Mukhyamantri Nishulk Dava Yojana: हमारे देश में अधिकतर ऐसे नागरिक है जो बीमार होने पर भी दवाई खरीदने में सक्षम नहीं होते हैं क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होती हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए देश के सभी नागरिकों के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है। इन योजना के माध्यम से निशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराई जाती है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए राजस्थान सरकार ने ऐसी ही एक योजना को शुरू किया है। जिसका नाम मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना है। इस योजना के माध्यम से राजस्थान के नागरिकों को निशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराई जाएगी।
आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से Mukhyamantri Nishulk Dava Yojana 2024 से संबंधित संपूर्ण जानकारी जैसे इसके उद्देश्य, विशेषताएं, लाभ, पात्रता एवं आवश्यक दस्तावेज आदि। इसके लिए आपको यह आर्टिकल ध्यान पूर्वक पढ़ना होगा ताकि आप भी निशुल्क दवा योजना के अंतर्गत आवेदन कर इसका लाभ प्राप्त कर सकें।
Mukhyamantri Nishulk Dava Yojana
Mukhyamantri Nishulk Dava Yojana का शुभारंभ राजस्थान के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा किया गया है। राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना को 2 अक्टूबर 2011 को आरंभ किया गया था। इस योजना के माध्यम से सभी अंतरंग एवं बहिरंग रोगियों को राजकीय चिकित्सा में आने पर आवश्यक दवा सूची में सम्मिलित दवाइयां निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। सभी चिकित्सा संस्थानों में इस योजना के अंतर्गत दवा वितरण करने के लिए जिला मुख्यालय पर 40 जिला औषधि भंडार ग्रह स्थापित किए गए हैं। निशुल्क दवा योजना की सूची में 713 प्रकार की दवाइयां, 181 सर्जिकल एवं 77 सूचर्स को सम्मिलित किया गया है।
Nishulk Dava Yojana में लगभग 917 औषधियां निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन का गठन केंद्रीय एजेंसी के रूप में चिकित्सा विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के लिए औषधि सर्जिकल एवं सूचर्स के क्रय हेतु किया गया है और आपातकालीन मरीजों के लिए 24 घंटे दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी।
राजस्थान निशुल्क दवा योजना का प्रमुख उदेश्य राज्य के नागरीकों को स्वास्थ्य रक्षा हेतु निशुल्क दावा उपलब्ध कराना है। जिस से राज्य के आर्थिक व कामजोर वर्ग के नागरिकों को योजना का लाभ प्राप्त हो सके। इस योजना के अंतर्गत राजकीय चिकित्सालय में आने वाले सभी अतरंग व बहिरंग लोगों को आवश्यक दवा सूची में सम्मिलित दवाई निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। निशुल्क दवा से राज्य के लोगों के स्वास्थ्य में सुधार आएगा। अब Nishulk Dava Yojana के माध्यम से गरीब लोगों को बीमारी से जूझना नहीं पड़ेगा और नागरिकों के जीवन में स्तर में भी सुधार आएगा। मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के माध्यम से 24 घंटे दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। जिससे कोई भी जरूरतमंद नागरिक दवा से वंचित नहीं रहेगा।
Mukhyamantri Nishulk Dava Yojana राजस्थान के लाभ एवं विशेषताएं
मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना का शुभारंभ राजस्थान के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा किया गया है।
राजकीय चिकित्सालय में आने वाले सभी अंतरंग एवं बहिरंग रोगियों को निशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराई जाएगी।
राजस्थान सरकार द्वारा इस योजना को 2 अक्टूबर 2011 आरंभ किया गया था।
Mukhyamantri Nishulk Dava Yojana के अंतर्गत सभी चिकित्सा संस्थानों में दवा वितरण करने के लिए जिला मुख्यालय पर 40 जिला औषधि भंडार ग्रह स्थापित किए गए हैं।
