What Is e-RUPI Digital Payment:- | ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी क्या है? | What Is e-RUPI All Details In Hindi | ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी (e-RUPI) के अंतर्गत लाइव अस्पताल की सूची, वाउचर रिडीम, विभाग से कांटेक्ट करने की प्रक्रिया | e-RUPI Digital Payment Mobile App Download |
देश के लोगों को लीक प्रूफ तरीके से मौद्रिक लाभ देने हेतु हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 2 अगस्त 2021 को एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी (e-RUPI) नामक डिजिटल भुगतान मोड को आरंभ किया गया। इस मोड के माध्यम से देश में डिजिटल लेनदेन को आगे बढ़ाया जाएगा जिससे देश डिजिटलीकरण की ओर प्रभावित हो सके। ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारे इस लेख को विस्तार पूर्वक पढे।
What Is e-RUPI Digital Payment 2024
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा देश के नागरिकों को मौद्रिक लाभ लीक प्रूफ तरीके से प्रदान करने हेतु ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी का शुभारंभ किया गया है। इस मोड के माध्यम से देश में डिजिटल लेन-देन में डीपीटी और प्रभावी बनाने के लिए यह एक बहुत ही अहम भूमिका निभाने जा रहा है। इस मोड के माध्यम से भुगतान मोड में पारदर्शिता आएगी। e-RUPI के तहत लाभार्थियों को एक इलेक्ट्रॉनिक वाउचर या कूपन उनके मोबाइल नंबर पर प्रदान किया जाएगा। इस भुगतान प्रणाली को क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग आधारित ई-वाउचर भी कहा जाता है। इस कूपन कोड यह वाउचर का उपयोग कर लोग भुगतान कर सकेंगे। नागरिकों द्वारा इस मोड का उपयोग ऑनलाइन बैंकिंग भुगतान आवेदन और अन्य पारंपरिक भुगतान मोड के बिना भी किया जा सकता है।
- अब देश के लोगों को ऑनलाइन भुगतान करते समय गोपनीयता की चिंता करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
- यह वाउचर और क्यूआर कोड स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा विकसित किए गए हैं।
|e-RUPI| ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी के मुख्य तथ्य
आर्टिकल का विषय | |e-RUPI| ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी क्या है |
ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी क्या है | नई भुगतान प्रणाली |
किसके द्वारा शुरू की गई | प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा |
आरंभ तिथि | 2 अगस्त 2021 |
लाभार्थी | देश के नागरिक |
उद्देश्य | ऑनलाइन भुगतान में गोपनीयता प्रदान करना |
लाभ | देश का प्रत्येक व्यक्ति बिना मोबाइल फोन के भी इलेक्ट्रॉनिक कूपन को एक्सेस कर सकता है |
|e-RUPI| ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी क्या है का उपयोग कहां किया जा सकता है | मेडिकल, वेलफेयर स्कीम, अस्पताल, कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी प्रोग्राम |
शामिल बैंकों के नाम | विभिन्न प्रकार के |
आवेदन की प्रक्रिया | अभी घोषित नहीं की गई |
आधिकारिक वेबसाइट | अभी आरंभ नहीं की गई |
PM @narendramodi to launch #eRUPI today at 4:30 pm
— PIB India (@PIB_India) August 2, 2021
Here’s everything you need to know about e-RUPI
Watch on PIB’s
YouTube: https://t.co/fC4K3Q10TJ@PMOIndia@UPI_NPCI pic.twitter.com/aB6HioZSg9
|e-RUPI| ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी क्या है का उद्देश्य
