PM Kisan Tractor Yojana 2024:- किसानों को ट्रैक्टर खरीदने के लिए 50 फ़ीसदी सब्सिडी मुहैया कराने हेतु हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा पीएम किसान ट्रैक्टर योजना का शुभारंभ किया गया। इस योजना के अंतर्गत किसानों को 50 फ़ीसदी सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी जिसका उपयोग करके वह किसी भी कंपनी का ट्रैक्टर खरीदने में सक्षम रहेंगे और अपनी आय में वृद्धि कर पाएंगे। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से पीएम किसान ट्रैक्टर योजना 2024 से जुड़ी संपूर्ण जानकारी जैसे उद्देश्य लाभ विशेषताएं पात्रता एवं आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। PM Kisan Tractor Yojana से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें।
About PM Kisan Tractor Yojana 2024
इस योजना के माध्यम से देश के किसानों को खेती करने के लिए ट्रैक्टर खरीदने हेतु 50 फ़ीसदी सब्सिडी यानी 500000 रुपये की राशि मुहैया कराई जाएगी।सब्सिडी का उपयोग करके देश के किसान अपने लिए किसी भी कंपनी का ट्रैक्टर खरीद सकते हैं एवं ट्रैक्टर से जुड़े सारे काम जैसे जुताई पलेवा ढुलाई जैसे अन्य कामों को बड़ी आसानी से अंजाम दे सकते हैं। PM Kisan Tractor Yojana को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के किसानों को खेती करने में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े और वह अपनी आय में वृद्धि कर सकें। इस योजना के अंतर्गत किसानों को ट्रैक्टर खरीदने का 50% स्वयं भुगतान करना होगा और बाकी के 50% की राशि केंद्र सरकार द्वारा वाहन की जाएगी।
देश के में सभी किसान जो आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण ट्रैक्टर नहीं खरीद पाते हैं,
उन्हें इस योजना के तहत ट्रैक्टर के लिए सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी।
अब देश के किसानों को किराए पर ट्रैक्टर लेने की समस्या से भी छुटकारा प्राप्त होगा।
यदि आप भी पीएम किसान ट्रैक्टर योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं.
तो आप अपने नजदीकी सीएससी केंद्र में जाकर आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
खेती-बाड़ी के लिए ट्रैक्टर खरीदने हेतु सब्सिडी प्रदान करना
योजना का लाभ
किसानों की आय में वृद्धि होना
ट्रैक्टर के प्रकार
किसी भी कंपनी का ट्रैक्टर
सब्सिडी राशि
50%
सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली राशि
50%
स्वयं द्वारा खर्च की जाने वाली राशि
50%
योजना का प्रकार
ऑनलाइन व ऑफलाइन
आधिकारिक वेबसाइट
अभी आरंभ नहीं की गई
पीएम किसान ट्रैक्टर योजना का उद्देश्य
जैसे कि हम सभी जानते हैं हमारे देश में काफी ऐसे आर्थिक रूप से कमजोर किसान हैं जो खेती बड़ी करने के लिए ट्रैक्टर खरीदने में सक्षम रहते हैं। और ऐसे में उन्हें फसलों की उगाही करने में काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा पीएम किसान ट्रैक्टर योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा किसानों को ट्रैक्टर खरीदने हेतु 50% सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी। इस योजना के अंतर्गत प्राप्त हुई सब्सिडी का उपयोग करके देश के किसान अपने लिए किसी भी कंपनी का ट्रैक्टर खरीदने में सक्षम रहेंगे।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि किसानों को ट्रैक्टर के लिए सब्सिडी प्रदान करके उनकी आय में वृद्धि की जा सके।
ताकि देश का प्रत्येक किसान आत्मनिर्भर व सशक्त होने एवं उसे किसी भी प्रकार की आर्थिक तंगी का सामना ना करना पड़े।
PM Kisan Tractor Yojana के माध्यम से देश के किसानों को काफी राहत प्राप्त होगी एवं उन्हें खेती-बाड़ी करने में आसानी पैदा होगी।
विभिन्न ऑनलाइन ऑफलाइन सूत्रों के माध्यम से पता चल रहा है कि किसानों को ट्रैक्टर पर सब्सिडी मुहैया कराने हेतु केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान ट्रैक्टर योजना का शुभारंभ किया गया। इस योजना के माध्यम से किसानों को ट्रैक्टर खरीदने पर 50% या अधिकतम 500000 रुपये तक की सब्सिडी सरकार द्वारा मुहैया कराई जाएगी। यदि आपको ऐसी किसी योजना के बारे में जानकारी प्राप्त हुई है तो आपको बता दें यह पूर्ण रूप से झूठी व मनगढ़ंत है। केंद्र सरकार द्वारा ऐसे किसी भी योजना को आरंभ नहीं किया गया है। यदि ऐसी किसी भी प्रकार की योजना का संचालन किया जाता है तो हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से जानकारी प्रदान करेंगे।
ट्रैक्टर खरीदने हेतु 5 लाख रुपये की सब्सिडी
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से वायरल हो रही खबर में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम किसान ट्रैक्टर योजना के माध्यम से किसानों को ट्रैक्टर खरीदने के लिए सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी। परंतु हाल ही में ही एक वायरल हुई खबर के माध्यम से बताया जा रहा है कि इस योजना के तहत किसानों को 5 लाख रुपये कि सब्सिडी प्रदान की जा रही है। हालांकि पीआईबी के मुताबिक केंद्र सरकार अब पीएम किसान ट्रैक्टर योजना को लागू नहीं कर रही है। केंद्र सरकार द्वारा इस खबर को फर्जी रेटिंग दी गई है और कहा गया है कि ऐसी वायरल खबरों से बचने का प्रयास करें।
50 सब्सिडी केंद्र सरकार द्वारा की जाएगी वाहन
मोदी सरकार द्वारा देश के किसानों को एक अच्छी आमदनी प्रदान करने हेतु पीएम किसान ट्रैक्टर योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को केंद्र सरकार द्वारा 50 फ़ीसदी की सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी जिसका उपयोग करके देश के किसान अपने लिए ट्रैक्टर खरीद सकेंगे। इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा 50 फ़ीसदी की सब्सिडी वाहन की जाएगी एवं बाकी का 50 फ़ीसदी किसानों को स्वयं भी खर्च करना होगा। ट्रैक्टर प्राप्त करने के बाद किसान जुताई, पलेवा, ढुलाई जैसे काम आसानी से कर सकेंगे। अब देश के किसानों को किराए पर ट्रैक्टर लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी इससे किसानों की जिंदगी में काफी आसानी पैदा होगी।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको जल्द से जल्द इस योजना के तहत आवेदन करना होगा।
यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको इस योजना के तहत आवेदन के लिए अपने नजदीकी सीएससी केंद्र में जाना होगा।
प्रधानमंत्री किसान ट्रैक्टर योजना के लाभ
इस योजना का लाभ आप देश के पात्र किसानों को प्रदान किया जाएगा।
केंद्र सरकार द्वारा देश के सभी पात्र किसानों को ट्रैक्टर खरीदने के लिए 50% सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी।
इस सब्सिडी का उपयोग करके देश के किसान अपने लिए ट्रैक्टर खरीदने में सक्षम रहेंगे।
ट्रैक्टरों का उपयोग करके देश के किसान जुताई पलेवा एवं भलाई कर सकेंगे जिससे फसलों की पैदावार ज्यादा अच्छे से हो सकेगी।
पीएम किसान ट्रैक्टर योजना के अंतर्गत ट्रैक्टर का उपयोग करके किसान ज्यादा से ज्यादा काम कर सकेंगे,
जिससे उनकी आय में काफी वृद्धि प्राप्त होगी।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि देश के किसानों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाया जा सके।
देश के किसान न केवल आत्मनिर्भर व सशक्त बनेंगे बल्कि वह अपनी आर्थिक तंगी को दूर कर सकेंगे।
अब देश के किसानों को खेती बड़ी करने के लिए ट्रैक्टर को किराए पर लेने की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
देश के व सभी किसान जो आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण ट्रैक्टर खरीदने में असमर्थ है वह अब इस योजना का लाभ उठाने में सक्षम रहेंगे।
यदि आप भी PM Kisan Tractor Yojana के तहत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना के तहत आवेदन करना होगा।
आवेदन करने के लिए आपको अपने नजदीकी सीएससी केंद्र में जाकर अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जमा कर देना होगा।
Features Of PM Kisan Tractor Yojana
पीएम ट्रैक्टर योजना की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा देश के किसानों को ट्रैक्टर खरीदने हेतु सब्सिडी प्रदान करने के लिए की गई है।
PM Kisan Tractor Yojana के अंतर्गत देश के किसानों को केंद्र सरकार द्वारा 50 फ़ीसदी सब्सिडी ट्रैक्टर खरीदने के लिए दी जाएगी।
बाकी के 50 फ़ीसदी का खर्च किसानों को स्वयं ही करना होगा।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि किसानों को खेती के लिए आसानी प्रदान की जा सके।
पहले किसानों को खेती-बाड़ी करने के लिए ट्रैक्टर को किराए पर लेना पड़ता था और ऐसे में उन्हें काफी कठिनाइयों से गुजरना भी पढ़ता था।
तो अब इस समस्या का समाधान निकाल लिया गया है इसीलिए केंद्र सरकार द्वारा ट्रैक्टर खरीदने के लिए सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
प्रधानमंत्री किसान ट्रैक्टर योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि देश के किसानों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाया जा सके।
ट्रैक्टर प्राप्त करने के बाद देश के किसान अपनी खेती बाड़ी अच्छे से कर सकेंगे।
इस योजना के माध्यम से देश के किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।
अब देश के किसानों को आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा वह फसलों की अच्छी पैदावार कर अच्छी कमाई कर सकेंगे।
देश के बस सभी किसान जो इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं उन्हें जल्द से जल्द अपने नजदीकी सीएससी केंद्र में जाना होगा।
वहां जाने के बाद में आवेदन पत्र भरकर अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अटैच कर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
देश के बस अभी व्यक्ति जो पीएम किसान ट्रैक्टर योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं उन्हें बता दें कि सरकार द्वारा इस योजना को हाल ही में ही आरंभ किया गया है। अभी इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया के बारे में कोई भी जानकारी नहीं प्रदान की गई है। जैसे ही इस योजना के तहत आधिकारिक वेबसाइट को लांच किया जाएगा वैसे ही हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे। तब तक आप को इस योजना से संबंधित कोई भी कठिनाई या मन में कोई भी प्रश्न आता है तो आप हमसे नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं आपको कमेंट हमारे लिए महत्वपूर्ण है।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana:- देश के किसानों को फसलों में प्राकृतिक आपदाओं के कारण नुकसान होने पर बीमा प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से यदि किसी किसान की फसलों को नुकसान हुआ है तो उसे बीमा की राशि मुहैया कराई जाएगी। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे जैसे कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2024 क्या है इसका लाभ , उद्देश्य , पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज़ आवेदन की प्रक्रिया आदि । Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana से जुड़ी संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको हमारा आर्टिकल ध्यान पूर्वक पढ़ना होगा।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana 2024
इस योजना की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा 13 जनवरी 2016 को की गई थी। इस योजना के तहत यदि किसानों की फसलों को किसी भी प्राकृतिक आपदा जैसे सूखा पड़ना ओले पड़ना आदि की वजह से नुकसान हुआ है तो उन्हें बीमा राशि मुहैया कराई जाएगी। इसके अलावा किसी और वजह से फसल का नुकसान होता है तो बीमा की राशि नहीं प्रदान की जाएगी। Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana के लिए केंद्र सरकार द्वारा 8800 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। साथ ही साथ सरकार द्वारा खरीफ फसल का 2% और रबी फसल का 1.5% भुगतान बीमा कंपनियों को करना होगा।
सरकार द्वारा इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के किसानों को किसी भी प्रकार के आर्थिक तंगी का सामना ना करना पड़े।
PMFBY के माध्यम से देश के किसान आत्मनिर्भर व सशक्त बनेंगे एवं वह खेती-बाड़ी और अच्छे से कर सकेंगे।
यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना में आवेदन करना होगा।
जैसे कि हम सभी जानते हैं प्राकृतिक आपदाओं के कारण अपने देश के किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है उनकी आर्थिक स्थिति कमज़ोर हो जाती है इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा पीएम फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है । इस योजना के माध्यम से देश के किसान आत्म निर्भर बनेंगे और सक्षम बनेंगे एवं उन्हें किसी प्रकार की तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस योजना के माध्यम से प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों को लोन मुहैया भी कराया जाएगा जिससे वह अपनी फसल का नुक़सान आसानी से दूर कर सकते हैं । योजना के तहत प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों को बहुत ही कठिनाइयों का सामना पड़ता है जिससे उनके पालन पोषण में बहुत सारी या आती है।
इस योजना मुख्य उद्देश्य यह है कि किसानों को आर्थिक रूप से सहायता प्राप्त की जाए जिससे वह किसी पर निर्भर नहीं रहे।
PM Fasal Bima Yojana के तहत प्राकृतिक आपदाओं के कारण जैसे बारिश पढ़ना ओले पड़ना बहुत तेज हवा चल ना इसके कारण फसलें खराब हो जाती हैं।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने विदिशा जिले के लटेरी तहसील के उनारसी कला गांव में ओलावृष्टि एवं बेमौसम बारिश से प्रभावित हुई फसलों का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कृषकों से संवाद कर उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। pic.twitter.com/s156gLG34U
26 फरवरी को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी के द्वारा बताया गया कि जल्द ही राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत की जाएगी। इस अभियान के माध्यम से किसानों को मौजूदगी में मेरी पॉलिसी मेरे हाथ की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। केंद्रीय मंत्री द्वारा बताया गया कि इस अभियान के तहत हम प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत दस्तावेज उन सभी किसानों को पहुंचाएंगे जिन्होंने इस योजना के तहत बीमा करवाया हुआ है। सरकार द्वारा यह निर्णय लेने का मुख्य उद्देश्य है कि किसानों को बीमा के प्रति जागरूक को प्रेरित किया जाए ताकि देश का प्रत्येक किसान इस योजना के तहत आवेदन कर सकें।
अब तक 36 करोड़ से अधिक किसानों ने किया आवेदन
किसानों को खराब हुई फसलों पर बीमा कवर मुहैया कराने हेतु हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया गया था। इस योजना के माध्यम से किसानों को उनकी खराब हुई फसलों पर बीमा कवर मुहैया कराया जाता है। कृषि मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार अब तक इस योजना के तहत लगभग देश के 36 करोड़ से अधिक किसानों ने आवेदन किया है और बीमा प्राप्त किया है। इस पूरी संख्या में से 4 फरवरी 2022 तक कुल 1,07,059 करोड़ रुपये से अधिक दावों का भुगतान किया जा चुका है।
मध्य प्रदेश के किसानों को प्राप्त हुई 7618 करोड़ रुपए की राशि
13 फरवरी 2022 को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 49 लाख से अधिक किसानों के खातों में लगभग 7618 करोड़ रुपये की राशि मुहैया कराई गई है। बताया गया है कि सभी राज्यों में से एमपी एक ऐसा राज्य है जिसमें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत सबसे बड़ी राशि वितरित की गई है। साथ ही साथ सरकार द्वारा बताया गया है कि एमपी मैं फसल खराब होने के मुआवजे के तौर पर 2876 करोड़ों रुपए किसानों के खातों में हस्तांतरित किए गए हैं। यह राशि प्राप्त करने के बाद किसानों को काफी आसानी प्राप्त हुई है।
72 घंटे में फसल को नुकसान की सूचना देनी होगी
राजस्थान सरकार द्वारा बताया गया है कि जो लोग प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल हैं उन्हें अपनी फसलों के नुकसान की जानकारी 72 घंटे में प्रदान करनी होगी। 11 जनवरी 2022 को सोमवार शाम तक 10,000 से अधिक सूचनाएं फसल बीमा कंपनियों को प्राप्त हो चुकी है। राजस्थान के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया द्वारा बीमा कंपनियों को टोल फ्री नंबर से कार्यक्रम रखने के निर्देश दिए गए हैं। वर्तमान समय में मौसम की परिस्थितियों के कारण किसानों की फसलों में नुकसान काफी हुआ है और इन सभी किसानों को व्यक्तिगत आधार पर बीमा कवर उपलब्ध कराया जाएगा।
मध्य प्रदेश के किसानों को एडवांस में प्राप्त होगी 25% राशि
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा बताया गया है कि ओलावृष्टि के कारण खराब हुई फसलों पर राज्य के किसानों को बीमा कंपनियों द्वारा 25% क्लेम राशि एडवांस में मुहैया कराई जाएगी। और बाकी का 75% राशि क्लेम फाइनल होने पर मुहैया कराई जाएगी। मुख्यमंत्री जी के द्वारा जानकारी दी गई है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत प्रभावित किसानों के कृषि कर्ज को आपातकालीन के माध्यम से कालीन करने का फैसला लिया गया है। इस प्रक्रिया के दौरान मुख्यमंत्री जी ने विदिशा जिले की लटेरी तहसील के उनारसी काला गांव में ओलावृष्टि एवं बारिश से प्रभावित हुई फसलों का जायजा लिया।
जम्मू कश्मीर में फसल बीमा योजना के कार्यान्वयन की हुई बैठक
प्रधान सचिव कृषि और किसान कल्याण विभाग नवीन कुमार चौधरी ने जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में मिशन निदेशक ने व्यक्तिगत रूप से भाग लिया। इस योजना के महत्व पर प्रकाश डालते हुए नवीन चौधरी ने कहा कि यह योजना किसानों को उन फसलों का बीमा करके आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करती है ताकि वह फसल की विफलता व नुकसान के परिणाम स्वरुप उत्पन्न होने वाली स्थितियों का सामना कर सकें। और साथ ही साथ प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान उसे अपनी फसलों को बचा सके।
31 दिसंबर 2021 तक किया जाएगा रबी फसल का इंश्योरेंस
जैसे के हम सभी जानते हैं कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किसानों के विकास के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जाता है। इसी प्रकार किसानों को प्राकृतिक आपदा या अन्य कारण से होने वाली खराब फसलों पर मुआवजा मुहैया कराने हेतु प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया गया था। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को अपना बीमा करवाना होता है। हाल ही में ही सरकार द्वारा बताया गया है कि यदि यदि किसान अपनी रबी की फसल का बीमा करवाना चाहते हैं तो उन्हें 31 दिसंबर 2021 से पहले पहले ही बीमा करवाना होगा। यदि आप 31 सितंबर से पहले बीमा करवाने में सक्षम रहते हैं तो आपको इस योजना का लाभ नहीं मुहैया कराया जाएगा।
साथ ही साथ प्रधानमंत्री जी के द्वारा वित्तीय वर्ष दो हजार 2023-24 के लिए कार्यान्वयन की गाइडलाइंस जारी की गई है।
किसान आसानी से आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपनी फसल पर बीमा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
महाराष्ट्र के 30 लाख किसानों को मिलेगा लाभ
कृषि आयुक्त के कार्यालय द्वारा बार-बार अनुवर्ती कार्रवाई के बाद प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लागू करने वाली बीमा कंपनियों ने महाराष्ट्र में फसल नुकसान के दावों का भुगतान करना शुरू कर दिया है। इस सप्ताह के अंत तक राज्य के लगभग 29.92 लाख किसानों के खातों में 1,770 करोड रुपये हस्तांतरित करने का दावा किया जा रहा है। कृषि आयुक्त नीरज कुमार द्वारा कहा गया है कि शेष राशि अगले 7 दिनों में हस्तांतरित की जाएगी। अधिकांश किसानों के लिए यह योजना विकल्प एक और नमक अनियमित होने के कारण लोकप्रिय हो गई है। वे सभी किसान जो इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो उन्हें जल्द से जल्द इस योजना के तहत आवेदन करना होगा।
अब महिलाएं करेंगी धान खरीद केंद्रों का संचालन
सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ रविंद्र सिंह भदोरिया जी के द्वारा बताया गया है कि अब मध्यप्रदेश में होशंगाबाद जिले कि स्वयं सहायता समूह के सदस्य महिलाएं धान खरीद केंद्रों का संचालन करेंगी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा इस प्रक्रिया को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि महिला एवं सहायता समूह को बढ़ावा दिया जाए और उन्हें खरीद केंद्रों का दायित्व पर जाएं। प्रबंधन मंत्री द्वारा बताया गया है कि जल्द ही इन महिलाओं द्वारा केंद्रों पर खरीद गतिविधियों को संचालित किया जाएगा और बाबई नगर के पास बज्जर वाड़ा में धान खरीद केंद्र का संचालन किया जाएगा।
शिवराज सिंह चौहान जी विभिन्न जगहों पर करेंगे प्रचार रथो को रवाना
बुधवार यानी 1 दिसंबर 2021 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा राज्य में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा किसानों को शामिल करने के लिए प्रचार रथो को रवाना किया गया है। इन रथों के माध्यम से राज्य के किसानों को इस योजना के फायदे गिनाए जाएंगे और ज्यादा से ज्यादा आवेदन प्राप्त करें जाएंगे। सरकार द्वारा इस सुविधा को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि रथ जिले में घूमकर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी किसान भाइयों को प्रदान करें। मुख्यमंत्री जी के द्वारा 52 प्रचार रथों के जरिए पूरे प्रदेश में योजना का प्रचार किया जाएगा। साथ ही साथ सरकार द्वारा बताया गया है कि इस योजना के तहत आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2021 निर्धारित है।
1 दिसंबर से हुआ राज्यव्यापी अभियान का शुभारंभ
देश के किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जाता है। इसी प्रकार प्राकृतिक आपदाओं कीटों और रोगों के कारण फसलों के नुकसान होने पर किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने हेतु प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है। तथा इस योजना का लाभ अधिक से अधिक किसानों को प्रदान करने के लिए योगी सरकार द्वारा 1 दिसंबर से राज्यव्यापी अभियान का शुभारंभ किया जाएगा। यह अभियान 1 दिसंबर से लेकर 7 दिसंबर तक चलाया जाएगा। राज्य के सभी किसान जो इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं वह जल्द से जल्द अभियान के माध्यम से अपना पंजीकरण आसानी से करवा सकते हैं।
31 दिसंबर 2021 तक करें फसल बीमा योजना के तहत आवेदन
केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी सीजन के लिए कार्य आरंभ कर दिए गए हैं। वह सभी लाभार्थी जो इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें 31 दिसंबर 2021 तक आवेदन करना होगा। उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ कृष्ण कुमार जी के द्वारा बताया गया है कि रबी सीजन के लिए किसान द्वारा मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण किया जा सकता है। इस प्रक्रिया के लिए उन्हें अपनी फसल का सटीक विवरण दर्ज करना होगा। साथ ही साथ फसलों की स्थिति स्पष्ट करने अनिवार्य है क्योंकि किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अब देश के किसानों को 13 दिसंबर 2021 तक अपनी फसलों की स्थिति पर में जाकर जमा कर दी नहीं है ताकि उन्हें किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े।
वह सभी किसान जो इस योजना का लाभ नहीं उठाना चाहते उन्हें बैंक में जाकर प्रीमियम ना कटवाने के लिए एक लिखित निवेदन दर्ज करना होगा।
किसानों का प्रीमियम काटने की कार्यवाही 15 दिसंबर के बाद आरंभ की जाएगी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने 500 करोड़ रुपये के प्रावधान को मंजूरी दी
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा खरीफ फसल 2021 मैं 12 से 15 जिलों में फसलों के हुए नुकसान को देखते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के कार्यान्वयन के लिए 500 करोड़ रूपए की अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराने से संबंधित प्रावधान को मंजूरी दी गई। इस प्रावधान के माध्यम से किसानों को तत्काल सहायता मुहैया कराई जाएगी। यह सहायता लोगों को राज्य अंश प्रीमियम के भुगतान पर मुहैया कराई जाएगी। राजेश प्रीमियम मिलने के बाद बीमा कंपनी किसानों को क्लेम का वितरण करेंगे और किसान अपनी फसलों की भरपाई पा सकेंगे। साथ ही साथ मुख्यमंत्री को राज्य अंश प्रीमियम भुगतान के लिए विभिन्न बजट मदों में अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराने का भी प्रावधान रखा गया है।
यूपी के लालगंज जिले में खुलेंगे सुविधा केंद्र
उत्तर प्रदेश के लालगंज में रहने वाले किसानों के लिए सरकारी स्तर पर खुशखबरी है। सरकार द्वारा यह सुविधा उन किसानों को मिलेगी जो अब तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभ से वंचित रहे हैं। सरकार ने किसानों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तहसील मुख्यालय स्तर पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सुविधा केंद्र स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। बीमा कंपनी एचडीएफसी एग्रो के निर्देश के क्रम में लालगंज स्थित अनुमंडल कृषि विस्तार अधिकारी के कार्यालय में सुविधा केंद्र स्थापित करने के लिए प्रभावी एवं फर्नीचर आदि की व्यवस्था की जा रही है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो जल्द से जल्द काम शुरू किया जाएगा और बीमा योजना से जुड़े किसानों की समस्या का निवारण किया जाएगा।
धान की फसलों का बीमा भी करवाया जाएगा
कोयंबटूर के जिला प्रशासन ने जिला के किसानो को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत धान की फसल का बीमा कराने को कहा है। इस प्रक्रिया के माध्यम से मौजूदा समय में प्राकृतिक आपदा कीट के हमले यह बीमारी के प्रकोप से फसल को नुकसान से राहत मिल सकेगी। वह सभी किसान जो बीमा करवाने के लिए आवेदन करना चाहते हैं उन्हें अपने नजदीकी वर्ल्ड जीके बैंक सहकारी समितियों यह सामान्य सेवा केंद्रों पर जाना होगा। पंजीकरण करवाने के बाद में धान की फसलों का बीमा भी करवा सकेंगे और अपनी फसलों को बचा सकेंगे।
मध्य प्रदेश के 47 किसानों नें किया आवेदन आवेदन
मध्य प्रदेश में रहने वाले किसानों मे से इस साल 47 लाख किसानों को मुख्यमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से लाभ पहुंचा है। पहले साल में भी इस योजना में 3 लाख किसान जुड़े हुए थे। पीएम फसल बीमा योजना में आवेदन उज्जैन के रहने वाले किसानों ने भी किया था जिनकी संख्या 429000 है सबसे ज्यादा उज्जैन में रहने वाले लोगों ने ही आवेदन किया था। एवं सिंगरोली में 855 किसानों ने बीमा करवाया है। सन 2016 में 2500000 किसानों ने बीमा करवाया था और सन 2018 में 3500000 लोगों ने बीमा करवाया था इस वर्ष बीमा कराने वाले किसानों की संख्या पिछले वाले वर्ष से ज्यादा है।
Fasal Bima Yojana के सम्मिलित बीमा कराने के लिए किसानों को केवल 2% अधिमूल्य का भुगतान करना होगा और आधी मुल्ले की पूंजी 98% केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा वाहन की जाती है।
मंदसौर सीहोर राजगढ़ के किसानों ने भी इस योजना में आवेदन कर आया है।
यूपी सरकार द्वारा किए गए कुछ बदलाव
दोस्तों जैसा कि आप सब जानते हैं यूपी फसल बीमा योजना सरकार द्वारा किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए चलाई गई है। इस योजना के अंतर्गत जब किसानों को नुकसान हो जाता है तब उन्हें एक नियमित राशि प्रदान की जाती है ताकि वह उस राशि से अपने नुकसान की पूरी भरपाई कर सकें PMFBY के अंतर्गत पहले गेहूं काटने के बाद मड़ाई के दौरान अगर फसल में आग लग जाती है या बारिश हो जाती है तो किसानों को बहुत नुकसान हो जाता है इस प्रक्रिया के बाद किसानों को जो राशि दी जाती है वह सामूहिक तौर पर दी जाती है नें। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने इस योजना में कुछ परिवर्तन किए हैं ।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में पहले फसल काटने के बाद उसमें आग लग जाने पर या फिर बारिश से फसल का नुकसान हो हो जाने पर लाभ सामूहिक तौर पर दिया जाता था।
यदि किसानों की फसल कैसे प्राकृतिक आपदा द्वारा नष्ट हुई है तो सरकार उसे पहले से अधिक राशि प्रदान करेगी।
फसल का नुकसान होने पर अलग-अलग किसानों को पूरी फसल को सांत्वना प्रदान किया जाएगा।
लखनऊ के 35000 किसानों ने किया बीमा के लिए आवेदन
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को अपने सभी दस्तावेजों के साथ किसी बैंक से संपर्क करना होगा इसके बाद उन्हें ध्यान या फिर गेहूं प्रत्येक हेक्टेयर की निर्धारित रकम का डेढ़ सौ फ़ीसदी प्रीमियम जमा करना होगा उसके बाद किसानों को Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana का लाभ दिया जाएगा वह सभी किसान जिनके पास क्रेडिट कार्ड उपलब्ध है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 35259 किसानों ने अपना बीमा करवाया है जिसके लिए उन्होंने 3.27 करोड़ रुपए का प्रीमियम दिया है तकरीबन 84 11 किसानों ने इस योजना में अपना लाभ क्लेम किया है जिसके लिए बीमा कंपनी में 578 करोड़ रुपए दिए हैं
यूपी के लखनऊ में स्कूल 2 200000 किसान है जिसमें से 172714 किसानों के पास क्रेडिट कार्ड है
लखनऊ में 35 259 किसानों द्वारा बीमा कराया गया है जिसके लिए उन्होंने 327 करोड़ रुपए प्रीमियम का भुगतान किया है
लगभग 84 11 किसानों ने पीएमएफबीवाई में द्वारा लाभ क्लेम किया है जिसके लिए बीमा कंपनी ने 578 करोड़ रुपए कप्तान किया है
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में पंजीकरण करने की तिथि
इस योजना में जो किसान लाभ उठाना चाहते हैं उन्हें 31 जुलाई 2021 से पहले पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा वह तभी इस योजना का लाभ उठा पाएंगे। सरकार द्वारा Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana में काम करने वाले लोगों का पूरा ध्यान रखा जाता है यदि अगर किसानों को किसी प्राकृतिक आपदा के कारण फसल में होने वाली बर्बादी पर बीमा कवर प्रदान किया जाता है। सरकार द्वारा किसानों की सभी शिकायतों का निपटान किया जाता है शिकायत निवारण समिति का भी गठन किया गया है यह शिकायत निवारण शिविर जिला स्तर पर कार्यरत हैं।
52 किसानों को मिली दावे की राशि
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के सम्मिलित सन 2018 2019 में 5,241,268 गानों को फसल के क्लीम की पूंजी का भुगतान किया गया है। इस योजना के सम्मिलित हर वर्ष लगभग 5.5 करोड किसान आवेदन करते हैं। इस योजना के माध्यम से अब तक 9 करोड़ रुपए तक के दावों का भुगतान किसानों के खातों में किया जा चुका है। यह भुगतान डायरेक्ट किसानों के खाते में भेज दिया जाता है। द्वारा किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए योजना का प्रचार भी किया जाता है जिससे कि ज्यादा से ज्यादा किसान योजना का लाभ उठा पाए और उनको पूरी जानकारी दी जा सके।
फसल बीमा योजना विश्व स्तर पर भीगी दारी के मामले में सबसे बड़ी योजना है तथा निगम के मामले की तीसरी सबसे बड़ी योजना है हर वर्ष लगभग 5.5 करोड़ किसान इस योजना के अंतर्गत आवेदन करते हैं पिछले 5 वर्षों का कार्य में देखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को करने का फैसला किया है इस योजना को आरंभ करने के बाद इसमें कई संशोधन भी किए गए हैं।
PMFBY में फसल के नुकसान की रिपोर्ट करना बहुत आसान है यह रिपोर्ट ऐप के जरिए से हो जाती है कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से या फिर निकटतम कृषि अधिकारी के माध्यम से फसल नुकसान के 72 घंटे के भीतर कि जा सकती है।दावे की राशि भी किसान के अकाउंट में ट्रांसफर बेनिफिट के माध्यम से पहुंचा दी जाती है इस योजना के अंतर्गत नामाकीन किसानों में 84% छोटे और सीमांत किसान हैं।
रबी फसल बीमा प्रक्रिया का हुआ शुभारंभ
इस योजना के अंतर्गत रबी फसल बीमा को आरंभ कर दिया गया है। अनु के अकाउंट से 31 दिसंबर 2020 से पहले पहले प्रीमियम की राशि काट ली जाएगी और फिर इसकी जानकारी 15 जनवरी 2021 तक दे दी जाएगी। एग्रीकल्चर इंशुरंस कंपनी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी सभी मध्य प्रदेश के बैंकों के नोडल कार्यालय को प्राप्त कर दी है इस योजना के सम्मिलित किसानों को स्केल ऑफ फाइनेंस का 1.5 प्रीमियम के रूप में देना होगा।
किसानों के लोन लिए हुए पैसों को प्रीमियम बैंक द्वारा काट लिया जाएगा इस योजना के माध्यम से लोन किसानों को सहमति पत्र देने की जरूरत नहीं पड़ेगी और वह सभी लोन किसान जो फसल बीमा योजना पीएम के सम्मिलित लाभ प्राप्त नहीं करना चाहती हैं उन्हें बैंक में असहमति पत्र जमा करना होगा।
सभी किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ उठाने के लिए सहमति पत्र देना अनिवार्य होगा तभी उनकी फसल का बीमा हो पाएगा और वह इस योजना का लाभ उठा पाएंगे।
Premium Amount Under PMFBY
फसल बीमा योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को प्रीमियम की राशि दी जाती है। जिससे कि किसानों की सहायता की जाए प्रीमियम की राशि अन्य फसल बीमा योजनाओं की अपेक्षा में प्रधानमंत्री बीमा योजना में बहुत कम रखी गई है प्रीमियम की राशि कुछ तरह है
खरीफ फसल के लिए प्रीमियम की राशि बीमित राशि का 2%
रबी फसल के लिए प्रीमियम की राशि बीमित राशि का 1.5%
सालाना वाणिज्यक और बागवानी की फसल के लिए प्रीमियम की राशि बीमित राशि का 5%
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
इस योजना के तहत कुछ महत्वपूर्ण जानकारी कुछ इस प्रकार है:-
फसल बीमा योजना के माध्यम से अब तक लाखों किसानों को लाभ पहुंचा है
शुरू के 3 वर्षों में किसानों द्वारा लगभग 13000 करोड रुपए का प्रीमियम जमा किया जाता है।
जिसके बदले उनको ₹60000000 तक का इंश्योरेंस क्लेम प्राप्त कराया जाता है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को 27 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में संचालित किया जाता है।
योजना के सम्मिलित के लिए रेश्यो आठ 88.3 प्रतिशत है
योजना को संचालित करने का मुख्य उद्देश्य सभी किसानों को खेती करने के लिए बिना किसी आपदा की चिंता प्रोत्साहित करना है और किसानों को लाभ पहुंचाना है।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana के अंतर्गत अगर आप भी आवेदन करवाना चाहते हैं तो उसकी अधिकारी वेबसाइट पर जाकर आप अपना आवेदन करवा सकते हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में अब तक जमा कर दी गई प्रीमियम की राशि
इस योजना में आवेदन आते समय पिछले 3 सालों में इस योजना से ₹130000000 का प्रीमियम जमा किया गया है लेकिन जब प्राकृतिक आपदा का ही तो किसानों को प्रीमियम से 4 राशि करीब 64,000 करोड़ रुपए मुआवजा के रूप में प्रदान की जाएगी। PM Fasal Bima Yojana के माध्यम से बताया गया कि प्रीमियम के हिस्से में कोई भी बदलाव नहीं किया जाएगा यह एक खरीफ फसल के लिए 2% रबी फसल के लिए 1.5% व्यवसायिक व बागवानी फसलों को लिए 5% है। इस योजना के तहत ला उड़ान के दौरान ऐसी योजना में 8,090 करोड़ रुपए से अधिक के दावों का भुगतान किया जाएगा।
इस योजना की शुरुआत 13 जनवरी 2016 को केंद्र सरकार द्वारा की गई है।
यदि किसी भी किसान की फसल को नुकसान हुआ है तो उसको बीमा प्रदान किया जाएगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसी भी किसान की फसल प्राकृतिक आपदा के कारण नष्ट हुई है तो इस योजना में उसको लाभ प्रदान किया जाएगा।
किसी किसान की फसल किसी इंसान के कारण खराब हुई है तो इस योजना का लाभ में किसान नहीं उठा सकता।
इस योजना के अंतर्गत किसानों को मिलने वाली पॉलिसी खरीफ फसल 2% रवि फसल के लिए 1.5% का भुगतान करते हैं।
सरकार द्वारा PMFBY के लिए 8800 करोड़ रुपए ख़र्च किए गए हैं ।
यदि प्राकृतिक आपदा के कारण होने वाले नुकसान जैसे कि सूखा पड़ना ओले के कारण फसल में बहुत हानि होने पर सरकार द्वारा मदद की जाएगी ।
इस योजना के माध्यम से किसान होने वाले नुकसान को आसानी से भर सकते हैं।
फसलों को किसी दूसरे कारण से नुकसान होने पर इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं
यदि अगर आपको अभी PM Fasal Bima Yojana का लाभ उठाना है तो उम्मीदवार ऑनलाइन आवेदन भी करवा सकते हैं ।
इसमें ऑनलाइन आवेदन करवाने के लिए आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अधिकारी वेबसाइट पर जाना होगा।
फसल बीमा योजना प्रधानमंत्री की विशेषताएं
इस योजना के विशेषताएं कुछ इस प्रकार हैं:-
इस योजना के माध्यम से प्राकृतिक आपदाओं फसल में होने वाला नुकसान पर आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की जाएगी।
किसानों की आय में बहुत ज्यादा कठिनाइयां आती है जिससे वह अपना पालन पोषण आसानी से नहीं कर पाते हैं।
किसानों की फसलों को अधिसूचित बीमा इकाई को कम कर दिया जाता है।
इस योजना के माध्यम से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को Actuarial/ bidded प्रीमियम संचालित किया जाता है।
फसल बीमा योजना के सम्मिलित जो छोटे किसान हैं उनको 2% खरीफ पर 1.5% राबी एवं तिलहन फसलों पर एवं 5% वाणिजय बागवानी फसलों पर अधिमूल्य का भुगतान करना होगा। यदि किसानों को अधि मूल्य देना पड़ेगा तो उसकी 50% की पूंजी राज्य सरकार एवं पचास परसेंट की पूंजी की सरकार द्वारा वाहन की जाएगी। पूर्वोत्तर राजू के मामले में 90% की पूंजी केंद्र सरकार एवं 10% परसेंट की पूंजी राज्य सरकार द्वारा वाहन की जाएगी
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के सम्मिलित रोकी गई बुवाई के लिए बीमित 25% तक के दावे का प्रावधान है।
मौसम को देखते हुए प्रतिकूलता के लिए बीमा राशि का 25% तक ऑन अकाउंट भुगतान किया जाएगा यदि बीमा इकाई में फसल की स्थिति 50% से ज्यादा बताई जाती है।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana को फसल बीमा पोर्टल के काम करने के लिए विकसित किया गया है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से जो बताई गई राशि है वह डायरेक्ट किसान के खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
सरकार द्वारा सभी धारकों के बीच योजना के बारे में बताने का फैसला किया जाता है।
PMFBY में अगर आपको भी इसका लाभ उठाना है तो इसकी अधिकारी वेबसाइट पर जाना होगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की पात्रता
इस योजना के तहत पात्रता निम्नलिखित है:-
देश के सभी किसानों को काबिल होना चाहिए जिससे योग्यता के कारण चुना जा सके।
इस योजना के माध्यम से आप अपनी जमीन पर की गई खेती का बीमा करवा सकते हैं और साथ ही मैं आपको इस बात की भी आसानी होती है कि अगर आपने उधार ली हुई जमीन पर खेती की है तो आप उसका भी बीमा करवा सकते हैं।
उन किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा जो पहले किसी योजना में जुड़े हुए हो या उस योजना का लाभ ले रहे हो।
इस योजना के तहत महत्वपूर्ण दस्तावेज कुछ इस प्रकार हैं:-
आधार कार्ड
आईडी कार्ड
राशन कार्ड
बैंक खाता पासबुक
ऐड्रेस प्रूफ
किराए के खेत में मालिक के साथ इकरार की फोटो कॉपी
बुवाई शुरू होने वाले दिन की तारीख
पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2024 के तहत ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
देश के जो इच्छुक लाभार्थी इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं उन्हें नीचे दिए गए चरणों का पालन करना है:-
आवेदन करने हेतु सबसे पहले प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
इच्छुक लाभार्थी को आवेदन करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने अकाउंट को बनाना होगा।
इसके बाद अकाउंट बनाने के लिए Registration पर क्लिक करना होगा और पूछे गए सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को भरना होगा।
इच्छुक लाभार्थी को सभी जानकारी भरने के बाद सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा उसके बाद आपका अकाउंट ऑफिशल वेबसाइट बन जाएगा।
इसके बाद अकाउंट बनाने के लिए आपको अकाउंट में लॉगिन करके आपको फसल बीमा योजना का फॉर्म भरना होगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का फॉर्म सही भरने के बाद आपको सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा ।
उम्मीदवारों को स्क्रीन पर सक्सेसफुल का मैसेज दिखाई देगा।
इसके बाद आप आवेदन आसानी से कर सकते हैं।
PMFBY Login Procedure
इच्छुक लाभार्थी जो इस योजना के तहत लॉगइन करना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
लॉगइन करने हेतु सबसे पहले आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
अब आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
इसके बाद आपको साइन इन के बटन पर क्लिक करना होगा।
अब आपके सामने एक नया पेज खुलकर आएगा जिसमें आपको अपना मोबाइल नंबर, पासवर्ड तथा कैप्चा कोड दर्ज करना होगा।
अब आपको लॉगइन के बटन पर क्लिक करना होगा।
इस प्रकार आप पोर्टल पर लॉगिन कर पाएंगे और इसका लाभ भी उठा पाएंगे।
फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया
इस योजना में अंतर्गत प्राकृतिक आपदा जैसे कि तूफान, बारिश, भूकंप आदि के कारण आप की फसल को नुकसान पहुंचा है और आप प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभार्थी हैं तो आप नीचे दी गई प्रक्रिया को फॉलो करके इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
सबसे पहले आपको अपने एग्रीकल्चर ऑफिसर या फिर इंश्योरेंस कंपनी के पास जाना होगा।
आपको एग्रीकल्चरल ऑफिसर या इंश्योरेंस कंपनी को नुकसान होने के 72 घंटे के अंदर अंदर नुकसान की जानकारी प्रदान करनी होगी।
इसके बाद आपको नुकसान की तिथि एवं समय की जानकारी भी प्रदान की जाएगी।
आप की फसल को कोई भी नुकसान हुआ है तो नुकसान की तिथि तथा टाइम के साथ साथ फसल की फोटो भी जमा करनी होगी।
यह पूरी प्रक्रिया आप क्रॉप इंश्योरेंस ऐप के माध्यम से भी कर सकते हैं।
अगर आपको कोई भी जानकारी के लिए आप फार्मर कॉल सेंटर पर संपर्क कर सकते हैं जो कि 18001801551 इस नंबर पर जाकर आपकी सारी समस्या दूर हो जाएंगी।
फसल बीमा योजना आवेदन की स्थिति देखने की प्रक्रिया
वह सभी इच्छुक लाभार्थी जो आवेदन की स्थिति देखना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
आवेदन स्थिति देखने हेतु सबसे पहले प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
अधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होमपेज खुलकर आ जाएगा।
आपको इस होम पेज पर Application Status का ऑप्शन दिखाई देगा आपको इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा ।
ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जायेगा ।
इस पेज पर आपको अपना Receipt Number भरना होगा फिर कैप्चा कोड डालना होगा इसके बाद Search Status के बटन पर क्लिक करना होगा ।
क्लिक करने के बाद आपके सामने आपके आवेदन की स्थिति आ जाएगी ।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ऐप डाउनलोड करने की प्रक्रिया
इस योजना के तहत मोबाइल ऐप डाउनलोड करने हेतु निम्नलिखित चरणों का पालन करें:-
इच्छुक लाभार्थी को सबसे पहलेअपने मोबाइल फोन में गूगल प्ले स्टोर खोलना होगा।
अब आपको सर्च बॉक्स में प्रधानमंत्री फसल बीमा ऐप एंटर करना होगा।
इसके बाद आपके सामने एक सूची खुल कर आएगी जिसमें से आप को सबसे ऊपर वाले ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
अब आपको इंस्टॉल के बटन पर क्लिक करना होगा।
इस प्रकार प्रधानमंत्री फसल बीमा आपके मोबाइल फोन में डाउनलोड हो जाएगा।
अप किसान ऐप में अपना नाम तथा फोन नंबर डालकर पंजीकरण कर सकते हैं और क्रॉप इंश्योरेंस की डिटेल देख सकते हैं।
लाभार्थियों की सूची देखने की प्रक्रिया
वह सभी लोग भर्ती जो इस योजना के तहत लाभार्थी सूची देखना चाहते हैं वह नीचे दिए गए किसी भी माध्यम का चयन कर सकते हैं:-
आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से देखने की प्रक्रिया
अगर आप आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से देखना चाहते हैं तो नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:-
सबसे पहले आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
इसके बाद आपके सामने होमपेज खुलकर आ जाएगा।
इन सब के बाद आपको होम पेज पर लाभार्थी सूची के लिंक पर क्लिक करना होगा।
अब आपके सामने एक नया पेज खुल कर आ जाएगा जिसमें आपको अपने राज्य का चयन करना होगा।
इसके बाद आपको अपने जिले का चयन करना होगा।
हम आपको अपने ब्लॉक का चयन करना होगा।
इसके बाद आप ब्लॉक का चयन करेंगे आपके सामने लाभार्थी सूची खुलकर आ जाएगी।
आप इस सूची में अपना नाम देख सकते हैं फिर आवेदन कर सकते हैं।
बैंक के माध्यम से
सबसे पहले आपको अपने आसपास की बैंक में जाना होगा।
पता नहीं इसके बाद आपको संबंधित अधिकारी को अपना एप्लीकेशन नंबर देना होगा ।
के बाद आपको बैंक अधिकारी द्वारा मांगे गए दस्तावेज़ भी देने होंगे।
इसके बाद बैंक अधिकारी आपको लाभार्थी सूची से संबंधित सभी जानकारी प्रदान करेंगे।
इस प्रकार आप लाभार्थी सूचना में अपना नाम देख सकते हैं ।
इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेट करने की प्रक्रिया
वह लाभार्थी जो इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेट करना चाहते हैं उन्हें नीचे दिए गए चरणों का पालन करना है:-
इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेट करने हेतु आप को सबसे पहले इस योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
इसके बाद ऑफिशियल वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होमपेज खुलकर आ जाएगा।
होम पेज पर आपको INSURANCE CALCULATOR का ऑप्शन दिखाई देगा। इसके बाद आपको insurance पर क्लिक करना होगा ।