इस योजना के माध्यम से लगभग 973 औषधिया निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना की दवा सूची में 713 प्रकार की दवाइयां 181 सर्जिकल एवं 77 सूचक को सम्मिलित किया गया है।
यदि किसी कारणवश चिकित्सालय में दवाइयों उपलब्ध नहीं होती है। तो ऐसी स्थिति मे राज्य चिकित्सालय की मांग के अनुसार दवाइयां उपलब्ध कराई जाएगी।
आउटडोर मरीज रोगियों के लिए दवा वितरण केंद्र ओपीडी के समय अनुसार सुनिश्चित किया जाएगा।
इंडोर एवं आपातकालीन मरीजों के लिए 24 घंटे दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी।
राजस्थान निशुल्क दवा योजनाकी वित्तीय प्रगति सूची (Financial Progress List of RajasthanNishulk Dava Yojana)
योजना प्रतिवर्ष
2021-2022
राज्य निधि प्रावधान
790 करोड़
केंद्रीय सहायक प्रावधान
360 करोड़
योग प्रावधान
1150 करोड़
राज्य निधि (व्यय)
377.49 करोड़
केंद्रीय सहायक (व्यय)
116.17 करोड़
योग(व्यय)
493.66 करोड़
मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना 2021-22 के लिए 600 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया था जिसमें से 60% केंद्र सरकार और 40% राज्य सरकार द्वारा बचत तैयार किया गया है।
राजस्थान निशुल्क दवा योजना का लाभ कैसे प्राप्त करें
आप राजस्थान के किसी भी शहर, तहसील, गांव आदि पर निशुल्क दवाई प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर बीमारी हेतु इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाना होगा। डॉक्टर के द्वारा लिखी गई सभी दवाइयां आपको अस्पताल के माध्यम से ही निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। निशुल्क दवाइयां प्राप्त करने के लिए आपको किसी प्रकार के आवेदन की आवश्यकता नहीं होगी। इसका लाभ उठाने के लिए आपको केवल राजस्थान का मूल निवासी का होना चाहिए।
Nishulk Dava Yojana के लिए पात्रता
मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक को राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए।
आवेदक को अंतरंग एवं बहिरंग रोगियों में शामिल होना चाहिए।
मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के लिए के आवश्यक दस्तावेज
आधार कार्ड
आयु प्रमाण पत्र
आय प्रमाण पत्र
निवास प्रमाण पत्र
मोबाइल नंबर
शुल्क की रसीद
ईमेल आईडी
पासपोर्ट साइज फोटो
Mukhyamantri Nishulk Dava Yojana के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया
सबसे पहले आपको नजदीकी चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यालय में जाना होगा|
अब आपको वहां से मुख्यमंत्री निशुल्क दवा आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा|
इसके बाद आपको आवेदन पत्र मैं पूछी गई सभी जानकारियों को ध्यान पूर्वक दर्ज करना होगा|
आवेदन पत्र मैं आपसे पूछा जाएगा कि आपका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि|
यह सभी जानकारी ध्यानपूर्वक दर्ज करने के बाद अपने सभी जरूरी दस्तावेजों को आवेदन पत्र के साथ अटैच करें|
इसके बाद आपको यह आवेदन पत्र कार्यालय में जमा करना होगा|
इस प्रकार आप मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं|
Ghar Ghar Aushadhi Yojana Rajasthan:- राजस्थान के 1 करोड़ 26 लाख परिवारों को औषधीय पौधे उपलब्ध कराने हेतु राजस्थान सरकार द्वारा घर-घर औषधि योजना का शुभारंभ 1 अगस्त 2021 को किया गया। इस योजना के अंतर्गत राज्य के प्रत्येक परिवारों को 8-8 औषधीय पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे जिससे परिवार के सदस्यों की इम्युनिटी पावर बढ़ेगी और वह बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त कर सकेंगे। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से घर-घर औषधि योजना 2023 से जुड़ी संपूर्ण जानकारी जैसे उद्देश्य लाभ विशेषताएं पात्रता एवं आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। Ghar Ghar Aushadhi Yojana से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें।