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि हमारे देश में ऑनलाइन भुगतान करने के बहुत से ऐप्स और वेबसाइट का उपयोग किया जाता है। परंतु गोपनीयता के कारण देश के काफी लोग ऑनलाइन भुगतान करने से अभी भी डरते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी नामक एक नए ऑनलाइन भुगतान को शुरू किया गया है। इस ऑनलाइन मोड के माध्यम से देश के नागरिक बिना किसी चिंता के ट्रांजेक्शन करने में सक्षम रहेंगे। इस भुगतान मोड के माध्यम से किसी भी मध्यस्थ की भागीदारी के बिना सेवा प्रदाता को समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा।
- इस ऑनलाइन भुगतान मोड का उपयोग योजनाओं के तहत वित्तीय लाभ प्रदान करने के लिए भी किया जा सकता है।
- साथ ही साथ इस मोड के माध्यम से दबाएं और पोषण संबंधित सहायता भी प्रदान की जाएगी।
- e-RUPI को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को पैसे हस्तांतरित के काम में पारदर्शिता प्रदान की जा सके ताकि लोग बिना किसी कठिनाई के ऑनलाइन भुगतान कर सके।
ई रूपी एक गेम चेंजर के तरह कार्य करेगा
जैसे कि हम सभी जानते हैं पिछले कुछ दिनों में भारत डिजिटल भुगतान में अग्रणी के रूप में उभरा है। और ऐसे बहुत से देश हैं जो 1 रुपये से कम बोलने के डिजिटल लेनदेन की अनुमति देते हैं। यूनिवर्सल पेमेंट इंटरफेस, एक ऐसा इंटरफ़ेस है जो चौबीसों घंटे भुगतान की अनुमति देता है जिसे 2016 में लांच किया गया था। हाल ही में ही अरब अमीरात भारत के बाहर यूपीआई भुगतान स्वीकार करने वाला तीसरा देश बन गया है जो इस प्रणाली को आसानी और दक्षता का संकेत देता है। इसी प्रकार सरकार द्वारा लांच किया गया ई रूपी इंटरफ़ेस भी एक गेम चेंजर की तरह कार्य करेगा। जो भारत को डिजिटल भुगतान की अनुमति देने के साथ-साथ प्रणाली में पारदर्शिता लाएगा।
|e-RUPI| ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी कैसे काम करेगा?
ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी एक प्रकार का उद्देश्य विशिष्ट प्लेटफॉर्म है जिसका उद्देश्य है कि देश के नागरिकों को मदद या लाभ प्रदान किया जा सके। e-RUPI के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि व्यक्ति द्वारा किया गया पेमेंट प्राइवेसी के तहत किया जा रहा है। सरकार द्वारा एक वाउचर सीधे लाभार्थी के मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा। और यह वाउचर प्राप्त होने से पहले नागरिकों के मोबाइल नंबर और पहचान का सत्यापन किया जाएगा। हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा यह भी बताया गया है कि यह बिना किसी भौतिक इंटरफ़ेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ सेवाओं के प्रायोजकों को जोड़ता है।
Uses Of e-RUPI
इस प्लेटफार्म की मदद से सर्विस प्रोवाइडर का पेमेंट ट्रांसलेशन पूरा होने के बाद ही किया जाएगा। किस प्लेटफार्म को हम एक प्रीपेड प्लेटफार्म के नाम से भी जानते हैं जिसके तहत सेवा प्रदाता को भुगतान करने के लिए किसी भी प्रकार के माध्यम की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इसके पश्चात |e-RUPI| ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी का उपयोग लोगों को अन्य योजनाओं जैसे आयुष्मान भारत योजना, उर्वरक के जैसी योजना के तहत मां और बाल कल्याण योजना टीवी अनमोल ये कार्यक्रम दावा और निदान जैसी दवाएं और पोषण संबंधित सहायता प्रदान करने के लिए भी किया जाता है।
- निजी क्षेत्र अपने कर्मचारी कल्याण और कॉर्पोरेट सामाजिक ज़िम्मेदारी कार्यक्रमों के लिए इन डिजिटल वाउचर का भी उपयोग कर सकते हैं।
- इस प्लेटफार्म के माध्यम से कल्याणकारी से वह कल लीक प्रूफ क्रांतिकारी वितरण सुनिश्चित किया जाएगा।