Insurance ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा।
इस पेज पर आपको पूछे गए कुछ जानकारी जैसे की फसल का चयन ,स्कीम , स्टेट , डिस्ट्रिक्ट , क्रॉप आदि का चयन करना होगा।
सभी जानकारी भरने के बाद आपको Calculate के बटन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आप प्रीमियम को कैलकुलेट कर सकते है।
इंश्योरेंस कंपनी डायरेक्टरी देखने की प्रक्रिया
वह सभी लाभार्थी जो इंश्योरेंस कंपनी डायरेक्टरी देखना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
सबसे पहले आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
इस पेज पर आप इंश्योरेंस कंपनी डायरेक्टरी के बाद आप देख सकते हैं।
शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया
देश के जो इच्छुक लाभार्थी शिकायत दर्ज करना चाहते हैं उन्हें नीचे दिए गए चरणों का पालन करना है:-
शिकायत दर्ज करने हेतु आपको सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
उम्मीदवारों को ऑफिशियल वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेट खुलकर आ जाएगा।
इस होम पेज पर आपको Technical Grievance क ऑप्शन दिखाई देगा।
आपको इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जायेगा। इस पेज पर आपको नाम, मोबाइल नंबर , ईमेल आईडी , और कमैंट्स को दर्ज करना होगा।
सभी जानकारी भरने के बाद आपको सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद फिर आपकी शिकायत दर्ज हो जाएगी।
स्टेट वाइज फार्मर डिटेल जानने की प्रक्रिया
वह सभी लाभार्थी जो स्टेट वाइज फार्मर डिटेल देखना चाहते हैं उन्हें नीचे दिए गए चरणों का पालन करना है:-
सबसे पहले आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
अब आपके सामने होम पेज खुल कर आ जाएगा
होम पेज पर आपको रिपोर्ट के लिंक पर क्लिक करना होगा।
लाभार्थी जैसे ही इस ऑप्शन पर क्लिक करेंगे आपके सामने फार्मर डिटेल्स लिस्ट खुलकर आ जाएगी।
आप इसमें से जिस भी साल की फार्मर डिटेल्स चेक करना चाहते हैं आप उसे डाउनलोड करके चेक कर सकते हैं।
Important Note
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आपने भी आवेदन करवाना चाहते हैं । तो इच्छुक लाभार्थी को सरकारी दफ्तर जैसे कि बैंक बैंक/PACS/ जनसेवा केंद्र बीमा एजेन्ट या सीधे बीमा कम्पनी से भी आवेदन कर सकता है और इस वर्ष खरीफ की फसल की बीमा की अंतिम तिथि दिनांक 31 जुलाई 2019 है। इस योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर भी जा सकते है और अपना आवेदन करवा सकते हैं इस योजना का लाभ भी उठा सकते हैं।
फसल बीमा योजना में क्लेम करते समय रखना होगा इन बातों का ध्यान
इस योजना के अंतर्गत आवेदन किया है तो आप बीमा का क्लेम करना चाहते हैं तो आप बीमा कंपनी से छोटे पैमाने पर प्रकृति आपदाओं की जानकारी प्रदान करनी है तो यह जानकारी आपको समय से प्रदान करनी होगी इसके अलावा आपको आपदा की जानकारी बीमा कंपनी से देने में देरी की तो आपको क्लेम का भुगतान नहीं किया जाएगा । Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana के तहत छोटे पैमाने पर प्रकृतिक आपदाओं में ओलावृष्टि, भू-स्खलन, अतिवृष्टि, बादल फटने, प्राकृतिक आग लगने तथा बेमौसम वर्षा या सामान्य से अधिक वर्षा होने आदि शामिल है। हाल ही में 9,30,000 किसानों के बीमा क्लेम रद्द कर दिए गए हैं।
पहले किसानों को इस बीमा की जानकारी प्रदान नहीं की थी।
इसके अलावा किसी बड़े पैमाने पर प्राकृतिक आपदा आती है।
तो इस स्थिति में आपको बीमा कंपनी के प्राकृतिक आपदा की जानकारी नहीं प्राप्त की जाएगी।
इसके अलावा आपके लिए प्राप्त नहीं करना चाहते हैं तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप बीमा कंपनी को सही समय पर सूचित कर दे नहीं तो प्रीमियम का भुगतान करने के बाद आपको क्लेम नहीं प्राप्त होगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत क्लेम करने की प्रक्रिया
दोस्तों अगर आप की भी फसल को कोई नुकसान पहुंचा है तो आपको नीचे दी गई प्रक्रिया को फॉलो कर कर बीमा राशि का क्लेम कर सकते हैं।
सबसे पहले किसान को फसल के पहुंचे नुकसान की जानकारी इंश्योरेंस कंपनी, बैंक या फिर राज्य सरकार अधिकारी को देनी होगी।
यह जानकारी किसान को टोल फ्री नंबर पर संपर्क करके नुकसान होने के 72 घंटे के भीतर देनी होगी।
यदि आपने इंश्योरेंस कंपनी के अलावा किसी और को नुकसान की जानकारी दी है तो आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि वह जल्द से जल्द यह जानकारी इंश्योरेंस कंपनी तक पहुंचाएं।
जैसे ही इंश्योरेंस कंपनी तक जानकारी पहुंचेगी इंश्योरेंस कंपनी 72 घंटे के भीतर नुकसान निर्धारणकरता नियुक्त करेगी।
अगले 10 दिन के भीतर आप ही फसल को पहुंचे नुकसान का आकलन नुकसान निर्धारितकरता करेगा।
यह सारी प्रक्रिया सफलतापूर्वक हो जाने पर 15 दिन के अंदर अंदर बीमा की राशि आपके खाते में पहुंचा दी जाएगी।
टेंडर डाउनलोड करने की प्रक्रिया
लाभार्थी जो टेंडर डाउनलोड करना चाहते हैं उन्हें नीचे दिए गए चरणों का पालन करना है:-
टेंडर डाउनलोड करने हेतु आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
अब आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
होम पेज पर आपको डाक्यूमेंट्स के टैब पर क्लिक करना होगा।
प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना ऑनलाइन आवेदन | PM Kisan Pension Yojana Online Registration | किसान पेंशन योजना एप्लीकेशन फॉर्म | PM Kisan Pension Yojana Apply Online/Offline 2024 |
PM Kisan Pension Yojana2024:- देश के छोटे व सीमांत किसानों को बुढ़ापे में आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना का शुभारंभ 31 मई 2019 को किया गया। इस योजना के माध्यम से देश के आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर प्रतिमाह धनराशि पेंशन के रूप में मुहैया कराई जाएगी जिसका उपयोग करके देश के किसान आत्मनिर्भर बनेंगे। आज हम आपको प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना 2024 से जुड़ी संपूर्ण जानकारी जैसे उद्देश्य लाभ विशेषताएं पात्रता एवं आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। PM Kisan Pension Yojana से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें।
PM Kisan Pension Yojana2024
इस योजना की शुरुआत देश के छोटे व सीमांत किसानों को उनके बुढ़ापे में आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए शुरू किया गया है। इस योजना के अंतर्गत प्राप्त हुई धनराशि का उपयोग करके वह अपना जीवन बुढ़ापे में उचित ढंग से जी सकेंगे। भारत सरकार द्वारा किसानों की आयु 60 वर्ष की पूर्ण होने पर प्रतिमाह 3,000 रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी। देश के सभी छोटे एवं सीमांत किसान जो PM Kisan Pension Yojana के तहत आवेदन करना चाहते हैं उनकी आयु 18 से 40 वर्ष के भीतर ही होनी चाहिए। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि देश के छोटे व सीमांत वृद्ध किसानों को जीवन यापन करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके।
PM Kisan Pension Yojana के अंतर्गत देश के लगभग 5 करोड छोटे व सीमांत किसानों को 2022 तक शामिल किया जाएगा।
इस योजना का लाभ उन सभी लाभार्थियों को भी प्रदान किया जाएगा जिनके पास 2 हेक्टेयर तक की कृषि योग्य भूमि उपलब्ध होगी।
यदि किसी कारणवश लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है तो ऐसे में उसके जीवन साथी को प्रतिमाह 1,500 रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी।
पीएम किसान पेंशन योजना के तहत प्रीमियम का भुगतान
इस योजना के अंतर्गत देश के छोटे व सीमांत किसानों को उनके 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने के बाद 3,000 रुपये की धनराशि मुहैया कराई जाती है। परंतु इस योजना के अंतर्गत धनराशि प्राप्त करने के लिए आवेदक को 18 वर्ष की आयु से लेकर 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने से पहले पहले प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है। इस योजना के अंतर्गत यदि कोई किसान 18 वर्ष की आयु का है तो उसे 55 रुपये के प्रीमियम का भुगतान करना होगा और यदि वह 40 वर्ष की आयु का है तो उसे 200 रुपये प्रीमियम का भुगतान करना होगा। यदि किसी कारणवश में प्रीमियम का भुगतान नहीं कर पाया है तो उसे इस योजना के तहत धनराशि उपलब्ध नहीं कराई जाएगी
पीएम किसान पेंशन योजना के अंतर्गत मिलने वाली धनराशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में हस्तांतरित की जाएगी।
यदि आप भी इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन पत्र भरना होगा।
प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना के मुख्य तथ्य
इस योजना के तहत मुख्य तथ्य कुछ इस प्रकार हैं:-
योजना का नाम
प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना 2024
किसके द्वारा शुरू की गई
केंद्र सरकार द्वारा
आरंभ तिथि
13 मई 2019
मंत्रालय
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय
योजना के लाभार्थी
देश के बुढ़े छोटे व सीमांत किसान
योजना का उद्देश्य
देश के छोटे व सीमांत किसानों को प्रतिमाह पेंशन प्रदान करना
जैसे कि हम सभी जानते हैं हमारे देश में काफी ऐसे छोटे व सीमांत किसान हैं जो अपनी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण बुढ़ापे में अपना जीवन यापन अच्छे से करने में असमर्थ रहते हैं और ऐसे में उन्हें अपने खर्चे के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहने की आवश्यकता पड़ती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के छोटे व सीमांत किसानों को 60 वर्ष की आयु के बाद आर्थिक सहायता पेंशन के रूप में प्रदान की जा सके। इस योजना के माध्यम से देश के किसान पेंशन धनराशि प्राप्त करने के बाद अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने में सक्षम रहेंगे।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के किसान आत्मनिर्भर व सशक्त बने।
किसानों के बूढ़े होने के बाद उन्हें अपने खर्चों के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहने की आवश्यकता ना पड़े इस उद्देश्य से प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना का शुभारंभ किया गया है।
पीएम किसान पेंशन योजना के माध्यम से देश के किसान अपना जीवन यापन अच्छे से कर सकेंगे एवं किसानों में विकास किया जा सकेगा।
प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना2024
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना को प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के नाम से भी जाना जाता है। इस योजना के माध्यम से राज्य के छोटे व सीमांत किसान 60 वर्ष की आयु पूर्ण करने के बाद प्रतिमाह 3,000 रुपये की पेंशन धनराशि प्राप्त करने में सक्षम रहेंगे। इस धनराशि का उपयोग करके देश के किसान अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा कर सकेंगे एवं आत्मनिर्भर व सशक्त बनेंगे। केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के माध्यम से देश के छोटे व सीमांत किसानों का भविष्य सुरक्षित किया जाएगा एवं उनको सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाएगी ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े।
इसी के साथ साथ यदि किसानों के किसी कारण वश मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में उसके जीवन साथी को 1500 रुपये की धनराशि आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की जाएगी।
यदि आपको भी पीएम किसान पेंशन योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं तो आपको श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा
प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना के तहत प्रीमियम राशि
जैसे कि हम सभी जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना की शुरुआत देश के छोटे व सीमांत किसानों को 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए की गई है। प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को प्रीमियम राशि का भुगतान करना होगा। देश के मैं सभी किसान जो इस योजना के अंतर्गत आवेदन करते हैं उन्हें 50% प्रीमियम अनुदान का भुगतान करना होगा और बाकी का 50% सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए सरकार द्वारा 774.5 करोड रुपए का सालाना बजट निर्धारित कर दिया गया है। यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना होगा।
PM Kisan Pension Yojana का लाभ उठाने के लिए आप श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
यदि किसी कारणवश आप आधिकारिक वेबसाइट से आवेदन नहीं कर पा रहे हैं तो आप अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र में जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।
Ineligible Beneficiaries Under Pradhan Mantri Kisan Pension Yojana
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना के अंतर्गत जो किसान लाभ नहीं उठा सकते हैं उनकी सूची कुछ इस प्रकार है:-
अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ उठा रहे किसान इस योजना के तहत पात्र नहीं है
केंद्रीय राज्य सरकार के मंत्रालयों कार्यालयों विभागों और उनकी फील्ड इकाईयों केंद्रीय राज्य के सार्वजनिक उपक्रमों और सलंग कार्यालयों सरकार के साथ-साथ स्थानीय निकायों के नियमित कर्मचारियों के सभी सेवारत या सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारी।
सभी किसान जिन्होंने पिछले मूल्यांकन वर्ड्स में आयकर का भुगतान किया हो या वेब पेशावर जैसे डॉक्टर इंजीनियर वकील चार्टर्ड अकाउंटेंट और आर्किटेक्ट हो।
संवैधानिक पदों के पूर्व और वर्तमान धारक
सभी संस्थागत भूमि धारक
पूर्व और वर्तमान मंत्रियों राज्य मंत्रियों और लोकसभा राज्यसभा राज्य विधानसभा राज्य विधान परिषद के पूर्व वर्तमान सदस्य नगर निगम के पूर्व और वर्तमान महापौर जिला पंचायत के पूर्व और वर्तमान अध्यक्ष
पीएम किसान पेंशन योजना के लाभ
इस योजना के तहत लाभ निम्नलिखित हैं:-
इस योजना के अंतर्गत देश के सभी छोटे व सीमांत किसानों को लाभ प्रदान किया जाएगा।
देश के छोटे व सीमांत किसानों को उनके 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने के बाद 3,000 रुपये की पेंशन धनराशि मुहैया कराई जाएगी।
PM Kisan Pension Yojana के तहत मिलने वाली धनराशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में हस्तांतरित की जाएगी।
यदि इस योजना के तहत लाभार्थी 10 वर्ष से कम अवधि के भीतर राशि निकालता है तो उसे केवल अंशदान का अंशदान व्यास की बचत बैंक दर के साथ ही वापस किया जाएगा।
पीएम किसान पेंशन योजना के तहत कोई लाभार्थी 10 वर्ष या उससे अधिक अवधि पूरी होने के बाद निकालते हैं परंतु वह 60 वर्ष की आयु से पहले हैं तो उसे अनुदान की धनराशि वापस लौटाई जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के बाद देश के किसान आत्मनिर्भर व सशक्त बनेंगे।
अब देश के छोटे व सीमांत किसानों को अपने खर्चे के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
यदि इस योजना का लाभ उठाते समय किसी ल भारती की मृत्यु हो जाती है तो ऐसे समय में उसके जीवन साथी को योगदान का भुगतान किया जाएगा।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए 18 वर्ष के आयु वाले लाभार्थियों को 55 रुपये प्रीमियम का भुगतान करना होगा एवं 40 वर्ष की आयु वाले किसानों को 200 रुपये प्रीमियम का भुगतान करना होगा।
Pradhan Mantri Kisan Pension Yojana के अंतर्गत जीवन बीमा निगम एक नोडल एजेंसी के तरह कार्य करेगी।
इस योजना के अंतर्गत प्राप्त हुई धनराशि का उपयोग करके देश के किसानों को बूढ़े होने के बाद अपने खर्चों के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
यदि आप पीएम किसान पेंशन योजना के तहत लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
केंद्र सरकार द्वारा देश के छोटे व सीमांत किसानों के बुढ़ापे में अच्छा जीवन प्रदान करने हेतु पीएम किसान पेंशन योजना की शुरुआत 13 मई 2019 को की गई है।
इस योजना के अंतर्गत देश के छोटे व सीमांत किसानों की 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने के बाद उन्हें 3,000 रुपये की धनराशि प्रतिमाह मुहैया कराई जाएगी।
PM Kisan Pension Yojana के अंतर्गत प्राप्त हुई धनराशि का उपयोग करके देश के किसान अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा कर सकेंगे।
देश के किसानों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना निकाली गई है जिसके तहत उन्हें अपने खर्चों के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
इस योजना के अंतर्गत देश के किसानों को प्रीमियम का भुगतान भी करना होगा।
18 वर्ष की आयु वाले किसानों को लगभग 55 रुपये प्रीमियम का भुगतान करना होगा एवं 40 की आयु वाले किसानों को 200 रुपये का भुगतान करना होगा।
प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना के तहत प्राप्त होने वाली धनराशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी।
यदि इस योजना का लाभ लेते समय किसी लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में उसके जीवन साथी को 1500 रुपये की धनराशि मुहैया कराई जाएगी।
इस धनराशि का उपयोग करके देश के किसान अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा कर सकेंगे।
सरकार द्वारा इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के किसान आत्मनिर्भर व सशक्त बने उन्हें अपने खर्चों के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहने की आवश्यकता ना पड़े।
इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए लाभार्थी की आयु 18 से 40 वर्ष के भीतर होनी चाहिए।
देश के वह सभी किसान जिनके पास 2 हैक्टेयर या उससे कम की कृषि योग्य भूमि है वह इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
देश के इच्छुक किसान जो प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं उन्हें जल्द से जल्द श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
यदि किसी कारणवश आप ऑनलाइन आवेदन करने में असमर्थ रहते हैं तो आप अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र में जाकर भी आवेदन करने में सक्षम रहेंगे।
पेंशन त्यागने पर मिलने वाले लाभ
इस योजना के तहत पेंशन त्यागने पर निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:-
यदि किसी ग्राहक ने 10 वर्ष की कम अवधि में अंशदान निकाल लिया है तो बैंकों द्वारा अंशदान ब्याज की बचत उसे वापस कर दिया जाएगा।
अगर किसी ने भारती की मृत्यु हो जाती है तो उसके जीवन साथी को इस योजना के अंतर्गत लाभ प्रदान किया जाएगा।
किसान द्वारा अगर 10 वर्ष की अवधि पूरी होने पर पहले ही अंशदान के राशि निकाली है तो उससे पूरी राशि वापस लौटाई जाएगी।
पति और पत्नी दोनों की मृत्यु होने पर राशि को वापस फंड में जमा किया जाएगा
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लिस्ट | Apply PM Fasal Bima Yojana List at pmfby.gov.in | फसल बीमा योजना ऑनलाइन आवेदन | Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana Online Registration |
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana 2024:- प्राकृतिक आपदाओं के कारण बर्बाद होने वाली फसलों पर बीमा प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को आरंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से देश के किसानों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाया जाएगा। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लिस्ट 2024 से जुड़ी संपूर्ण जानकारी जैसे उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, बेनिफिशियरी लिस्ट, आवेदन की स्थिति एवं आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana से संबंधित पूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana2024
इस योजना को हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा देश के किसानों के लिए आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को प्राकृतिक आपदाओं जैसे सूखा पड़ना ओले पड़ना आदि के कारण होने वाली बर्बाद फसलों पर बीमा उपलब्ध कराया जाएगा। Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी भारतीय कृषि बीमा कंपनी को सौंपी गई है। यदि किसी किसान की फसल प्राकृतिक आपदाओं से नहीं बल्कि किसी और कारण खराब हुई है तो उसे यह बीमा राशि नहीं प्रदान की जाएगी। देश के जिन इच्छुक किसानों ने इस योजना के अंतर्गत आवेदन किया है वह अब अपना नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लिस्ट में आसानी से देख सकते हैं।
केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के लिए 8800 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित कर दिया गया है।
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana के तहत किसानों को खरीफ फसल पर 2% और राबी फसल पर 1.5% का भुगतान बीमा कंपनियों को करना होगा।
इन दोनों फसलों पर किसानों को बीमा उपलब्ध कराया जाएगा।
यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
जैसे कि हम सभी जानते हैं प्राकृतिक आपदाओं जैसे सूखा पड़ना एवं ओले पड़ने के कारण हमारे देश के किसानों की फसलों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है। और ऐसे में किसान काफी चिंतित रहते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से खेती करने वाले किसानों को फसलों के नुकसान से बचाने के लिए बीमा कवर मुहैया कराया जाएगा। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि हमारे देश के किसान आत्मनिर्भर व सशक्त बने एवं उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि किसानों को नुकसान हुई फसलों पर इंश्योरेंस प्रदान किया जा सके।
इस योजना के माध्यम से हमारे देश के किसान आत्मनिर्भर बनेंगे।
उन्हें फसल के बर्बाद होने पर किसी प्रकार की आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
आवेदन करने के बाद देश के किसान अपने नाम की जांच प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लिस्ट आसानी से कर सकते हैं
पोस्ट ऑफिस द्वारा भी कर सकते हैं फसल बीमा योजना के लिए आवेदन
यह अभियान 23 जुलाई से यूपी के हर जिले में शुरू कर दिया हैइस सरकार का उद्देश्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पोस्ट ऑफिस की पहुंच अच्छी होती है इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए पोस्ट ऑफिस द्वारा आवेदन करने पर आसानी होगी इस योजना को किसानों तक पहुंचाने के लिए एक अभियान शुरू किया जा रहा है जिससे किसान भाई फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं | इस अभियान की श्रेणी में अभी तक केवल 1699 वाराणसी के पोस्ट ऑफिस तथा और अन्य जिलों के पोस्ट ऑफिस में शामिल है |
इस योजना के अंतर्गत पोस्ट ऑफिस द्वारा आवेदन 31 जुलाई तक कर सकते है | अभी तक 800 किसानों ने पोस्ट ऑफिस द्वारा इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया है | यदि आप पोस्ट ऑफिस द्वारा खरीफ की फसल के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको कुछ जरूर डॉक्यूमेंट की जरूरत है जो निम्नलिखित प्रकार है:-
