Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024:- के माध्यम से क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनो के लिए लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए 50 हजार रूपेय प्रति हेक्टेयर 3 वर्ष के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इसमे से 31 हजार प्रति हेक्टेयर 3 वर्ष जैविक पदार्थो जैसे- कि जैविक उर्वरको, कीटनाशको, बीजो आदि की खरीद के लिए प्रदान की जाती है। इसके अलावा मूल्यवर्धन और विपरण के लिए 8800 प्रति हेक्टेयर 3 वर्षो के लिए प्रदान किया जाता है।
Paramparagat Krishi Vikas Yojana के माध्यम से पिछले 4 वर्षो मे 1197 करोड़ रूपेय की राशी खर्च की जा चुकी है। परम्परागत कृषि विकास योजना के माध्यम से क्लस्टर निर्माण एंव क्षमता निर्माण के लिए 3000 प्रति हेक्टेयर 3 वर्षो के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है। जिसमे एक्स्पोज़र विजिट और फील्ड कर्मियो के प्रशिक्षण शामिल है। यह राशी किसानो के बैंक खाते मे Direct Benefit Transfer के माध्यम से वितरण की जाती है।
परम्परागत कृषि विकास योजना के अन्तर्गत प्रत्येक के लिए 14.95 लाख रूपेय की आर्थिक सहायता मोबिलाइजेशंस, मनूर मैनेज़मेट, एंव पीजीएस सर्टिफिकेट के एडॉप्शन के लिए प्रदान की जाएगी। 50 एकड़ या 20 हेक्टेयर के क्लस्टर के लिए अधिकतम 10 लाख रूपेय तक की आर्थिक सहायता मुहैया करायी जाएगी। खाद प्रबंधन और जैविक नाईट्रोजन संचयन की गतिविधियो के अन्तर्गत प्रत्येक किसान को अधिकतम 50 हजार रूपेय की राशी प्रति हेक्टेयर उपलब्ध करायी जाएगी। इसके अलावा कुछ सहायता मे से 4.95 लाख रूपेय प्रति क्लस्टर PGS प्रमाणन और गुणवत्ता नियंत्रण को जुटाने और अपनाने के लिए कार्यान्वयन एंजेसी को मुहैया कराए जाएगें।
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Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024
इस योजना से तहत जैविक खेती को करने के लिए किसानो को सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना के द्वारा जैविक खेती करने के लिए देश के किसानों को प्रोत्साहित करा जाएगा और सरकार द्वारा किसानो को आर्थिक सहायता दी की जाती है। परम्परागत तरीके से की जाने जैविक खेती भूजल और सतह के पानी में नाइट्रेट की लीचिंग को भी कम करती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है की मिट्टी की उर्वरता को बढ़ावा दिया जा सके और क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनो के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए आर्थिक सहायता दी जाए। Paramparagat Krishi Vikas Yojana को सन 2015-16 में रसायनिक मुक्त जैविक खेती को क्लस्टर मोड में बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था।
- इस योजना के माध्यम से जैविक खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- परम्परागत कृषि विकास योजना को माध्यम से पारंपरिक ज्ञान एवं आधुनिक विज्ञान के माध्यम से जैविक खेती के स्थाई मॉडल का विकसित किया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनो के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना
परम्परागत कृषि विकास योजना के मुख्य तथ्य
इस योजना के मुख्य तथ्य निम्नलिखित हैं:-
योजना का नाम | Paramparagat Krishi Vikas Yojana |
किसके द्वारा शुरू की गई | केंद्रीय सरकार द्वारा |
योजना का उद्देश्य | जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक रूप से सहायता मुहैया कराई जाएगी |
योजना का लाभ | इस योजना का लाभ किसानों को प्रदान किया जाएगा |
योजना को लाभार्थी | भारत के किसान भाई |