Ghar Ghar Aushadhi Yojana Rajasthan
राज्य सरकार द्वारा राज्य के प्रत्येक परिवार को औषधीय पौधे उपलब्ध कराने हेतु घर-घर औषधि योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से राज्य के प्रत्येक परिवार को तुलसी गिलोय कालमेघ और अश्वगंधा के दो दो पौधे निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे। राजस्थान घर-घर औषधि योजना के अंतर्गत प्रदान किए जाने वाले पौधे प्रत्येक परिवार को 5 साल तक मुहैया कराए जाएंगे। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों इम्यूनिटी पावर को बढ़ाया जा सके और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य उपलब्ध कराई जा सके। इस योजना का शुभारंभ राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा रविवार को एक वर्चुअल मीटिंग के दौरान किया गया।
इस योजना के माध्यम से प्रत्येक परिवार को तीन बार 8-8 पौधे निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
कोरोनावायरस संक्रमण के दौरान यह पेड़ लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने के काम आएंगे।
Ghar Ghar Aushadhi Yojana पर आधारित एक फिल्म का प्रदर्शन होगा और प्रचार सामग्री का विमोचन किया जाएगा।
इस योजना से राज्य के लगभग एक करोड़ 26 लाख परिवार लाभान्वित होंगे।
प्रदेशवासियों से अपील है कि ‘घर-घर औषधि योजना’ के तहत दिए जाने वाले पौधों को वे अपने घरों या अन्य किसी उचित स्थान पर लगाएं और दूसरे लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें: CM @ashokgehlot51pic.twitter.com/pTAABwgUtK
जैसे के हम सभी जानते हैं हमारे देश में कोरोनावायरस संक्रमण के प्रभाव के बाद लोगों को इम्यूनिटी बढ़ाने वाले आयुर्वेदिक औषधियों पौधों की आवश्यकता पड़ रही है। और ऐसे में लोग जगह-जगह इन पौधों को ढूंढ रहे हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार द्वारा घर-घर औषधि योजना का शुभारंभ 1 अगस्त 2021 को किया गया। इस योजना के माध्यम से राज्य के प्रत्येक परिवारों को तुलसी गिलोय काल में और अश्वगंधा के दो-दो पौधे मुफ्त में वितरित किए जाएंगे। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि राज्य के लोगों की इम्युनिटी को बढ़ाया जा सके और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य उपलब्ध कराया जा सके।
इस योजना के माध्यम से राज्य के लोग इन पौधों के कारण एक अच्छा वातावरण प्राप्त कर सकेंगे।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को एक बेहतर जिंदगी प्रदान की जा सके।
सरकार द्वारा शुरू की गई Rajasthan Ghar Ghar Aushadhi Yojana के जरिए औषधि पौधों का संरक्षण और संवर्धन किया जाएगा।
Implementation Of Ghar-Ghar Aushadhi Yojana
इस योजना के तहत कार्यान्वयन प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है:-
इस योजना के तहत सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए राज्य सरकार के कई विभाग योगदान दे रहे हैं।
साथ ही साथ नोडल विभाग जमीनी स्तर पर उचित कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों से उनके संबंधित विभाग कलेक्टरों के अधीन जिला स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया जा रहा है।
सरकार द्वारा विशाल औषधीय पौधे उपहार अभियान के तैयारी की जा रही है।
जिसकी निगरानी राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली राज्य स्तरीय समिति द्वारा की जाएगी।
चयनित औषधि जड़ी बूटियों के प्रकार
इस योजना के तहत चयनित औषधि जड़ी बूटियों के पौधों के प्रकार निम्नलिखित हैं:-
तुलसी
गिलोय
कालमेघ
अश्वमेघ
घर-घर औषधि योजना का बजट
