affordable healthcare facilities in the different parts of the country will be improved by the government. The main aim of launching PM Swasthya Suraksha Yojana is to augment facilities for quality medical education in the different parts of India. The scheme has been divided into two phases by the government.
In the first phase of PMSSY, the government will set up 6 institutions of AIIMS and will upgrade 13 existing government medical colleges.
In the second phase, two more AIIMS-like institutions will be set up by the government in the statess of West Bengal and Uttar Pradesh.
All interested applicants who want to know more about this scheme will have to visit the official website of PM Swasthya Suraksha Yojana.
As we all know there is an imbalance in the availability of affordable Health care facilities in the different parts of the country. And due to this situation, the people of the country are not able to take proper treatment in any part of the country. By keeping this in mind the Government of India has created a new scheme known as Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana. Under this scheme, the imbalance in the availability of affordable healthcare services will be corrected by the government of India. The main aim of launching this scheme is to provide the proper health facilities among the people of the country in any part of India.
With the help of PM Swasthya Suraksha Yojana, facilities for quality medical education in the underserved states of the country will be provided.
The main aim of launching PMSSY is to boost the facilities of quality education in India.
Better Medical Treatment For Cancer Patients
The central and state government are providing better facilities for cancer patients under the Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana. Around 90 cancer hospitals have been built in the Jhajjar district of Haryana. The main objective of building these hospitals is to enhance the capacity for the treatment of cancer patients in the country. All the generic medicines are also available at affordable prices under this scheme. The Chief Minister also congratulated the medical staff for doing a great job in providing the treatment to the patients. They also said that they are doing every possible thing to help people suffering from cancer
Components Of PMSSY
There are around two components of Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana which are as follows.
First Components
Under the first component of Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana, the government will set up 6 institutions Of AIIMS to provide better health facilities among the residents of India. These institutions will be set up in the state of Bihar, Patna, Chattisgarh, Madhya Pradesh, Orissa, Rajasthan, and Uttaranchal with a total budget of Rs. 840 crores per institution. The state has been selected on the basis of socio-economic indicators like human Development index, literacy rate, population and per capita income, and health indicators like the population to bed ratio, the prevalence rate of serious communicable disease, infant mortality rate, etc.
Each institution will contain 960 beds to provide healthcare facilities in specialty disciplines.
Other than this medical colleges will have 100 UG intake which is based on Medical Council of India norms.
The up-gradation of 13 existing government medical colleges institutions will be done under the second component of Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana. The government will upgrade this institution with an outlay of Rs. 120 crores. Out of which Rs. 100 crores will be given by the central government and Rs. 20 crores will be given by the State Government for each institution. These institutions are from several states of India. The list of 13 institutions under this scheme is as follows:-
Government Medical College, Jammu, Jammu, and Kashmir.
Government Medical College, Srinagar, Jammu, and Kashmir.
Kolkata Medical College, Kolkata, West Bengal.
Sanjay Gandhi Postgraduate Institute of Medical Sciences, Lucknow, Uttar Pradesh.
Institute of Medical Sciences, BHU, Varanasi, Uttar Pradesh.
Nizam Institute of Medical Sciences, Hyderabad, Telangana.
Sri Venkateswara Institute of Medical Sciences, Tirupati, Andhra Pradesh.
Government Medical College, Salem, Tamil Nadu.
B.J Medical College, Ahmedabad, Gujarat.
Bangalore Medical College, Bengaluru, Karnataka.
Government Medical College, Thiruvananthapuram, Kerala.
Rajendra Institute of Medical Sciences, Ranchi.
Grants Medical College and Sir JJ groups of the hospital, Mumbai, Maharashtra.
Implementation Of Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana
The implementation of Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana is divided into three phases which are as follows:-
First Phase
Under the first phase of this scheme, the major focus will be given up on the two components which are to set up six institutions like AIIMS and up-gradation of 13 existing government college institutions.
The government will set up 6 AIIMS institutions in various states like Bihar, Chhattisgarh, Madhya Pradesh, Odisha, Rajasthan, and Uttaranchal.
The states will be chosen on the basis of socio-economic indicators and health indicators.
Each of these institutions will contain a 960-bed Hospital.
Out of which 500 beds for Medical College Hospital.
300 beds are for a specialty super specialty.
100 beds for ICU and 30 beds for physical medicine and rehabilitation and 30 beds for Ayush.
In addition to this 13 existing colleges all over India will be upgraded with an outline of Rs. 120 crores.
Second Phase
Under the second phase of Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana, the government will set up two more AIMS-like institutions. These AIIMS will be built in the state of West Bengal and Uttar Pradesh. In addition to this, the government will upgrade the six medical college institutions present in the state of Punjab Himachal Pradesh Tamilnadu Maharashtra Aligarh, and Rohtak. The cost which the government will use for building AIIMS institutions is around Rs. 823 crores. Out of which Rs. 125 crores will be contributed by the central government. Six medical institutions are as follows:-
Government Medical College, Amritsar, Punjab.
Government Medical College, Tanda, Himachal Pradesh.
Government Medical College, Madurai, Tamil Nadu.
Government Medical College, Nagpur, Maharashtra.
Jawaharlal Nehru Medical College of Aligarh Muslim University, Aligarh.
Pt BD Sharma Post Graduate Institute of Medical Science Rohtak.
Third Phase
The government will upgrade the medical college institution under the third phase of Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana. The government will incur Rs. 150 crores as per institution. Out of which the central government will contribute Rs. 125 crore and the rest Rs. 25 crores will be incurred by the state government. The medical college Institutions are as follows:-
Government Medical College, Jhansi, Uttar Pradesh.
Government Medical College, Rewa, Madhya Pradesh.
Government Medical College, Gorakhpur, Uttar Pradesh.
Government Medical College, Darbhanga, Bihar.
Government Medical College, Kozhikode, Kerala.
Vijaynagar Institute of Medical Sciences, Bellary, Karnataka.
The benefit of this scheme will be provided to the residents of India.
The main aim of launching this scheme is to correct the imbalance in the availability of healthcare services.
Under the Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana, various health facilities will be provided to the residents of India.
Now people of India will be able to get treatment in the different parts of the country.
The government will set up 6 institutions like AIMS for better health facilities under PMSSY.
Also, the government will upgrade the 13 existing government medical college institutions for better quality medical education.
PM Swasthya Suraksha Yojana will work upon the two components first will be setting up AIIMS like institutions of government medical colleges.
And second, will be the up-gradation of government medical colleges.
PM Swasthya Suraksha YojanaFeatures
The features of this scheme are given below:-
A new scheme has been created by the government of India to provide better health facilities.
The name of this scheme is Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana.
This scheme was set up by the government in the year 2006.
Under this scheme, the main focus will be given upon correcting the imbalance in the availability of affordable Health care facilities.
The government will improve the affordable healthcare facilities in different parts of the country.
It will also help in augmenting facilities for quality medical education in the different states of India.
The main aim of launching PM Swasthya Suraksha Yojana is to improve the health facilities and medical education across the country.
The implementation of this scheme will be done in three phases.
The government will set up 6 institutions and upgrade 13 existing government medical college institutions under the first phase of PMSSY.
Under the second phase, the government will approve the setting up of two more institutions in the state of West Bengal and Uttar Pradesh within an estimated cost of Rs. 823 crores.
The government will upgrade the medical college institution in states like Uttar Pradesh Madhya Pradesh Bihar Kerala Karnataka under the third phase of PM Swasthya Suraksha Yojana with an estimated cost of Rs. 150 crores.
View Annual Report Of PM Swasthya Suraksha Yojana
All the applicants who want to view the annual report will have to follow the procedure given below:-
To View Annual Report, visit the Official Website of Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana.
You will land on the homepage.
On the homepage look under the section of Documents.