वाउचर जारी करने की प्रक्रिया
इस भुगतान प्रणाली को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने अपने यूपीआई प्लेटफार्म पर विकसित किया है। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम उन बैंकों में शामिल हो गया है जो वाउचर जारी करने वाले अधिकारी होंगे। यदि कॉर्पोरेट या सरकारी एजेंसी इस प्लेटफार्म के माध्यम से भुगतान करना चाहते हैं तो उन्हें विवरण के साथ साझेदार बैंक से संपर्क करना होगा। लाभार्थियों की पहचान बैंक द्वारा आवंटित उनके मोबाइल नंबर बाउचर का उपयोग करके की जाएगी। इस मंच से क्रांतिकारी डिजिटल पहल होगी और जीवन स्तर में काफी सुधार आएगा। हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा इस प्लेटफार्म को शुरू करने का मुख्य लक्ष्य है कि लोगों को भुगतान करते समय गोपनीयता प्रदान की जा सके
- इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से भुगतान की प्रक्रिया को काफी सरल बनाया जाएगा।
- अब लोगों को भुगतान करने के लिए किसी भी अन्य प्लेटफार्म की आवश्यकता नहीं पड़ेगी वह गोपनीयता के साथ इस प्लेटफार्म के माध्यम से भुगतान करने में सक्षम रहेंगे।
ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी का उपयोग करने वाले बैंक की सूची
वर्तमान में 11 सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंक हैं जो इस नए डिजिटल भुगतान मोड का समर्थन कर रहे हैं। इन बैंकों के माध्यम से ई-आरयूपीआई का कूपन जारी करना और भुगतान दोनों उपलब्ध है
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
- आईसीआईसीआई बैंक
- एचडीएफसी बैंक
- पंजाब नेशनल बैंक
- एक्सिस बैंक
- बैंक ऑफ बड़ौदा
परंतु कुछ बैंक ऐसे हैं जो केवल e-RUPI काकू पंजरी करते हैं लेकिन उधार दाताओं को रिडीमिंग डिजिटल वाउचर विकल्प उपलब्ध नहीं कराते
- कैनारा बैंक
- इंडस्लैंड बैंक
- इंडियन बैंक
- कोटक महिंद्रा बैंक
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (National Payment Corporation Of India)
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम एक संगठन है जो भारत में भुगतान और निपटान प्रणाली के संचालन के लिए जिम्मेदारी उठाती है। यह संगठन भारतीय रिजर्व बैंक और भारतीय बैंकों के संघ द्वारा आरंभ की गई है। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य है कि भारत में मजबूत भुगतान और निपटान बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाए। यह एक प्रकार की गैर लाभकारी संगठन है जो कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के प्रावधान के तहत काम करती है। एनपीसीआई भारत में बैंकिंग प्रणाली के नियम भुगतान और इलेक्ट्रॉनिक भुगतान और निपटान प्रणाली के उपयोग के माध्यम से बुनियादी ढांचे को बनाए रखने के लिए भी जिम्मेदार है।
- यह संगठन प्रौद्योगिकी की शुरुआत कर के भुगतान प्रणाली में नवाचार लोन पर ध्यान केंद्रित करती है।
- एनपीसीआई के प्रमोटर बैंक भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और सिटीबैंक है।
एनपीसीआई द्वारा प्रदान की जाने वाली अन्य सेवाएं
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा नागरिकों को निम्नलिखित प्रकार की सेवाएं प्रदान की जाती है
एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस (UPI)
इस प्रक्रिया के माध्यम से एक व्यक्ति के कई बैंक खाते एक ही मोबाइल एप्लीकेशन से चल सकते हैं।
रुपे (RuPay)
यह एक प्रकार का घरेलू कार्ड भुगतान नेटवर्क है जो पूरे भारत में एटीएम पीओएस उपकरणों और ई-कॉमर्स वेबसाइट को स्वीकार करता है। यह नेटवर्क उपयोगकर्ताओं को एंटी फिशिंग से बचाता है।