यह योजना 5 वर्षीय योजना है जिसके सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए सरकार द्वारा 210 करोड रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। सरकार द्वारा प्रदेश के आधे घरों में 5 करोड़ से अधिक पौधे बांटने पर 31.4 करो रुपए का खर्च वहन किया गया है। साथ ही साथ अगले वर्ष भी समान संख्या में पौधे वितरित किए जाएंगे। 5 वर्षों में प्रत्येक परिवार को 24 पौधे प्राप्त होंगे ताकि वह अन्य बीमारियों से महफूज रह सके। सरकार द्वारा घोषणा की गई है कि राजस्थान में समय समय से जड़ी-बूटी संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग घर घर औषधि योजना से लाभान्वित हो सकें।
राजस्थान घर-घर औषधि योजना
राजस्थान सरकार द्वारा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य इम्यूनिटी प्रदान करने हेतु घर-घर औषधि योजना का शुभारंभ 1 अगस्त 2021 को किया गया। घर घर औषधि योजना के माध्यम से राजस्थान राज्य के लगभग एक करोड़ 26 लाख परिवारों को औषधि पौधे जैसे तुलसी गिलोय काल में और अश्वगंधा मुफ्त में वितरित किए जाएंगे। इन पौधों को वितरित करने का मुख्य उद्देश्य है कि कोरोनावायरस संक्रमण के समय लोगों को इम्यूनिटी बढ़ाने में आसानी हो और उन्हें एक स्वच्छ वातावरण मिल सके। देश में कोरोना काल के चलते आयुर्वेदिक औषधियों की डिमांड बढ़ रही है और ऐसे में लोगों को पौधे प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
परंतु इस योजना के माध्यम से लोगों को घर बैठे ही औषधि पौधे मुहैया कराए जाएंगे।
जिससे लोगों को इन पौधों को प्राप्त करने में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा और ना ही उन्हें दरबदर भटकना पड़ेगा।
Ghar Ghar Aushadhi Yojana के तहत पौधे प्राप्त करने के बाद राज्य के लोग एक स्वच्छ एवं सुरक्षित जीवन व्यतीत कर सकेंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा इस वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान घर-घर औषधि योजना के साथ ही साथ 72वें वन महोत्सव का भी शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी के द्वारा ग्राम बिलोची के दो पर जाने वाले पीपल के पौधे के साथ-साथ पौधों के वाहन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि Ghar Ghar Aushadhi Yojana पर आधारित एक फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा ताकि प्रदेशवासियों को स्वास्थ्य रक्षण तथा औषधि पौधों का विमोचन किया जा सके। औषधि पौधे जैसे तुलसी गिलोय काल में और अश्वगंधा के 8 पौधों की किट तैयार की जाएगी और प्रत्येक परिवार को निशुल्क मुहैया कराई जाएगी।
72वें वन महोत्सव के दौरान सांसद और विधायकों के साथ वन विभाग के अधिकारी सभी जिला कलेक्टर और जिला स्तर पर टास्क फोर्स के सदस्य वचन रूप से जुड़े।
प्रत्येक मानसून पर राज्य सरकार द्वारा वन महोत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमें एक बड़े स्तर पर पौधारोपण की प्रक्रिया पूरी की जाती है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा पौधे वितरण को लेकर एक परिवार डेटा एवं रिकार्ड संधारित करने के नियम निर्देश जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री जी द्वारा कहा गया है कि पौधों का सुरक्षित वितरण सुनिश्चित कराया जाएगा एवं पौधे वितरण के लिए एक बायोडिग्रेडेबल पैकिंग भी तैयार की जाएगी। घर घर औषधि योजना के तहत पौधे वितरण के लिए उपखंड स्तर पर उपखंड स्तरीय टास्क फोर्स तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री जी के द्वारा कहा गया है कि पौधे वितरण का रिकॉर्ड रखना एक महत्वपूर्ण चरण है जिसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि राज्य के प्रत्येक परिवार को एक अच्छा वातावरण प्रदान किया जा रहा है।
इस बैठक के दौरान जिला कलेक्टर उत्तर बीरबल सिंह उप वन संरक्षक वीर सिंह सहायक वन संरक्षक मनफूल विश्नोई नगर निगम हेरिटेज के अतिरिक्त कमिश्नर आशीष कुमार और नगर निगम के उद्यान शाखा के रविंद्र सिंह उपस्थित थे।
इस योजना का लाभ राजस्थान राज्य के एक करोड़ 26 लाख परिवारों को प्रदान किया जाएगा।
घर घर औषधि योजना के माध्यम से राज्य के प्रत्येक परिवार को औषधि पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे।