योजना का साल | 2024 |
श्रेणी | केंद्र सरकारी योजनाएं |
वित्तीय सहायता | 50000 रुपये |
आवेदन की प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | Click Here |
Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024 का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके अलावा परम्परागत कृषि विकास योजना के माध्यम से रसायनिक मुक्त एवं पौष्टिक भोजन का उत्पादन हो सकेगा क्योंकि जैविक खेती में कम कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है।इस योजना के माध्यम से किसानो को जैविक किम खेती करने के लिए आर्थिक सहयता प्रदान की जाएगी। सरकार के द्वारा शुरु की गई यह योजना देश की मिटटी की गुणवत्ता बढ़ाने में भी कारगर साबित होगी। इस योजना के माध्यम से रसायनिक मुक्त एवं पौष्टिक भोजन हो सकेगा।देश के नागरिको की सेहत को सुधर करने के लिए उपयोगी साबित होगी। इस योजना के माध्यम से जैविक की खेती को क्लस्टर मोड में बढ़ावा देने के लिए भी शुरु किया गया है।
- इस योजना के माध्यम से बिना रसायनों का उपयोग किये बिना जैविक रूप से कृषि क्षेत्र में पौष्टिक उत्पादों का उत्पादन करना।
- PKVY 2024 के माध्यम से मनुष्य जीवन जीने के लिए नागरिकों को एक पौष्टिक भोजन उपलब्ध हो सके।
- इस योजना के तहत राष्ट्रीय बाजारों के साथ सीधे बाजार संपर्क के माध्यम से किसानों नागरिकों को उद्यमी बनाना।
एमपी के अधिक किसानों द्वारा अपनाई गई जैविक खेती
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा हाल ही में ही सभी राज्यों से जैविक खेती को राष्ट्रीय आंदोलन बनाने में उनका साथ देने का आग्रह किया। हालांकि प्राकृतिक खेती केवल तीन प्रतिशत भारतीय किसानों द्वारा की जाती है जो देश की कृषि के एक मामूली अंश के लिए जिम्मेदार है। 2015 के बाद से सरकार ने परंपरागत कृषि विकास योजना जैसी विशिष्ट पहल के माध्यम से जैविक खेती को बढ़ावा दिया। इस योजना के माध्यम से जब किसानों को उत्पादन से लेकर प्रमाणन और गठन तक शुरू से अंत तक समर्थन प्रदान करने पर जोर दिया गया है। जब किसानों को बढ़ावा देने के लिए इन पलों में कटाई के बाद प्रबंधन सहायक है जैसे प्रसंस्करण पैकिंग और विवरण शामिल है।
कृषि विकास योजना के तहत आर्थिक सहायता
हमारे देश के प्रधानमंत्री जी द्वारा परम्परागत कृषि विकास योजना शुरुआत की गई है। जिसके तहत क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, अन्य गतिविधियों के लिए प्रोत्साहन, मूल्य संवर्धन और विपणन के लिए 3 साल के लिए ₹50000 प्रति हेक्टेयर को सहायता दी जाती है। और इसमें से ₹31000 प्रति हेक्टेयर 3 साल के लिए जैविक खाद, कीटनाशक, बीज आदि जैसे जैविक पदार्थों की खरीद के लिए दिया जाता है। साथ ही ₹8800 प्रति हेक्टेयर मूल्यवर्धन और विपणन के लिए 3 साल के लिए मिलता। Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024 के द्वारा पिछले 4 वर्षों में ₹1197 करोड़ की राशि खर्च की गई है और क्लस्टर निर्माण और क्षमता निर्माण के लिए 3 वर्षों के लिए ₹3000 प्रति हेक्टेयर की सहायता भी दी जाती है।
4 वर्षों में प्राप्त हुई वित्तीय सहायता
इस योजना के तहत 4 वर्षों में प्रदान की जाने वाली वित्तीय सहायता कुछ इस प्रकार है:-
साल | बजट एस्टीमेट (crore) | रिवाइज्ड एस्टीमेट (crore) | रिलीज (crore) |
2017-18 | 350 | 250 | 203.46 |
2018-19 | 360 | 335.91 | 329.46 |
2019-20 | 325 | 299.36 | 283.67 |
2020-21 | 500 | 350 | 381.05 |
कुल | 1535 | 1235.27 | 1197.64 |
पीएम परंपरागत कृषि विकास योजना की संख्यिकी
इस योजना के तहत संख्यिकी कुछ इस प्रकार है:-
Active Regional Council | 334 |