Ayushman Bharat Yojana List:- केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना सूची को ऑनलाइन पोर्टल पर जारी कर दिया गया है देश के जो इच्छुक नागरिक अपना नाम प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) में खोजना चाहते हैं उन्हें इस योजना की अधिकारिक वेबसाइट (pmjay.gov.in) पर जाकर अपने नाम की जांच करनी होगी। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से आयुष्मान भारत योजना लिस्ट में नाम कैसे देखें, पूरी प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। Ayushman Bharat Yojana List से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें।
Ayushman Bharat Yojana List
आयुष्मान भारत योजना लिस्ट को केंद्र सरकार द्वारा इस योजना की अधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है। इस सूची में जिन नागरिकों का नाम शामिल होगा उन्हें केंद्र सरकार द्वारा 5 रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाएगा। देश के गरीब नागरिक स्वास्थ्य बीमा का उपयोग करके अपनी बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज आसानी से करा सकते हैं। यदि आपने भी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत आवेदन किया है तथा आप अपना नाम Ayushman Bharat Yojana List मैं खोजना चाहते हैं तो आपको इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने नाम की जांच करनी होगी।
देश के लोगों को अपना नाम खोजने के लिए कहीं जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी वह घर बैठे ही इंटरनेट के माध्यम से इसकी अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना नाम खोज सकते हैं।
जिन नागरिकों नाम Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana Beneficiary List में आएगा उन्हें सरकार द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई।
इस योजना के माध्यम से देश के गरीब लोगों की मृत्यु दर में कमी आएगी
Ayushman Bharat Yojana List मैं जिन लोगों का नाम शामिल होगा अपना इलाज निशुल्क करा सकते हैं।
आयुष्मान भारत योजना लिस्ट के मुख्य तथ्य
इस योजना के तहत मुख्य तथ्य कुछ इस प्रकार है:-
योजना का नाम
Ayushman Bharat Yojana List 2024
किसके द्वारा जारी की गई
केंद्र सरकार द्वारा
आरंभ तिथि
14 अप्रैल 2018
योजना के लाभार्थी
देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग
योजना का उद्देश्य
निशुल्क स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं उपलब्ध कराना
योजना का लाभ
गंभीर बीमारी के कारण होने वाली मृत्यु में कमी आएगी
जैसे कि हम सब जानते हैं कि Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana Beneficiary List को केंद्र सरकार द्वारा ऑनलाइन जारी कर दिया गया है। इस सूची को ऑनलाइन जारी करने के निम्नलिखित उद्देश्य कुछ इस प्रकार है
प्रधानमंत्री जन आरोग्य लिस्ट को ऑनलाइन जारी करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के नागरिकों को अपना नाम देखने के लिए विभिन्न सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़े
वह घर बैठे ही इंटरनेट के माध्यम से अपना नाम इस सूची में खोज सकते हैं।
आयुष्मान भारत योजना का मुख्य उद्देश्य है के देश के गरीब नागरिको के समय की बचत हो एवं उनका पैसा बर्बाद ना हो।
Ayushman Bharat Yojana List के अंतर्गत मिलने वाले स्वास्थ्य बीमा के माध्यम से देश के गरीब नागरिक अपनी बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज निशुल्क करा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के 2874 अस्पताल सूचीबद्ध हुए
प्रदेशभर के गरीब लोगों को स्वास्थ्य देखभाल पहुंचाने हेतु केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराया जाता है ताकि वह अपना इलाज आसानी से करवा सकें। हाल ही में ही उत्तर प्रदेश के मेडिकल हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर के सचिव प्रांजल यादव के अध्यक्षता में एक ऑनलाइन मीटिंग की गई। इस मीटिंग के दौरान बताया गया कि इस योजना के तहत लोगों को गुणवत्तापूर्ण इलाज प्राप्त हो रहा है एवं प्रदेश भर के 2874 अस्पताल सूचीबुध हो चुके हैं।
आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाया जाएगा
21 अक्टूबर 2021 को नीति आयोग के सदस्य डॉ पीके पॉल द्वारा बताया गया कि केंद्र सरकार द्वारा आरंभ की गई आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाया जाएगा। इस प्रक्रिया के लिए पीएम- जय ने अन्य सरकारी योजनाओं को अपनाना शुरू कर दिया है। इस प्रक्रिया पर राज्य सरकारों ने विकास के लिए कई संभावनाओं पर विचार किया है। नीति आयोग के सदस्य द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाएगा और हेल्थ केयर पर अपना बजट बढ़ाया जाएगा। साथ ही साथ डॉक्टर द्वारा बताया गया कि वह सभी संस्थान जिन्होंने इस योजना में भाग्य नहीं लिया है उन सभी को साझेदारी करनी चाहिए।
डॉ पॉल द्वारा बताया गया कि इस योजना के तहत मौजूदा बजट 4.5 प्रतिशत है जिसे बढ़ाकर 8% करना होगा।
और साथ ही साथ ज्यादा से ज्यादा जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज में बदलने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
झारखंड के निजी अस्पतालों से प्राप्त होंगी मुफ्त दवाइयां
Ayushman Bharat Yojana List के तहत झारखंड राज्य के लोगों को जो दवाइयां सरकारी या निजी अस्पतालों में प्राप्त नहीं हुई है उन्हें व निजी मेडिकल स्टोर से मुफ्त में खरीदने में सक्षम रहेंगे। इस बात की जानकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ डॉ आर एस वर्मा जी के द्वारा प्रदान की गई। साथ ही साथ बताया गया कि झारखंड के प्रत्येक जिले में ड्रग इंस्पेक्टर के माध्यम से दवा दुकानों के साथ समझौता किया जाएगा। जिससे लोगों को अपनी आगे की दवाइयां खरीदने में कोई कठिनाई नहीं आएगी। साथ ही साथ सीईओ द्वारा बताया गया कि इस कार्यक्रम को सफलता से लागू करने के लिए सरकार ने झारखंड को चुना है जिससे वह आगे अस्पतालों को प्रोत्साहित कर सकें।
जन आरोग्य योजना के तहत झारखंड के तीन लाख परिवार जोड़े जाएंगे
झारखंड राज्य के स्वास्थ्य पर मुख्य सचिव अरुण कुमार जी के द्वारा आयुष्मान भारत योजना के तहत तीन लाख नए परिवारों को जोड़ने का निर्णय लिया गया। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा बताया गया कि फिलहाल राज्य में लगभग 57 लाख परिवारों को इस योजना का लाभ प्राप्त हो रहा है। इसके साथ ही साथ स्वास्थ्य मंत्री द्वारा एक प्रोजेक्ट भी तैयार किया जा रहा है जिसमें अन्य बीमारियों को जोड़ने का निर्णय लिया जा रहा है। उसके पश्चात हर महीने एक स्वास्थ्य सर्वे किया जाएगा जिसके तहत डॉक्टरों की पोस्टिंग के दौरान प्राथमिकता दी जाएगी। इस योजना के तहत डॉक्टरों के पोस्टिंग के लिए एक सूची तैयार की जाएगी।
वाराणसी में नए लोगों को आयुष्मान भारत योजना मैं जोड़ा जाएगा
आयुष्मान भारत योजना के तहत राज्य के 66059 लाभार्थियों को इस योजना से जोड़ा जा चुका है और अब तक लगभग 2.89 लाख गोल्डन कार्ड बनवाए जा चुके हैं। परंतु लंबे अरसे से इस योजना के तहत दायरा बढ़ाने की मांग की जा रही है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जोरों शोरों से तैयारी की जा रही है। वाराणसी में 2 अक्टूबर से आयुष्मान भारत योजना के तहत नए लोगों को जोड़ा जाएगा। अब तक इस योजना के तहत राज्य के 90 फ़ीसदी लाभार्थी परिवारों को कवर किया जा चुका है। इस प्रक्रिया के बाद उम्मीद है कि राज्य के 100 फ़ीसदी लाभार्थी इस योजना का लाभ उठाने में सक्षम रहेंगे।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का हुआ शुभारंभ
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 27 सितंबर 2021 को आयुष्मान भारत योजना डिजिटल मिशन का शुभारंभ किया गया। इस योजना के माध्यम से देश के नागरिकों को डिजिटल हेल्थ आईडी कार्ड प्रदान किया जाएगा। इस हेल्थ आईडी में व्यक्ति की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध होगी। व्यक्तियों द्वारा इस आईडी कार्ड का उपयोग करके पुराने रिकॉर्ड को देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पहले इस परियोजना को केवल कुछ ही राज्यों में आरंभ किया गया था। परंतु सरकार द्वारा अब उसे पूरे देश में लागू कर दिया गया है। इसके माध्यम से डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ को भी फायदा होगा।
गुजरात में हुआ आयुष्मान मेगा ड्राइव का शुभारंभ
23 सितंबर 2021 को गुजरात राज्य सरकार द्वारा आपके द्वार आयुष्मान मेगा ड्राइव का शुभारंभ किया गया है। इसमें गड्राइव के माध्यम से राज्य के नागरिकों को आयुष्मान भारत योजना से संबंधित सभी जानकारी प्रदान की जाएगी। सभी जानकारी प्रदान करने के साथ ही साथ अधिकारी द्वारा घर-घर जाकर उन व्यक्तियों को एनरोल भी किया जाएगा। सरकार द्वारा इस ड्राइव के माध्यम से राज्य के लगभग 8000000 परिवार को एंनरोल करने का निर्णय लिया गया है। आयुष्मान भारत योजना के तहत आवेदन करने हेतु अब लोगों को सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
सरकार द्वारा सभी व्यक्तियों का एनरोलमेंट करने की व्यवस्था तैयार की गई है।
इस ग्रुप के माध्यम से पैसे व समय दोनों की बचत होगी।