वोटर आईडी
आधार कार्ड
पैन कार्ड
बैंक पासबुक
मेरी पॉलिसी मेरा हाथ अभियान( राष्ट्रीय अभियान)
केंद्रीय कृषि नरेंद्र सिंह तोमर जी के द्वारा एक अभियान शुरू किया गया है जिसका नाम मेरी पॉलिसी मेरा हाथ अभियान है यह राष्ट्रीय अभियान है इस अभियान को इंदौर से 35 किलोमीटर दूर बलाई नामक गांव में लागू किया गया था | इस अभियान से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana को किसानों की मदद के लिए देशभर में फैलाना है जो कि 18 फरवरी 2016 को आरंभ की गई थी |
इस योजना द्वारा अब तक केवल 36 करोड़ किसान भाइयों को लाभ प्रदान किया जा चुका है तथा अभी तक किसान भाइयों को वितरित की जाने वाली राशि लगभग 107000 करोड़ है, यह प्रक्रिया आगे भी जारी है | इसमें प्राकृतिक आपदाओं (जैसे सूखा बाढ़ आंधी बारिश आदि) से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा किसानों को बीमा प्रदान किया जाता है |
इस अभियान के अंतर्गत सभी किसानों को घर जाकर उनसे फसल बीमा के लिए दस्तावेज प्रदान किए जाएंगे,यह अभियान लगभग 1 महीने तक चलेगा | मेरी पॉलिसी मेरा हाथ अभियान के तहत किसानों को ड्रोन,प्राकृतिक खेती और ई सैंपल आदि प्रकार की विभिन्न टेक्नोलॉजी के बारे में भी बताया जाएगा | जिसके द्वारा किसानों को अत्यधिक लाभ होगा |
फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों की कवरेज
सभी किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं |
इसके अंतर्गत अधिसूचित क्षेत्रों में फसल उगाने वाले बटाईदार तथा काश्तकार किसान भी है लेकिन बीमित फसलों की कृषि और जमीन के लिए बीमा का होना आवश्यक है |
बटाईदार और किराएदार किसानों को आवश्यक रूप से अपना आधार कार्ड और बोई जा चुकी फसलों का घोषणा पत्र दिखाना होगा |
सभी किसानों के पास इस योजना का लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज पर्याप्त होने चाहिए |
पीएम फसल बीमा योजना के तहत फसलें
इस योजना के अंतर्गत क्रॉप्स आते हैं:-
ऑयल सीड्स
फलों की फसलें
कमर्शियल क्रॉप्स
एनुअल हॉर्टिकल्चर क्रॉप्स
पीएम फसल बीमा योजना रिस्क कवरेज
इसके अंतर्गत बेसिक कवर प्राकृतिक आपदा आने पर नुकसान के कारण प्रदान किया जाता है | बेसिक कवर के अलावा आप इसमें ऐडऑन कल का विकल्प भी चुन सकते हैं जिसके अंतर्गत निम्नलिखित कवरेज दी गई है:-
प्लांटिंग / जर्मिनेशन रिस्क
पोस्ट हार्वेस्ट लॉसेस
लोकल कैलेमिटीज
मिड सीजन लॉजेस
वाइल्ड एनिमल अटैक आदि |
फसल बीमा योजना अपडेट यूपी
योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा कुछ बदलाव किए गए हैं जो निम्न है:-
यदि किसानों को किसी प्राकृतिक आपदा ( जैसे:- बाढ़, सूखा, बारिश आदि) के कारण नुकसान होता है तो उसको बीमा कंपनी द्वारा अनुदान प्रदान किया जाएगा, जिससे किसानों को आर्थिक लाभ होगा | किसानों को मिलने वाली आर्थिक राशि उनके नुकसान से अधिक प्राप्त होगी |
पहले गेहूं की कटाई के दौरान यदि आग लग जाना है अब बारिश होने जैसी समस्या हो जाती थी तो किसानों को सरकार की ओर से सामूहिक रूप से राशि प्राप्त होती थी जिसके कारण नुकसान होने वाले किसानों को कभी-कभी संपूर्ण राशि नहीं मिल पाती थी तथा जिसका नुकसान नहीं होता था उनको भी राशि प्राप्त हो जाती थी परंतु अब एक एक किसान को जांच करके यह राशि प्रदान की जाएगी |
इसके अंतर्गत फसल बीमा योजना का लाभ लेने हेतु गेहूं तथा धान की फसलों की प्रति हेक्टेयर की निर्धारित रकम का किसानों द्वारा डेढ़ से दो फीसदी प्रीमियम जमा किया जाएगा | किसानों को यह लाभ प्राप्त करने के लिए बैंक से संपर्क करना होगा तथा अपने दस्तावेजों को तैयार रखना होगा |
फसल बीमा योजना दिसंबर अपडेट
यह योजना किसानों के लिए ऐडऑन कवरेज के तौर पर कार्यान्वयन की जाएगी | इसके अंतर्गत किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के कारण नुकसान होने के साथ जंगली जानवरों द्वारा होने वाले कृषि के नुकसान पर भी सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी | इस प्रकार सरकार द्वारा फसल बीमा योजना के तहतवाइल्डलाइफ भी कवर करने का फैसला लिया गया है |
इसके लिए किसानों को प्रीमियम का भुगतान करना होगा जबकि सरकार अतिरिक्त सब्सिडी प्रदान करेगी | MoEFCC तथा बीमा कंपनी के परामर्श से बड़े प्रोटोकॉल तथा प्रक्रियाएं तैयार की गई है |
राज्य सरकार पहले से ही किसानों को क्रॉप डैमेज कंपनसेशन प्रदान करती है अब विभिन्न राज्यों द्वारा प्राप्त सुझाव को सरकार ने इस योजना में शामिल कर लिया है | महाराष्ट्र ने क्षति को रोकने के लिए एक पैनल लगाकर इस कदम का साथ जताया है |
फसल बीमा योजना नवंबर अपडेट
आप सभी जानते हैं कि सरकार ने फसल बीमा योजना किसानों की प्राकृतिक आपदा जैसे सूखा, बाढ़, भारी बारिश आदि से होने वाले नुकसान की भरपाई करने के लिए आरंभ की है | इसके अंतर्गत यदि किसी भी किसान का प्राकृतिक आपदाओं के कारण नुकसान होता है तो वह टोल फ्री नंबर पर 72 घंटों के अंदर कॉल करके शिकायत दर्ज कर सकता है इसके लिए कृषि कार्यालय किसान हेल्पलाइन नंबर 18001801551पर कॉल करनी है पर कॉल करनी है |
PM FBY में क्रॉप्स तथा प्रीमियम
क्रम संख्या
फसलें
दे बीमा राशि का प्रतिशत किसानों द्वारा
1
खरीफ की फसल
2.0%
2
रवि की फसल
1.5%
3
वार्षिक वाणिज्यिक तथा बागवानी फसलें
5 %
मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय अभियान का हुआ शुभारंभ
मध्य प्रदेश के केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी के द्वारा एक अभियान का शुभारंभ किया गया है। राष्ट्रीय अभियान का नाम मेरी पॉलिसी मेरा हाथ है। केंद्रीय मंत्री द्वारा बताया गया कि इस अभियान का शुभारंभ इंदौर से 35 किलोमीटर की दूरी पर बुरी बला है गांव में किया गया। सरकार द्वारा इस अभियान को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से प्रोत्साहित किया जा सके। इस अभियान के माध्यम से किसानों को इस योजना के लाभ के बारे में बताया जाएगा साथ ही साथ यह बताया जाएगा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान ऊपर सरकार बीमा मुहैया कराएगी।
एमपी के 49 लाख किसानों के खातों में किया गया भुगतान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा राज्य के बैतूल जिले में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी के द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 49 लाख किसानों को 7618 करोड़ रुपये की धनराशि मुहैया कराई गई। मुख्यमंत्री जी के द्वारा बताया गया कि यह राशि किसानों को एक सिंगल क्लिक के माध्यम से ट्रांसफर की गई है। इस राशि का उपयोग करके राज्य के किसान खरीफ एवं रबी में हुई फसलों के नुकसान की भरपाई कर सकेंगे। इस शुभ अवसर के दौरान मुख्यमंत्री जी के द्वारा बताया गया कि सरकार द्वारा इस योजना के तहत पहले 2878 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।
किसान 31 दिसंबर 2021 तक कर सकते हैं आवेदन
केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत आवेदन की प्रक्रिया 31 दिसंबर 2031 तक निर्धारित कर दी गई है। वह सभी व्यक्ति जो इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें 31 दिसंबर 2021 तक आवेदन करना होगा। साथ ही साथ उपमंडल कृषि डॉ कृष्ण कुमार जी के द्वारा बताया गया है कि वह सभी किसानों को फसलों की स्थिति स्पष्ट करनी होगी और जल्द से जल्द मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर आवेदन करना होगा। आवेदन करने के लिए किसानों को अपनी फसल का सटीक विवरण दर्ज करना होगा। साथ ही साथ सरकार द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं कि किसानों को 13 दिसंबर 2021 तक अपनी फसलों की स्थिति बैंक में जाकर स्पष्ट करनी होगी।
शिकायत दर्ज करने हेतु खंड स्तर पर खुलेंगे दरबार
3 अक्टूबर 2021 से कृषि विभाग द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से संबंधित शिकायत निवारण के लिए खंड स्तर पर दरबार खोले जाएंगे। सभी किसान जिन्हें किसी कारणवश बीमा नहीं मिल पाया है वह अपनी शिकायत आसानी से इन खंडों में दर्ज कर सकते हैं। शिकायतें दर्ज होने के बाद जिला स्तरीय कमेटी द्वारा शिकायतों का निवारण किया जाएगा और किसानों को बीमा मुहैया कराया जाएगा। आने वाले रविवार के दिन खुले दरबारों का आयोजन किया जा रहा है। अब देश का प्रति भी मत किसान अपनी सुविधा के अनुसार शिकायत दर्ज कर सकता है और उसका निवारण पा सकता है।
किसानों को मिला 26.51 करोड़ रुपये का मुआवजा
छत्तीसगढ़ राज्य के 7470 किसानों को खरीफ सीजन 2020 में क्षतिपूर्ति के रूप में 26.51 करोड़ रूपए की राशि का मुआवजा प्रदान किया गया। किसानों के खातों में हस्तांतरित की गई इस राशि की जानकारी उन्हें एक एसएमएस के द्वारा प्रदान की गई। केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ एक बार फिर से राज्य के किसानों को प्राप्त हुआ है। परंतु अभी भी लगभग 480 किसान ऐसे हैं जिन्हें राशि का भुगतान नहीं किया गया है। उम्मीद है कि बकाया किसानों को भी जल्द से जल्द इस राशि का भुगतान किया जा सके ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े।
उत्तर प्रदेश के 2620 किसानों को मिला फसल बीमा योजना का लाभ
जैसे के हम सभी जानते हैं की बाढ़ या अन्य कारणों के कारण उत्तर प्रदेश के किसानों की काफी फसलें बर्बाद हुई है। राज्य के सीडीओ ने 18 सितंबर यानी शनिवार के दिन 2620 किसानों के खातों में 81,29,142 रुपये की धनराशि हस्तांतरित की गई। अब तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 1444 किसानों ने बीमा करवाया है। इस राशि का उपयोग करके राज्य के किसान अपनी फसलों के नुकसान की भरपाई कर सकेंगे। इस बैठक के दौरान जिला प्रबंधक द्वारा बताया गया है कि जिले में खरीफ सीजन 2021 में 19444 किसानों को फसल पर बीमा प्राप्त हुआ है। वर्ष 2021 में 19,665 किसानों का फसल बीमा हुआ है।
इस शुभ अवसर पर सीडीओ द्वारा निर्देश दिए गए कि Fasal Bima Yojana के तहत प्रचार-प्रसार कराया जाए ताकि अधिक से अधिक किसानों को इस योजना का लाभ प्राप्त हो।
इस बैठक के दौरान उप कृषि निदेशक कमल कटियार, जिला कृषि अधिकारी अवधेश कुमार यादव, अग्रणी जिला प्रबंधक इंडियन बैंक, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी विद्यासागर गुप्त आदि मौजूद थे।
एमपी के 47 लाख किसानों ने किया आवेदन
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत प्रतिवर्ष मध्य प्रदेश के तीन लाख से ज्यादा किसान इस योजना से जुड़े रहे हैं। परंतु वर्तमान वित्तीय वर्ष में मध्य प्रदेश के लगभग 47 लाख किसानों ने इस योजना के तहत पंजीकरण किया है। इस संख्या में से सबसे ज्यादा आवेदन करने वाले किसान उज्जैन में पाए गए हैं। इस वर्ष बीमा कराने वाली संख्या पिछले वर्ष से ज्यादा है। उज्जैन में बीमा कराने वाले किसानों की संख्या 429000 है तथा सिंगरौली के 855 किसानों ने आवेदन किया है। इस योजना के अंतर्गत बीमा की राशि का भुगतान 98% केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाता है एवं बाकी का 2% प्रीमियम किसानों को स्वयं ही देना होता है।
मध्यप्रदेश में से मंदसौर सीहोर देवास राजगढ़ के किसानों ने भी इस योजना के तहत आवेदन किया है।
राज्य के 50% से अधिक किसानों को Fasal Bima Yojana के तहत आवेदन करवाया गया है।
वह सभी किसान जिनके पास क्रेडिट कार्ड उपलब्ध नहीं है वह कस्टमर सर्विस सेंटर या बीमा कंपनी में अपनी फसल का बीमा करवा सकते हैं।
लखनऊ के 35000 किसानों को मिला फसल बीमा योजना का लाभ
इस योजना के तहत लखनऊ के 35259 किसानों ने इस योजना के तहत बीमा करवाया हैं। इन सभी किसानों को बीमा करवाने के बाद लगभग 3.27 करोड़ रुपए की राशि के प्रीमियम का भुगतान किया गया है। जिसमें से 8411 किसानों ने क्लेम के लिए आवेदन किया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत इस क्लेम के लिए बीमा कंपनी द्वारा 5.78 करोड रुपए की राशि का भुगतान किया है। लखनऊ की बात की जाए तो, लगभग 172714 किसान ऐसे हैं जिनके पास क्रेडिट कार्ड उपलब्ध है। परंतु इन किसानों में से लगभग 1.16 किसान ऐसे पाए गए हैं जिन्हें अपना पंजीकरण करवाना बाकी है।
वह सभी किसान जिनके पास क्रेडिट कार्ड उपलब्ध है उन्हें अब अपना रजिस्ट्रेशन इस योजना के तहत करवाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
किसानों को फसल के नुकसान होने पर दिए गए टोल फ्री नंबर पर संपर्क करना अनिवार्य है 18001030061।
इसके साथ ही साथ किसानों द्वारा नुकसान की जानकारी कृषि विभाग के अधिकारियों को भी पहुंचाई जाएगी।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नियमों में हुए बदलाव
पात्र किसानों तक फसल बीमा योजना के लाभ पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा कुछ नए बदलाव किए गए हैं। इस योजना के तहत पहले ऐसा होता था कि गेहूं काटने के बाद पढ़ाई के दौरान यदि आग लग जाती थी या फिर बारिश हो जाती थी तो ऐसे अकेले किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिलता था यह लाभ सामूहिक होता था। और सामूहिक होने के कारण उन सभी किसानों को भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त होता था जिन्हें कोई नुकसान नहीं उठाना पड़ा है। परंतु सरकार द्वारा नए बदलावों के माध्यम से अगर किसी किसान को फसल पर प्राकृतिक आपदाओं के कारण नुकसान हुआ है तो उस स्थिति में किसानों को बीमा कंपनी द्वारा अधिक लाभ प्रदान किया जाएगा।
किसानों को अलग-अलग फसलों पर पूरी तरह लाभ मुहैया कराया जाएगा।
इस नई व्यवस्था के लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को अपने सभी दस्तावेजों के साथ किसी बैंक में जाकर संपर्क करना होगा।
साथिया साथ धान एवं गेहूं प्रति हेक्टेयर की निर्धारित रकम का भुगतान देर सो फ़ीसदी ज़्यादा किसानों द्वारा किया जाएगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लिस्ट
जैसे कि हम सभी जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा देश के किसानों को खराब हुई फसलों पर इंश्योरेंस कवर प्रदान करने हेतु Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana का शुभारंभ किया गया है। इस योजना का लाभ अब तक देश के विभिन्न किसानों को पहुंचाया गया है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के बाद देश के किसानों को काफी मदद प्राप्त हुई है। यदि आप ही इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना होगा। आवेदन करने के बाद आप अपना नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लिस्ट में खोज सकते हैं।
इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के बाद हमारे देश के किसान आत्मनिर्भर व सशक्त बनेंगे।
देश के जिन किसानों का नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लिस्ट में शामिल होगा उन्हें किसी भी प्रकार की आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा
राजस्थान सरकार द्वारा जारी किए गए 61 करोड़ 40 लाख रुपए
राजस्थान सरकार द्वारा राज्य के निष्फल बुवाई से प्रभावित किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत 61 करोड़ 45 लाख रुपए जारी किए गए हैं। और साथ ही साथ कृषि मंत्री लालचंद कटारिया द्वारा बीमा कंपनियों को क्लेम देने के निर्देश जारी किए गए हैं। राजस्थान राज्य के विभिन्न जिलों में कम बारिश के कारण अधिसूचित फसल की बुवाई प्रभावित होने पर किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का प्रावधान किया जाएगा। राजस्थान के राज्य में विभिन्न दिलों में प्रभावित किसान कुछ इस प्रकार हैं।
गंगानगर जिले के 29%
करौली जिले के 12%
धौलपुर जिले के 19%
कोटा जिले के 75%।
21 अगस्त तक फसल बीमा योजना के तहत क्विज का आयोजन
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा देश के लोगों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति जागरूक करने हेतु क्विज का आयोजन किया गया है। यह आयोजन 21 अगस्त तक ऑनलाइन किया जाएगा। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 21 जून से शुरू किया गया यह अभियान 21 अगस्त तक खत्म किया जाएगा। इसको इसके तहत प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेताओं को ईनामी राशि का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। देश के सभी किसान योजना से जुड़ी वितरित जानकारी प्राप्त करने के बाद इस प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं। प्रतियोगिता में भाग लेने की अंतिम तिथि 21 अगस्त निर्धारित कर दी गई है।
इसको क्विज को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है देश के प्रधानमंत्री फसल बीमा के लाभार्थियों को Fasal Bima Yojana के बारे में सिख प्रदान की जा सके।
अधिकारी द्वारा बताया गया है कि इस प्रतियोगिता में 5 मिनट में 15 प्रश्नों का उत्तर देना होता है।
क्विज में सफलता हासिल करने के बाद प्रतिभागी को भागीदारी का प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
बीमा करते समय नॉमिनी को भी शामिल किया जाएगा
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को उनकी फसलों पर होने वाले नुकसान पर बीमा मुहैया कराया जाता है। हाल ही में ही केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत कुछ बड़े बदलाव किए गए हैं। पहले बीमित किसानों की मृत्यु होने पर रकम प्राप्त करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। परंतु सरकार द्वारा अब इस योजना के अंतर्गत नॉमिनी को शामिल करने की इजाजत दे दी गई है। इस योजना के अंतर्गत अब किसान बीमा करवाते समय नॉमिनी को शामिल करने में सक्षम रहेंगे।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत अब नॉमिनी को भी शामिल किया जाएगा ताकि किसान की मृत्यु हो जाने पर फसल की रकम नॉमिनी को मुहैया कराई जा सके।
इस योजना के अंतर्गत नॉमिनी के तौर पर किसान किसी को भी शामिल कर सकते हैं।
इस बड़े फैसले के माध्यम से देश के किसानों को काफी राहत प्राप्त हुई है।
छत्तीसगढ़ के किसान 31 जुलाई तक कर सकेंगे खरिफ फसलों का बीमा
जैसे कि हम सभी जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुए नुकसान फसलों पर बीमा मुहैया कराया जाता है। वह सभी किसान जो वर्ष 2021 मे खरीफ फसल पर बीमा करवाना चाहते हैं उनके लिए 15 जुलाई 2021 अंतिम तिथि निर्धारित कर दी गई थी। परंतु हाल ही में ही छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जानकारी दी गई है कि इस अंतिम तिथि को बढ़ाकर 31 जुलाई कर दिया गया है। राज्य के वह सभी व्यक्ति जो अपनी खरीफ फसल पर बीमा के लिए आवेदन करना चाहते हैं वह अब 31 जुलाई 2021 तक आवेदन कर सकते हैं।
साथ ही साथ छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बताया गया है कि फसल धान संचित धान असिचित मक्का सोयाबीन मूंगफली मूंगफली जैसी फसलों पर भी बिमा प्राप्त कर सकते हैं।
वह सभी किसान जो इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं उन्हें कथित जुलाई 2021 से पहले पहले ही अपने नजदीकी बैंक वित्तीय संस्था लोक सेवा केंद्र में जाकर आवेदन करना होगा।
उत्तर प्रदेश के 25.60 लाखों किसानों को मिला फसल बीमा का लाभ
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को उनकी फसलों पर होने वाले नुकसान के लिए बीमा उपलब्ध कराया जाता है। अब तक इस योजना का लाभ देश के सैकड़ों किसानों को प्रदान किया जा चुका है। यदि बात उत्तर प्रदेश की करी जाए तो यूपी सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास करती रहती है। हाल ही में ही उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के निर्देश अनुसार पता चला है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के लगभग 25.60 लाख किसानों को बीमा मुहैया कराया गया है। जिसके लिए सरकार ने 2207 करोड़ रुपए की धनराशि का भुगतान किया है।
राज्य के इच्छुक और जरूरतमंद किसानों को बड़ी मात्रा में इसका लाभ प्राप्त हुआ है।
साथ ही साथ कृषि मंत्री द्वारा बताया गया है कि किसानों को फसल की राशि समय से उपलब्ध कराई गई है।
31 जुलाई 2021 से पहले करें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में आवेदन
भारत सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की कल्याणकारी योजनाओं का शुभारंभ किया जाता है। इसी तरह भारत सरकार द्वारा किसानों को फसलों के नुकसान पर बीमा प्रदान करने हेतु प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का शुभारंभ 2016 में किया गया था। इस योजना के अंतर्गत प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसलों के होने वाले नुकसान पर बीमा मुहैया कराया जाता है। इस योजना का लाभ अब तक देश के करोड़ों किसानों को प्रदान किया जा चुका है। परंतु हाल ही में ही इस योजना से जुड़ी एक बड़ी खबर आई है कि उत्तर प्रदेश के किसान इस योजना के अंतर्गत 31 जुलाई 2021 तक आवेदन करने पर 10 फसलों का बीमा करा सकते हैं।
एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड के द्वारा इस योजना के अंतर्गत खरीफ सीजन की 10 फसलों को शामिल किया गया है।
इनमें धान ज्वार बाजरा मक्का उड़द मूंग अरहर तेल सोयाबीन और मूंगफली आदि शामिल है।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए उत्तर प्रदेश के किसान अगले 25 दिन के भीतर ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं।
24 जुलाई तक किसानों को देनी होगी लिखित सूचना
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि हमारे देश के किसानों को उनकी फसलों पर होने वाले नुकसान पर आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत बीमा कवर लेने पर किसानों के बैंक खातों से प्रीमियम राशि काट ली जाती है। परंतु वह सभी किसान जो क्रेडिट कार्ड धारक हैं और इस स्कीम से जुड़ना नहीं चाहते हैं तो उन सभी किसानों को 24 जुलाई तक बैंक में लिखित सूचना में बताना होगा कि वह इस बीमा का लाभ नहीं उठाना चाहते हैं।
यदि किसानों द्वारा लिखित रूप में यह जानकारी बैंकों को नहीं प्रदान की जाती है,
तो उनके बैंक अकाउंट से ऑटोमेटिक केसीसी लोन की रकम मैं से बीमा का प्रीमियम काट लिया जाएगा।
और ऐसी स्थिति में किसानों को नुकसान झेलना पड़ेगा।
सरकार द्वारा बैंक को आदेश दिए गए हैं कि फसल की प्रीमियम का पैसा बैंक अकाउंट से काटने की जानकारी किसानों को भी समय से प्रदान की जाए
11 जिलों में होगा मिर्च खेती पर बीमा
जैसे कि हम सभी जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को उनकी फसलों पर होने वाले नुकसान पर बीमा कवर प्रदान किया जाता है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत विभिन्न फसलों को शामिल किया गया है। परंतु हाल ही में ही सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत मिर्च फसल को भी शामिल कर लिया गया है। देश के 11 ब्लॉकों के क्षेत्रों को मिर्च की फसल पर बीमा मुहैया कराया जाएगा। इस बीमा के नियम किसानों को अधिक प्रीमियम राशि का भुगतान करना होगा। इस बात की जानकारी जिला कृषि अधिकारी द्वारा किसानों को प्रदान की गई है। परंतु सरकार द्वारा इसे लागू करने पर एक बड़े पैमाने पर खेती करने वाले मैच उत्पादक किसानों को लाभ प्रदान किया जाएगा। मिर्ची फसल को शामिल करने वाले 11 ब्लॉकों की सूची कुछ इस प्रकार हैं