जिससे उनकी इम्यूनिटी में बढ़ोतरी होगी और वह बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त कर सकेंगे।
इस योजना के माध्यम से प्रत्येक परिवार को तुलसी गिलोय कालमेघ और अश्वगंधा के दो दो पौधे मुफ्त में वितरित किए जाएंगे।
इस योजना के अंतर्गत हर परिवार को 3 बार 8-8 पौधे निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
कोरोनावायरस संक्रमण के समय इम्यूनिटी वह बढ़ावा देने के लिए इस योजना के अंतर्गत पेड़ पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे।
इस योजना के अंतर्गत आधारित फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा जिससे लोगों को पौधे मुफ्त में वितरित किए जाएंगे।
Ghar Ghar Aushadhi Yojana को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य प्रदान किया जा सके ताकि उनकी इम्यूनिटी पावर बढ़ें
इस वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वारा 72वें वन महोत्सव का भी शुभारंभ किया गया।
इस वन महोत्सव के माध्यम अन्य पौधों के वितरण भी किया गया।
घर-घर औषधि योजना की विशेषताएं
इस योजना के तहत विशेषताएं कुछ इस प्रकार हैं:-
राजस्थान सरकार द्वारा 1 अगस्त 2021 को घर-घर औषधि योजना की शुरुआत की गई।
इस योजना के माध्यम से प्रदेश के एक करोड़ 26 लाख परिवारों को औषधि पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे।
राज्य के प्रत्येक परिवार को तुलसी गिलोय कालमेघ और अश्वगंधा के पौधे मुफ्त में वितरित किए जाएंगे।
प्रदान किए जाने वाले पौधे को हर परिवार में तीन बार 8-8 पौधे निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
इस योजना के माध्यम से लोगों की इम्युनिटी बढ़िया एवं उनके स्वास्थ्य बेहतर होंगे।
राज्य के लोगों को स्वस्थ बनाने के लिए घर-घर औषधि योजना की शुरूआत की गई है।
इसको आरंभ करते समय एक वर्चुअल मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा 72वे वन महोत्सव का भी शुभारंभ किया गया।
इस कार्यक्रम में घर-घर औषधि योजना पर आधारित एक फिल्म का प्रदर्शन भी किया जाएगा एवं सामग्री का विमोचन सुनिश्चित किया जाएगा।
इस योजना में प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य रक्षण और औषधि पौधे के संरक्षण और संवर्धन सुनिश्चित की जाएगी।
योजना के तहत प्रत्येक परिवारों को 5 वर्ष में तीन बार 8-8 पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे।
अधिकारियों द्वारा पौधों के वितरण के लिए बायोडिग्रेडेबल पैकिंग भी तैयार की जाएगी।
योजना के तहत उपखंड स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा।
इस प्रचार के माध्यम से पौधे वितरण एवं प्रोबेशन कार्य किया जाएगा।
Ghar Ghar Aushadhi Yojana का लाभ राजस्थान के प्रत्येक परिवारों को प्रदान किया जाएगा।
घर-घर औषधि योजना के तहत आवेदन की प्रक्रिया
राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई घर-घर औषधि योजना के तहत कोई आवेदन की प्रक्रिया को आरंभ नहीं किया गया है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के प्रत्येक परिवारों को एक स्तरीय टास्क फोर्स के द्वारा पौधे वितरित किए जाएंगे। वितरित किए जाने वाले पौधों को एक बायोडिग्रेडेबल पैकिंग में तैयार किया जाएगा। पौधे प्रदान करने के बाद स्तरीय टास्क फोर्स के द्वारा एक रिकॉर्ड मेंटेन किया जाएगा। ताकि प्रदेश का प्रत्येक लाभार्थी राजस्थान घर-घर औषधि योजना का लाभ प्राप्त करने में सक्षम रहें।
यदि सरकार द्वारा इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन की किसी भी प्रक्रिया को आरंभ किया जाता है तो हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से उस प्रक्रिया से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे। यदि आपको तब तक Rajasthan Ghar Ghar Aushadhi Yojana से संबंधित कोई भी कठिनाई अमल में कोई भी प्रश्न आता है तो आप हमसे नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