Total Group | 26007 |
Approved Group | 26007 |
Total Farmer | 924450 |
Approved Farmer | 910476 |
Not Approved Farmer | 13974 |
Total Certificate | 2141473 |
Approved Certificate | 939466 |
Not Approve Certificate | 1202007 |
Area Offered For Organic Farming | 551112.279075419 Hectare |
Benefits Of PKVY Scheme
इस योजना के लाभ निम्नलिखित हैं:-
- भारत सरकार द्वारा परम्परागत कृषि विकास योजना का शुभारंभ किया गया है।
- इस योजना को सोयल हेल्थ योजना के अंतर्गत आरंभ किया गया है।
- इसके अलावा क्लस्टर निर्माण एवं क्षमता निर्माण के लिए ₹3000 प्रति हेक्टेयर प्रदान किए जाएंगे। जिसमें एक्स्पोज़र विजिट एवं फील्ड कर्मियों का प्रशिक्षण भी शामिल है।
- पिछले 4 वर्षों में इस योजना के अंतर्गत ₹1197 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है।
- इस योजना के अंतर्गत लाभ की राशि सीधे किसानों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से वितरित की जाती है।
- इस योजना के माध्यम से जैविक खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाता है।
- किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है
- इस योजना के माध्यम से मिट्टी की उर्वरता को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
- क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनों के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- इस योजना को सन 2015-16 में रसायनिक मुक्त जैविक खेती को क्लस्टर मोड में बढ़ावा देने के लिए आरंभ किया गया है।
- Paramparagat Krishi Vikas Yojana के अंतर्गत सरकार द्वारा जैविक खेती के लिए ₹50000 प्रति हेक्टेयर 3 वर्षों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- इस राशि में से ₹31000 प्रति हेक्टेयर की राशि जैविक उर्वरकों, कीटनाशकों, बीजों आदि के लिए प्रदान किए जाएंगे।
- मूल्यवर्धन एवं वितरण के लिए ₹8800 रुपया प्रदान किए जाएंगे।
- PKVY Scheme के माध्यम से किसानों को काफी लाभ पहुंचेगा जिससे अपना जीवन यापन आसानी से कर सकेंगे।
- इस योजना में आवेदन करने के लिए आपको इसके आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इस योजना की अधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आप अपना पंजीकरण जाने से करवा सकते हैं।
परम्परागत कृषि विकास योजना की विशेषताएं
राज्य सरकार द्वारा की गई इस योजना की विशेषताएं कुछ इस प्रकार दे रखी हैं:-
- परम्परागत कृषि विकास योजना (PKVY) के माध्यम से किसानों नागरिकों को ऑर्गनिक रूप में खेती करने का अवसर मिलेगा।
- यह कृषि से संबंधी उत्पादों को जैविक रूप में खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करती है।
- PKVY Scheme के माध्यम से किसान नागरिकों को ऑर्गनिक रूप में खेती करने के लिए आर्थिक सहयोग सरकार के द्वारा प्रदान किया जायेगा।
- किसान नागरिकों को ₹8800 रूपए मूल्य वर्धन एवं वितरण के लिए प्रदान किया जायेगा।
- इस योजना के अंतर्गत 3 वर्ष की अवधि के लिए किसान नागरिकों के अंतर्गत 50 हजार प्रति हेक्टयेर के अनुसार सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
- परम्परागत कृषि विकास योजना के कार्यन्वयन के लिए पिछले 4 सालो की अवधि में 1197 करोड़ रूपए की राशि खर्च की गयी है।
- क्लस्टर निर्माण एवं क्षमता निर्माण के लिए 3 हजार रूपए की राशि प्रति हैक्टेयर के अनुसार प्रदान की जाएगी।
- Paramparagat Krishi Vikas Yojana के अंतर्गत मिटटी की उर्वरता को एक विशेष प्रकार का बढ़ावा मिलेगा।