मनियर
सीयर
बांसडीह
बैरिया
मुरली छपरा
बेरूआरबादी
दुबहड़
सोहांव
बेलहरि
रसड़ा
नगरा
प्रदेश सरकार द्वारा जमा की जाएगी फसल बीमा प्रीमियम की राशि
देश के छोटे व सीमांत किसानों को फसलों कल आप जलाने के लिए किसान कल्याण तथा कृषि विभाग मंत्री कमल पटेल जी के द्वारा एक कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके तहत सभी राज्य सरकारों द्वारा अपने छोटे व सीमांत किसानों की फसलों पर प्रीमियम राशि भरी जाएगी। मंगलवार को मंत्री पटेल जी के द्वारा अधिकारियों को यह निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस चरण की शुरुआत देश के सीमांत किसानों की आय को बढ़ाने के लिए की गई है। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा देश के किसानों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
मंत्री द्वारा 11 कृषि उपज मंडियों की आय बढ़ाने एवं मंडी शुल्क की बकाया राशि शीघ्र प्राप्त करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
और साथ-साथ मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी की गति बढ़ाने के भी निर्देश जारी किए गए हैं।
आदर्श नंगला गांव में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत |बीमा रथ| किसान रथ मोबाइल अप्प (Kisan Rath App) का शुभारंभ किया गया है। इस शुभ अवसर पर कृषि महेश खोकर जी ने बताया है कि प्रत्येक गांव में जाकर किसानों को ऑडियो और पंपलेट बांटे जाएंगे। इन सुविधा के माध्यम से किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। जिससे वह अपने बीमा ऊपर फसल कराने के लिए जागरूक होंगे। इस शुभ अवसर पर आदर्श नंगला के अमित कुमार यशपाल सुरेश पाल धर्मेंद्र हरपाल संजय बलवान आदि किसान मौजूद थे
अधिक लाभार्थियों को लाभ पहुंचाने के लिए आरम्भ अभियान
जैसे कि हम सभी जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत देश के किसानों को उनकी फसलों फसलों पर होने वाले नुकसान पर बीमा उपलब्ध कराया जाता है। इस बीमा के माध्यम किसानों को अपनी आर्थिक तंगी में काफी सुधार मिलता है। सरकार द्वारा 1 जुलाई 2021 को फसल बीमा योजना के दायरे में अधिक से अधिक किसानों को बढ़ाने के लिए अभियान शुरू किया गया है। अभियान के तहत अभियान खारे के सभी अधिसूचित क्षेत्रों के किसानों को इस योजना के अंतर्गत शामिल किया जाएगा। साथ-साथ सरकार द्वारा विशेष ध्यान 75 पिछड़े वर्ग जिलों पर दिया जा रहा है।
इस योजना को विस्तार करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश में कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाया जा सके।
ताकि हमारे देश के किसानों को किसी भी प्रकार की आर्थिक तंगी का सामना ना करना पड़े और वह आत्मनिर्भर बने।
यूपी सरकार चलाएगी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का अभियान
1 जुलाई 2021 से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को जोड़ने के लिए एक अभियान शुरू करने जा रही है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के 75 विकास खंडों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा अलग-अलग जिलों के 8 प्रखंडों की पहचान की गई है जिसमें किसानों की संख्या प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करने में कम रही है। परंतु अब अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी के द्वारा किसानों को इस योजना में शामिल करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस अभियान को लेकर अधिकारियों द्वारा संदेश भेजे गए हैैं।
जल्द ही इस योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के किसानों को शामिल किया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा पंचायत और प्रखंडों को कवर किया जाएगा ताकि कोई भी किसान इस योजना से वंचित ना रहे।
प्रचार वाहन को किया गया लागू
जैसे कि हम सभी जानते हैं भारत सरकार द्वारा फसल बीमा योजना को देश के किसानों के लिए आरंभ किया गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को फसलों पर प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले होने वाले नुकसान पर आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाती हैं। हाल ही में ही किसानों को इस योजना के प्रति जागरूक करने के लिए कृषि विभाग के उप निदेशक पीसी सैनी द्वारा प्रचार वाहन को मंजूरी दे दी गई है। प्रचार वाहन अब प्रत्येक पंचायत में जाकर किसानों को खारीफ फसलों पर बीमा कराने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। फसल पर बीमा करवाने की अंतिम तिथि सरकार द्वारा 15 जुलाई निर्धारित कर दी गई है।
अब देश के किसान आसानी से अपनी फसल पर बीमा करवाने में सक्षम रहेंगे।
देश का अब प्रत्येक किसान फसल बीमा योजना के प्रति प्रोत्साहित होगा।
31 जुलाई से पहले ही करें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में प्रवेश
किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान उसे बचाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के कार्यान्वयन की पूरी जिम्मेदारी जिला स्तर पर परियोजना अधिकारी व सर्वेयर को सौंपी गई है। इसके साथ-साथ बीमा कंपनियों द्वारा यह जिम्मेदारी जिला एवं ब्लाक स्तर पर कर्मचारियों को सौंपी गई है। सरकार द्वारा आदेश दिए गए हैं कि किसानों की सभी प्रकार की शिकायतों का निपटान जल्द से जल्द किया जाए। इस प्रक्रिया के लिए एक शिकायत निवारण समिति का गठन किया जाए ताकि शिकायतें खत्म करने में कोई देरी ना हो।
इस योजना के अंतर्गत हरियाणा में वर्ष 2021 में केवल धान मक्का बाजरा कपास एवं रबी सीजन में गेहूं जौ चना सरसों और सूरजमुखी की फसलों पर ही बीमा प्रदान किया जाएगा।
देश के किसान PMFBY का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें 31 जुलाई 2021 से पहले ही आवेदन करना होगा।
आवेदन करने के बाद देश के किसान अपना नाम आसानी से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लिस्ट में खोज सकते हैं
किसानों को निकासी की लिखित सूचना बैंक को देनी होगी
केंद्र सरकार द्वारा देश के किसानों को फसलों के नुकसान पर राशि प्रदान करने हेतु इस योजना का शुभारंभ किया गया था। परंतु ऋण लेने वाले काफी ऐसे लाभार्थी किसान हैं जो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त नहीं करना चाहते हैं। यदि आप भी उन किसानों में से हैं जिनको इस योजना का लाभ नहीं चाहिए उन्हें इस बात की जानकारी 24 जुलाई 2021 से पहले ही बैंक को लिखित रूप में जमा करनी होगी। लिखित जानकारी प्राप्त करने के बाद बैंकों द्वारा उस लाभार्थी किसान को योजना से बाहर कर दिया जाएगा। 24 जुलाई 2021 से पहले यदि किसी के सामने से संबंधित जानकारी बैंकों को जमा नहीं की है तो इस योजना के अंतर्गत उस किसान का पंजीकरण हो जाएगा एवं उसके बैंक खाते से प्रीमियम की राशि काट ली जाएगी।
अपना नाम प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लिस्ट में जांचने के लिए आप इसके आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं एवं इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं
इसके साथ-साथ यदि किसी किसान के द्वारा नियोजित फसल में कोई संशोधन किया गया है तो उसे इसकी जानकारी भी अंतिम तिथि के 2 दिन पहले जमा करनी होगी।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप किसान कल्याण विभाग द्वारा जारी किए गए टोल फ्री नंबर पर संपर्क कर प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अलावा आप बीमा कंपनी या बैंक के किसी शाखा में जाकर योजना से संबंधित जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
52 लाख किसानों को मिली प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में दावे की राशि
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत वर्ष 2018-19 मैं लगभग 52,41,268 किसानों को फसल की क्लेम राशि का भुगतान किया गया था। और लगभग प्रतिवर्ष 5.5 किसानों द्वारा इस योजना के अंतर्गत आवेदन किया जाता है। देखा जाए तो अब तक सरकार द्वारा लगभग 9 करोड़ रुपये के दावों का भुगतान किया जा चुका है। एवं यह भुगतान किसानों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से किया जाता है। यदि आप ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत फसल के नुकसान पर बीमा राशि प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना होगा।
इस योजना के अंतर्गत आवेदन प्राप्त होने के बाद किसानों को रबी और खरीफ सीजन की जानकारी विज्ञापन के माध्यम से दी जाती है।
देश के जिन किसानों का नाम ज्यादा से ज्यादा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लिस्ट में शामिल होगा वह इस योजना का लाभ उठा सकें।
अब तक किए गए 9 करोड़ रुपये के दावों का भुगतान
जैसे कि हम सब जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली खराब फसलों पर बीमा राशि उपलब्ध कराई जाती है। इस योजना की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा 13 जनवरी 2016 को की गई थी। प्रतिवर्ष Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana के अंतर्गत लगभग 5.5 करोड़ किसानों के आवेदन आते हैं। जिसे मिलाकर लगभग 9 करोड़ रुपए के दावों का भुगतान किया जा चुका है। यह दावे आधार सीडिंग के माध्यम से निपटाए जाते हैं। लॉकडाउन के चलते लगभग 7 करोड़ किसानों को 8741.30 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए थे
इस योजना के अंतर्गत प्रीमियम राशि का भुगतान राज्य एवं भारत सरकार द्वारा किया जाता है।
एवं पूर्वोत्तर राज्यों में 90% प्रीमियम राशि का भुगतान भारत सरकार द्वारा किया गया है।
इस योजना के अंतर्गत औसदन बीमित राशि 40700 रुपये कर दी गई है जो पहले 15,100 रुपये थी।
केंद्र सरकार द्वारा आरंभ की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को उनकी फसलों के नुकसान पर बीमा राशि मुहैया कराई जाती है। यह बीमा राशि किसानों को बुवाई के पहले से लेकर कटाई के बाद तक के समय को कवर करती है। जिसके अंतर्गत फसल के नुकसान होने पर किसानों को आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाती है। सरकार द्वारा 2021-22 वर्ष के लिए 16000 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित कर दिया गया है। जो लगभग पिछले वर्ष के बजट से 305 करोड़ रुपए ज्यादा है। इस योजना के अंतर्गत बजट को बढ़ाने का मुख्य लक्ष्य है कि देश के कृषि क्षेत्र मैं विकास हो सके
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना विश्व स्तर पर भागीदारी मामले में सबसे बड़ी योजना है एवं प्रीमियम के मामले में तीसरी सबसे बड़ी योजना है।
पिछले 3 वर्ष के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन को देखते हुए सरकार ने इस योजना को रीलॉन्च करने का निर्णय लिया है जिसमें काफी सारे संशोधन भी किए गए हैं।
इस योजना के अंतर्गत फसल के नुकसान की रिपोर्ट करना काफी आसान है
किसान अब एक ऐप का उपयोग करके ही अपनी फसल के नुकसान के बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं।
रिपोर्ट करने के 72 घंटे के भीतर है दवे की राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से पहुंचाई जाएगी।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के साथ हर साल जुड़ रहे हैं ५ करोड़ से भी ज़्यादा किसान। किसान अब फसल नुकसान की सूचना क्रॉप इनश्योरेन्स एप्प द्वारा दे सकते हैं। प्राकृतिक आपदा से नुकसान होने पर ७२ घंटों में सूचना देना अनिवार्य। संपर्क करें -18001801551 #PMFBY#आत्मनिर्भरकिसानpic.twitter.com/BSSRadiQ2f
— Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana (@pmfby) August 4, 2020
रबी फसल बीमा प्रक्रिया को शुरू किया गया
सरकार द्वारा घोषणा की गई है कि रबी फसल की बीमा प्रक्रिया को आरंभ कर दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत लाभार्थियों के बैंक खातों से प्रीमियम राशि काट ली जाएगी क्योंकि सरकार द्वारा बैंकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 31 दिसंबर 2020 से पहले ही प्रीमियम की राशि किसानों के खाते में से काटी जाएगी और 15 जनवरी 2021 को पोर्टल पर लाभार्थियों के नाम दर्ज कर दिए जाएंगे। फसल बीमा योजना की प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड द्वारा मध्य प्रदेश बैंकों में प्रदान की गई।
सभी पात्र लाभार्थियों का प्रीमियम बैंकों द्वारा काट लिया जाएगा
इसके लिए किसानों से सहमति पत्र लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी
परंतु देश के जो किसान PMFBY का लाभ प्राप्त नहीं करना चाहते उन्हें अंतिम तिथि से पहले ही असहमति पत्र जमा करना होगा
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए सभी किसानों को राज्य स्तरीय सहकारी बैंक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक वित्तीय संस्थान से संपर्क करना होगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की महत्वपूर्ण जानकारियां
इस योजना के तहत महत्वपूर्ण जानकारियां कुछ इस प्रकार है:-
इस योजना की शुरुआत किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले फसलों के नुकसान पर बीमा कवर प्रदान करने के लिए शुरू किया गया है।
अब तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लाखों किसानों को प्राप्त हो चुका है।
पहले वर्ष में लगभग 13000 करोड़ रुपये का प्रीमियम किसानों द्वारा जमा किया गया है।
योजना को लगभग 27 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में संचालित किया गया है
इस योजना के अंतर्गत क्लेम रेशयो लगभग 88.3% है।
योजना की समीक्षा समय-समय पर की जाती है एवं हितग्राही से संवाद किया जाता है
वर्ष 2021 में PMFBY के अंतर्गत कुछ संशोधन किए गए हैं
देश के वह राज्य जहां लंबे समय तक स्टेट सब्सिडी की पेमेंट विलंब है वह इस योजना में लाभ नहीं ले सकते हैं।
0.5% बीमा कंपनियों द्वारा प्राप्त हुई प्रीमियम राशि इंफॉर्मेशन एजुकेशन एंड कम्युनिकेशन एक्टिविटी के लिए खर्च की जाती है।
इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए सेंट्रल एडवाइजरी कमेटी का गठन किया गया है
जो भी देश का इच्छुक लाभार्थी इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहता है उसके पास अपना आधार नंबर होना अनिवार्य है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत वाइल्ड लाइफ डैमेज
जैसे कि हम सब जानते हैं केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के कारण खराब होने वाली फसलों पर बीमा कवर उपलब्ध कराया जाता है। परंतु इस योजना के अंतर्गत कुछ संशोधन किए गए हैं जिसमें अब वाइल्ड लाइफ डैमेज को भी कवर किया जाएगा। अब प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत यदि किसी किसान की फसल को जंगली जानवरों के कारण नुकसान पहुंचा है तो उस फसल पर किसानों को बीमा कवर मुहैया कराया जाएगा। यह सुविधा किसानों को ऐडऑन सर्विसेस के तौर पर उपलब्ध कराई जा रही है। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए देश के किसानों को प्रीमियम का भुगतान स्वयं ही करना होगा।
राज्य सरकारों द्वारा पहले से ही किसानों को क्रॉप डैमेज कंपनसेशन प्रदान किया जाता है
अब राज्य सरकारों द्वारा जंगली जानवरों के कारण होने वाले नुकसान पर भी प्रदान किया जाएगा
फसल बीमा योजना के अंतर्गत प्रीमियम राशि
इस योजना के तहत प्रीमियम राशि कुछ इस प्रकार है:-
फसल
प्रीमियम राशि
खरीफ फसल के लिए
2%
रबी फसल के लिए
1.5%
बागवानी की फसल के लिए
5%
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का गतिविधि कैलेंडर
इस योजना के तहत गतिविधि कैलेंडर कुछ इस प्रकार है:-
गतिविधि कैलेंडर
खरीफ
रबी
अनिवार्य आधार पर लोनी किसानों के लिए स्वीकृत ऋण।
अप्रैल से जुलाई तक
अक्टूबर से दिसम्बर तक
किसानों के प्रस्तावों की प्राप्ति के लिए कट ऑफ़ तारीख (ऋणदाता और गैर-ऋणदाता)।
विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जायेगा।
इस पेज पर आपको एक फॉर्म दिखाई देगा। आपको इस फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी जैसे नाम ,मोबाइल नंबर ,ईमेल आईडी कमैंट्स आदि को भरना होगा।
सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको कैप्चा कोड डालकर सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा।
पीएफबीवाई के अंतर्गत क्लेम करने की महत्वपूर्ण बातें
देश के जो इच्छुक लाभार्थी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत पंजीकृत हैं एवं इस योजना के बीमा का लाभ उठाना चाहते हैं तो उन्हें बीमा कंपनियों तक प्राकृतिक आपदाओं की जानकारी स्पष्ट करनी होगी। किसानों को यह जानकारी अधिकारियों तक समय से प्रदान करनी होगी। यदि किसी कारणवश किसानों द्वारा यह जानकारी प्रदान करने में देरी हो जाती है तो आपके क्लेम का भुगतान नहीं किया जाएगा। प्राकृतिक आपदाओं की जानकारी छोटे पैमाने पर प्रदान करनी होगी जैसे प्राकृतिक आपदाओं में ओला पुष्टि संकलन अतिवृष्टि बादल फटने प्राकृतिक आग और बेमौसम बारिश या अधिक बारिश शामिल होंगे।
सूत्रों के अनुसार जानकारी प्राप्त हुई है कि लगभग 9,30,000 किसानों का बीमा क्लेम रद्द कर दिया गया है क्योंकि उनके द्वारा बीमा कंपनियों को प्राकृतिक आपदाओं की जानकारी नहीं प्रदान की गई थी।
यदि किसी किसान की प्राकृतिक आपदा बड़े पैमाने पर हुई है तो उस किसान को प्राकृतिक आपदा की जानकारी देने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
आपको केवल इस बात का ध्यान रखना होगा कि बीमा कंपनियों को आप सही समय पर सूचित कर दें।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत क्लेम करने की प्रक्रिया
वह सभी व्यक्ति जो क्लेम करना चाहते हैं उन्हें नीचे दिए गए चरणों का पालन करना है:-
सबसे पहले किसानों को फसल के पहुंचे नुकसान की जानकारी इंश्योरेंस कंपनी, बैंक या फिर राज्य सरकार अधिकारी को दर्ज करनी होगी।
यह जानकारी किसान टोल फ्री नंबर पर संपर्क करके नुकसान होने के 72 घंटे के भीतर ही दर्ज कर सकते हैं।
अगर किसी कारण बस अपने नुकसान की जानकारी कहीं और दे दी है तो आप को यह सुनिश्चित करना होगा कि आप जानकारी इंश्योरेंस कंपनी तक पहुंचाएं
जानकारी इंश्योरेंस कंपनी पहुंचने पर 72 घंटे के भीतर नुकसान निर्धारण करता नियुक्त करेगी।
इसके पश्चात ऑफ अगले 10 दिन के भीतर ही फसल को पहुंचे नुकसान का आकलन नुकसान निर्धारितकरता करेगा।
यह सारी प्रक्रिया सफलतापूर्वक हो जाने पर 15 दिन के भीतर ही बीमा की राशि आपके खाते में पहुंचा दी जाएगी।
टेंडर डाउनलोड करने की प्रक्रिया
वह व्यक्ति जो टेंडर डाउनलोड करना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
टेंडर्स डाउनलोड करने हेतु आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
वेबसाइट पर जाते ही सामने होम पेज खुल कर आएगा।
इस होम पेज पर आपको Documents के सेक्शन पर क्लिक करना होगा।
National Farmers Database Yojana 2024:- देश के किसानों को ऑनलाइन सिंगल साइन ऑन सुविधाएं और डिजिटल भूमि रिकॉर्ड से संबंधित सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना को आरंभ करने की घोषणा 27 जुलाई को लोकसभा में की गई। इस योजना के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में सुधार लाया जाएगा एवं किसानों को सभी सुविधाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएगी। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना 2024 से संबंधित संपूर्ण जानकारी जैसे उद्देश्य लाभ विशेषताएं पात्रता एवं आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। National Farmers Database Yojanaसे संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें।
National Farmers Database Yojana2024
इस योजना को आरंभ करने की घोषणा भारत सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए 27 जुलाई को लोकसभा में की गई थी। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि एक संघीय राष्ट्रीय किसान डेटाबेस बनाया जाएगा। इस योजना के माध्यम से देश के किसानों को उनके भूमि के रिकॉर्ड डिजिटल तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगे और उन्हें ऑनलाइन सिंगल साइन ऑन सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। National Farmers Database Yojana के माध्यम से देश के किसान विभिन्न प्रकार की सुविधाएं जैसे मौसम परामर्श प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण और बीमा सुविधाएं जैसी जानकारी ऑनलाइन घर बैठे ही प्राप्त कर सकेंगे। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि देश में कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाया जा सके ताकि किसानों की आय में बढ़ोतरी हो और उन्हें अपना जीवन यापन करने में किसी भी प्रकार की आर्थिक तंगी का सामना ना करना पड़े।
इस योजना के माध्यम से देश में कृषि से संबंधित गतिविधियों को आसान बनाया जाएगा।
साथ ही साथ विशेष ध्यान किसानों के लिए खेती आसान करने पर दिया जाएगा जिसके माध्यम से उनके आय में वृद्धि होगी।
इस योजना के माध्यम से देश के किसान हर संबंधित जानकारी प्राप्त करने में सक्षम रहेंगे।
डिजिटल भूमि रिकॉर्ड ऑनलाइन सिंगल साइन ऑन सुविधाएं आदि
आवेदन की प्रक्रिया
ऑनलाइन या ऑफलाइन
आधिकारिक वेबसाइट
अभी आरंभ नहीं की गई
राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना का उद्देश्य
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि अब तक हमारे देश के लिए किसान एक मजबूत आधार रहे हैं। परंतु उन्हें विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्राप्त करने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने की आवश्यकता पड़ती है और ऐसे में उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इन कठिनाइयों को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना का शुभारंभ किया गया। इस योजना के माध्यम से देश के किसानों का भूमि रिकॉर्ड डिजिटल ही दर्ज कराया जाएगा जिससे किसानों का एक डेटाबेस तैयार किया जाएगा। इस डेटाबेस का उपयोग करके उन्हें विभिन्न प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि:-
किसानों का डाटा विकसित करके उन्हें विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाए।
जिससे वह अपने क्षेत्र में आगे बढ़े और उनकी आय में वृद्धि हो सके।
National Farmers Database Yojana के माध्यम से किसानों की खेती की प्रक्रिया को आरंभ करना मुख्य लक्ष्य है।
राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना 2024