Ayushman Bharat Mahatma Gandhi Health Bima Yojana:- राजस्थान के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य चिकित्सा सुविधाएं एवं इंश्योरेंस कवर प्रदान करने हेतु सरकार द्वारा आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना को 30 जनवरी 2021 में आरंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से लगभग 1 करोड़ 10 लाख परिवारों को स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान किया जाएगा। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़ी पूर्ण जानकारी जैसे लाभ, उद्देश्य, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज, विशेषताएं तथा आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। Ayushman Bharat Mahatma Gandhi Health Bima Yojana से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें।
About Rajasthan Swasthya Bima Yojana (AB-MGRSBY)
माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना को 30 जनवरी 2021 में आरंभ किया गया था। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि राजस्थान के नागरिकों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान किया जाए। जिससे राज्य के नागरिक अपनी बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज निशुल्क करवा सकें। पहले Ayushman Bharat Mahatma Gandhi Swasthya Bima Yojana के अंतर्गत केवल 3 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवर प्रदान किया जाता था जिसे अब सरकार द्वारा बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है। इस योजना का लाभ राज्य के लगभग एक करोड़ 10 लाख परिवारों को प्रदान किया जाएगा जिससे वह अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज प्राइवेट तथा सरकारी अस्पतालों में निशुल्क करवा सकते हैं।
इस योजना के माध्यम से प्रदेश के नागरिकों को कैशलैस ट्रीटमेंट प्रदान किया जाएगा।
राजस्थान के नागरिकों को अब अपने इलाज के लिए पैसे जमा करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी इस बीमा कवर का उपयोग करके अपनी गंभीर से गंभीर बीमारी का इलाज निशुल्क करा सकते हैं।
Ayushman Bharat Mahatma Gandhi Health Bima Yojana के माध्यम से राज्य में बड़ी बीमारी के कारण होने वाली मृत्यु दर में भी कमी आएगी।
इस योजना के अंतर्गत सामान्य बीमारियों के लिए 50,000 रुपये तक का इलाज उपलब्ध कराया जाएगा
एवं गंभीर बीमारियों के लिए 5 लाख रुपये तक का इलाज मुहैया कराया जाएगा
यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आप ऑनलाइन आवेदन आसानी से कर सकते हैं |
आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा के नवीन चरण का शुभारंभ
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेंद्र सिंह देवल जी के द्वारा बताया गया कि 24 जुलाई 2021 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151वीं जयंती आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना के पहले चरण का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत देश के पात्र लाभार्थी परिवारों को निजी अस्पतालों में प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर मुहैया कराया जाएगा। इस योजना के तहत बीमा कवर प्राप्त करने के बाद पात्र लाभार्थी अपनी गंभीर बीमारियों से मुक्ति पा सकेंगे। देश के वह सभी व्यक्ति जो इस योजना के तहत आवेदन प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि सरकार द्वारा इस योजना के नवीन चरण की शुरुआत कर दी गई है।
इस योजना के तहत आवेदन प्राप्त करने के बाद आप लगभग 1401 पैकेजों का लाभ प्राप्त कर सकेंगे एवं,
अपनी गंभीर से गंभीर बीमारी का इलाज जल्द ही करवा सकेंगे।
साथ-साथ आपको 5 लाख रुपये प्रतिवर्ष का स्वास्थ्य बीमा कवर भी मुहैया कराया जाएगा।
आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना का उद्देश्य
