Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana:- जैसा कि हम जानते हैं कि हमारी केंद्र और राज्य सरकार देश के नागरिक के विकास और उन्नति के लिए नई नई योजनाओं की शुरुआत करती रहती है। इन सभी योजनाओं को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य देश के नागरिक का विकास होता है। आज हम आपको हिमाचल प्रदेश की सरकार द्वारा शुरू की गई एक ऐसी ही योजना के बारे में बताएंगे। हिमाचल प्रदेश की राज्य सरकार ने राज्य के शोधार्थी के लिए Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत सरकार राज्य के शोधार्थी को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। यह योजना केवल शोधार्थियों के लिए है।
आप भी हिमाचल प्रदेश के निवासी हैं और इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आप ये लेख पूरा पढ़ें क्योंकि आज हम आपको इस लेख के माध्यम से हिमाचल प्रदेश शोध प्रोत्साहन योजना के बारे में बताने जा रहे हैं इस योजना के मुख्य विचार, उद्देश्य, पात्रता मापदंड, आवश्यक दस्तावेज और आवेदन करने की प्रक्रिया आप हमारे इस लेख लिए को पूरा और ध्यानपूर्वक पढ़ें।
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Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana
इस योजना की शुरुआत हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने की थी। इस योजना के अंतर्गत सरकार शोधार्थी को शोध करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। इस योजना के अंतर्गत सरकार शोधार्थी को पंजीकरण तिथि से लेकर अगले तीन वर्ष तक हर महीने ₹3000 की फेलोशिप प्रदान करेंगी। इस योजना के माध्यम से शोधार्थी को शोध के समय किसी आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता स्नातक की डिग्री पूरी हो जाने के बाद शोध कर रहे छात्रों को दी जाएगी। इस योजना का लाभ सरकार प्रदेश विश्वविद्यालय, सरदार पटेल विश्वविद्यालय, मंडी उद्योन एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी, कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर मे शोध कर रहे हैं विद्यार्थियों को देगी। इस योजना का लाभ देने के लिए सरकार ने 680 शोधार्थियों की सूची तैयार करते हैं।
एचपी शोध प्रोत्साहन योजना के मुख्य विचार
योजना का नाम | मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना |
किसके द्वारा शुरू की गई | हिमाचल प्रदेश सरकार के द्वारा |
किसके द्वारा पेश की गई | हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी के द्वारा |
लाभार्थी | शोधार्थी |
उद्देश्य | विद्यार्थियों को शोध करने के लिए प्रोत्साहित करना |
साल | 2023 |
राज्य | हिमाचल प्रदेश |
अधिकारिक वेबसाइट |
मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना हिमाचल प्रदेश का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में शोध करने वाले विद्यार्थियों को शोध करने के लिए प्रोत्साहित करना है। सरकार शोध करने वाले विद्यार्थियों को प्रति माह 3000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी जिससे कि वह अपने शोध पर ध्यान देसकें वह भी बिना किसी आर्थिक परेशानी का सामना करे हुए।
Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana के लाभ एवं विशेषताएं
- इस योजना की शुरुआत हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने की थी।
- इस योजना के अंतर्गत सरकार शोधार्थी को शोध करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
- इस योजना के अंतर्गत सरकार शोधार्थी को पंजीकरण तिथि से लेकर अगले तीन वर्ष तक हर महीने ₹3000 की फेलोशिप प्रदान करेंगी।
- इस योजना के माध्यम से शोधार्थी को शोध के समय किसी आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- इस योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता स्नातक की डिग्री पूरी हो जाने के बाद शोध कर रहे छात्रों को दी जाएगी। इस योजना का लाभ सरकार प्रदेश विश्वविद्यालय, सरदार पटेल विश्वविद्यालय, मंडी उद्योन एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी,कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर मे शोध कर रहे हैं विद्यार्थियों को देगी।
- इस योजना का लाभ देने के लिए सरकार ने 680 शोधार्थियों की सूची तैयार करते हैं।
शोध प्रोत्साहन योजना पात्रता मापदंड
- इस योजना का लाभ केवल हिमाचल प्रदेश के मूल निवासी ही प्राप्त कर सकते हैं।
- इस योजना का लाभ केवल शोधार्थी ही प्राप्त कर सकते हैं।
अवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- बैंक खाता विवरण
- शिक्षा संबंधी दस्तावेज
Mukhyamantri Shodh Protsahan Yojana आवेदन प्रक्रिया
अभी सरकार द्वारा इस योजना के लिए किसी भी प्रकार की आवेदन प्रक्रिया के बारे में नहीं बताया गया है। और सरकार ने अभी तक इस योजना के लिए किसी भी अधिकारिक वेबसाइट को भी नहीं लॉन्च किया है। जब भी सरकार की ओर से इस योजना के आवेदन के तहत किसी भी प्रकार की जानकारी आएगी हम आपके साथ साझा करेंगे। कृपया आप हमसे जुड़े रहें।
हिमाचल प्रदेश शोध प्रोत्साहन योजना से जुड़े कुछ सवाल एवं उनके जवाब
Ans 1 – इस योजना की शुरुआत हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने की।
Ans 2 – इस योजना का लाभ शोध करने वाले विद्यार्थी प्राप्त कर सकते हैं।
Ans 3 – इस योजना के अंतर्गत सरकार प्रति माह ₹3000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी।
Ans 4 – यह योजना हिमाचल प्रदेश राज्य में शुरू की गई है।