आयुष्मान भारत दिवस का आयोजन 30 अप्रैल 2021 को हुआ
केंद्र सरकार द्वारा देश के गरीब लोगों को स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं प्रदान करने हेतु आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत 31 अप्रैल 2021 को आयुष्मान भारत दिवस का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा सके। इस योजना का लाभ देश के लगभग 10 करोड लाभार्थियों को प्रदान किया जाएगा। इन 10 करोड़ भारतीयों में से आठ करोड़ भारतीय ग्रामीण क्षेत्र के हैं और बाकी के दो करोड़ लाभार्थी शहरी क्षेत्र के रहने वाले हैं।
झारखंड के 24 निजी अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा गया
झारखंड की एंपैनल कमेटी द्वारा 11 सितंबर 2021 को आयुष्मान भारत योजना के तहत 24 निजी अस्पतालों को शामिल करने का निर्णय लिया गया है। अब राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवार ₹500000 तक का इलाज निजी अस्पतालों में एकदम निशुल्क करा सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रांची जिले के छह, हजारीबाग के पांच, देवघर के तिन, पूर्वी सिंहभूम के दो, रामगढ़ के दो, सिमडेगा के दो, गोड्डा के एक, धनबाद के दो अस्पताल शामिल किए गए है। सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना के तहत शामिल निजी अस्पतालों की सूची निम्नलिखित है:-
मध्यप्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के तहत शामिल हुए डेंगू और चिकनगुनिया के इलाज
मध्यप्रदेश में अब आयुष्मान भारत योजना के तहत डेंगू और चिकनगुनिया के इलाज को शामिल करने का निर्णय लिया गया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के द्वारा कहा गया कि अब आम आदमी डेंगू और चिकनगुनिया का इलाज इस योजना के तहत एंपेनल्ड निजी अस्पतालों में करवा सकते हैं। यह निर्णय प्रदेश में डेंगू और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ते हुए देख लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि इस प्रक्रिया के नियम व नष्ट करने और फॉगिंग काम करने का मिशन मोड जारी करने के लिए एक तेजी से अभियान चलाया जाए। इस बात की घोषणा मुख्यमंत्री जी के द्वारा हाल ही में हुई टीकाकरण महा अभियान की समीक्षा में की गई।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल होंगे नए लोग
केंद्र सरकार द्वारा देश के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को प्रतिवर्ष ₹500000 तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराने हेतु आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से देश के वे सभी लोग जो आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण अपना इलाज नहीं करवा पाते हैं उन्हें आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी ताकि वह इलाज प्राप्त कर सकें। इस योजना के तहत सरकार द्वारा 2011 में हुई सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना को शामिल किया गया था। परंतु हाल ही में ही सरकार द्वारा इस योजना के तहत 2011 के बाद विभाग एवं जन्म के माध्यम से आए नए सदस्यों को भी जोड़ने का निर्णय लिया गया है।
इन लाभार्थियों को जोड़ने के लिए लोगों को जन्म प्रमाण पत्र एवं विवाह प्रमाण पत्र देना होगा।
लाभार्थियों को शामिल करने के बाद उन्हें अपना सेवा केंद्र में जाकर पहचान पत्र बनवाना होगा जिससे उन्हें निजी व सरकारी अस्पतालों में लाभ प्रदान किया जाएगा।
श्रमिकों को प्राप्त होगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ
उत्तर प्रदेश के मुख्य कार्यपालक अधिकारी संगीता सिंह द्वारा उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के पंजीकृत लाभार्थियों को आयुष्मान भारत योजना के तहत शामिल करने का निर्णय लिया गया है। राज्य के पंजीकृत श्रमिकों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। इसके लिए 6 सितंबर 2021 से जिला मुख्यालय पर विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे। यह अभियान 12 सितंबर तक चलाया जाएगा इस बीच सभी पंजीकृत श्रमिकों एवं उनके परिवार वालों को आयुष्मान कार्ड मुहैया कराई जाएंगे।
Ayushman Bharat Yojana List के तहत श्रमिकों को आरंभ करने की घोषणा यूपी के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा पूर्व में ही कर दी गई थी।
6 सितंबर से विशेष अभियान के तहत श्रमिकों और उनके परिवार वालों के गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे और उन्हें लाभान्वित किया जाएगा।
निजी अस्पतालों में क्लेम सेटलमेंट की प्रक्रिया में आएगी तेजी
केंद्र सरकार द्वारा देश स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने एवं गरीबों को बेहतर इलाज की सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया है। हाल ही में ही केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के तहत बड़े बदलाव किए गए हैं। केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के तहत प्राइवेट अस्पतालों की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए क्लेम सेटेलमेंट की प्रक्रिया को तेज करने के लिए नए मॉडल तैयार किए जा रहे हैं। जिससे निजी अस्पतालों में मरीज के बिल का भुगतान की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इन बदलावों को करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के ज्यादा से ज्यादा निजी अस्पताल इस योजना के तहत शामिल होने के लिए प्रोत्साहित हो।
Ayushman Bharat Yojana List के माध्यम से निजी अस्पतालों मैं मरीजों की संख्या बढ़ेगी और उन्हें काफी लाभ प्राप्त होगा।
साथ ही साथ देश के प्रत्येक मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाएंगे जिससे वह अपनी बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज आसानी से कर सकते हैं।
आयुष्मान भारत योजना के तहत 2 करोड़ लाभार्थी हुए लाभान्वित
केंद्र सरकार द्वारा देश के गरीब लोगों को निशुल्क इलाज मुहैया कराने हेतु शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के तहत लगभग दो करोड़ लाभार्थी को लाभ प्राप्त हो चुका है। सरकार द्वारा बताया गया है कि देश भर में आयुष्मान भारत योजना के तहत 1.99 करोड़ गरीब लोगों को अस्पताल में इलाज प्राप्त हुआ है। जिसके लिए सरकार ने 24,683 करोड रुपए की राशि का वहन किया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार पता चला है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत लगभग 16.20 करोड पात्र लाभार्थियों को सत्यापित किया गया है और उन्हें आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड से भी लाभान्वित किया जा चुका है।
इन सभी लाभार्थियों को 918 स्वास्थ्य लाभ पैकेज प्रदान किए जाएंगे जिसके तहत कोरोनावायरस का निशुल्क इलाज और टेस्ट भी शामिल होंगे।
सूत्रों के अनुसार पता चला है कि अब तक इस योजना के अंतर्गत 23000 सार्वजनिक और निजी अस्पताल शामिल हैं।
देश के बाद सभी लोग जिन्होंने इस योजना के तहत आवेदन किया है और अपने नाम की जांच करना चाहते हैं तो उन्हें जल्द से जल्द अपना नाम Ayushman Bharat Yojana List में खोजना होगा।
कोविड-19 प्रभावित 18 वर्ष के बच्चों को मिलेगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ
जैसे कि हम सभी जानते हैं हमारे देश में काफी ऐसे बच्चे हैं जिन्होंने कोरोनावायरस संक्रमण के चलते अपने माता-पिता एवं कानूनी अभिभावकों को खोया है। और ऐसे में उनका कोई कर्ताधर्ता इस दुनिया में नहीं बचा है। इसीलिए केंद्र सरकार द्वारा 18 वर्ष तक के सभी बच्चों को आयुष्मान भारत योजना के तहत शामिल करने का निर्णय लिया गया है। इस बात की जानकारी बुधवार को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर जी के द्वारा ट्वीट करके प्रदान की गई है। मंत्री द्वारा बताया गया है कि केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 से प्रभावित बच्चों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत कोरोनावायरस से प्रभावित बच्चों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
इस योजना के माध्यम से कोरोनावायरस से प्रभावित बच्चों को संकट की स्थिति में सुरक्षा कवच प्रदान किया जाएगा।
बिहार के निजी नर्सिंग होम को किया जाएगा आयुष्मान भारत योजना में शामिल
हाल ही में हुई कार्यशाला मैं डॉक्टर के एन मिश्रा सिविल सर्जन डॉ संजीव कुमार सिन्हा और अधीक्षक डॉ मणि भूषण शर्मा द्वारा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत जिलों के निजी नर्सिंग होम के संचालकों और चिकित्सकों कोई योजना के अंतर्गत शामिल करने का निर्णय लिया गया है। अब राज्य के गरीब परिवार इस योजना के अंतर्गत अपना इलाज निजी अस्पतालों में करवाने में सक्षम रहेंगे। राज्य के गरीब लोगों को अपना इलाज करवाने के लिए विभिन्न सरकारी अस्पतालों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वह अब अपने नजदीकी निजी नर्सिंग होम में जाकर मुफ्त में अपना इलाज करा सकते हैं। अधिकारियों द्वारा इस योजना के अंतर्गत निजी नर्सिंग होम को शामिल करने के लिए सभी कागजातों से संबंधित जानकारी प्रदान की गई।
अधिकारी द्वारा बताया गया कि Ayushman Bharat Yojana List में शामिल निजी नर्सिंग होम को काफी लाभ प्राप्त होगा।