जैसे कि हम सब जानते हैं हमारे देश में काफी ऐसे लोग हैं जो कमजोर आर्थिक स्थिति होने के कारण अपना इलाज आसानी से नहीं करवा पाते हैं। और ऐसे में उनकी गंभीर बीमारी के कारण मृत्यु हो जाती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से राजस्थान के सभी पात्र नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराया जाएगा। जिसका उपयोग करके वह अपने सामान्य लेकर से गंभीर बीमारी का इलाज निशुल्क निजी एवं सरकारी अस्पतालों में बिना किसी कठिनाई के करा सकते हैं।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि राज्य के सभी नागरिक अपना इलाज निशुल्क करा सकें।
तथा राज्य में होने वाली गंभीर बीमारी के कारण मृत्यु दर को कम किया जा सके।
Rajasthan Ayushman Bharat Mahatma Gandhi Swasthya Bima Yojana को आरंभ करने का दूसरा मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराया जा सके।
जिससे वह किसी भी सरकारी व निजी अस्पतालों में अपना कैशलेस इलाज करा सकें।
आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना 2023
राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत लोगों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है। जिसका उपयोग करके वह अपनी बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज आसानी से करा सकते हैं। आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत यदि कोई व्यक्ति अस्पताल में भर्ती होता है तो उसके भर्ती होने से 5 दिन पहले एवं 15 दिन बाद तक का खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको 1750 रुपये प्रतिवर्ष प्रीमियम का भुगतान करना अनिवार्य है। इस प्रीमियम राशि का 80% भुगतान सरकार द्वारा वाहन किया जाएगा बाकी का लाभार्थियों को स्वयं ही करना होगा। इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको अपना आधार कार्ड या जन आधार कार्ड दिखाने की आवश्यकता पड़ेगी।
Ayushman Bharat Mahatma Gandhi Health Bima Yojana के अंतर्गत सरकार द्वारा नागरिकों को 1576 पैकेज प्रदान किए जाते हैं जो पहले केवल 1401 थे।
इस योजना के अंतर्गत अब सरकार द्वारा स्टेट पोटेबिलिटी भी आरंभ की जाएगी।
जिसके माध्यम से इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत लाभार्थी अपना इलाज दूसरे राज्यों में भी आसानी से करवा पाएंगे।
Cashless Treatment Under Ayushman Bharat Mahatma Gandhi Health Bima Yojana
आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत लोगों को कैशलेस ट्रीटमेंट प्रदान किया जाता है। अब लोगों को अपना इलाज कराने के लिए किसी भी प्रकार का पैसा जमा करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी वह आसानी से अपना इलाज मुफ्त में बिना पैसों के करा सकते हैं। Ayushman Bharat Mahatma Gandhi Health Bima Yojana के अंतर्गत लोगों को एक प्रकार का कार्ड प्रदान किया जाता है जिससे उन्हें निजी एवं सरकारी अस्पतालों में दिखाना पड़ता है। इस कार्ड के माध्यम से नागरिकों को इलाज कैशलेस प्रदान किया जाता है।
इस योजना के माध्यम से आप इलाज राज्य के किसी भी निजी एवं सरकारी अस्पतालों में प्राप्त कर सकते हैं।
इसके लिए सबसे पहले आपको आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत आवेदन करना होगा
आवेदन करने के लिए आप इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।
आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना का बड़ा दायरा
राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना को पहले भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के नाम से जाना जाता था। और इसमें केवल राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के परिवार ही पात्र थे। परंतु सरकार द्वारा अब आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना का दायरा बढ़ा दिया गया है। आयुष्मान भारत महात्मा गांधी साथ बीमा योजना के अंतर्गत अब राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के पात्र परिवारों के साथ-साथ सामाजिक आर्थिक जनगणना के पात्र परिवारों को भी शामिल कर लिया गया है।