भारत सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने हेतु राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना को आरंभ करने की घोषणा की गई। इस योजना के माध्यम से किसानों का डेटाबेस विकसित किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से किसानों को डिजिटल भूमि रिकॉर्ड मुहैया कराए जाएंगे। इन डेटाबेस के आधार पर ही किसानों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इन सुविधाओं का उपयोग करके देश के किसानों की आय में वृद्धि होगी एवं वह कृषि गतिविधियों को आसान बनाने में सक्षम रहेंगे। National Farmers Database Yojana को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि किसानों के लिए खेती की प्रक्रिया को आसान किया जाए ताकि वह अपना जीवन यापन अच्छे से कर सकें।
इस योजना के माध्यम से यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसानों को उनकी फसल का उपयुक्त मूल्य प्राप्त हो।
इस डेटाबेस के माध्यम से किसान विभिन्न प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे जैसे:-
मिट्टी एवं पौधों से संबंधित जानकारी प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण सिंचाई सुविधाएं आदि।
इस योजना का लाभ देश के किसानों को प्रदान किया जाएगा।
राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना के माध्यम से देश के किसान खेती से संबंधित जानकारी प्राप्त करने में सक्षम रहेंगे।
सरकार द्वारा किसानों का डेटाबेस तैयार किया जाएगा।
इस डेटाबेस मैं किसानों के लिए डिजिटल भूमि रिकॉर्ड शामिल किए जाएंगे।
इसके साथ-साथ किसानों को सर्वभोमिक पहुंच के लिए ऑनलाइन सिंगल साइन ऑन सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य है कि किसानों का डाटा विकसित करके उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके।
National Farmers Database के माध्यम से किसानों को यह भी सुनिश्चित कराया जाएगा कि उनकी फसल का उपयुक्त मूल्य उन्हें प्राप्त हो सके।
सरकार द्वारा इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि एक संघीय राष्ट्रीय किसान डाटा बेस डिजिटल भूमि रिकॉर्ड का उपयोग कर बनाना।
इस योजना के माध्यम से किसानों को सक्रिय एवं व्यक्तिगत सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी और साथ ही साथ संबंधित डाटा की गोपनीयता भी सुनिश्चित की जाएगी।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि किसानों की आय में वृद्धि हो ताकि वे आत्मनिर्भर व सशक्त बने।
राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना के अंतर्गत विभिन्न किसानों को शामिल करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा
ना केवल आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से बल्कि ईमेल के माध्यम से भी इस योजना के अंतर्गत सभी किसानों को शामिल किया जाएगा।
भारत सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना को आरंभ करने की घोषणा 27 जुलाई 2021 को की गई।
राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना की घोषणा कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी के द्वारा लोकसभा में की गई थी।
इस योजना के माध्यम से किसानों के डिजिटल भूमि रिकॉर्ड शामिल कर उनका डेटाबेस तैयार किया जाएगा।
इस डाटाबेस का उपयोग करके देश के किसान विभिन्न प्रकार की सुविधाएं जैसे:-
ऑनलाइन सिंगल साइन कौन और कृषि से संबंधित सुविधाएं एवं बीमा सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे।
साथ ही साथ किसानों को यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनकी फसल का उपयुक्त मूल्य उन्हें प्राप्त हो सके।
देश के किसान इस योजना के माध्यम से खेती से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि किसानों की आय में वृद्धि हो सके ताकि वह किसी भी प्रकार के आर्थिक तंगी का सामना ना करें।
National Farmers Database के तहत डिजिटल भूमि रिकॉर्ड का उपयोग डेटाबेस बनाने के लिए किया जाएगा।
किसानों को सक्रिय एवं व्यक्तिगत सेवाएं भी इस योजना के तहत प्रदान की जाएंगी जिससे उन्हें संबंधी डेटा की गोपनीयता भी सुनिश्चित की जाएगी।
इस योजना के माध्यम से देश के किसानों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाया जाएगा।
इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा।
और साथ ही साथ किसानों को वेबसाइट और ईमेल के माध्यम से इस योजना से संबंधित जानकारी प्रदान की जाएगी।
Eligibility Criteria National Farmers Database Scheme
इस योजना के तहत पात्रता कुछ इस प्रकार है:-
आवेदक भारत का स्थाई निवासी होना चाहिए।
उम्मीदवार पेशे से किसान होना चाहिए।
इस योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को प्रदान किया जाएगा जो राज्य सरकार द्वारा समर्थित कृषि भूमि के कानूनी मालिक हैं।
भविष्य में अन्य किसानों को भी शामिल करने की संभावना पर विचार किया जा रहा है।
राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
देश के जो इच्छुक किसान राष्ट्रीय किसान डाटा भी इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं उन्हें अभी थोड़ा इंतजार करना होगा क्योंकि सरकार द्वारा इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया या आधिकारिक वेबसाइट को आरंभ करने से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं प्रदान की गई है। जैसे ही सरकार द्वारा राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना 2021 के तहत ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया को जारी किया जाएगा वैसे ही हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से आवेदन की प्रक्रिया से संबंधित संपूर्ण जानकारी मुहैया कराएंगे। यदि तब तक आप को इस योजना से संबंधित कोई भी कठिनाई या मन में कोई भी प्रश्न आता है तो आप हम से नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
राष्ट्रीय किसान डेटाबेस योजना के तहत ऑफलाइन आवेदन की प्रक्रिया
सरकार द्वारा इस योजना के तहत ऑफलाइन आवेदन की प्रक्रिया के बारे में किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं प्रदान की गई है। केवल कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी के द्वारा बताया गया है कि National Farmers Database के तहत आवेदन के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। और इसके अलावा आधिकारिक वेबसाइट के साथ साथ किसानों को ईमेल के माध्यम से इस योजना से संबंधित जानकारी प्रदान की जाएगी। यदि सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत ऑफलाइन आवेदन की प्रक्रिया के बारे में कोई भी जानकारी प्रदान की जाती है तो हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से वह प्रक्रिया प्रदान करेंगे।
PM Kisan Rejected List:- किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने हेतु सरकार द्वारा आरंभ की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत काफी किसानों के पंजीकरण को स्वीकार नहीं किया गया है। तथा इन अस्वीकृत किसानों का नाम सरकार द्वारा रिजेक्ट सूची में चढ़ा दिया गया है। यदि आपको अपना नाम पीएम किसान रिजेक्ट लिस्ट में खोजना है तो आप अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने नाम की जांच कर सकते हैं। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से पीएम किसान सम्मान निधि योजना रिजेक्ट लिस्ट 2024 से जुड़ी संपूर्ण जानकारी स्पष्ट करने जा रहे हैं। Kisan Samman Nidhi Yojana Rejected List से संबंधित पूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें।
Kisan Samman Nidhi Yojana Rejected List2024
पीएम किसान सम्मान निधि योजना को सरकार द्वारा किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लक्ष्य से आरंभ किया गया था। इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा 6000 रुपये की धनराशि किसानों को उनकी आय को दोगुना करने के लिए प्रदान की जाती है जिसका उपयोग करके वह बिना किसी आर्थिक तंगी से जीवन यापन करते हैं। परंतु इस योजना के अंतर्गत कई ऐसे किसान हैं जिन्होंने पात्रता ना पूर्ण होने पर भी इस योजना के अंतर्गत आवेदन किया है इसीलिए सरकार द्वारा उन किसानों को Kisan Samman Nidhi Yojana Rejected List में डाल दिया है
अब सरकार द्वारा इस रिजेक्ट सूची को अधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है।
जो भी किसान अपना नाम रिजेक्ट लिस्ट में खोजना चाहते हैं वह अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर खोज सकते हैं।
अपना नाम रिजेक्ट लिस्ट में खोजने के लिए लोगों को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
वह घर बैठे ही इंटरनेट के माध्यम से अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना नाम रिजेक्ट लिस्ट में खोज सकते हैं।
अभी काफी ऐसे राज्य हैं जिनमें पीएम किसान सम्मान निधि योजना रिजेक्ट लिस्ट को जारी नहीं किया गया है।
परंतु आप लगातार अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रिजेक्ट सूची की जांच कर सकते हैं |
आवेदन पत्र में हुई गलती का करे सुधार
देश के वह सभी किसान जिन्होंने इस योजना के तहत आवेदन किया है और उनके आवेदन पत्र में कोई गलती हुई है तो वे आसानी से अपनी गलती का सुधार कर सकते हैं और योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपका नाम बेनेफिशरी सूची में शामिल नहीं है तो आप Kisan Samman Nidhi Yojana Rejected List में अपना नाम देख सकते हैं। और जल्द से जल्द गलती का सुधार कर दोबारा आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के तहत रिजेक्टेड लिस्ट देखने के लिए आपको किसी भी सरकारी कार्यालय के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
किस्त ना प्राप्त होने पर करें शिकायत
किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार ने किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत वर्ष 2015 में की थी। इस योजना के अंतर्गत किसानों को प्रति वर्ष ₹6000 की धनराशि 3 सामान्य किस्तों में प्रदान की जाती है। इस योजना का लाभ अब तक देश के 12 करोड से ज्यादा किसानों को प्राप्त हो चुका है। परंतु देश में कुछ ऐसे किसान हैं जिनके खातों में अब तक धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। यदि आप भी उनमें से एक हैं जिन्हें अब तक धनराशि प्राप्त नहीं हुई है तो आप केंद्रीय कृषि मंत्रालय में इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको अपने क्षेत्र के लेखपालों कृषि अधिकारी से संपर्क करना होगा एवं इसकी जानकारी प्रदान करनी होगी। इसके पश्चात आप नीचे दिए गए नंबर पर या ईमेल पर संपर्क करके अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
ईमेल आईडी- pmkisan-ict@gov.in
फोन नंबर- 011-23381092
कृषि मंत्रालय को भी कर सकते हैं शिकायत
कृषि मंत्रालय द्वारा घोषणा की गई है कि अगर किसी किसान के बैंक खाते में किसान सम्मान निधि योजना के तहत धनराशि प्राप्त नहीं हो रही है तो वह किसान कृषि मंत्रालय में संपर्क कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। शिकायत दर्ज होने के कुछ ही घंटों बाद इसका समाधान प्रदान किया जाएगा। सरकार द्वारा विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं कि किसानों को इस योजना का लाभ प्रदान किया जा सके। कृषि मंत्रालय में शिकायत दर्ज करने के लिए शिकायत विवरण कुछ इस प्रकार है।
फोन नंबर- 011-23382401
ईमेल आईडी- pmkisan-hqrs@gov.in
मंत्रालय से संबंधित संपर्क विवरण
कृषि मंत्रालय से संबंधित कुछ संपर्क विवरण इस प्रकार है
Kisan Samman Nidhi Yojana Rejected List के संक्षिप्त टिप्पणी
इस योजना के तहत संक्षिप्त टिप्पणी कुछ इस प्रकार है:-
योजना का नाम
पीएम किसान सम्मान निधि योजना रिजेक्ट लिस्ट 2024
योजना किसके द्वारा शुरू की गई
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा
रिजेक्टेड लिस्ट किसके द्वारा जारी की गई
भारत सरकार द्वारा
आरंभ वर्ष
2019 फरवरी
मंत्रालय
किसान कल्याण मंत्रालय
योजना का उद्देश्य
रिजेक्टेड किसानों की सूची प्रदान करना
योजना के लाभार्थी
रिजेक्टेड किसान
योजना का लाभ
अपात्र किसानों को हटाकर पात्र किसानों को लाभ पहुंचाना
योजना के अंतर्गत धनराशि
6000 रुपये
साल
2019
सूची देखने की प्रक्रिया
ऑनलाइन
हेल्पलाइन नंबर
011- 24300606
अस्वीकृत किसान
आयकर भरने वाले किसान
आधिकारिक वेबसाइट
www.pmkisan.gov.in
PM Kisan Rejected List का उद्देश्य
जैसे कि हम सब जानते हैं हमारे प्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किसान सम्मान निधि योजना को वर्ष 2019 में किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए शुरू किया गया था। परंतु इस योजना के अंतर्गत देश के कई अपात्र किसानों ने भी आवेदन किया है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा किसान सम्मान निधि योजना रिजेक्ट लिस्ट को जारी कर दिया गया है
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि सभी अपात्र किसानों को उनके रिजेक्ट होने की जानकारी प्रदान की जाए।
सरकार द्वारा रिजेक्ट लिस्ट को ऑनलाइन जारी कर दिया गया है ताकि किसानों को अपना नाम रिजेक्ट लिस्ट में देखने के लिए विभिन्न सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़े।
वह घर बैठे ही इंटरनेट का उपयोग कर अपना नाम रिजेक्ट लिस्ट में खोज सकते हैं
इस योजना का मुख्य उद्देश्य है अपात्र किसानों के गलतफहमी को दूर किया जाए।
तथा पात्र किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का पूर्ण लाभ मिल सके।
केंद्र सरकार द्वारा देश के किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु शुरू की गई किसान सम्मान निधि योजना के तहत लगभग 2 करोड़ से अधिक अपात्र किसान पाए गए। इन सभी अपात्र किसानों की राशि राज्य सरकारों द्वारा रोक दी गई है। इस योजना के तहत देश के लगभग 10 करोड से अधिक पात्र किसानों को लाभ भी मुहैया कराया गया है। परंतु वह सब भी किसान जिन्होंने अपात्र होकर लाभ प्राप्त किया है उनका नाम किसान सम्मान निधि योजना रिजेक्टेड लिस्ट में शामिल कर दिया गया है। गलत तरीके से लाभ उठाने वाले किसान ज्यादातर तमिलनाडु महाराष्ट्र मध्य प्रदेश गुजरात और हिमाचल प्रदेश से पाए गए हैं। इन सभी राज्य के अपात्र किसान आयकर दाता किसान हैं।
आवेदन पत्र में गलती के कारण रिजेक्ट लिस्ट में नाम
इस योजना के अंतर्गत न केवल अपात्र किसानों का ही नाम रिजेक्ट लिस्ट में शामिल किया गया है बल्कि देश में काफी ऐसे किसान हैं जिनको आवेदन पत्र भरते समय गलती के कारण उनका नाम किसान सम्मान निधि योजना रिजेक्ट लिस्ट में आवंटित किया गया है।
यदि आपका नाम भी किसी गलती के कारण रिजेक्ट लिस्ट में शामिल होता है तो आप को Kisan Samman Nidhi Yojana के अंतर्गत दोबारा आवेदन करना होगा।
अगर आप भी अपना नाम किसान सम्मान निधि योजना रिजेक्ट सूची में देखना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा
वेबसाइट पर जाने के बाद आप अपने नाम की जांच आसानी से कर सकते हैं।
तथा अपना नाम बिना किसी कारण रिजेक्ट सूची में प्राप्त करने के बाद आप जल्द से जल्द इस योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं।
पिछले गलती को सुधारने के बाद आपको इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
किसान सम्मान योजना की महत्वपूर्ण तिथियां
इस योजना के तहत महत्वपूर्ण तिथियां कुछ इस प्रकार हैं:-
हमारे प्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को 1 दिसंबर 2018 में लागू किया गया था।
योजना के अंतर्गत पात्र किसानों कि कट ऑफ़ डेट सरकार द्वारा 1 फरवरी 2019 निश्चित की गई थी।
सरकार द्वारा 1 फरवरी 2019 को यह भी निश्चित किया गया था कि किसी पात्र किसान की मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार को इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
PM Kisan Samman Nidhi Yojana Ineligible Beneficiary
किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत जो किसान आवेदन नहीं कर सकते हैं उनकी श्रेणी कुछ इस प्रकार है
संस्थागत भूमि धारक
किसान परिवार के वह सदस्य जो नीचे दी हुई निम्नलिखित शब्दों में से किसी एक को पूरा करते हैं
पूर्व या वर्तमान मंत्री पूर्व या वर्तमान लोकसभा राज्यसभा राज्य विधान सभा आदि के मेंबर नगर निगमों के पूर्व या वर्तमान महापौर जिला पंचायत की पूर्व या वर्तमान अध्यक्ष
संवैधानिक पदों के धारक
डॉक्टर इंजीनियर लॉयर
रिटायर्ड पेंशन धारक जिनकी आय 10000 है
केंद्रीय राज्य सरकार के कर्मचारी या फिर रिटायर कर्मचारी।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना राज्यों की आधिकारिक वेबसाइट
इस योजना के तहत राज्यों की आधिकारिक वेबसाइट कुछ इस प्रकार है:-
यदि आपको प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं मिल रहा है तो नीचे दिए गए निम्नलिखित कारणों में से किसी एक कारण की वजह से आप इससे वंचित हैं
अमान्य खाते के कारण अस्थाई रोक
दिया गया खाता नंबर बैंक में मौजूद नहीं होना
बैंक पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम में पंजीकृत नहीं होना
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम में आधार कार्ड नहीं होना।
PM Kisan Rejected ListImportant Documents
इस योजना के तहत महत्वपूर्ण दस्तावेज कुछ इस प्रकार हैं:-
आधार कार्ड
निवास प्रमाण पत्र
आय प्रमाण पत्र
राशन कार्ड
पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
बैंक अकाउंट डिटेल्स
मोबाइल नंबर
पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
PM Kisan Rejected List ऑनलाइन
वह सभी व्यक्ति जो रिजेक्ट ऑनलाइन देखना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
अपना नाम पीएम किसान सम्मान निधि योजना रिजेक्ट लिस्ट में देखने के लिए इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
वेबसाइट पर जाते हैं आपके सामने होमपेज खुल कर आएगा
इस होम पेज पर आपको Dashboard के विकल्प पर क्लिक करना है
क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा
इस पेज पर आप से पूछी गई सभी जानकारी दर्ज करनी है जैसे
State
District
Sub-District
Village
सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको Show के बटन पर क्लिक करना है
इस प्रकार आपके सामने किसान सम्मान निधि योजना रिजेक्टेड लिस्ट खुलकर आ जाएगी
किसान सम्मान निधि योजना पैसे रिफंड करने की प्रक्रिया
वह व्यक्ति जो पैसे रिफंड करना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
पैसे रिफंड करने के लिए किसान भारतकोश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
वेबसाइट पर जाते ही आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा
इस होम पेज पर आपको Login के सेक्शन में देखना है।
इस सेक्शन में आपको Quick Payment के विकल्प पर क्लिक करना है
क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुलकर आएगा
इस पेज पर पूछी गई सभी जानकारी आपको दर्ज करनी है जैसे
Ministry/Department
Purposes
दर्ज करने के बाद आपको Next के बटन पर क्लिक करना है।
क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा
इस पेज पर पूछी गई सभी जानकारी आपको दर्ज करनी है
दर्ज करने के बाद आपको जितना अमाउंट वापस करना है उसे दर्ज करना होगा
दर्ज करने के बाद आपको नेक्स्ट के बटन पर क्लिक करना है।
इस प्रकार आपकी सारी जानकारी से हो जाएगी
अब आपको अपनी सारी बैंक की जानकारी दर्ज करनी है
जानकारी दर्ज करने के बाद आपको नेक्स्ट के बटन पर क्लिक करना है
इसके पश्चात आपको अपने पेमेंट मेथड का चयन करना होगा
चयन करने के बाद पूछी गई सभी जानकारी आपको दर्ज करनी होगी
जानकारियां दर्ज करने के बाद आपको Pay Now के बटन पर क्लिक करना होगा
इस प्रकार आप धनराशि रिफंड कर पाएंगे
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनापेमेंट स्टेटस चेक करने की प्रक्रिया
वह व्यक्ति जो पेमेंट स्टेटस चेक करना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
PM Kisan Payment Status
बेनिफिशियरी स्टेटस चेक करने के लिए आप को किसान सम्मान निधि योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा
वेबसाइट पर जाते ही आपके सामने होमपेज खुलकर आएगा।
इस होम पेज पर आपको Farmer Corner के सेक्शन में देखना है।
इस सेक्शन में आप को Beneficiary Status के विकल्प पर क्लिक करना है
क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा
इस पेज पर आपको किसी एक नंबर का चयन करना है
यदि आप Aadhar Number का चयन करते हैं तो आपको Aadhar Number दर्ज करना होगा
अगर आप Account Number का चयन करते हैं तो आपको Account Number दर्ज करना होगा
अंतिम आप Mobile Number का चयन करते हैं तो Mobile Number दर्ज करना होगा
संपूर्ण जानकारी दर्ज करने के बाद आपको Get Data के बटन पर क्लिक करना।
इस प्रकार आपके सामने पेमेंट स्टेटस आपकी स्क्रीन पर प्रकट हो जाएगा
एडिट आधार फेलियर रिकॉर्ड देखने की प्रक्रिया
वह व्यक्ति जो एडिट आधार पर रिकॉर्ड देखना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
आधार फेलियर रिकॉर्ड देखने के लिए इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
वेबसाइट पर जाते ही आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा
होम पेज पर आपको Farmer Corner के सेक्शन में देखना है।
इस सेक्शन में आपको Edit Aadhar Failure Records के विकल्प पर क्लिक करना है
क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा
इस पेज पर आपको किसी एक प्रकार का चयन करना होगा
अगर आप Aadhar Number का चयन करते हैं तो आपको Aadhar Number और Image Code दर्ज करना होगा
यदि Account Number का चयन करते हैं तो आपको Account Number और Image Code दर्ज करना होगा
यदि Mobile Number का चयन करते हैं तो आपको Mobile Number और Image Code दर्ज करना होगा
अंतिम आप Farmer Name का चयन करते हैं तो आपको State, District, Sub District, Block तथा Image Code दर्ज करना होगा
संपूर्ण जानकारी दर्ज करने के बाद आपको Search के बटन पर क्लिक करना होगा
इस प्रक्रिया से आप अपना आधार एडिट कर पाएंगे
PM Kisan Rejected List Helpline Number
आज इस लेख के माध्यम से हमने आपको किसान सम्मान निधि योजना रिजेक्ट लिस्ट से जुड़ी संपूर्ण जानकारी स्पष्ट की है। उम्मीद करते हैं कि आपको इससे जुड़े किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े। यदि आपको फिर भी इस योजना से संबंधित कोई भी कठिनाई प्राप्त होती है तो आप नीचे दिए हुए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं
PM Kisan 16th Installment Date:- The Kisan Samman Nidhi Scheme is the scheme for farmers which is launched by the Government of India. Under this scheme, the payments are deposited in the farmer’s account. The department will deposit Rs. 2000/- quarterly in the beneficiary’s bank account. The 16th installment of payment under PM Kisan will be released on 28 February 2024. Issuance of the next installment is not fixed and may vary. In this article, we will discuss in detail the program including Key Highlights, Objectives, Benefits & Features, Eligibility Criteria, Required Documents, Application Procedure, etc.
The Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi is one of the best schemes for farmers which helps the farmers in receiving payment amounts of Rs. 2000/- quarterly which is a total of Rs. 6000/- annually. February 28 is the date for the release of the scheme’s 16th installment. The last date to get the KYC done is 31st January 2024. If the farmers fail to complete the Online KYC process they will be unable to get the payment of the 16th installment. The scheme was introduced by Prime Minister Narendra Modi in 2019 for farmers in India with the aim to provide financial assistance to farmers who own cultivable land.
The main objective of the PM Kisan Samman Nidhi Yojana is to provide financial assistance to farmers in India. The objective of PM Kisan’s 16th installment in 2024 is to provide economic aid to small and marginal farmers. Under this scheme an amount of Rs. 6000/- per year will be credited to the bank account of the farmers. This amount will be credited in 3 installments every four months which is Rs. 2000/-.
Benefits & Features of PM Kisan 16th Installment Date
Here are some of the benefits & features of the Yojana which are as follows:
Farmers will get the financial assistance of Rs. 6000/- per year.
PM Kisan Samman Nidhi Yojana ensures the safe livelihood of farmers.
Farmers can invest in sustainable agricultural practices through this financial aid.
The benefits are provided to the family members of the farmers which includes wife and kids.
Kisan Credit Card Yojana:- भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां एक बढ़ी आबादी किसानो की है जिनकी आजीविका खेती पर निर्भर है किसानो को कृषि कार्यो के लिए अक्सर पैसो की आवश्यकता होती है। अब ऐसे मे किसानो को वित्तीय लाभ पहुंचाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है जिनमे से एक किसान क्रेडिट कार्ड योजना है। इस योजना के माध्यम से केन्द्र सरकार द्वारा किसानो को किसान क्रेडिट कार्ड जारी किया जाता है जिसे ग्रीन कार्ड भी कहा जाता है। किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसानो को बहुत ही कम ब्याज दर पर कृषि लोन उपलब्ध कराया जाता है।
ताकि किसान कृषि से सम्बन्धित अपनी हर आवश्यकताओं को बिना किसी आर्थिक समस्या के पूरा कर सके। किसान क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से किसानो को मात्र 4% ब्याज दर पर 3 लाख रूपेय तक का ऋण दिया जाता है। अगर आप भी एक किसान है तो आपको भी शीघ्र ही किसान क्रेडिट कार्ड बनवा लेना चाहिए।
Kisan Credit Card Yojana 2024
भारत सरकार द्वारा किसानो को आर्थिक मदद देने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना को शुरू किया गया है यह देश की सबसे कम ब्याज दर वाली लोन स्कीम है इस योजना के तहत किसानो को शॉर्ट टर्म के लिए ऋण दिया जाता है ताकि किसान अपनी अचानक वित्तीय जरूरतो को पूरा कर सके। आपको बता दे कि Kisan Credit Card (KCC) एक प्रकार का लोन यानी ऋण है जो किसानो को अधिकृत बैंक द्वारा सस्ते ब्याज दर यानी 4% मे उपलब्ध कराया जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना को भारत सरकार रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया एंव नाबार्ड द्वाला मिलकर साल 1998 मे शुरू की गई थी। जिसे अब किसान क्रेडिट कार्ड नाम दिया गया है। किसान क्रेडिट कार्ड शॉर्ट टर्म यानी कम समय 5 साल के लिए दिया जाने वाला एक कृषि ऋण है जो किसान को साल भर मे खेती मे होने खर्च को पूरा करने के लिए दिया जाता है
यह ऋण सरकार द्वारा किसानो को क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक व अन्य सरकारी बैंको के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है। जिसका उपयोग किसान मुख्य रूप से फसल की बुआई, बीज, खाद एंव खेती व फसल बीमा मे होने वाले खर्च को पूरा करने के लिए करते है। अगर आप भी कृषि कार्य के लिए किसान क्रेडिट कार्ड कृषि लोन लेना चाहते है तो आप अपने नजदीकी बैंक जाकर अपनी जमीन के कागज जमा करके एंव कुछ अन्य औपचारिकताओं को पूरा करके कृषि ऋण प्राप्त कर सकते है।
भारत मे किसान आज भी वित्तीय रूप से कमजोर है जिस कारण उनको खेती से सम्बन्धित जरूरत या पारिवारिक आवश्यकता हो उनको हमेशा पैसो की आवश्यकता रहती है इस सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किसानो के पास दो विकल्प थे। वे बैंको की लंबी दस्तावेज़ प्रक्रिया से गुजरे जिसमे उनको लोन पास कराने मे महीनो लग जाते थे। इसके बाद भी लोन मिलेगा या नही इसकी कोई गांरटी नही होती थी। या फिर किसान साहूकारो के पास जाकर महंगी ब्याज दर पर रूपेय उधार ले तो उनका ब्याज दर इतना अधिक होता है कि एक बार लोन लेने पर आर्थिक स्थिति दिन प दिन खराब हो जाती है।
किसानो को इसी समस्या के मुक्ति दिलाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा किसान क्रेडिय कार्ड योजना को लाया गया है जिसकी कागजी प्रक्रिया बेहद आसान किया गया है जिससे किसानो को ऋण लेने मे समस्याओं का सामना न करना पड़े। केसीसी पर किसानो को 3 लाख रूपये तक 4 प्रतिशत की दर से लोन दिया जाता है। आपको बता दे कि तीन लाख रूपेय से अधिक ऋण लेने पर ब्याज दर मे वृद्धि होगी।
Kisan Credit Card पर ऋण लेने के लिए आपको अपने नजदीकी अधिकृत बैंक मे जाकर सम्पर्क करना होगा आपको अपना आधार कार्ड, पेन कार्ड, कृषि भूमि के दस्तावेज़ जैसे- खसरा, खतौनी व हिस्सा प्रमाण पत्र बैंक मे लेकर जाना होगा। लोन देने से पहले बैंक आपकी सीआईबीआईएल रिपोर्ट चेक करेगा। सिविल रिपोर्ट क्रेडिट रिपोर्ट सही होने पर ही बैंक आपको लोन देगा। 1.60 लाख तक कृषि ऋण के लिए आपको केवल इन्ही दस्तावेजो से ऋण दिया जा सकता है। इसके अलावा आपके दस्तावेज़ का सहसील से अपने अधिवक्ताओं (वकीलो) से सत्यापन कराया जा सकता है
बैंक अधिवक्ता सम्बन्धित कृषि भूमि के 12 साल के रिकॉर्ड का सत्यापन करके अपनी रिपोर्ट बनाकर बैंक को दे देता है जिसके माध्यम से बैंक आपको आसानी से लोन दे देता है। इस प्रकार सभी दस्तावेज़ पूरे होने पर बैंक आपको केसीसी ऋण खाता खोलेगा एक बार ऋण की लिमिट तय होने पर आप पांच वर्ष तक कभी भी जमा व पुन: निकाल सकते है। बैंक द्वारा आपकी कृषि भूमि को बंधक किया जा सकता है।
Land Require for Kisan Credit Card
किसान क्रेडिट कार्ड पर कितना लोन मिलात है या केसीसी के लिए कितनी जमीन चाहिए होगी इसका निर्धारण जिले स्तर की एक तकनीकी समिति द्वारा निर्धारित स्केल ऑफ फाइनेंस पर निर्भर है इसके अध्यक्ष जिलाधिकारी होते है Scale of Finance DLTC द्वारा प्रतिवर्ष निर्धारित किया जाता है जिसमे संचित व अंसचित भूमि पर उगाई गई प्रत्येक फसल के लिए प्रति हेक्टेयर या प्रति एकड़ के लिए वित मान निर्धारित किया जाता है।
Kisan Credit Card की अवधि
केसीसी एक प्रकार से ऑवरड्राफ्ट की तरह कार्ड करता है यानी जब चाहे आप जमा कर सकते है और जब जाहे निकाल सकते है जब आपका पैसा निकलेगा तभी आपको ब्याज देना पड़ेगा। किसान क्रेडिट कार्ड 5 वर्ष के लिए दिया जाता है पांच वर्ष बाद आप भी आप ब्याज जमा करके पुन: नवीनीकरण करा सकते है।
किसान क्रेडिट कार्ड ब्याज दर
अगर आपने 3 लाख रूपेय का ऋण लिया है तो आपको ध्यान रखना होगा कि आपने किस दिनांक को ऋण लिया है जिस भी दिनांक को लोन लिया है उससे एक वर्ष पूरा होने से पहले ही आपको एक ब्याज दर सहित पूरा ऋण जमा करना होगा अगले दिन ही आप फिर से ऋण लेने के लिए पात्र हो जाते है ऐसा करने पर आपको सरकार द्वारा 3 लाख रूपेय तक के ऋण पर 3% की ब्याज मे छुट मिल जाती है यह देश का सबसे सस्ता ऋण है KCC पर कुल 9% ब्याज दर होती है जिसमे से 2 प्रतिशत सब्सिडी केन्द्र सरकार द्वारा दी जाती है
और इसके अलावा आप साल पूरा होने से पहले ही आप ऋम जमा कर देते है तो आपको 3% अतिरिक्त प्रोत्साहन राशी दी जाती है इस प्रकार यदि ऋण समय से जमा किया जाए तो 3 लाख रूपेय तक के केसीसी ऋण पर केवल 4 प्रतिशत ब्याज ही देना होता है।
Kisan Credit Card की ऋण सीमा
अगर आप किसान है तो आपके मन मे एक प्रश्न अवश्य आता होगा कि प्रति एकड़ पर केसीसी ऋण सीमा या प्रति हेक्टेयर ऋण सीमा कितनी स्वीकृत होगी तो आपको बता दे कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना केवल फसल बुआई के लिए एंव इससे जुड़े कार्यो के लिए ही है इसलिए बैंक द्वारा ऋण सीमा का निर्धारण फसल एंव मरम्मत मशीनरी यदि उपलब्ध हो एंव रखरखाव राशी आदि के आधार पर ही होता है किसी भी फसल के लिए कितना ऋण दिया जाएगा इसका निर्धारण प्रतिवर्ष डीएम की अध्यक्षता वाली एक जिले स्तरीय टेक्निकल समिति DLTC द्वारा किया जाता है।
किसान क्रडिट कार्ड किसान की मृत्यु होने पर क्या होता है?
अब आपके मन मे एक प्रश्न आता होगा कि किसान कि मृत्यु के पश्चात उनका लोन कौन जमा करेगा केसीसी का पैसा माफ होगा या नही या फिर हमे किसान क्रेडिट कार्ड बीमा योजना का लाभ मिलेगा। तो आपको बता दे कि बैंक किसान किसान क्रेडिट कार्ड ऋण देते समय उनकी जमीन को बंधक बना लेती है किसान की खतोनी पर बैंक का ऋण दर्ज हो जाता है इसके अलावा IGRSUP पोर्टल पर भी ऋण का चार्ज दर्ज करा लिया जाता है। खतौनी पर दर्ज प्रभार चार्ज तभी हटा सकते है जब बैंक का ऋण पूर्ण रूप से जमा हो जाए इसके अलावा बैंक ऋण देते समय किसान का एक दुर्घटना बीमा भी करवाती है इसमे किसान से मात्र 5 रूपेय प्रिमियम राशी ली जाती है
किसान की किसी दुर्घटना मे मृत्यु हो जाने पर उनको क्लेम राशी मिलती है जिसका समा योजना उनके केसीसी ऋण खाते मे किया जाता है बीमा राशी जमा हो जाने के बाद बची राशी उनको कानूनी वारिसो को जमा करनी होती है क्योकिं उनके नाम जमीन तभी ट्रांसफर होगी जब बैंक का लोन जमा हो जाता है।
Kisan Credit Card Yojana 2024 के लाभ
केसीसी के तहत सरकार द्वारा बैंको से मिलने वाले किसान क्रार्ड ऋण की शर्तो काफी आसान बनाई गई है जिसे किसान बड़ी आसानी से पूरा कर सकते है।
किसान बैंको को केवल कुछ दस्तावेज़ देकर ही किसान क्रेडिट कार्ड बनवा सकते है।
किसान को मिलने वाली काफी उच्च दरो के ब्याज ऋण से मुक्ति प्राप्त हुई है।
Kisan Credit Card की ब्याज दर मिलने वाले किसी भी ऋण से काफी कम है।
इस योजना के माध्यम से किसानो को साहूकारो मे मुक्ति प्राप्त हुई है।
भारतीय किसानो को काफी लंबे समये से साहूकारो द्वारा ठगा गया है लेकिन किसान क्रडिट कार्ड योजना के तहत किसानो को काफी कम ब्याज दर पर ऋण मिल जाता है जिससे उनको साहूकारो से ऋण लेने के आवश्यकता नही पड़ती है।
केसीसी कार्ड बनने से किसान अपने खेतो की जुताई, बुआई व सिचाई समय से कर पाते है जिससे उनके उपज मे काफी वृद्धि हुई है उनकी आय भी बड़ी है।
KCC कार्ड धारक किसानो की मृत्यु या स्थायी विकलांगता की स्थिति मे 50 हजार रूपेय तक दूसरे जोखिम के मामले मे 25000 रूपेय तक का बीमा कवर मिलता है।
किसानो का केडिट कार्ड के साथ एक बचत खाता भी दिया जाता है जिन पर किसानो को अच्छी दरो पर ब्याज मिलता है।
और किसानो को स्मार्ट कार्ड डेबिट कार्ड भी मिलता है।
Kisan Credit Card Yojana 2024 के तहत किसानो को ऋण उपलब्ध कराने के लिए अधिकृत बैंक निम्नलिखित है।
को ऑपरेटिव बैंक
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
बैंक ऑफ इंडिया
इंडस्ट्रियल डेवलेपमेंट बैंक ऑफ इंडिया।
Kisan Credit Card Yojana 2024 की पात्रता
केसीसी कार्ड लेने के लिए आवेदक भातीय किसान होना चाहिए।
किसानो के पास कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए।
आवेदक की आयु 18 से 75 वर्ष के मध्य होनी चाहिए।
आवेदन हेतु जरूरी दस्तावेज़
आधार कार्ड
पहचान पत्र
खसरा/खतौनी
हिस्सा प्रमाण पत्र।
लोन सीमा 1.60 लाख से अधिक के लिए तहसील का बारहसाला जमीन का रिकॉर्ड।
शपथ पत्र।
नज़दीकी बैंको से Nodues कोई बकाया नही है प्रमाण पत्र भी मागा जा सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया
अगर आप किसान है और आपके सामने कृषि योग्य भूमि है तो आप किसान क्रेडिट ऋण प्राप्त करना चाहते है आपको अपने सभी जरूरी दस्तावेज़ो के साथ नजदीकी बैंक की शाखा मे जाकर सम्बन्धित अधिकारी से सम्पर्क करके ऋण के लिए आवेदन कर सकते है। अगर आप ऑनलाइन आवेदन करना चाहते है तो आप सम्बन्धित बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर केसीसी के बारे मे जानकारी एंव आवेदन कर सकते है आप यहा से इसका Application Form भी डाउनलोड कर सकते है।
मह्तवपूर्ण लिंक
किसान क्रेडिट कार्ड से सम्बन्धित और अधिक जानकारी के लिए निचे दी गई लिंक पर भी जा सकते है।
अगर किसान भाई किसान क्रेडिट कार्ड से सम्बन्धित और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते है या फिर किसी समस्या का सामना कर रहे है तो आप निम्नलिखित हेल्पलाइन नम्बर पर सम्पर्क कर सकते है।
Toll Free Helpline Number – 011 24300 606
FAQs
किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत कब और किसके द्वारा की गई है?
किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत भारत सरकार द्वारा वर्ष 1998 मे की गई है।
Kisan Credit Card Yojana क्या है?
Kisan Credit Card भारतयी किसानो को सस्ते ब्याज दर पर दिया जाने वाला एक कृषि ऋण है जो सामान्य क्रेडिट कार्ड से अलग है। जो सरकार द्वारा किसानो को बैंको के माध्यम से कम कागजी कार्यवाही और आसान शर्तो पर दिया जाता है।
ओवर ड्राफ्ट क्या होता है?
ऑवर ड्राफ्ट बैंक द्वारा अपने ग्राहको को दिया जाने वाला एक ऐसा ऋण होता है जिसमे ग्राहको के खाते मे पैसे नही होने पर भी पैसे निकाल सकते है इसमे एक फिक्स ओवरड्राफ्ट लिमिट निर्धारित कर दी जाती है ऋण सीमा आपके बैंक के साथ सम्बन्धो पर निर्भर करता है जब आपके द्वारा पैसा निकलेगा तभी ब्याज देना पड़ेगा।
किसान क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाएं?
केसीसी कार्ड बनवाने के लिए आपको आपको अपने नज़दीकी बैंक जाना होगा बैंक मे अपने जमीन की खसरा खतौनी आदि दस्तावेज जमा करके आसानी से साथ किसान क्रेडिट कार्ड बनवा सकते है और किसान क्रेडिट ऋण प्राप्त कर सकते है।
KCC पर 4% ब्याज का लाभ कैसे ले?
KCC पर लिए गए ऋण पर 7% ब्याज लगता है लेकिन अगर आप 12 महीने पूरे होने से पहले अपना ऋण एक बार ब्याज सहित जमा कर देते है तो आपको 3% की ब्याज मे सब्सिडी मिल जाती है इस प्रकार आप 4% ब्याज दर का लाभ ले सकते है।
PM Kisan Mandhan Yojana:- देश के छोटे व सीमांत किसानों को उनके 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर प्रतिमाह पेंशन आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना का शुभारंभ 31 मई 2019 किया गया। इस योजना के अंतर्गत देश के किसान पेंशन प्राप्त करके अपनी आर्थिक तंगी को दूर कर सकेंगे एवं उन्हें अपने खर्चों के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना 2024 से जुड़ी संपूर्ण जानकारी जैसे उद्देश्य लाभ पात्रता विशेषताएं एवं आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। PM Kisan Mandhan Yojana से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें।
PM Kisan Mandhan Yojana 2024
इस योजना की शुरूआत देश के छोटे व सीमांत किसानों को प्रति माह पेंशन प्रदान करने के लिए की गई है। देश के छोटे व सीमांत किसानों को उनकी आर्थिक तंगी को दूर करने एवं विशेषताओं को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से 3,000 रुपये की राशि पेंशन के रूप में प्रदान की जाएगी। इस राशि का उपयोग करके देश के 60 वर्ष की आयु वाले बूढ़े किसान अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम रहेंगे एवं उन्हें किसी भी प्रकार की आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए लाभार्थी की आयु 18 से 40 वर्ष के भीतर ही होनी चाहिए। इस योजना का लाभ 2022 तक देश के 5 करोड़ छोटे व सीमांत किसानों को पहुंचाया जाएगा।
प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना (PMKMY) का लाभ प्राप्त करते समय यदि किसी लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है तो उसकी धर्मपत्नी को प्रतिमाह 1,500 रुपये मोहिया कराए जाएंगे।
देश के बाद सभी किसान जिनके पास 2 हेक्टेयर इससे कम कृषि योग्य भूमि उपलब्ध है तो उसे भी इस योजना के अंतर्गत लाभ प्रदान किया जाएगा।
यदि आप भी इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं तो आपको श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
प्रतिमाह 1800 रुपये प्रदान कर रही सरकार, झूठ या सच?
