Gobar Dhan Yojana – किसानों को लाभान्वित करने व उनकी आय दुगनी करने हेतु अरुण जेटली जी के द्वारा गोबर धन योजना को फरवरी 2018 में शुरू करने की घोषणा की गई थी। केंद्र सरकार के सहयोग इस योजना को अब सुचारू रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है। इस योजना के तहत किसानों से उचित दामों पर गोबर और फसल अवशेषों को खरीदा जाएगा। इसके अलावा खेतों के ठोस अपशिष्ट पदार्थ जैसे भूसा, पत्ते इत्यादि को कंपोस्ट बायोगैस या बायो CNG में परिवर्तित किया जाएगा। यदि आप भी एक किसान है। और आप इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते है। तो आपको यह आर्टिकल ध्यान पूर्वक अंत तक पढ़ना होगा। क्योकि आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से गोबर धन योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएंगे। जैसे इस योजना के उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज व आवेदन प्रक्रिया आदि
Gobar Dhan Yojana
गोबर धन योजना को गोबर गैस अथवा गैल्वनाइजिंग ऑर्गेनिक बायो एग्रो रिसोर्सेज के नाम से भी जाना जाता है। सरकार द्वारा देश के सभी गांवों में गोबर धन योजना को लागू किया जा रहा है। Gobar Dhan Yojana को देश के लगभग 700 जिलों में लागू किया जाएगा। गोबर धन योजना के तहत प्रत्येक जिले में एक कलस्टर लगाए जाएगा। और प्रत्येक जिले में 1 गांव का चयन किया जाएगा। जहां पर यह प्लांट लगाए जाएंगे। इस प्लांट के माध्यम से अपशिष्ट पदार्थों को गैस में रूपांतरित किया जाएगा।
गोबर धन योजना के अंतर्गत जितने प्लांट लगाए जाएंगे। उन सभी प्लांट में एक टेक्नीशियन को तैनात किया जाएगा। ताकि प्लांट में किसी भी प्रकार की समस्या या खराबी आती है। तो टेक्नीशियन उसे तुरंत ठीक कर सके। इन प्लांट के द्वारा रूपांतरित की गई गैस का उपयोग खाना बनाने तथा अन्य कार्यों में किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए गोबर धन योजना के तहत एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है। जिस पर ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को अपना पंजीकरण करना होगा।
प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना लिस्ट
Key Highlights Of Gobar Dhan Yojana
योजना का नाम | Gobar Dhan Yojana |
आरंभ की गई | मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा |
विभाग | पेयजल एवं स्वच्छता विभाग |
लाभार्थी | देश के नागरिक |
उद्देश्य | किसानों को अतिरिक्त आय प्रदान करना |
साल | 2023 |
आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन | ऑनलाइन |
अधिकारिक वेबसाइट | https://sbm.gov.in/gbdw20/ |
गोबर धन योजना का उद्देश्य
सरकार द्वारा गोबर धन योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य देश के किसानों को लाभान्वित करना है। इस योजना के तहत सरकार किसानों से गोबर उचित दामों पर गोबर खरीदेगी जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी और सरकार द्वारा खरीदे गए गोबर का उपयोग बायोगैस बनाने के लिए किया जाएगा। जिसके तहत प्रत्येक जिले के एक गांव में एक प्लांट स्थापित किया जाएगा और इन प्लांटों के माध्यम से गोबर और अपशिष्ट पदार्थ के माध्यम से बायोगैस प्राप्त की जाएगी। बायोगैस में रूपांतरित की गई इस गैस का उपयोग खाना बनाने व अन्य कार्यों में किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से देश के सभी किसानों को लाभान्वित किया जाएगा।
योजना के तहत शाहजहांपुर में 90 मीटर टन की क्षमता का प्लांट किया जाएगा स्थापित
सरकार द्वारा शाहजहांपुर में गोबर धन योजना के तहत 90 मीटर टन की क्षमता का प्लांट स्थापित किया जाएगा। इस प्लांट में किसानों से गोबर खरीद कर पहुंचाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा मन की बात में किसानों का आह्वान किया गया था। जिसके बाद गोबर धन योजना के अंतर्गत कार्य में बढ़ोतरी की गई थी। इस योजना के माध्यम से गोबर से बनने वाली मीथेन गैस को CNG गैस में परिवर्तित किया जाएगा। जिसे ईंधन के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। राज्य स्तर पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में स्थापित की गई गोबर धन योजना की निगरानी समिति द्वारा की जाएगी। और प्राप्त हुए गोबर को डीएम की अध्यक्षता में इस योजना के अंतर्गत जिला स्तर पर बेचा जाएगा। गोबर धन योजना का संचालन पंचायती राज निदेशालय द्वारा किया जाएगा तथा गोबर धन योजना की नोडल एजेंसी भी पंचायती राज निदेशालय ही होगी।
|PMAY-G| प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना
बायोगैस प्लांट के लिए स्थल का चयन
- इस बायोगैस प्लांट की स्थापना भूमि गत की जाएगी जिससे कि गैस होल्डर में कोई दरार न आए।
- प्लांट को खुली जगह में इंस्टॉल किया जाएगा।
- बायोगैस प्लांट के पास कोई भी पेड़ पौधे नहीं होने चाहिए।
- प्लांट को ऐसे स्थल पर इंस्टॉल किया जाएगा जहां पर आसपास पानी न हो।
- प्लांट को रसोई घर एवं पशु शेड के पास लगाने का प्रयास किया जाएगा।
- बायोगैस प्लांट को घर की नीव से लगभग 2 मीटर दूर इंस्टॉल किया जाएगा जिससे कि घर की नींव में कोई दरार ना आए।
Gobar Dhan Yojana के अंतर्गत डिस्ट्रिक्ट प्लान
- प्रत्येक जिले में कम से कम एक मॉडल परियोजना होनी चाहिए।