इसके साथ-साथ सलाहकार ने कॉमन सर्विस सेंटर में तेजी से आयुष्मान भारत कार्ड बनाने की सलाह दी।
ताकि इस योजना का लाभ राज्य के प्रत्येक गरीब परिवार उठा सकें।
जम्मू कश्मीर के गांवों में शुरू हुआ आयुष्मान अभियान
जम्मू कश्मीर के लोगों को आयुष्मान भारत योजना के प्रति जागरूक करने के लिए स्टेट हेल्थ एजेंसी द्वारा आयुष्मान अभियान को शुरू किया गया है। इस अभियान के अंतर्गत प्रत्येक गांव के 11 ब्लॉक में लोगों को आयुष्मान भारत योजना के प्रति प्रोत्साहित किया जाएगा। और उनके अंतर्गत आयुष्मान भारत कार्ड बनवाने की उत्साह दिलाई जाएगी। यह अभियान स्टेट हेल्थ एजेंसी द्वारा 15 जुलाई 2021 को शुरू किया गया था और खत्म 19 जुलाई 2021 को होगा। इस बीच जिले में प्रत्येक परिवारों को Ayushman Bharat Yojana के प्रति जागरूक कर आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए उत्साह दिया जाएगा।
स्टेट एजेंसी के अधिकारियों के साथ-साथ आशा वर्कर भी लोगों को इस योजना के प्रति जागरूक कर पंजीकरण कराने का प्रयास कर रहे हैं।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को स्वास्थ्य और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके ताकि उन्हें स्वास्थ्य सुविधा लेने में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना ना हो।
आयुष्मान भारत योजना से लाभान्वित हुए 8646 लोग
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से देश के गरीब व्यक्तियों को ₹500000 तक का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराया जाता है। अब तक देश के काफी लोगों ने इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त किया है। परंतु हाल ही में विभिन्न सूत्रों के माध्यम से पता चला है कि पूर्णिया जिले में लगभग 8646 लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मुहैया कराया गया है। इस विषय पर जिला के आईटी मैनेजर अजीत कुमार जी के द्वारा बताया गया है कि इस योजना के अंतर्गत लगभग 151498 लोगों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराए जा चुके हैं।
ना केवल सरकारी अस्पतालों में बल्कि जिला के निजी अस्पतालों में भी लोगों को बराबर का इलाज प्राप्त हुआ है जिससे राज्य के लोग काफी खुश हैं।
सूत्रों के अनुसार पूर्णिया जिले के लगभग 1600 लोगों को सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में इलाज प्राप्त हुआ है।
संजीवनी बनी आयुष्मान भारत योजना
जैसे कि हम सभी जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के अंतर्गत देश के विभिन्न आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों ने विभिन्न प्रकार के लाभ प्राप्त किए हैं। इस योजना के अंतर्गत देश के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाती हैं और केवल उन्हीं लोगों को शामिल किया जाता है जो सामाजिक आर्थिक जनगणना 2021 की सूची के अनुसार पात्रभारती हैं। Ayushman Bharat Yojana में विभिन्न राज्यों में करोड़ों लोगों को लाभ पहुंचाया है।
यदि बात बिहार की की जाए तो अब तक इस योजना के अंतर्गत बिहार के 4320 कार्ड धारकों को इस योजना का लाभ प्राप्त हुआ है।
और इस सुविधा के लिए बिहार सरकार द्वारा लगभग 6.55 करोड रुपए का खर्च वहन किया गया है।
कोरोनावायरस संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 45 फ़ीसदी मरीजों में बढ़ोतरी हुई है और उनका इलाज हुआ है। यदि देखा जाए तो 31 दिसंबर 2020 में जिले के लगभग 3466 लोगों का इलाज हुआ था परंतु वर्ष 2021 में लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 6299 तक पहुंच गई है। पिछले वर्ष तक 3466 लोगों के इलाज में सरकार द्वारा 2 करोड़ 36 लाख रुपए का खर्च वहन किया गया था। परंतु अब इसकी संख्या बढ़कर 3 करोड़ 60 लाख तक पहुंच चुकी है।
9500 लोगों का हुआ इलाज
जैसे की हम सभी जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई अन्य योजनाओं में से आयुष्मान भारत योजना एक बहुत ही महत्वकांक्षी योजना है। इस योजना के अंतर्गत देश के सामाजिक आर्थिक जनगणना 2021 के पात्र लाभार्थियों को शामिल किया जाता है और उन्हें 500000 प्रति परिवार निशुल्क इलाज मुहैया कराया जाता है। अब तक प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत आयुष्मान कार्ड धारकों की संख्या 2.50 लाख से ऊपर है। हाल ही में ही योजना के नोडल अधिकारी डॉक्टर आरके सिंह ने बताया है कि इस योजना के अंतर्गत लगभग 9500 लोगों ने इलाज कराया है। और उनके इलाज में सरकार का 10.33 करोड़ खर्च आया है।
Ayushman Bharat Yojana List में शामिल सभी प्राइवेट अस्पताल
स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने 7 जुलाई बुधवार के दिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिए गए हैं कि मरीजों को अब राज्य के सभी निजी अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। इस निर्णय से लोगों के आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी परेशानियों को दूर किया जा सकेगा। डॉ रावत ने निजी अस्पतालों को बेहतर व प्रभावी बनाने के लिए यह सुझाव दिए हैं। अब राज्य के लोगों को इलाज व जांचों से जुड़ी सभी परेशानियों को दूर करने के लिए निजी अस्पतालों को Ayushman Bharat Yojana के अंतर्गत शामिल करने का निर्णय लिया है।
आयुष्मान भारत योजना मैं शामिल दांतों का इलाज
जैसे कि हम सभी जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा देश के गरीब लोगों को स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान करने हेतु आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा विभिन्न इलाजो को शामिल किया गया है। अब हाल ही में भारत सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत दांतों के इलाज को शामिल करने का प्रयास चल रहा है। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने दांतों के इलाज को शामिल करने के सुझाव डेंटल काउंसलिंग ऑफ इंडिया से मांगे हैं। इस सुझाव के लिए भारत सरकार के नेशनल हेल्थ अथॉरिटी द्वारा डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया को पत्र लिखा गया है।
इस पत्र में भारत सरकार ने डीसीआई से कौन-कौन से इलाज शामिल किए जाने के सुझाव मांगे हैं।
Ayushman Bharat Yojana List के अंतर्गत डेंटल इलाज के कुछ पैकेज को शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
जल्द ही डेंटल ह्यूमन रिसोर्स द्वारा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत इलाज को शामिल करने के सुझाव दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पंजीकृत लाभार्थी
PMJAY का सफलतापूर्वक कार्यान्वयन देखने हेतु राष्ट्रीय मंत्री श्री हर्षवर्धन जी के द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण का दौरा किया गया। स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार अब तक प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 1.4 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचाया जा चुका है। तथा इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए सरकार द्वारा 17,500 करोड़ रुपए का खर्च आया है। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा यह भी बताया गया है कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत प्रति मिनट 14 भर्तियां होती हैं जिसका कार्य सरकार ने लगभग 24653 अस्पतालों को सौंपा है। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा बताया गया कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 6 केंद्र प्रशासित प्रगति पर है जो कि कुछ इस प्रकार है।
अंडमान निकोबार
दादर नगर हवेली और दमन दिउ
चंडीगढ़
लद्दाख
लक्ष्यदीप
एवं पुडुचेरी
आयुष्मान भारत योजन का लाभ लगभग 1 करोड़ लाभार्थियों को
हमारे देश के प्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा ट्वीट के माध्यम से जानकारी प्रदान की गई कि अब तक आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लगभग एक करोड़ लाभार्थियों को लाभ पहुंचाया जा चुका है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एक बहुत ही कल्याणकारी योजनाओं में से एक है क्योंकि इस योजना का लाभ देश के गरीब परिवारों को केवल अपने राज्य में नहीं बल्कि पूरे देश में प्रदान किया जाएगा।
देश के जो बकाया नागरिक अभी तक इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत नहीं है उन्हें जल्द से जल्द आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आवेदन करना होगा।
आवेदन करने के बाद वह केंद्र सरकार द्वारा 500000 का स्वास्थ्य बीमा प्राप्त कर सकते हैं।
जिससे उन्हें अपनी बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज कराने में किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा
30 अप्रैल 2021 से आयोजित होगा आयुष्मण भारत दिवस
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 25 सितंबर 2018 को देश के गरीब परिवारों को ₹500000 तक का मुफ्त इलाज प्रदान करने हेतु आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से देश के प्रत्येक गरीब व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। पाली में ही हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 30 अप्रैल 2021 से आयुष्मान भारत योजना को आयुष्मान भारत दिवस के रूप में आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन के दौरान देश के कोने-कोने तक सभी लाभार्थियों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