भारत इंटरफेस फॉर मनी (BHIM)
भीम एक प्रकार का ऐप है जिसके माध्यम से आप एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस का उपयोग करके सरल और आसान लेन देन कर सकते हैं। इस ऐप के माध्यम से तत्काल बैंक से भुगतान किया जा सकता है। इसका उपयोग करके उपयोगकर्ता भुगतान पत्ते का उपयोग करके भी धन एकत्रित कर सकते हैं।
राष्ट्रीय स्वचालित समाशोधन गृह (NACH)
एनएसीएच इंटरबैंक के माध्यम से उच्च मात्रा वाले इलेक्ट्रॉनिक्स लेन देन जो प्रकृति में दोहराव और अधिक होते हैं को सुगम बनाया जाता है। इस प्लेटफार्म का उपयोग करके बैंकों और वित्तीय संस्थानों कॉर्पोरेट और सरकार द्वारा दिया जाता है।
तत्काल भुगतान सेवा (IMPS)
आइएमपीएस के माध्यम से 24/7 इंटर बाइक इलेक्ट्रॉनिक एंड ट्रांसफर मोबाइल इंटरनेट ए टी एम एस एम एस आदि जैसी नई चैनलों के माध्यम से सुनिश्चित होता है। यह एक मजबूत और रियल टाइम फंड ट्रांसफर सिस्टम है जो पूरे भारत में बैंकों के भीतर तुरंत फंड ट्रांसफर करता है।
भीम आधार (BHIM Aadhar)
भीम आधार के माध्यम से व्यापारी ग्राहकों से डिजिटल भुगतान प्राप्त करने में असमर्थ है। यह प्लेटफॉर्म आधार ऑथेंटिकेशन के जरिए काम करता है। इस प्लेटफार्म के माध्यम से व्यापारी अपने बायोमेट्रिक को प्रमाणित करके बैंकों के ग्राहकों से भुगतान स्वीकार करते हैं।
आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AePS)
आईपीएस ऑनलाइन इंटर ऑफ रेबल वित्तीय समावेशन लेन देन है जो पीओएस पर आधार प्रमाणीकरण का उपयोग करके बैंक के व्यापार संवाददाता के माध्यम से किया जाता है।
राष्ट्रीय वित्तीय स्विच (NFS)
यह एक नेटवर्क है जिसमें 37 सदस्य हैं और यह 50,000 एटीएम को जोड़ता है। यह मंच आंतरिक क्षमता वाले मजबूत और टिकाऊ परिचालन मॉडल स्थापित करता है।
चेक ट्रंकेशन सिस्टम (CTS)
यह चेक को भौतिक रूप से संशोधित करने के बजाय इलेक्ट्रॉनिक रूप से चेक को साफ करने की एक प्रक्रिया है यह प्रक्रिया भुगतान करने वाली बैंक शाखा को मार्ग में एक बैंक प्रस्तुत करके होती है इस प्लेटफार्म के प्रबंधन के लिए भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम जिम्मेदार है।
Benefits Of e-RUPI Digital Payment
इस योजना के तहत लाभ कुछ इस प्रकार हैं:-
- हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा लोगों को एक सरल भुगतान प्रक्रिया प्रदान करने के लिए |e-RUPI| ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी प्लेटफार्म की शुरुआत की गई है।
- इस प्लेटफार्म के माध्यम से लोगों को भुगतान करने के लिए बैंक खाता या व्यक्तिगत विवरण साझा करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
- इस प्लेटफार्म को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि लोगों को ऑनलाइन भुगतान करते समय गोपनीयता प्रदान की जा सके।
- लोगों को उनके मोबाइल नंबर पर एक प्रीपेड वाउचर प्रदान किया जाएगा।
- अब लोगों को अस्पतालों में नकद पैसा ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
- (e-RUPI) ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी के माध्यम से पूरी तरह से परेशानी मुक्त और संपर्क रहित भुगतान सुनिश्चित किया जाता है।
- यह एक प्रकार का सत्यापन कोड है जो भुगतान प्रक्रिया को आसान और सुरक्षित बनाता है।
- कॉर्पोरेट फॉर्म के कर्मचारियों को भी वाउचर वितरण द्वारा पैसा मुहैया कराया जा सकता है।
