छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को आदिवासी समाज की संस्कृति और पर्व की परंपरा को संरक्षण प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना को शुरू करने की घोषणा की गई थी। जिसका शुभारंभ 13 अप्रैल 2023 को बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर में आयोजित भरोसे के सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किया गया है। इस योजना के माध्यम से आदिवासी त्यौहारों एवं पर्व के आयोजन के लिए राज्य के सभी गांवो में ग्राम पंचायतों को सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा। अगर आप भी Mukhymantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana 2023 का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको यह आर्टिकल विस्तार पूर्वक अंत तक पढ़ना होगा। क्योंकि आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना से जुड़ी संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएंगे।
Mukhymantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana 2023
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जबलपुर में आयोजित भरोसे के सम्मेलन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना का शुभारंभ 13 अप्रैल को किया गया है। राज्य सरकार द्वारा Mukhymantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana 2023 के तहत आदिवासीओ को उनके पर्व और त्यौहारों को मनाने के लिए ग्राम पंचायतों को 10 हजार रूपए का अनुदान दिया जाएगा। भरोसे का सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि श्रीमती प्रियंका गांधी की उपस्थिति में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा इस योजना के कार्यान्वयन के लिए बस्तर संभाग के 1840 ग्राम पंचायतों को पहली किस्त के रूप में 5-5 हजार रुपए की अनुदान राशि जारी की गई है। ताकि आदिवासी बिना किसी समस्या से अपना पर्व मना सके। मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना को छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त अनुसूचित क्षेत्रों में लागू किया गया है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में इस योजना के कार्यान्वयन के लिए 5 करोड़ रुपए की धनराशि का प्रावधान रखा गया है। इस योजना के संचालन के लिए ग्राम स्तरीय शासी निकाय एवं अनुभाग स्तरीय शासी निकाय का गठन किया जाएगा। Mukhymantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana के लागू होने से हर वर्ष गावों में जनजातियों के उत्सवों और त्यौहारों को धूमधाम से मना सकेगा।

Key Highlights Of Mukhymantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana 2023
योजना का नाम | मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना |
शुरू की गई | छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा |
लाभार्थी | राज्य के सभी अनुसूचित जनजाति के लोग |
उद्देश्य | आदिवासियों के तीज त्योहारों की संस्कृति और परंपरा को संरक्षित करना |
बजट राशि | 5 करोड़ रुपए |
सहायता राशि | आदिवासी समाज के पर्वों को मनाने के लिए 10 हजार रुपए की अनुदान राशि |
राज्य | छत्तीसगढ़ |
साल | 2023 |
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना का उद्देश्य
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य राज्य के आदिवासियो की संस्कृति एवं परंपरा को संरक्षित करना है। जिसके तहत राज्य सरकार द्वारा आदिवासियो को उनके त्यौहारों को मनाने के लिए अनुदान प्रदान किया जाएंगा। इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत को प्रतिवर्ष 10,000 रुपए की अनुदान राशि दो किस्तों में प्रदान की जाएगी। राज्य में समस्त अनुसूचित जनजाति विकास खंड में इस योजना को लागू किया गया है। और राज्य के सभी अनुसूचित जनजाति के लोग अपने आदिवासी पर्व और त्यौहारों को अच्छे से मना सकेंगे।
Mukhymantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana में शामिल त्योहार
- मेला
- मड़ई
- अक्ती
- जात्रा पर्व
- छेरछेरा
- देव गुड़ी
- सरना पूजा
- नवाखाई
- हरेली आदि।
आदिवासी जाति को हर साल पारंपारिक त्यौहारों के लिए मिलेंगे 10 हजार रुपए
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना के तहत राज्य के अनुसूचित क्षेत्र के गावों में जनजातियों के उत्सव को मनाने के लिए हर साल आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। जिसके तहत सरकार द्वारा आदिवासी जाति के कल्याण के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत को हर साल 10 हजार रुपए की अनुदान राशि प्रदान की जाएगी। राज्य सरकार द्वारा अनुदान राशि को ग्राम पंचायतों में 5000 – 5000 हजार रूपए की दो किस्तों में जारी किया जाएगा। जिसमे 5000 रुपए की पहली किस्त 1850 ग्राम पंचायतों को जारी कर दी गई है। इस अनुदान राशि के माध्यम से ग्राम पंचायत द्वारा आदिवासी त्यौहारों का आयोजन किया जा सकेंगा।
Mukhymantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana के लाभ एवं विशेषताएं
- मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना का शुभारंभ 13 अप्रैल 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा किया गया है।
- इस योजना के तहत आदिवासी को पर्व और त्यौहारों को मनाने के लिए सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों को अनुदान दिया जाएगा।
- Mukhymantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana के तहत आदिवासी समाज के पर्व को मनाने के लिए सरकार द्वारा प्रतिवर्ष 10,000 रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
- यह सहायता राशि 5-5 हजार रुपए की दो किस्तों में ग्राम पंचायतों को प्रदान की जाएगी।
- मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना की 5000 रुपए की पहली किस्त 1850 ग्राम पंचायतों को जारी कर दी गई है।
- राज्य में समस्त अनुसूचित जनजाति विकास खंड में इस योजना को लागू किया गया है।
- Mukhymantari Adivasi Parab Samman Nidhi Yojana के संचालन के लिए ग्राम स्तरीय शासी निकाय एवं अनुभाग स्तरीय शासी निकाय का गठन किया जाएगा।
- इस अनुदान राशि के माध्यम से ग्राम पंचायत द्वारा आदिवासी त्यौहारों का आयोजन किया जा सकेंगा।
- राज्य सरकार द्वारा इस योजना के कार्यान्वयन के लिए 5 करोड़ रुपए की धनराशि का प्रावधान रखा गया है।
- इस योजना के कार्यान्वयन के लिए नोडल एजेंसी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत होगे।
- इस योजना के माध्यम से आदिवासी समाज के त्योहारों को महत्व मिल सकेगा और समाज में उनके प्रती भेदभाव को दूर किया जा सकेगा।
- राज्य के सभी अनुसूचित जनजाति के लोग अपने आदिवासी पर्व और त्यौहारों को अच्छे से मना सकेंगे।
FAQs
इस योजना के तहत आदिवासी को पर्व और त्यौहारों को मनाने के लिए सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों को अनुदान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना छत्तीसगढ़ राज्य की योजना है।
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना को 13 अप्रैल 2023 को शुरू किया गया है।
इस योजना के तहत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष ग्रामपंचायतों को 10,000 रुपए कीसहायता राशि प्रदान की जाएगी।