आयुष्मान भारत आयोजन का मुख्य उद्देश्य है कि देश के करीब 10 करोड़ परिवारों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाए।
भारत के 10 करोड़ परिवारों में ग्रामीण इलाकों के आठ करोड़ परिवारों को और शहरी इलाकों के 2.33 करोड़ परिवारों को शामिल किया गया है।
Statistics Of Ayushman Bharat Yojana
इस योजना से संबंधित संख्यिकी कुछ इस प्रकार है:-
Hospitals Admitted
1,48,78,296
E-Card Issued
12,88,61,366
Hospitals Empanelled
24,082
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत उपलब्ध सुविधाएं
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत उपलब्ध सुविधाएं कुछ इस प्रकार है
बुजुर्ग रोगियों के लिए आपातकालीन चिकित्सा
मानसिक रोगी का इलाज
दांतों की देखभाल
प्रसूति के दौरान महिलाओं के लिए सुविधाएं
बच्चे के स्वास्थ्य की पूरी सुविधा
बुजुर्ग बच्चे महिला के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
प्रसूति के दौरान महिलाओं को 9000 रुपये तक की छूट।
नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं
टीवी के मरीज का इलाज
मरीज के भर्ती होने से पहले तथा बाद के इलाज के खर्च
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत रोग लिस्ट
सरकार द्वारा इस योजना के तहत रोग सूची कुछ इस प्रकार है:-
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत दवाई की लागत कैंसर दिल की बीमारी किडनी और लीवर की बीमारी चिकित्सा सर्जरी चिकित्सा और डे केयर उपचार डायबिटीज समेत 1350 बीमारियों का खर्चा सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत नागरिकों को आयुष्मान गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा जिसका उपयोग करके वह अपना इलाज देश के किसी भी अस्पताल में मुफ्त में करा सकते हैं
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाए जिससे वह अपने बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज आसानी से करा सकें
इस योजना के तहत लाभ एवं विशेषताएं कुछ इस प्रकार है:-
आयुष्मान भारत योजना लिस्ट में अपना नाम देखने के लिए लोगों को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है।
देश के नागरिक घर बैठे ही इंटरनेट का उपयोग करके अपना नाम इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लिस्ट में जिन लोगों का नाम शामिल होगा उन्हें स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी।
इस योजना का लाभ देश के सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011 में शामिल लोगों को प्रदान किया जाएगा जिसमें से ग्रामीण क्षेत्र के 8.03 करोड़ परिवार शामिल है तथा शहरी क्षेत्र के 2.33 करोड़ परिवार शामिल है।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लोग PMJAY Hospital List अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आसानी से देख सकते हैं
इस योजना के अंतर्गत निर्धारित पात्रता के अनुसार SECC डेटाबेस में उपलब्ध सभी परिवारों को शामिल किया गया है।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत केवल सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में ही अपना इलाज कराया जा सकता है।
Ayushman Bharat Yojana List Eligibility Criteria
सरकार द्वारा निर्धारित की गई पात्रता निम्नलिखित है:-
ग्रामीण क्षेत्र के लिए
ग्रामीण क्षेत्र के लिए पात्रता निम्नलिखित है:-
इस योजना का लाभ उठाने हेतु ग्रामीण क्षेत्र में नागरिक का अपना कच्चा मकान होना चाहिए
परिवार के मुखिया एक महिला होनी चाहिए।
परिवार में कोई व्यक्ति विकलांग होना चाहिए
असहाय एवं भूमिहीन होना चाहिए
परिवार का व्यक्ति मजदूरी करता हो
आयुष्मान भारत योजना में शामिल व्यक्ति बेघर भीख मांगने वाला या बंधुआ मजदूर होना चाहिए
शहरी क्षेत्र के लिए
शहरी क्षेत्र के लिए पात्रता निम्नलिखित है:-
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत व्यक्ति कूड़ा कचरा उठाते हो फेरीवाला हो मजदूर होमगार्ड की नौकरी करने वाला हो वहीं सफाई कर्मी हो टेलर हो ड्राइवर हो दुकान में काम करने वाला हो रिक्शा चलाने वाला हो होली का काम करने वाला हो पेंटर कंडक्टर मिस्त्री एवं धोबी हो।
इस योजना के अंतर्गत लोगों की मासिक आय 10000 से कम होनी चाहिए।
Ayushman Card Bimari List:- केन्द्र सरकार द्वारा देश के नागरिको को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए आयुष्मान कार्ड की सुविधा उपलब्ध करायी गई है। इस आयुष्मान कार्ड के माध्यम से नागरिको को निशुल्क इलाज के लिए 5 लाख रूपेय तक की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जा रही है। ताकि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के नागरिक अपनी बिमारी का इलाज करा सकें। आज हम अपने इस आर्टिकल मे सभी आयुष्मान कार्ड धारको को जानकारी देने जा रहे है कि आयुष्मान कार्ड से कौन कौन सी बीमारी का ईलाज हो सकता है। अगर आपका भी आयुष्मान कार्ड बना हुआ है। और भी आयुष्मान कार्ड बिमारी लिस्ट देखना चाहते है। तो इस आर्टिकल को विस्तारपूर्वक अन्त तक अवश्य पढ़े।
Ayushman Card Bimari List 2023
केन्द्र सरकार द्वारा आयुष्मान कार्ड के अन्तर्गत कई प्रकार की गम्भीर बिमारी का इलाज निशुल्क किया जा रहा है। और साथ ही अनेक प्रकार की मेडिकल सम्बन्धित सुविधाएं आयुष्मान कार्ड स्वास्थ्य पैकेज के अन्तर्गत दी जाएगी। आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत कुल 1,578 बीमारियो का इलाज किया जाएगा। भारत सरकार की ओर से जारी Health Benefit Package की नई लिस्ट (HBP 2.0) इनके नामो से लिस्ट जारी कर दी गई है।
साल 2018 मे जब आयुष्मान भारत योजना शुरू की गई थी तो उस समय कुल मिलाकर 1393 प्रकार की बिमारियो का इलाज किया जाता था। जिसे हेल्थ बेनिफिट पैकेज का नाम दिया गया था। उनको कुल 25 प्रकार की स्पेशलिटीज विभाग के अन्तर्गत रखा गया था। उन 1393 इलाज पैकेजो मे 1083 पैकेज सर्जरी सम्बन्धित थे। +309 पैकेज मेडिकल सम्बन्धित +1 पैकेज अन्य बिमारियो के लिए थे। पहली बार जारी की गई लिस्ट को ही HBP 1.0 से जाना जाता है।
Health Benefit Package (HBP) 2.0
आयुष्मान भारत योजना के दूसरे चरण की लिस्ट वर्ष 2020 मे जारी की गई है। जिसको और भी कई अनेको गम्भीर बिमारियो का इलाज हो सके। इसकी पूरी लिस्ट इसमे शामिल की गई है। इस लिस्ट मे कुल 1574 प्रकार के इलाज पैकेज शामिल है। जिनको कुल मिलाकर 24 प्रकार के स्पेशलिटीज विभागो के अन्तर्गत रखा गया है। इन्हें कुल 872 ट्रीटमेंट पैकेजो मे विभाजित किया गया है। जिसमे 872 ट्रीटमेंट पैकेज मे 612 पैकेज सर्जरी से और 260 पैकेज मेडिकल से जुड़े है। इन पैकेजो के तहत कुल 1574 प्रकार के Procedures रखे गए है। इन नई Health Benefit Packages सूची को ही संक्षेप मे HBP 2.0 कहा गया है।
Ayushman Card Bimari List PDF Download करने की प्रक्रिया
आयुष्मान योजना कार्ड मे शामिल बिमारियो की लिस्ट देखने के लिए सबसे पहले आपको इसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना है।
वेबसाइट का होम पेज आपके सामने खुलकर आएगा।
होम पेज पर आपको MENU के विकल्प पर क्लिक करना है।
इसके बाद आपको आयुष्मान कार्ड के अन्तर्गत 5 लाख तक का इलाज 1 साल मे बिल्कुल मुफ्त करा सकते है। मे दिखाई दे रहे “Health Benefit Package” पर क्लिक करना है।
अब आपको Health Benefit Package 2.0 पर क्लिक करके PDF डाउनलोड कर सकते है।
इस प्रकार आप आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत शामिल बिमारियो की लिस्ट चेक कर सकते है।
FAQs
आयुष्मान कार्ड मे कितनी बिमारिया शामिल है?
आयुष्मान कार्ड के अन्तर्गत 1574 प्रकार की बिमारिया शामिल है।
Ayushman Card मे कितने रूपेय तक का इलाज फ्री करवा सकते है?
आयुष्मान कार्ड के माध्यम से 1 साल मे 5 लाख रूपेय तक का इलाज बिल्कुल मुफ्त करवा सकते है।
आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
Ayushman Card बनवाने के लिए आवेदक भारतीय मूल निवासी होना चाहिए और आवेदक का नाम 2011 की जनगणना सूची मे होना चाहिए।
कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन | आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करें | Self Registration at cowin.gov.in | Cowin Registration For 18+ | Cowin Vaccine Registration | Vaccine Registration India |
देश में बढ़ते कोरोना वायरस की महामारी के कारण सरकार द्वारा अब Corona Vaccine Registration के दूसरे चरण की शुरुआत कर दी गई है। अब देश के 18 से 45 वर्ष के बीच के लोग 01 मई 2021 से अपने टीका लगवाने के लिए 28 अप्रैल से कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन 2022 से जुड़ी संपूर्ण जानकारी जैसे कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन कैसे कराएं, इसके लाभ क्या है, यह हमारे लिए क्यों आवश्यक है, इसका रजिस्ट्रेशन कहां कराएं एवं टीकाकरण कब से शुरू होगा स्पष्ट करने जा रहे हैं। Covid-19 Vaccine Registration at cowin.gov.in से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें।
Covid-19 Vaccine Registration