- इस प्लेटफार्म के माध्यम से लोग डिजिटल लेनदेन कर सकते हैं जिसके लिए किसी भी प्रकार की भौतिक जानकारी देने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
- इस प्लेटफार्म को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश के लोगों को एक सुरक्षित भुगतान प्लेटफार्म मुहैया कराया जा सके ताकि पर बिना किसी परेशानी के अपना भुगतान कर सके।
- यह प्लेटफॉर्म लोगों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाएगा।
|e-RUPI| ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी की विशेषताएं
इस योजना के तहत विशेषताएं कुछ इस प्रकार हैं:-
- हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 2 अगस्त 2021 को ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी नामक एक डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म आरंभ किया गया है।
- इस प्लेटफार्म के माध्यम से देश के लोग कैशलेस और कांटेक्ट लेंस भुगतान करने में सक्षम रहेंगे।
- इस नई प्रणाली के माध्यम से उपयोगकर्ताओं और कोरिया एसएमएस स्टिंग आधारित ई वाउचर के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं।
- सरकार द्वारा यह वाउचर उपयोगकर्ता के मोबाइल फोन पर डिलीवर किया जाएगा।
- इसको बिना किसी भुगतान एप इंटरनेट बैंकिंग जॉब कार्ड से रिडीम किया जा सकता है।
- इस मंच को राष्ट्रीय भुगतान द्वारा विकसित किया गया है।
- e-RUPI के सहयोगी भागीदार वित्तीय सेवा विभाग के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण है।
- इस प्लेटफार्म के माध्यम से सेवाओं के प्रायोजक को लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं को जोड़ा जाएगा।
- यह कनेक्शन किसी भी प्रकार के भौतिक इंटरफ़ेस के बिना डिजिटल तरीके से आयोजित किया गया है।
- इसके माध्यम से सेवा प्रदाता को भुगतान लेनदेन पूरा होने के बाद ही किया जाएगा।
- क्योंकि इससे प्रीपेड भुगतान मंच के नाम से भी जाना जाता है।
- ई-आरयूपीआई भुगतान करने के लिए किसी भी प्रकार के सेवा प्रदाता की जानकारी नहीं मांगता है।
- लोग इस मंच का उपयोग कर उन योजनाओं के तहत सेवा प्राप्त कर सकते हैं जो दवाइयां और पोषण संबंधित सहायता प्रदान करती हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी की हाइलाइट्स
इस योजना के तहत हाइलाइट्स कुछ इस प्रकार है:-
- इस प्लेटफार्म को आरंभ करते समय हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी के विभिन्न लाभों पर प्रकाश डाला गया।
- ई-रूपी डिजिटल सेशन की दिशा में एक नया कदम है।
- इस प्लेटफार्म के माध्यम से डिजिटल लेनदेन आसानी से किया जा सकता है और यह भुगतान को प्रभावी बनाने में एक अहम भूमिका निभाएगा।
- यह वाउचर लक्षित पारदर्शी और रिसाव मुक्त तरीके से लेनदेन करने में मदद करेगा
- इस प्लेटफार्म के माध्यम से भारत डिजिटल तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ेगा।
- e-RUPI से नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार आएगा और प्रौद्योगिकी भारत के नागरिकों के जीवन में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा।
- यह पहल देश के 75वें गणतंत्र दिवस पर अमृत महोत्सव के शुभ अवसर पर की गई है।
- इस वाउचर का उपयोग ना केवल सरकार द्वारा बल्कि एनजीओ द्वारा भी वाउचर का उपयोग किया जा सकता है।
- इस पहल से सुनिश्चित किया जाएगा कि लाभार्थियों को प्रदान किए गए धन का उपयोग उसी उद्देश्य में किया जा सके।
- केवल वही व्यक्ति इसका उपयोग कर सकते हैं जिसका वाउचर जारी किया जाएगा।
- इस प्लेटफार्म के प्रारंभिक चरण में केवल स्वास्थ्य क्षेत्र के लाभ ही कवर किए जाएंगे।
