UP Mukhyamantri Bal Seva Yojana – यूपी में कोविड-19 महामारी के कारण हुए अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ 30 मई 2021 में किया गया है। उत्तर प्रदेश में लगभग 197 ऐसे बच्चों की पहचान की गई है जिन्होंने कोरोना संक्रमण के कारण अपने माता पिता को खोया है। इन बच्चों को अपना जीवन यापन करने हेतु आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। आज हम आपको मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना 2023 से जुड़ी संपूर्ण जानकारी जैसे उद्देश्य लाभ विशेषताएं पात्रता एवं आवेदन की प्रक्रिया स्पष्ट करने जा रहे हैं। Mukhyamantri Bal Seva Yojana से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु हमारी इस लेख को विस्तार पूर्वक पढ़ें
About UP Mukhyamantri Bal Seva Yojana
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से राज्य के कोरोना महामारी के कारण हुए अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना के अंतर्गत ना केवल आर्थिक सहायता बल्कि बच्चों की पढ़ाई से लेकर उनके विवाह तक सरकार द्वारा सारा खर्च वहन किया जाएगा। UP Mukhyamantri Bal Seva Yojana को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि बच्चों के पालन-पोषण के लिए सरकार द्वारा 4000 रुपये की आर्थिक प्रदान की जा सके। इस योजना के तहत लड़कियों की शादी के लिए भी आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। एवं इसके साथ साथ जिनका कोई अभिभावक नहीं है उन्हें राजकीय बाल गृह में आवासीय सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी।
- इस योजना के माध्यम से अब राज्य के अनाथ बच्चे अब अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर सकेंगे।
- उन्हें अपने खर्चे के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
- UP Mukhyamantri Bal Seva Yojana के माध्यम से वे सभी बच्चे जो स्कूल और कॉलेज में पढ़ रहे हैं उन्हें लैपटॉप व टेबलेट की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
- ताकि राज्य का कोई भी बच्चा कोरोना वायरस के कारण पीछे ना रहे और वह आत्मनिर्भर व सशक्त बने।
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के मुख्य तथ्य
इस योजना से संबंधित कुछ मुख्य तथ्य इस प्रकार हैं:-
योजना का नाम | मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना 2023 |
किसके द्वारा आरंभ की गई | मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा |
आरंभ तिथि | 30 मई 2021 |
योजना के लाभार्थी | कोविड-19 संक्रमण में हुए अनाथ बच्चे |
योजना का उद्देश्य | कोविड-19 संक्रमण के कारण हुए अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करना |
योजना का लाभ | पढ़ाई से लेकर विभाग तक की मदद प्रदान की जाएगी |
आर्थिक सहायता | 4000 रुपये प्रतिमाह |
लड़की की शादी के लिए आर्थिक सहायता | 1 लाख 1 हजार रुपये |
पढ़ाई कर रहे छात्राओं के लिए सहायता | निशुल्क लैपटॉप या टैबलेट |
आयु | 10 वर्ष से कम |
आवेदन की प्रक्रिया | ऑनलाइन या ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | अभी आरंभ नहीं की गई |
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का उद्देश्य
जैसे कि हम सब जानते हैं 2020 में शुरू हुआ कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देश में काफी लोगों की मृत्यु हुई है। और ऐसे में काफी बच्चे अनाथ हो गए हैं। इसी समस्या को मद्देनजर रखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से राज्य के बच्चे जो कोरोना वायरस महामारी के कारण अनाथ हुए हैं उन्हें अपना जीवन यापन करने हेतु आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है की अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके जिससे वह अपना भरण-पोषण आसानी से कर सकें एवं उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े।
- इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि अनाथ बच्चों की पढ़ाई से लेकर शादी तक की पूरी जिम्मेदारी सरकार द्वारा उठाई जाए।