कोरोना वायरस की शुरुआत पिछले साल 2020 से चीन (वुहान) सी फूड ऑफ पोल्ट्री बाजार से हुई थी। आज यह दुनिया भर के लिए एक गंभीर मामला बन चुका है। इसी बीमारी के फैलने के कारण भारत सरकार द्वारा देशभर में लॉकडाउन जारी कर दिया गया था, और लोगों के लिए कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन लगाने की सलाह दी, जिससे अब तक देश के काफी लोग ठीक हुए हैं। तथा उसके प्रकोप के कम होते ही देश दोबारा से एक साधारण स्थिति में लौट गया था। परंतु अप्रैल 2021 में दोबारा कोविड-19 की महामारी शुरू होने के कारण सरकार द्वारा Covid-19 Vaccine Registration का दूसरा चरण आरंभ कर दिया गया है।
कोविड-19 वैक्सीन पंजीकरण के पहले चरण मैं देश के 45 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को शामिल किया गया था क्योंकि यह बीमारी 2020 में बुजुर्ग लोगों को अपना निशाना बना रही थी।
परंतु अब देशभर में कोरोना वायरस का ज्यादा असर देश के युवाओं पर हो रहा है
इसलिए सरकार द्वारा Cowin Registration For 18+ शुरू करने का निर्णय लिया गया है
सरकार द्वारा 28 अप्रैल 2021 से Covid-19 Vaccine Registrationकी शुरुआत कर दी गई है।
देश के जो इच्छुक लाभार्थी इस वैक्सीन के लिए अप्लाई करना चाहते हैं उन्हें Co-Win Portal या फिर आरोग्य सेतु एप पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा |
वैक्सीनेशन का बना रिकॉर्ड, एक करोड़ के आंकड़ों से हुआ पार
कोरोनावायरस संक्रमण की तीसरी लहर से निबटने के लिए एक युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है। इस तैयारी के दौरान भारत में शुक्रवार यानी 28 अगस्त 2021 को 1 दिन में एक करोड़ से ज्यादा खुराके दी गई। शुभ अवसर पर हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा प्रसन्नता जाहिर करते हुए ट्वीट किया गया कि आज रिकॉर्ड तोड़ वैक्सीनेशन हुआ है लगभग एक करोड़ के आंकड़े को पार कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। साथ प्रधानमंत्री द्वारा इस अभियान को सफल बनाने के लिए लोगों को बधाई दी गई। वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोनावायरस से बचने के लिए हमें वैक्सीन के साथ-साथ मास्क लगाना भी काफी जरूरी है।
सरकार द्वारा भी इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि ज्यादा से ज्यादा लोग जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाए और अपने आप को तीसरे लहर से बचाएं।
वैक्सीन के लिए लोगों को किसी भी प्रकार कप्तान करने की आवश्यकता नहीं है यह पूर्ण रूप से मुफ्त है।
भारत के 50% लोगों को वैक्सीन की पहली डोज़ लग चुकी है
जैसे कि आप सभी जानते हैं भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान को तेजी से चलाया जा रहा है। देश के मंत्रालय द्वारा बताया गया है कि भारत में 61 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं। 26 अगस्त 2021 को यानी गुरुवार के दिन लगभग 68 लाख वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। देश में अब तक 50 फ़ीसदी लोगों को वैक्सीनेशन का पहला टीका लगाया जा चुका है। जल्द ही उम्मीद है कि 12 साल के ऊपर के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाने वाली है। बच्चों को कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता पड़ेगी। शुरुआत में केवल यह वैक्सीन उन बच्चों को प्रदान की जाएगी जिन्हें कोई गंभीर बीमारी है।
NTAGI द्वारा 12 करोड़ बच्चों की लिस्ट बनाई गई है जिनको कोई गंभीर बीमारी है।
डॉक्टर अरोड़ा द्वारा बताया गया है कि 2022 की पहली तिमाही में ही बच्चों की वैक्सीन शुरू करने की उम्मीद है।
कोरोना वैक्सीन के लिए 12 से 8 हफ्ते का अंतराल रखा जाएगा
भारत की पब्लिक हेल्थ एक्सपोर्ट एसोसिएशन ने केंद्र सरकार को कोविड-19 के दो डोज लगवाने के अंतराल 12 हफ्ते से कम कर 8 हफ्ते के लिए रखने को कहा गया है। इस विषय पर हेल्थ एक्सपोर्ट द्वारा एक चिट्ठी भी लिखी गई है। इस विषय पर बात करके बताया गया है कि लगातार सामने आ रहे म्यूटेशन और संक्रमण को रोकने के लिए यह करना एकदम सही रहेगा। पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन द्वारा कहा गया है कि वेक्शन ट्रायल शुरू करने पर चार हफ्तों का अंतराल रखा गया था जो बिल्कुल कारगर साबित हुआ था। परंतु उसके बाद यह देखा गया कि समय पर आने पर उसकी प्रभाविकता बढ़ रही है और साइड इफेक्ट कम हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में 26 जुलाई से होंगे कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि वैक्सीन लगवाने के लिए लोग काफी उतावले हो रहे हैं। परंतु इसके कारण जगह-जगह काफी भीड़ उमड़ रही है। और कोरोनावायरस संक्रमण के समय लोगों को अवश्य दूरी बनाए रखना अनिवार्य हो गया है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा 26 जुलाई से कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया है। उत्तर प्रदेश राज्य के वह सभी व्यक्ति जो वैक्सीन लगवाना चाहते हैं उन्हें 26 जुलाई से कोवीन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। 26 जुलाई से ही लोगों के लिए स्लॉट बुक किए जाएंगे ताकि राज्य का प्रत्येक व्यक्ति वैक्सीन लगवा सके और दूरी का पालन भी कर सके।
12 से 18 साल के बच्चों के सितंबर में लगेगी वैक्सीन
जैसे कि हम सभी जानते हैं कोरोनावायरस संक्रमण को मध्य नजर रखते हुए देश का प्रत्येक व्यक्ति वैक्सीन लगाने के लिए प्रोत्साहित हो रहा है और अब तक देश के करोड़ों लोगों ने वैक्सीन लगवा भी ली है। परंतु 9 जुलाई 2021 में वैक्सीन प्रशासन के प्रमुख डॉ एनके अरोड़ा ने कहा है कि देश के 12 से 18 साल के बच्चों के लिए जाइडस नामक वैक्सीन सितंबर तक आ जाएगी और तभी से उनका टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। आपातकालीन उपयोग के लिए जाइडस वैक्सीन को मंजुरी हफ्तों में ही प्रदान की जा सकती है।
डॉ एनके अरोड़ा द्वारा कहा गया कि वे सभी को वैक्सीन पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
अब तक को वैक्सीन के तीन प्रशिक्षण शुरू हो चुके हैं और सितंबर के अंत तक तीसरे फेस को समाप्त किया जाएगा।
वैक्सीनेशन के लिए अब रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं
सुप्रीम कोर्ट को एक हलफनामे के तहत केंद्र सरकार ने बताया है कि अब कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के लिए ऐप पर पहले से रजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता नहीं है। देश का जो भी व्यक्ति अपने टीका लगवाना चाहता है मैं डायरेक्ट सेंट्रल जाकर रजिस्ट्रेशन करने के साथ टीका लगवा सकता है। केंद्र सरकार द्वारा घोषणा की गई है कि इस वर्ष के अंत तक 18 साल के ऊपर वाले 94 करोड़ लोगों को कॉपी कर लगाने के लिए 188 डोज़ की आवश्यकता पड़ेगी। अभी तक केवल 27.3 फ़ीसदी लोगों ने अपना पहला टीकाकरण करवाया है। वैक्सीन के लिए आप लोगों को इंटरनेट या डिजिटल डिवाइस की आवश्यकता नहीं पड़ेगी वह सीधे वैक्सीनेशन सेंटर जाकर रजिस्ट्रेशन करवाने के साथ अपना टीकाकरण करवा सकते हैं।
वैक्सीन सेंटर से ही आपका रजिस्ट्रेशन कोबेन वेबसाइट पर कर दिया जाएगा और आपको वैक्सीन लगवा दी जाएगी।
23 जून तक लगभग 32.22 करोड़ लोग कोविंद पर रजिस्टर्ड हो चुके हैं जिनमें से 19.13 करोड़ लोगों ने नॉन डिजिटल तरीके से रजिस्ट्रेशन कराया है।
वैक्सीन लगवाने में पुरुषों की संख्या बढ़ी
कोरोना संक्रमण को लेकर दिल्ली की महिलाओं की तुलना में पुरुषों अब ज्यादा सुरक्षित हो रहे हैं। राजधानी में पुरुषों ने 12 लाख से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज़ लेनी है। अब तक लगभग दिल्ली के 42.3 लाख पुरुषों को वैक्सीन लगाई गई है और वही देखा जाए तो महिलाओं की संख्या 30.5 लाख ही है। दिल्ली के 52,32,905 लोगों को अब तक को कोविडशील्ड की डोज दी गई है। वही लगभग 20,48,513 लोगों को को वैक्सीन के डोज़ लगाई गई है। इस वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के बाद साइड इफेक्ट्स के केवल 0.18% कैसी सामने आए हैं।
कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन करते समय फर्जी लिंक से रहें सावधान
हरियाणा से पुलिस प्रशासन की तरफ से विशेष एडवाइजरी देते हुए लोगों को व्हाट्सएप ईमेल या टेक्स्ट मैसेज पर प्राप्त होने वाली लिंक से सावधान रहने को बोला गया है। कुछ फ्रॉड लोग व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन करवाने का लिंक सेंड करके थग रहे हैं। इस लिंक के माध्यम लोगों से बैंक संबंधित जानकारी मांगी जा रही है जिससे वह लोग साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। यदि आप इस साइबर अपराध स्थिति में फंस जाते हैं तो आप नेशनल साइबर क्राईम रिर्पोटिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवा सकते। ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।
एसपी द्वारा बताया गया है कि काफी लोगों को फर्जी लिंक के माध्यम से बैंक से संबंधित जानकारी ली जा रही है।
फ्रॉड करने वाले व्यक्ति 24 घंटे के अंदर ही बैंक खाते को ब्लॉक कर के ठगी कर लेते हैं।
एसपी द्वारा घोषणा की गई है कि यदि आपको ऐसे किसी भी प्रकार की लिंक या मैसेज या कॉल प्राप्त होती है तो किसी भी प्रकार की जानकारी उनको साझा ना करें।