- इस अवसर का उपयोग करने के विभिन्न उदाहरण दिए गए हैं जैसे टीकाकरण अभियान वृद्ध आश्रम अस्पताल आदि।
- यह वाउचर व्यक्ति और उद्देश्य विशिष्ट है।
- ई-आरयूपीआई बैंकों और पेमेंट गेटवे में अहम भूमिका निभाएगा।
ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी डिजिटल पेमेंट मोबाइल ऐप डाउनलोड करने की प्रक्रिया
वह सभी व्यक्ति जो मोबाइल ऐप डाउनलोड करना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
- ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी मोबाइल ऐप डाउनलोड करने हेतु आपको अपने मोबाइल के गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर में जाना होगा।
- वहां जाने के बाद आपको सर्च बॉक्स में e-RUPI Digital Payment दर्ज करना होगा।
- दर्ज करने के बाद आपको सर्च के बटन पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करने के बाद आपके सामने एक सूची खुलकर आएगी।
- इस सूची में आपको सबसे पहले विकल्प पर क्लिक करना है।
- क्लिक करने के बाद आपके सामने एक पेज खुल कर आएगा।
- इस पेज पर आपको Install के बटन पर क्लिक करना है।
- इस प्रकार की रूपी डिजिटल मोबाइल पेमेंट एप आपके डिवाइस में डाउनलोड हो जाएगा।
लाइव अस्पताल की सूची ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी पर देखने की प्रक्रिया
वह व्यक्ति जो लाइव अस्पताल की सूची देखना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित चरणों का पालन करना है:-
- लाइव अस्पताल की सूची देखने हेतु आपको नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुलकर आएगा।
- होम पेज पर आपको What We Do के सेक्शन में देखना है।
- यहां आपको UPI के विकल्प पर क्लिक करना है
- क्लिक करने के बाद आपको e Rupi Live Partners के विकल्प पर क्लिक करना है।
- क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा।
- इस पेज पर आपको Live Hospitals On e-Rupi के विकल्प पर क्लिक करना है
- क्लिक करने के बाद आपके सामने एक पीडीएफ फाइल खुल कर आएगी
- इस फाइल में आपको लाइव अस्पतालों की सूची प्राप्त हो जाएगी।
ई-आरयूपीआई/ ई-रूपी वाउचर रिडीम करने की प्रक्रिया
इस योजना के तहत वाउचर रिडीम करने की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है:-
- सर्वप्रथम लाभार्थी को सेवा प्रदाता आउटलेट पर ई-आरयूपीआई क्यूआर कोड या एसएमएस दिखाना होगा।
- विक्रेता को इस क्यूआर कोड या एसएमएस को स्कैन करने की आवश्यकता पड़ेगी।
- उसके बाद लाभार्थियों के माध्यम से एक ओटीपी प्राप्त होगा।
- लाभार्थी द्वारा इस ओटीपी को सेवा प्रदाता के साथ साझा करना होगा।
- सेवा प्रदाता को इस ओटीपी को ओटीपी बॉक्स में दर्ज करना होगा।
- इसके पश्चात सर्विस प्रोवाइडर को प्रोसीड के बटन पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार सेवा प्रदाता को भुगतान किया जा सकता है।
विभाग से कांटेक्ट करने की प्रक्रिया
इस योजना के तहत विभाग से कांटेक्ट करने की प्रक्रिया:-
- कांटेक्ट करने हेतु आपको नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुलकर आएगा।
- होम पेज पर आपको Get In Touch के विकल्प पर क्लिक करना है।
- क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा।
- इस पेज पर पूछी गई सभी जानकारी आपको ध्यान पूर्वक दर्ज करनी है जैसे Name, Contact, Email ID, Description तथा Captcha Code
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको Submit के बटन पर क्लिक करना है।
- इस प्रकार आप विभाग से कांटेक्ट कर सकेंगे।
Contact Information
इस योजना के तहत संपर्क विवरण कुछ इस प्रकार है:-
- हेल्पलाइन नंबर- 18001201740