- किसान नागरिकों के बैंक खाते में Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2022 से मिलने वाली सहायता राशि को उनके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर किया जायेगा।
- किसान नागरिकों को पीकेवीआई के माध्यम से बीजों कीटनाशकों जैविक उर्वरक हेतु 31 हजार रूपए की राशि प्रदान की जाती है।
- इस योजना के माध्यम से वर्ष 2015-16 में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा कैमिकल्स से मुक्त जैविक खेती को क्लस्टर रुप में बढ़ावा देने के लक्ष्य से को शुरू किया गया है।
- अगर आप भी इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं तो आप इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना आवेदन आसानी से करवा सकते हैं।
Paramparagat Krishi Vikas Yojana के तहत पात्रता
वह सभी व्यक्ति को इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं तो उन्हें नीचे दिए गए पात्रता मानदंड को पूरा करना होगा:-
- इच्छुक लाभार्थी को भारत का मूल निवासी होना अनिवार्य है।
- इस योजना में किसान नागरिक की आयु सीमा 18 वर्ष से ऊपर होने अनिवार्य है।
- इस योजना में केवल किसान श्रेणी के नागरिक ही योजना हेतु आवेदन करने के लिए पात्र माना जाएगा।
- परम्परागत कृषि विकास योजना में आवेदन करने के किसान व्यक्ति के पास सभी प्रकार के दस्तावेज होने अनिवार्य हैं।
Important Documents
परम्परागत कृषि विकास योजना में आवेदन करने के लिए जरूरी दस्तावेज़ ये है:-
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- आवेदक का पता
Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024 के तहत आवेदन की प्रक्रिया
इच्छुक लाभार्थी जो परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं उन्हें नीचे दिए गए चरणों का पालन करना होगा:-
- आवेदन करने हेतु परम्परागत कृषि विकास योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होमपेज खुलकर आ जाएगा।
- इस होम पेज पर आपको Apply Now के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके बात आपके सामने आवेदन पत्र खुलकर आ जाएगा।
- अब आपको इस पत्र में पूछे गए सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि Your Name Mobile Number, Email Id आदि दर्ज करने होंगे।
- इसके बाद आपको सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज को अपडेट करना होगा।
- अब आपको Submit के बटन पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आप परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत आवेदन कर सकेंगे।
लॉगइन करने की प्रक्रिया
वह सभी व्यक्ति जो लॉगइन करना चाहते हैं उन्हें नीचे दिए गए चरणों का पालन करना होगा :-
- लॉगइन करने हेतु परम्परागत कृषि विकास योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होमपेज खुलकर आ जाएगा।
- इसके बाद आपको Login के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- अब आपके सामने Dialog Boxes खुलकर आ जाएगा।
- अब आपको डायलॉग बॉक्स में Your Username, Password and Captcha Code दर्ज करना होगा।
- इसके बाद आपको Login के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आप पोस्ट पर लॉगिन आसानी से कर पाएंगे।
कांटेक्ट डिटेल देखने की प्रक्रिया
वह सभी व्यक्ति जो कांटेक्ट डिटेल देखना चाहते हैं उन्हें नीचे दिए गए चरणों का पालन करना अनिवार्य है:-
- कांटेक्ट डिटेल देखने हेतु परम्परागत कृषि विकास योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुलकर आ जाएगा
- इस होम पेज पर आपको Contact Us के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खोलकर आएगा।
- इस पेज पर आप कांटेक्ट डिटेल देख सकते हैं।