कोरोना वैक्सीनेशन के तहत आज यानी 22 जून 2021 टीकाकरण का पहला दिन था। और इस पहले दिन में ही देश में टीका लगाने का रिकॉर्ड कायम कर लिया है। आज लगभग 8000000 से अधिक लोगों को लगाई गई है। 16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के तहत आज टीकाकरण के सबसे ज्यादा खुराक लोगों को दी गई है। वैक्सीनेशन का रिकॉर्ड देखकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा खुशी जाहिर की गई है। प्रधानमंत्री द्वारा ट्वीट करके बताया गया है कि आज के रिकॉर्ड तोड़ टीकाकरण संख्या से मुझे काफी प्रशंसा हुई है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमारा देश सबसे मजबूत खड़ा हुआ है।
प्रधानमंत्री द्वारा उन सभी को बधाई दी गई जिन्होंने टीका लगवाया है और साथ-साथ सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी बधाई दी गई।
प्रधानमंत्री द्वारा कहा गया है कि फ्रंटलाइन वर्करों द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है कि देश के ज्यादा से ज्यादा नागरिकों को टीका प्राप्त हो सके।
कोरोनावायरस से संबंधित प्रधानमंत्री का बड़ा ऐलान कुछ इस प्रकार है:-
Update Covid-19 Vaccine Detail In 1st Step
हमारे प्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा कहा गया है कि देश में कम होते कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं जिसमें केंद्र सरकार विभिन्न प्रकार के अलग-अलग सुझाव दे रही है।
पीएम द्वारा कहा गया है कि 16 जनवरी से लेकर अप्रैल के अंत तक कोरोना वैक्सीन की देखरेख केंद्र सरकार द्वारा की जा रही है और हमारा देश के नागरिकों को मुफ्त वैक्सीन लगाने के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है।
21 जून 2021 में देश के हर राज्य में 18 वर्ष की उम्र के सभी नागरिकों के लिए भारत सरकार द्वारा मुफ्त व्यक्ति मुहैया कराई जाएगी। कुल वैक्सीन के उत्पादन का 75% हिस्सा भारत सरकार द्वारा खरीद कर राज्य सरकारों को दिया जाएगा।
पीएम मोदी द्वारा कहा गया है कि राज्य सरकारों द्वारा वैक्सीन पर कोई खर्च नहीं करना होगा। अब देश के करोड़ों लोगों को मुफ्त वैक्सीन प्रदान की जाएगी।
बन रही वैक्सीन में से 25% हिस्सा प्राइवेट अस्पतालों को दिया जाता है और यह व्यवस्था अब भी जारी रहेगी।
प्रधानमंत्री द्वारा कहा गया है कि जो लोग वैक्सीन को लेकर अफवाहें फैला रहे हैं वह अपने भाई बहनों के जीवन के साथ बड़ा खिलवाड़ कर रहे हैं ऐसी अफवाहों से लोगों को सतर्क रहना चाहिए।
Detail In 2nd Step
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा कहा गया कि यह बीते 100 वर्षों में सबसे बड़ी महामारी है। इतनी बड़ी वैश्विक महामारी भारत के इतिहास में पहली बार देखी गई है। लोगों को विभिन्न मात्रा में मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत महसूस हो रही है और इस जरूरत को पूरा करने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है।
पीएम द्वारा कहा गया कि आज पूरे देश में वैक्सीन के लिए जो मांग है उसके तुलना में वैक्सीन का उत्पादन बहुत कम है। जिस हिसाब से देश में टीकाकरण चल रहा है उस हिसाब से देश को शत-प्रतिशत टीकाकरण का व्रत हासिल करने में 40 साल लग जाते। इसीलिए 5 वर्षों में टीकाकरण की कवरेज को बढ़ाकर 90% कर दिया गया है।
अब तक देश के 23 करोड़ लोगों से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। आने वाले दिनों में वैक्सीन की सप्लाई और ज्यादा बढ़ने वाली है। सात कंपनियां विभिन्न प्रकार की वैक्सीन का प्रोडक्शन कर रही है और तीन और वैक्सीन का ट्रायल भी एडवांस में चल रहा है।
कोविशील्ड की सुरक्षा की अवधि
जैसे की हम सभी जानते हैं कि भारत में अब तक 21 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है और अभी एक बड़ी आबादी को वैक्सिंग लगाना बाकी रह गया है। परंतु लोगों के मन में यह सवाल आ रहा है कि को कोविशील्ड की सुरक्षा की अवधि कितनी होगी। ऐसे में डॉक्टर कैथरीन ओब्रायन के द्वारा कहा गया है कि लगभग 2 हफ्ते बाद ही पहली डोज़ की एक अच्छी इम्यूनिटी तैयार हो पाती है। एवं इसकी दूसरी डोज़ के बाद इम्यूनिटी बहुत हद तक मजबूत हो जाती है। परंतु वैज्ञानिकों द्वारा कहा गया है कि वैक्सीन की इम्युनिटी कितनी देर तक बनी रहेगी इसका कोई ठोस सबूत नहीं है। हालांकी बात फाइज़र और मॉडर्ना वैक्सीन की करे तो दो डोज़ लेने के कम से कम 6 महीने तक यह प्रभावी रहती है।
यदि बात भारत की करी जाए तो कोविशील्ड की जो वैक्सीन दी जा रही है उससे 1 साल तक इम्यूनिटी मजबूत रहने की उम्मीद है।
एवं डॉक्टर कैथरीन द्वारा कहा गया है की ऑक्सफोर्ड की ChAdOx1 वैक्सीन 1 साल तक इम्यूनिटी बनाए रखती हैं।
वैज्ञानिकों द्वारा कहा जा रहा है कि वैक्सीन की तीसरी दोस्त जिसे वेरिएंट के नाम से जाना जाता है।
जो भी लोग कोविड-19 से उभर चुके हैं एवं वैक्सीन के दो दोष ले चुके हैं उन्हें वेरिएंट की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
भारतीय डाक विभाग द्वारा कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन
देश के जो भी इच्छुक लाभार्थी कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं उन्हें बता दें कि आप लोग पोस्ट ऑफिस यानी भारतीय डाक विभाग द्वारा भी कोरोना टीकाकरण का रजिस्ट्रेशन आसानी से करा सकते हैं। वह सभी लोग जिनके पास स्मार्टफोन उपलब्ध नहीं है उन्हें अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस जाने की आवश्यकता पड़ेगी। ग्रामीण क्षेत्र के काफी लोग ऐसे हैं जिनके पास स्मार्टफोन उपलब्ध नहीं होता ऐसे में भारतीय डाक विभाग द्वारा यह सुविधा शुरू की गई है। अब भारतीय डाक विभाग जरूरतमंद लोगों का कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन आरंभ कर दिया गया है।
पोस्ट ऑफिस द्वारा रजिस्ट्रेशन कराने के बाद टिका राज्य सरकार की तरफ से लगाया जाएगा।
जिन लोगों के पास स्मार्टफोन उपलब्ध है कोविन से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
परंतु जो लोग को कोविन ऐप का इस्तेमाल ठीक से नहीं कर पा रहे हैं वह अपने नजदीकी डाक विभाग जा सकते हैं।
स्लॉट की बुकिंग अब घर बैठे ही उपलब्ध
4 मई को दिल्ली के आईटीआई के दो छात्र नामक राजपाल और पारस मेहन द्वारा एक बॉट तैयार किया गया है। यह बॉट यूजर्स को कोविन ऐप के माध्यम से एक अलर्ट भेजता है। जिसके माध्यम से लोगों को वैक्सीन के लिए स्लॉट की सफलतापूर्वक बुकिंग प्राप्त होती है। इस बॉट में अब तक 60000 से ज्यादा यूजर्स आ चुके हैं। हम सभी जानते हैं कि आजकल लोगों को स्लॉट बुक कराने के लिए काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है परंतु इस बॉट के माध्यम से अब लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी लोगों को अब घर बैठे ही स्लॉट बुक होने पर अलर्ट प्राप्त हो जाएगा।
मध्यप्रदेश में बिना रजिस्ट्रेशन के भी लगाया जाएगा टीका
हाल ही में हुई समीक्षा बैठक के दौरान मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के ऊपर एक अहम फैसला लिया गया है। अब राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए पहले से रजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता नहीं है। ग्रामीण क्षेत्र के लोग अब सीधा केंद्र में जाकर वैक्सीन ले सकते हैं। एवं शहरी क्षेत्र में यदि शाम 4 बजे के बाद वैक्सीन बच जाती है तो लोग आसानी से बिना रजिस्ट्रेशन कराए लगवा सकते हैं।
इसके साथ-साथ सरकार द्वारा कहा गया है कि अब राज्य में वैक्सीन लगवाने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है।
राज्य के लोग ऑफलाइन डोज़ लगवाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस एवं वोटर आईडी कार्ड का भी उपयोग कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोना टीकाकरण अभियान 1 जून से लागू
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा बताया गया है कि 1 जून 2021 से राज्य में कोरोना टीकाकरण अभियान लागू किया जाएगा। इस अभियान की पूरी तैयारी न्यायिक अधिकारियों एवं मीडिया कर्मियों के द्वारा कर ली गई है। अधिकारियों द्वारा प्रत्येक जिले में कैंप लगाया जाएगा जिससे जिला का प्रत्येक व्यक्ति लाभान्वित होगा। हाली में उत्तर प्रदेश के गिने चुने ज़िले जैसे लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, कानपुर, आगरा, वाराणसी, प्रयागराज समेत 23 जिलों में टीकाकरण का अभियान जारी है। इसकी चलते उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड संख्या के माध्यम से पता चला है कि कोविड-19 की तीव्रता में दिन-ब-दिन कमी आती जा रही है। देखा जाए तो नए केस की पुष्टि में लगातार गिरावट नजर आई है।
सरकार द्वारा बताया गया है कि उत्तर प्रदेश का रिकवरी दर 93.2 फ़ीसदी हो गया है।
30 अप्रैल को लगभग 100 सैंपल में से 14.1 फ़ीसदी सैंपल पॉजिटिव आए थे। जो अब केवल 2.1 फ़ीसदी रह गए हैं।
यदि आप भी कोरोना टीकाकरण कराना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
इसके लिए आप cowin.gov.in की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
Took my first dose of the COVID-19 vaccine at AIIMS.
Remarkable how our doctors and scientists have worked in quick time to strengthen the global fight against COVID-19.