- इस योजना के अंतर्गत बायोगैस प्लांट को गौशाला, वेजिटेबल मार्केट, संस्थान धार्मिक स्थल, फैक्ट्री आदि के पास बनाया जा सकता है जहां पर गोबर उपलब्ध हो।
- जहां पर पशु उपलब्ध है। उन घरों में भी बायोगैस प्लांट लगाया जा सकता है
- पहाड़ी इलाकों में भी बायोगैस प्लांट लगाया जा सकता है।
गोबर धन योजना के स्टेक होल्डर
- डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च एंड एजुकेशन
- मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी
- मिनिस्ट्री ऑफ पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस
- डिपार्टमेंट ऑफ रूरल डेवलपमेंट
- डिपार्टमेंट ऑफ ड्रिंकिंग वॉटर एंड सैनिटेशन
- डिपार्टमेंट ऑफ एनिमल हसबेंडरी एंड डेयरिंग
- डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर, कोऑपरेशन एंड फार्मर्स वेलफेयर
Gobar Dhan Yojana के लाभ एवं विशेषताएं
- Gobar Dhan Yojana को अरुण जेटली जी के द्वारा फरवरी 2018 को शुरू करने की घोषणा की गई थी।
- सरकार द्वारा गोबर धन योजना को देश के सभी गांवों में लागू किया जा रहा है।
- इस योजना के माध्यम से गोबर से बनने वाली मीथेन गैस को CNG गैस में परिवर्तित किया जाएगा।
- गोबर धन योजना के माध्यम से प्रत्येक जिले में एक कलस्टर लगाए जाएगा और प्रत्येक जिले में 1 गांव का चयन किया जाएगा जहां पर यह प्लांट लगाए जाएंगे।
- Gobar Dhan Yojana को देश के लगभग 700 जिलों में चलाया जाएगा। इस योजना के तहत देश के सभी किसानों को लाभान्वित किया जाएगा
- इस योजना के माध्यम से देश के किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।
- गोबर धन योजना को गोबर गैस अथवा गैल्वनाइजिंग ऑर्गेनिक बायो एग्रो रिसोर्सेज के नाम से भी जाना जाता है।
- सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से किसनो से उचिय मूल्य पर गोबर ख़रीदा जाएगा
- गोबर धन योजना के अंतर्गत जितने प्लांट लगाए जाएंगे। उन सभी प्लांट में एक टेक्नीशियन को तैनात किया जाएगा।
- प्लांट में आई किसी भी समस्या को टेक्नीशियन द्वारा तुरंत ठीक किया जा सके।
- सरकार द्वारा शाहजहांपुर में गोबर धन योजना के तहत 90 मीटर टन की क्षमता का प्लांट स्थापित किया जाएगा।
- इसके अलावा खेतों के ठोस अपशिष्ट पदार्थ जैसे भूसा, पत्ते इत्यादि को कंपोस्ट बायोगैस या बायो CNG में परिवर्तित किया जाएगा।
- प्लांट के द्वारा रूपांतरित की गई गैस का उपयोग खाना बनाने तथा अन्य कार्यों में किया जाएगा।
- इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा 60% और राज्य सरकार द्वारा 40% फंड उपलब्ध कराएगी।
गोबर धन योजना के लिए पात्रता
- आवेदक को देश के ग्रामीण क्षेत्र का होना चाहिए।
- इस योजना का लाभ केवल किसानों को ही दिया जाएगा।
Gobar Dhan Yojana के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- ईमेल आईडी
- मोबाइल नंबर
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
गोबर धन योजना 2024 में ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले आपको गोबर धन योजना की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- होम पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा।
- इस पेज पर आपको एप्लीकेशन फॉर्म दिखाई देगा। इस एप्लीकेशन फॉर्म में आपसे पूछी गई सभी आवश्यक जानकारी जैसे पर्सनल डिटेल, ऐड्रेस डिटेल, रजिस्ट्रेशन डिटेल आदि दर्ज करना होगा।
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको Submit के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आपका रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा।
- इसके बाद आपको रजिस्ट्रेशन संख्या प्राप्त होगी। जिसे आप को सुरक्षित रखना है।
Gobar Dhan Yojana में लॉगिन कैसे करें
- सबसे पहले आपको गोबर धन योजना की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- होम पेज पर आपको लॉगइन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा।
- इस पेज पर आपको यूजर नेम और पासवर्ड एवं कैप्चा कोड दर्ज करके Log In के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आपकी लॉगिन करने की प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी।
यूजर मैन्युअल डाउनलोड करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको गोबर धन योजना की अधिकारिक वेबसाइट
पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- होम पेज पर आपको User Manual के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करते ही आपके सामने यूजर मैन्युअल खुल जाएगा।
- इस प्रकार आप आसानी से यूजर मैनुअल देख सकते हैं। तथा इसे डाउनलोड कर इसका प्रिंट आउट भी निकाल सकते हैं।
संपर्क विवरण देखने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको गोबर धन योजना की अधिकारिक वेबसाइट https://sbm.gov.in/gbdw20/ पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- होम पेज पर आपको Contact us के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा।
- इस पेज पर आप संपर्क विवरण देख सकते हैं।
FAQs
गोबर धन योजना 1 फरवरी 2018 को शुरू हुई थी|
पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय ने गोबर धन योजना शुरू की|
गांव को स्वच्छ बनाना एवं पशुओं और अन्य प्रकार के जैविक अपशिष्ट से अतिरिक्त आय तथा उर्जा उत्पन्न करना गोबर धन का मतलब होता है|