हाल ही में ही विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मानधन योजना के तहत केंद्र सरकार 18 से 40 वर्ष के लोगों को 1800 रुपये प्रदान कर रही है। परंतु इस दावे की पीआईबी फैक्ट चेक द्वारा जांच पड़ताल की गई है और पाया गया है कि यह पूर्ण रूप से फर्जी फॉर्म है। केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई भी घोषणा नहीं की गई है। यह सरकार के नाम पर लोगों को ठगने के लिए फॉर्म जारी किया जा रहा है। यदि आपको ऐसा कोई भी फॉर्म प्राप्त होता है तो कृपया इससे बचने का प्रयास करें और सतर्क रहें।
बिना किसी कागज के 60 वर्ष की आयु के बाद मिलेगी पेंशन
सरकार ने किसानों को उनके बुढ़ापे में मदद करने के लिए पीएम किसान मानधन योजना शुरू की है। इस योजना में 18 से 40 वर्ष की आयु के बीच का कोई भी किसान निवेश कर सकता है। यदि किसी किसान के पास पहले से ही खाता है तो उसे किसी भी प्रकार के दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस योजना के तहत 18 से 40 वर्ष की आयु का कोई भी किसान निवेश कर सकता है। इन किसानों को सरकार द्वारा 3000 रुपये की मासिक पेंशन प्राप्त होगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को मासिक निवेश 55 रुपये से 200 रुपये के बीच जमा करना होगा। परंतु किसी कारणवश खाता धारक की मृत्यु हो जाती है तो उसकी पत्नी को 50% पेंशन प्राप्त होगी।
पीएम किसान मानधन योजना के तहत प्रीमियम राशि
केंद्र सरकार द्वारा देश के 60 वर्ष से अधिक आयु वाले किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना की शुरुआत 13 मई 2019 में की गई थी। इस योजना के अंतर्गत देश के छोटे व सीमांत किसानों को 60 वर्ष की आयु के बाद 3,000 रुपये की पेंशन धनराशि आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की जाती है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्थियों को प्रतिमाह प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है। यदि इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाला व्यक्ति 18 वर्ष का है तो उसे प्रतिमाह 55 रुपये का प्रीमियम भरना होगा। इस योजना के अंतर्गत यदि कोई 40 वर्ष का कोई लाभार्थी है तो उसे प्रतिमाह 200 रुपये के प्रीमियम का भुगतान करना होगा।
PM Kisan Mandhan Yojana का लाभ उठाने के लिए यह आवश्यक है कि किसानों का अपने खुद के नाम का बैंक खाता होना चाहिए।
किसानों का यह बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत धनराशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में हस्तांतरित की जाती है।
maandhan.in key Highlights
इस योजना के तहत मुख्य तथ्य कुछ इस प्रकार है:-
योजना का नाम
प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना 2024
किसके द्वारा शुरू की गई
केंद्र सरकार द्वारा
आरंभ तिथि
13 मई 2019
मंत्रालय
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय
योजना के लाभार्थी
देश के बुढ़े छोटे व सीमांत किसान
योजना का उद्देश्य
देश के छोटे व सीमांत किसानों को प्रतिमाह पेंशन प्रदान करना
लाभार्थी की आयु
60 वर्ष या उससे अधिक
पेंशन धनराशि
3,000 रुपये
मृत्यु होने पर धर्मपत्नी को धनराशि
1,500 रुपये
कुल लाभार्थी का लक्ष्य
5 करोड़
लाभान्वित होने का अंतिम वर्ष
वर्ष 2022
आवेदन की प्रक्रिया
ऑनलाइन
आधिकारिक वेबसाइट
maandhan.in
PM Kisan Mandhan Yojana– उद्देश्य
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि हमारे देश के किसान आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण बूढ़े होने के बाद अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ रहते हैं और ऐसे में उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से देश के 60 साल या उससे अधिक आयु वाले किसानों को प्रतिमाह 3,000 रुपये की पेंशन आर्थिक सहायता के रूप में मुहैया कराई जाएगी। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के वह सभी किसान जो बूढ़े होने के कारण अपने खर्चों के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहते हैं उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके ताकि उन्हें किसी दूसरे पर निर्भर रहने की आवश्यकता ना पड़े।
PM Kisan Mandhan Yojana को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि राज्य के बूढ़े किसानों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाया जा सके।
इस योजना के माध्यम से देश के बूढ़े किसानों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य है कि देश में किसानों का विकास किया जा सके और उन्हें मजबूत बनाया जा सके।
इस योजना के अंतर्गत देश के छोटे व सीमांत किसानों को उनकी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रतिमाह पेंशन धनराशि प्रदान की जाती है। इस योजना के अंतर्गत प्राप्त होने वाली धनराशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में हस्तांतरित की जाती है। PM Kisan Mandhan Yojana का लाभ उठाने के लिए लाभार्थियों को प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है। सरकार द्वारा शुरू की गई किसान मानधन योजना के अंतर्गत लोगों को केवल 50% प्रीमियम अनुदान करना होता है और बाकी का 50% प्रीमियम का अनुदान केंद्र सरकार द्वारा खुद वहन किया जाता है। यदि आप भी इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आप ऑनलाइन आवेदन आसानी से कर सकते हैं।
यदि आप ऑनलाइन आवेदन ना करके ऑफलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो आपको अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र जाना होगा।
प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के अंतर्गत जीवन बीमा निगम और निधि प्रबंधन नोडल एजेंसी के तरह कार्य करती हैं।
पीएम किसान मानधन योजना के अपात्र लाभार्थी
PM Kisan Mandhan Yojana के अंतर्गत जो किसान अपात्र हैं उनकी सूची कुछ इस प्रकार है:-
वह सभी किसान जो किसी अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं वह इस योजना के अंतर्गत पात्र नहीं है।
वह किसान जो श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री श्रम योगी योग योजना और प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के अंतर्गत चुने गए हैं वह इस योजना के पात्र नहीं हैं।
देश के व सभी उच्च आर्थिक स्थिति के लाभार्थी की श्रेणियां जो प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के अंतर्गत पात्र नहीं है कुछ इस प्रकार है
संवैधानिक पदों के पूर्व और वर्तमान धारक
सभी संस्थागत भूमि धारक
पूर्व और वर्तमान मंत्रियों राज्य मंत्रियों और लोकसभा राज्यसभा राज्य विधानसभा राज्य विधान परिषद के पूर्व वर्तमान सदस्य नगर निगम के पूर्व और वर्तमान महापौर जिला पंचायत के पूर्व और वर्तमान अध्यक्ष
केंद्रीय राज्य सरकार के मंत्रालयों कार्यालयों विभागों और उनकी फील्ड इकाईयों केंद्रीय राज्य के सार्वजनिक उपक्रमों और सलंग कार्यालयों सरकार के साथ-साथ स्थानीय निकायों के नियमित कर्मचारियों के सभी सेवारत या सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारी।
सभी किसान जिन्होंने पिछले मूल्यांकन वर्ड्स में आयकर का भुगतान किया हो या वेब पेशावर जैसे डॉक्टर इंजीनियर वकील चार्टर्ड अकाउंटेंट और आर्किटेक्ट हो।
Pradhan Mantri Kisan Mandhan Yojana– Benefits
इस योजना के अंतर्गत लाभ कुछ इस प्रकार हैं:-
देश के छोटे व सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना की शुरुआत 13 मई 2019 में की गई थी।
इस योजना के अंतर्गत देश के बूढ़े किसानों को 3,000 रुपये की पेंशन धनराशि के रूप में मुहैया कराई जाएगी।
PMKMY के अंतर्गत प्राप्त हुई धनराशि का उपयोग करके देश के किसान अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा कर सकेंगे।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि देश के किसानों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाया जा सके।
केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली धनराशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में हस्तांतरित की जाएगी।
इस योजना का लाभ देश के लगभग 5 करोड़ लाभार्थियों को प्रदान किया जाएगा।
आवेदन करने के लिए किसान की आयु 18 से 40 वर्ष के भीतर होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना का लाभ उठाने के लिए 18 वर्ष के आयु वाले लाभार्थियों को 55 रुपये प्रीमियम का भुगतान करना होगा एवं 40 वर्ष की आयु वाले किसानों को 200 रुपये प्रीमियम का भुगतान करना होगा।
इस योजना के अंतर्गत जीवन बीमा निगम एक नोडल एजेंसी के तरह कार्य करेगी।
इस योजना के अंतर्गत प्राप्त हुई धनराशि का उपयोग करके देश के किसानों को बूढ़े होने के बाद अपने खर्चों के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
यदि आप भी PM Kisan Mandhan Yojana के अंतर्गत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
अगर किसी कारणवश अब ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पाए हैं तो आप अपने नजदीक के जन सेवा केंद्र में जाकर भी ऑफलाइन आवेदन करवा सकते हैं।
आपके आवेदन पत्रों के सत्यापन के बाद आपको इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
PM Kisan Mandhan Yojana की विशेषताएं
इस योजना के तहत विशेषताएं निम्नलिखित हैं:-
देश के छोटे व सीमांत किसानों को उनकी 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने के बाद आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना की शुरुआत 13 मई 2019 में की गई।
इस योजना के अंतर्गत देश के छोटे व सीमांत किसानों को अपनी आर्थिक तंगी दूर करने के लिए आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी।
केंद्र सरकार द्वारा इन किसानों को 3,000 रुपये की धनराशि पेंशन के रूप में प्रदान की जाएगी।
किसानों को मिलने वाली धनराशि सीधे उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी।
इस धनराशि का उपयोग करके देश के किसान अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा कर सकेंगे।
सरकार द्वारा इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के किसान आत्मनिर्भर व सशक्त बने उन्हें अपने खर्चों के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहने की आवश्यकता ना पड़े।
PM Kisan Mandhan Yojana के अंतर्गत आवेदन करने के लिए लाभार्थी की आयु 18 से 40 वर्ष के भीतर होनी चाहिए।
देश के बाद सभी किसान जिनके पास 2 हैक्टेयर या उससे कम की कृषि योग्य भूमि है वह इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
यदि किसी कारणवश लाभार्थी किसानों की मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में उनके धर्म पत्नियों को 1,500 रुपये की धनराशि पेंशन के रूप में मुहैया कराई जाएगी।
PMKMY का लाभ उठाने के लिए किसानों को प्रति माह प्रीमियम का भुगतान करना होगा।
अगर किसान की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक है तो उसे हर महीने 55 रुपये की प्रीमियम राशि का भुगतान करना होगा।
यदि किसी किसान की आयु 40 या उससे अधिक वर्ष की है तो प्रतिमाह उसे 200 रुपये का भुगतान करना होगा।
देश के बाद सभी किसान जो इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं उन्हें जल्द से जल्द इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पर आसानी से स्वयं ही आवेदन कर सकते हैं।
यदि आप इस योजना के अंतर्गत ऑनलाइन माध्यम से आवेदन नहीं कर पा रहे हैं तो आप अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र में जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।
यदि कोई व्यक्ति पेंशन छोड़ता है तो उसे निम्नलिखित लाभ प्राप्त होंगे:-
PM Kisan Mandhan Yojana के अंतर्गत यदि किसी ग्राहक ने 10 वर्ष की कम अवधि में अंशदान निकाल लिया है तो बैंकों द्वारा अंशदान दे ब्याज की बचत उसे वापस कर दिया जाएगा।
यदि किसी व्यक्ति ने 10 वर्ष से अधिक की अवधि पूरी होने पर परंतु 7 वर्ष की आयु से पहले ही अंशदान के राशि निकाली है तो उसे पूरी राशि वापस लौटाई जाएगी।
किसी लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है तो उसके जीवन साथी प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के अंतर्गत नियमित रूप से योगदान के भुगतान को जारी रख सकते हैं।
पति और पत्नी दोनों की मृत्यु होने के बाद राशि को वापस फंड में जमा करना होगा।
पीएम किसान मानधन योजना के अंतर्गत पात्रता
इस योजना के तहत पात्रता कुछ इस प्रकार है:-
आवेदक भारत का स्थाई निवासी होना चाहिए।
देश के छोटे व सीमांत किसानों को इस योजना के पात्र माना जाएगा।
उम्मीदवार के पास 2 हैक्टेयर या उससे कम की कृषि योग्य भूमि होनी अनिवार्य है।
PM Krishi Sinchayee Yojana: देश के किसानों को सिंचाई करने के लिए बेहतर उपकरण दिलाने हेतु हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत देश के किसानों को सिंचाई के लिए बेहतर उत्तरण खरीदने हेतु सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी जिसका उपयोग करके वह फसलों को अच्छे से पानी पहुंचा सकेंगे। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2024 से जुड़ी संपूर्ण जानकारी जैसे उद्देश्य लाभ विशेषताएं पात्रता एवं आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें।
Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana 2024
इस योजना की शुरुआत हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किसानों को विभिन्न प्रकार के लाभ प्रदान करने हेतु की गई है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को खेती के लिए उपकरण खरीदने हेतु सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी। इस सब्सिडी का उपयोग करके के किसान अपनी खेती की सिंचाई के लिए बेहतर तकनीकी के उपकरण खरीदने में सक्षम रहेंगे। Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana के तहत विभिन्न प्रकार के लोगों को लाभ प्रदान किया जाएगा जैसे सेल्फ हेल्प, ग्रुप्स, ट्रस्ट, सहकारी समिति इनकॉरपोरेटेड कंपनी, उत्पादक कृषकों आदि। ना केवल इसी योजना के तहत बल्कि यह सब्सिडी किसानों को अन्य योजनाओं के लिए भी प्रदान की जाएगी जिसमें पानी की बचत होगी कम मेहनत होगी और साथ ही खर्च भी सही तरीके से होगा।
सरकार द्वारा इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए 5000 करोड़ रुपये की धनराशि का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है।
PMKSY को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि पानी की कमी होने के कारण खराब हुई फसलों को किसान खराब होने से बचा सके।
यदि आप इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि सही मात्रा में पानी ना मिलने पर किसानों द्वारा उगाई हुई फसलें खराब हो जाती है और ऐसे किसानों को भारी नुकसान होता है और आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को खेती के लिए सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी जिसका उपयोग पर देश के किसान को अच्छी तरीके से पानी दे सकेंगे और उन फसलों की पैदावार अच्छी होगी।
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि जल संसाधनों का अधिक उपयोग हो सके ताकि बाढ़ और सूखे के कारण फसलों को होने वाले नुकसान को रोका जा सके।
PMKSY के माध्यम से देश के किसानों के फसलों की अधिक पैदावार होगी।
इस योजना को आरंभ करने का दूसरा मुख्य उद्देश्य है कि किसानों की आय में वृद्धि हो ताकि उन्हें किसी आर्थिक तंगी का सामना ना करना पड़े।
राजस्थान की महिलाओं को भी प्राप्त होगा सिंचाई का लाभ
राजस्थान सरकार द्वारा एक अहम निर्णय लिया गया है जिसके तहत अब राजस्थान कि अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति और महिला किसानों को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ मुहैया कराया जाएगा। सरकार द्वारा किसानों को समय समय पर पानी का उचित और अधिकतम उपयोग कर खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। और अब राजस्थान सरकार ने महिला किसानों को आगे लाने के लिए कृषि संयंत्रों के लिए अनुदान में बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के माध्यम से राजस्थान महिला किसान आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनेंगी।
बांका के किसानों को प्राप्त होगा खेती के लिए प्रशिक्षण
बिहार की सहायक निदेशक पदाधिकारी डॉक्टर अमृता कुमारी जी के द्वारा बताया गया की रिपीट गुड सिखाने के लिए रविंद्र खंडो के साथ चयनित किसानों को बांका कृषि कार्यालय में प्रशिक्षण मुहैया कराया जाएगा। इसके लिए सभी किसानों को रवाना कर दिया गया है एवं वह अब किसान सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल संस्थान में कोचिंग प्राप्त कर सकेंगे। इस प्रशिक्षण से मिले ज्ञान को वह अपने खेतों में प्रयोग करेंगे। साथी साथ इन सभी किसानों को अनुदान राशि भी मुहैया कराई जाएगी। पदाधिकारी द्वारा बताया गया है कि PM Krishi Sinchayee Yojana के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद किसान अपनी आमदनी बढ़ाने में सक्षम रहेंगे।
सिंचाई पर सरकार द्वारा 93,068 करोड रुपए खर्च किया जाएंगे
केंद्र सरकार द्वारा किसानों को सिंचाई के लिए साधन उपलब्ध कराने हेतु प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का संचालन किया गया था। इस योजना के माध्यम से किसानों को सिंचाई के लिए उपकरण खरीदने हेतु सिंचाई यंत्रों की खरीद पर सब्सिडी मुहैया कराई जाती है। पहले इस योजना के तहत अंतिम तिथि वर्ष 2021 निर्धारित की गई थी। परंतु हाल ही में ही केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा इस योजना की अंतिम तिथि बढ़ाकर वर्ष 2026 तक कर दी गई है। सरकार द्वारा बताया गया है कि इस निर्णय का लाभ देश के लगभग 2200000 किसानों को पहुंचाया जाएगा। इस योजना के तहत सिंचाई सुविधाओं पर सरकार द्वारा 93,068 करोड़ रुपए का खर्च किया जाएगा।
बिहार सरकार किसानों को सिंचाई यंत्र पर देगी 90% सब्सिडी
किसानों को सिंचाई के लिए यंत्र पर सब्सिडी मुहैया कराने हेतु केंद्र सरकार द्वारा PM Krishi Sinchayee Yojana का शुभारंभ किया गया था। सरकार द्वारा इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य था कि किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए सस्ते एवं टिकाऊ उपकरण मुहैया कराई जा सके ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े। इस योजना के तहत बिहार सरकार की ओर से राज्य के किसानों को 90% सब्सिडी मुहैया कराई जा रही है। योजना के तहत आवेदन करने के बाद राज्य के किसान सब्सिडी पर सिंचाई यंत्र खरीदने में सक्षम रहेंगे एवं उन्हें फसलों की सिंचाई करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।
बलरामपुर जिले में हुआ सूर्य नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा आ गई में ही उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन किया गया। PM Krishi Sinchayee Yojana के तहत इस परियोजना मे 14 लाख हैक्टेयर से अधिक खेतों की सिंचाई के लिए किसानों को पानी उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही साथ सरकार द्वारा घोषणा की गई है कि इस परियोजना का लाभ उत्तर प्रदेश के 6200 से अधिक गांवों के 29 लाख किसानों को पहुंचाया जाएगा। हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा एक आधिकारिक बयान के माध्यम से बताया गया कि इस परियोजना की शुरुआत वर्ष 1978 मैं की गई थी परंतु किसी कारण इस परियोजना को टाल दिया गया था।
15 सितंबर 2021 तक कर सकते हैं उदयपुर के किसान आवेदन
डिप्टी डायरेक्टर डॉ ए के एन सिंह द्वारा बताया गया है कि इस योजना के माध्यम से ड्रिप लगाने के लिए किसानों को 70% की सब्सिडी की राशि प्रदान की जाती है। इसके साथ-साथ प्लांट की खरीद पर 60% की सब्सिडी छोटे व सीमांत किसानों को प्रदान की जाती है और 50% की सब्सिडी अन्य किसानों को मुहैया कराई जाती है। यदि आप प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना के तहत आवेदन करना होगा। उदयपुर के किसान इस योजना के तहत आवेदन राज किसान साथी पोर्टल पर ईमित्र के माध्यम से कर सकते हैं।
हर खेत को पानी योजना का शुभारंभ
केंद्र सरकार द्वारा देश के किसानों को सिंचाई उपकरण खरीदने पर सब्सिडी मुहैया कराने हेतु प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से खेतों की सिंचाई के लिए किसानों को उपकरण मुहैया कराए जाएंगे। PM Krishi Sinchayee Yojana को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि किसानों को सिंचाई करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े और उनकी आय में वृद्धि हो सके। इस योजना के माध्यम से फसल की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी। हाल ही में ही सरकार द्वारा इस योजना के तहत हर खेत को पानी योजना का शुभारंभ किया गया है।
इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा सभी खेतों में पानी मुहैया कराया जाएगा।
हर खेत को पानी योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए कमांड क्षेत्र विकास एवं प्रबंधन मंत्रालय द्वारा वित्तीय सहायता मुहैया कराई जाएगी।
इस सहायता का उपयोग कर किसानों को सिंचाई की सुविधा प्राप्त होगी एवं उनके खेतों तक पानी पहुंच सकेगा।
PM Krishi Sinchayee Yojana का बजट
22 दिसंबर 2020 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा एक वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से इस योजना के तहत 1706 करोड रुपए का बजट आवंटन किया गया। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत मध्य प्रदेश 682 करोड़ 40 लाख 40 हजार रुपये का शेयर है। इस योजना के तहत मध्यप्रदेश के मंडला डिंडोरी शहडोल उमरिया तथा सिंगरौली जिले शामिल किए गए हैं। साथ ही साथ सरकार द्वारा निर्देश दिए गए हैं इन सभी जिलों में बोरवेल का निर्माण किया जाएगा जिससे किसानों को बेहतर सिंचाई की सुविधा मुहैया कराई जाएंगी। यह बोरवेल इंटीग्रेशन फैसिलिटी प्रदान करके बनवाए जाएंगे और इस बोरवेल का एरिया लगभग 62135 हेक्टेयर तक होगा।
प्रधानमंत्री अधिक फसल बूंद योजना
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना को प्रधानमंत्री अधिक फसल बूंद योजना के नाम से भी जाना जाता है। इस योजना को सरकार द्वारा 5 वर्षों के लिए देश की खेती करने वाले क्षेत्रों के निय आरंभ किया गया है। देश के प्रति कृषि क्षेत्र में पानी मुहैया कराया जाएगा और देश मैं फसल राशन को बढ़ावा दिया जाएगा। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि किसानों के जीवन स्तर में काफी सुधार पैदा हो और फसल की पैदावार अच्छी हो। इस योजना के अंतर्गत किसानों के जीवन स्तर के साथ-साथ विशेष ध्यान अधिक फसल जल प्रबंधन प्रणाली क्षमता निर्माण प्रशिक्षण और जागरूकता अभियान पर भी दिया जाएगा।
इस योजना का लाभ देश के विभिन्न किसानों को प्रदान किया जाएगा और उन्हें सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से देश के कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा और किसानों की आर्थिक तंगी में सुधार आएगा।
जैसे कि हम सभी जानते हैं किसानों को खेती के लिए उपकरण खरीदने हेतु सब्सिडी मुहैया कराने के लिए हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के तहत उपकरण खरीदने के साथ-साथ यदि कोई किसान स्प्रिंकलर पाइप खरीदता है तो उसे 80% की सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी। सब्सिडी सीमांत किसानों को आवेदन स्वीकृत होने के बाद ही मुहैया कराई जाएगी। स्प्रिंकलर पाइप का उपयोग किसान ढलान और कम ऊंचाई पर सिंचाई करने के लिए उपयोग कर सकते हैं। स्प्रिंकलर पाइप के माध्यम से आप विभिन्न फसलों का उत्पादन कर सकते हैं जैसे
अदरक
लहसुन
फूल गोभी
पता गोभी
आलू
मटर
प्याज
गोभी
ब्रोकली
स्ट्रॉबेरी
मूंगफली
सरसों की पत्तेदार सब्जियां
दाल
चाय आदि
Benefits Of PM Krishi Sinchayee Yojana
इस योजना के तहत लाभ कुछ इस प्रकार है:-
इस योजना के अंतर्गत देश के किसानों को सिंचाई करने हेतु उपकरण मुहैया कराए जाएंगे।
उपकरण का उपयोग करके किसान अपने खेतों में सिंचाई आसानी से कर सकेंगे।
PM Krishi Sinchayee Yojana को आरंभ करने का मुख्य लाभ है कि किसानों को सिंचाई करने में किसी प्रकार की कमी ना आए।
सूखा पड़ने के कारण खराब होने वाली फसलें अब पानी प्राप्त कर सही पैदावार प्रदान कर सकेंगी।
इस योजना के माध्यम से जल संसाधन हो सकेगा।
Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana के माध्यम से देश में कृषि क्षेत्र का विकास होगा और अर्थव्यवस्था में पूर्ण विकास आएगा।
देश के किसान सब्सिडी प्राप्त करने के बाद उपकरण खरीद पाएंगे और फसलों की अच्छी पैदावार कर सकेंगे।
ना केवल फसलों की पैदावार बढ़ेगी बल्कि देश के किसानों की आय में भी वृद्धि आएगी।
PMKSY के माध्यम से देश के किसान अपना जीवन अच्छे से व्यतीत कर सकेंगे।
अब किसानों को किसी भी प्रकार की आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
यदि आप भी प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको अपने राज्य के कृषि विभाग के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आप आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
पीएम कृषि सिंचाई योजना की विशेषताएं
इस योजना के तहत विशेषताएं कुछ इस प्रकार है:-
Step 1
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किसानों को सिंचाई के लिए उपकरण मुहैया कराने हेतु प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का शुभारंभ वर्ष 2015 में किया गया है।
इस योजना के अंतर्गत देश के किसानों को उपकरण खरीदने के लिए सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी।
इस सब्सिडी का उपयोग करके देश के किसान उपकरण खरीदने में सक्षम रहेंगे।
उपकरणों के माध्यम से जल संसाधन किया जाएगा जिससे फसलों की पैदावार अच्छे से होगी।
पीएम कृषि सिंचाई योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के किसानों को फसलों की उगाई करने मैं पानी की कमी ना हो।
PMKSY के अंतर्गत उपकरण प्राप्त करने के बाद किसानों की आय में वृद्धि होगी।
प्रदान की जाने वाली अनुदान धनराशि का 75% केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाएगा एवं 25% राज्य सरकार द्वारा किसानों को मुहैया कराया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत किसान विभिन्न उपकरण जैसे ड्रिप सिंचाई स्प्रिंकल सिंचाई आदि प्राप्त कर सकेंगे।
Step 2
इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि कृषि क्षेत्र में विस्तार हो और देश की अर्थव्यवस्था बड़े।
कृषि के समय इन उपकरणों का उपयोग करके 40% से 50% पानी की बचत हो सकेगी।
केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2018 और वर्ष 2019 के दौरान 2000 करोड़ रुपए का खर्च किया गया है एवं वित्तीय वर्ष 2019 और 2020 के दौरान सरकार द्वारा इस योजना पर 3000 करोड रुपए का खर्च वहन किया गया है।
PMKSY के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के बाद देश के किसान आत्मनिर्भर व सशक्त बने हैं और उनकी आय में भी वृद्धि हुई है
वह सभी किसान जो सूखा पड़ने के कारण खेती बर्बाद होने से परेशान थे वह अब इस योजना का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
यदि आप Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द अपने राज्य के कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।