I appeal to all those who are eligible to take the vaccine. Together, let us make India COVID-19 free! pic.twitter.com/5z5cvAoMrv
जैसे कि हम सब जानते हैं भारत बायोटेक द्वारा पिछले साल 5 से 18 साल वर्ष के बच्चों के लिए वैक्सीन के ट्रायल की अनुमति मांगी थी तब सेंट्रल ड्रग रेगुलेटर द्वारा उनकी अनुमति को रद्द कर दिया गया था। परंतु नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पाल जी के द्वारा 2 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए को वैक्सीन का ट्रायल शुरू करने की अनुमति दे दी है। उनके द्वारा कहा गया है कि 10 से 12 दिन के अंदर 2 से 18 वर्ष के बच्चों का ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा। यह अनुमति केवल आपातकालीन उपयोग के लिए ही दी गई है। डॉ वीके पॉल जी के द्वारा कहा गया है कि बच्चों को केवल कोविड ड्रग 2 डीजी ही प्रदान की जाएगी। इस दो डीजी ड्रग का निर्माण DRDO द्वारा किया गया है।
DRDO का कहना है कि यह ड्रग कोरोनावायरस को बढ़ने से रोकता है इससे मरीज की ऑक्सीजन कम होती है एवं रिकवरी जल्दी होती है।
साथ-साथ स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कहा गया है कि कोरोना केसेस में लगभग 27% गिरावट देखी गई है।
22 करोड़ आवेदन कोरोना टीकाकरण के लिए
नेशनल कोविन डाटा से पता चला है कि कोरोना टीकाकरण के लिए अब तक 22 करोड़ रजिस्ट्रेशन पूर्ण हो चुके हैं और लगभग 18 करोड़ लोगों को कोवैक्सीन और कोविड शीलड की डोज़ लगाई जा चुकी हैं। इन लोगों में से लगभग 14 करोड़ लोगों को पहले खुराक मिल चुकी है और बाकी के 4 करोड़ लोगों को दूसरी खुराक का इंतजार है। भारत की बात की जाए तो देश में को वैक्सीन टीकाकरण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। अब तक 45 से 60 वर्ष के आयु वाले वर्ग के लोगों को को वैक्सीन का टीका लगाया गया है। सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि महिला व पुरुष में टीकाकरण की रफ्तार एक जैसी है परंतु 60 वर्ष से ऊपर वाले लोगों के टीकाकरण की रफ्तार तेज हुई है।
अब तक सबसे ज्यादा टीकाकरण महाराष्ट्र में लगाए गए हैं।
टीकाकरण में 18 से 44 साल के बीच लोगों का आंकड़ा लगभग 7 करोड़ 85 लाख है,
जबकि 45 वर्ष से अधिक आयु वालों का टीकाकरण 13 करोड़ 84 लाख है।
कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन की संख्यिकी
इस योजना के तहत संख्यिकी कुछ इस प्रकार है:-
राज्य
कुल आवेदन
महाराष्ट्र
2 करोड़
गुजरात
1 करोड़ 50 लाख
कर्नाटक
1 करोड़ 15 लाख
राजस्थान
1 करोड़ 54 लाख
उत्तर प्रदेश
1 करोड़ 52 लाख
बंगाल
1 करोड़ 27 लाख
मध्य प्रदेश
92 लाख
केरल
85 लाख
तमिल नाडु
71 लाख
उड़ीसा
67 लाख
तेलंगाना
55 लाख
दिल्ली
47 लाख
बिहार
91 लाख
असम
34 लाख
छत्तीसगढ़
61 लाख
कोरोनावैक्सीन रजिस्ट्रेशन के मुख्य तथ्य
इस योजना के तहत मुख्य तथ्य कुछ इस प्रकार है:-
आर्टिकल का विषय
कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन 2022
किसके द्वारा आरंभ किया गया
भारत सरकार द्वारा
पंजीकरण कब से शुरू होंगे
28 अप्रैल 2021
टीकाकरण की तिथि
1 मई 2021
लाभार्थी
देश के 18 वर्ष से 45 वर्ष के लोग
उद्देश्य
देश के लोगों को कोरोना महामारी से बचाना
लाभ
टीकाकरण के बाद लोग कोरोनावायरस से बिना डरे जिंदगी यापन करेंगे
जैसे कि हम सब जानते हैं कोविड-19 एक ऐसी बीमारी है जिससे अब तक दुनिया भर के लोग जूझ रहे हैं और ऐसे में भारत के द्वारा एक वैक्सिंग का निर्माण किया गया है जिससे काफी लोगों में सुधार पैदा हुआ है और वह फिर से अपनी साधारण जिंदगी यापन कर रहे हैं। परंतु अप्रैल 2021 में कोरोना वायरस का प्रकोप दोबारा से आ गया है इसलिए सरकार द्वारा कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन को 18 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों के लिए जारी कर दिया गया है। अब देश का कोई भी व्यक्ति घर बैठे ही इंटरनेट के माध्यम से आज से वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन कर सकता है |
Cowin Vaccine Registration के लिए आपको कहीं जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी आप घर बैठे ही इंटरनेट का उपयोग करके आसानी से आवेदन कर सकते हैं
यदि आप इस वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करा लेते हैं तो आप बिना डरे अपना जीवन यापन कर सकते हैं।
इसके साथ-साथ आप कोरोनावायरस जैसी खतरनाक बीमारी से दूर रह सकेंगे।
कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन 2022
सरकार द्वारा 28 अप्रैल 2021 से कोरोना वायरस के दूसरे चरण को आरंभ कर दिया गया है। इसके तहत देश के 18 से 45 वर्ष के लोग Corona Vaccine Registration कर सकते हैं। इसके पहले चरण में 45 साल से अधिक आयु वालों के टीकाकरण हुआ है। परंतु इस महामारी को देखते हुए सरकार द्वारा इस टीकाकरण को देश के जवानों के लिए भी आरंभ कर दिया गया है। इस सुविधा के लिए आपको केंद्र में जाकर आवेदन करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आप घर पर ही आराम से कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन 2022 कर सकते हैं
लोग घर बैठे ही इंटरनेट का उपयोग करके कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
इसके लिए सबसे पहले लोगों को Cowin App की आधिकारिक वेबसाइट या Co-Win Portal पर जाने की आवश्यकता पड़ेगी।
वहां जाने के बाद आप आसानी से आवेदन करा सकेंगे
इसके साथ-साथ अब लोग घर बैठे ही Aarogya Setu App से भी आवेदन कर सकते हैं।
देश के 14.77 करोड़ लोग टीकाकरण से हुए लाभान्वित
जैसे की हम सब जानते हैं कि सरकार द्वारा 16 जनवरी 2021 से कोरोना टीकाकरण की शुरुआत की गई थी। जिसके तहत देश के लगभग 14.77 करोड़ लोग लाभान्वित हुए हैं। इस टीकाकरण के बाद लोगों के अंदर से कोरोना वायरस को लेकर डर को समाप्त किया गया है एवं उन्हें अब कोरोना वायरस बीमारी के होने का किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। Covid 19 बीमारी से बचने के लिए यदि आप ही एक कदम उठाना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के अंतर्गत आवेदन कराना होगा। इसके तहत आवेदन की प्रक्रिया हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से स्पष्ट करेंगे।
रिपोर्ट के माध्यम से पता चला है कि अब तक 24 लाख से ज्यादा खुराक लगाई जा चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कहा गया कि मंगलवार रात 8 बजे से लगभग 14 करोड़ 77 लाख 27 हजार 54 खुराक़ में बांटी जा चुकी हैं।
1 मई 2021 से लोगों के टीकाकरण की शुरुआत की जाएगी
Covid-19 Vaccine Registration को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के प्रति व्यक्ति को वैक्सीन लग सके ताकि इस महामारी से लोग बच सकें।
Vaccine Registration India
भारत में कोरोनावायरस के खिलाफ जंग के लिए सरकार द्वारा Vaccine Registration India मैं आरंभ करने का निर्णय लिया गया है। अब देश के 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग टीका लगवाने के लिए 28 अप्रैल 2021 से आवेदन शुरू कर सकते हैं। आवेदन करने के बाद एक मई 2021 से टीकाकरण की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। आपको बता दें कि इस टीकाकरण की प्रक्रिया को सरकारी स्वास्थ्य केंद्र एवं निजी अस्पतालों में अंजाम दिया जाएगा
यदि आपने अभी तक Cowin Vaccine Registration नहीं कराया है तो जल्द से जल्द आप गोविंद की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करा सकते हैं।
इसके साथ-साथ आप आरोग्य सेतु एप पर भी अपने आवेदन की प्रक्रिया को अंजाम दे सकते हैं
आवेदन कम होने के बाद आपको 1 मई से टीकाकरण की तिथि प्रदान की जाएगी
उसी दिन आप अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीकाकरण करा सकते हैं।
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक और सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा Covid 19 टीके की कीमत अलग-अलग निर्धारित की गई है। जो कि कुछ इस प्रकार है
भारत बायोटेक द्वारा
भारत बायोटेक द्वारा डोज़ की कीमत कुछ इस प्रकार है:-
वर्ग
कीमत
राज्य सरकार
600 रुपये प्रति डोज
निजी अस्पताल
12,00 रुपये प्रति डोज
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा
सीरम इंस्टिट्यूट द्वारा डोज़ की कीमत कुछ इस प्रकार है:-
वर्ग
कीमत
राज्य सरकार
400 रुपये
निजी अस्पताल
600 रुपये
Registration for 18 plus to begin on https://t.co/S3pUooMbXX, Aarogya Setu App & UMANG App at 4 PM on 28th April. Appointments at State Govt centers & Private centers depending on how many vaccination centers are ready on 1st May for Vaccination of 18 plus. #LargestVaccineDrive
सरकार द्वारा कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए 18 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों के लिए कोरोना टीकाकरण को अनिवार्य कर दिया गया है। अब देश के 18 वर्ष से अधिक वाले लोगों को जल्द से जल्द कोविड-19 वैक्सीन के लिए आवेदन करना होगा। इस वैक्सीन के लिए खास बात यह है कि लोग स्वयं पंजीकरण कर सकते हैं। Covid 19 Vaccine Registration के लिए लोगों को कोविन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
Cowin Registration for 18+ सरकार द्वारा जारी कर दिए गए हैं
अब लोग घर बैठे ही इंटरनेट के माध्यम से करा सकते हैं
इसके लिए आपको कहीं जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी आप केवल Cowin की अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं
Self Registration at cowin.gov.in
वह व्यक्ति जो सेल्फ रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन करने हेतु आपको Cowin की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है