पहले इस योजना के अंतर्गत केवल सामाजिक आर्थिक सर्वे 2011 के पात्र परिवार ही शामिल थे।
जिसे अब बढ़ाकर सामाजिक आर्थिक जनगणना तथा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के पात्र परिवारों को भी शामिल कर लिया गया है।
आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना एक फैमिली फ्लोटर प्लान
Ayushman Bharat Mahatma Gandhi Swasthya Bima Yojana एक फैमिली फ्लोटर योजना है। जिसके अंतर्गत परिवार का प्रत्येक नागरिक इस बीमा राशि का उपयोग कर अपना इलाज करा सकता है। फैमिली फ्लोटर योजना का मतलब है कि एक ही राशि का उपयोग करके परिवार का प्रत्येक व्यक्ति अपना इलाज करा सके। इस योजना के अंतर्गत परिवार का हर सदस्य 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में करा सकेंगे। जिससे नागरिकों के स्वास्थ्य में सुधार पता होगा तथा गंभीर बीमारी के कारण होने वाली मृत्यु दर में कमी आएगी।
आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना पैकेज लिस्ट
इस योजना के तहत पैकेज लिस्ट निम्नलिखित है:-
पैकेज
स्पेशलिटी
कोड
Septoplasty + FESS
ENT
39020001
Appendicectomy
General Surgery
39010001
Prolapse Uterus LeFort’s
Obstetrics & Gynecology
39040001
Lensectomy + Vitrectomy
Ophthalmology
39070001
Pacemaker implantation – Temporary
Cardiology & CTVS
19120001A
Pneumonectomy
Chest Surgery
29140002A
Fistulectomy
Dentistry
19110001A
Colonoscopy with Biopsy
Gastrology
29190001A
Chelation Therapy for Thalassemia Major
General Medicine
19100001A
Pemetrexed
Medical Oncology
29160020A
बीमारियां जो आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल नहीं है
इस योजना के तहत जो बीमारियां शामिल नहीं है वह निम्नलिखित हैं:-
Ayushman Bharat Mahatma Gandhi Health Bima Yojana Benefits & Features
इस योजना के तहत लाभ एवं विशेषताएं कुछ इस प्रकार है:-
राजस्थान सरकार द्वारा राज्य के लोगों को स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है।
इस योजना की शुरुआत राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा 30 जनवरी 2021 को की गई
इस योजना के माध्यम से राज्य के प्रत्येक व्यक्ति को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाएगा।
पहले इस योजना के अंतर्गत केवल 300000 रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता था जिस से बढ़ाकर 500000 रुपये कर दिया गया है।
इस योजना के माध्यम से आप अपना इलाज प्राइवेट एवं सरकारी अस्पतालों में करा सकते हैं।
आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना के दोअंतर्गत भर्ती के 5 दिन पहले एवं भर्ती के 15 दिन बाद तक का खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए व्यक्तियों को अपना आधार कार्ड या जन आधार कार्ड दिखाना आवश्यक है
यदि आपको भी इस योजना का लाभ उठाना है तो आपको 1750 रुपये का प्रीमियम का भुगतान करना होगा।
जिसमें से 80% भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा।
Ayushman Bharat Mahatma Gandhi Health Bima Yojana योजना के अंतर्गत 1401 पैकेज उपलब्ध कराए जाते थे जिन्हें बढ़ाकर 1576 कर दिया गया है।
जल्द ही इस योजना के अंतर्गत से पोर्टेबिलिटी सुविधा भी आरंभ की जाएगी जिसके माध्यम से राज्य का व्यक्ति अपना इलाज किसी दूसरे राज्य में भी आसानी से बिना शुल्क करा सकता है
आयुष्मान भारत महात्मा गांधी हेल्थ बीमा योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के साथ-साथ सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के व्यक्तियों को भी शामिल किया गया है।
इस योजना के माध्यम से लाभार्थियों को कैशलेस ट्रीटमेंट प्रदान किया जाएगा जिससे व्यक्तियों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े।