- सरकार द्वारा प्रतिमाह आर्थिक सहायता से लेकर आवासीय सहायता एवं शादी के लिए सहायता बच्चों को उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना महत्वपूर्ण बातें
यह योजना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा आरंभ की गई है | बाल सेवा योजना के अंतर्गत कोविड-19 चलते जो बच्चे अनाथ हो गए हैं, उनको इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा | 197 ऐसे बच्चों पाया गया है जिनके माता-पिता नहीं है तथा 1799 ऐसे बच्चों को पाया गया जिनके माता या पिता दोनों में से कोई एक नहीं है | इस स्थिति को देखते हुए सरकार ने अनाथ बच्चों के लिए यह योजना आरंभ की है जिससे बेसहारा बच्चों का जीवन यापन सरल हो और उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े |
- ऐसे बच्चों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए सरकार द्वारा ₹4000 प्रति माह दिए जाएंगे |
- इसमें बच्चों की पढ़ाई से लेकर विवाह तक का सारा खर्च सरकार द्वारा किया जाएगा |
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत 10 वर्ष से कम के बच्चों को रहने के लिए आवास का बंदोबस्त किया जाएगा तथा स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों लैपटॉप / टेबलेट दिए जाएंगे |
6,000 से अधिक बच्चे हुए लाभान्वित
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा कोरोनावायरस सुरू हुई इस योजना के माध्यम से अब तक 6000 बच्चों से अधिक बच्चे लाभान्वित हो चुके हैं। इसके अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 2000 अन्य नए बच्चों कभी चयन किया गया है। इन नए बच्चों को इस माह में किस्तें प्रदान की जाएंगी। बाल सेवायोजन के लिए विभाग द्वारा नए सिरे से आवेदन शुरू कर दिए गए हैं। यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से पहले यूपी के सैकड़ों बच्चों को लाभान्वित किया जा चुका है। इस योजना के माध्यम से अभिभावकों को अपने बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहन करने के परामर्श दिया जा रहा है वहीं दूसरे बच्चों को कराकर वंचित वर्गों के बच्चों से शिक्षित किया जा रहा है।
कोविड-19 से प्रभावित बालिकाओं के विवाह पर मिलेगी आर्थिक सहायता
राज्य के वह सभी बालिकाएं जो कोविड-19 संक्रमण के कारण प्रभावित हुए हैं और अपने माता पिता को खोया है वह है उनके विवाह पर 101000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। महिला एवं बाल विकास विभाग के मुख्य सचिव द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत आर्थिक सहायता आवेदन के केवल 15 दिन के भीतर ही आवश्यक दस्तावेजों की जांच कर प्रदान की जाएगी। वह सभी बालिकाएं जिन्होंने हाल ही में ही आवेदन किया है वह या उनके अभिभावक संरक्षण इकाई से सीधा संपर्क कर आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इस कार्य के सफलतापूर्वक होने के लिए अधिकारी द्वारा जनपद स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया है। आवेदन के बाद सभी जिला अधिकारियों को पत्र एवं आवेदन का प्रारूप दिखाया जाएगा।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ 22 जुलाई को लखनऊ से किया गया है। इस योजना के अंतर्गत शुभारंभ करते समय बिजनौर जिले के 91 बच्चों को चुना गया एवं इस योजना के पहले चरण में 16 अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ प्रमाण पत्र भी दिए गए। मुख्यमंत्री जी द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि ईद-उल-जुहा के अवकाश के बाद जल्द ही इस योजना की तैयारियां करी जाए। जल्द ही इस योजना का लाभ उत्तर प्रदेश के सैकड़ों बच्चों को प्रदान किया जाएगा।
- अब तक इस योजना के अंतर्गत कुल 91 बच्चे चिन्हित हुए हैं जिनमें से 16 बच्चों को 4000 रुपये प्रति माह की धनराशि प्रदान की गई
- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत 1.92 लाख रुपये का बजट निर्धारित कर दिया गया है।
- लगभग 20 बच्चों का अनुमोदन जुलाई में हुआ है और बाकी के 55 बच्चों का सत्यापन अभी चल रहा है।
’24 करोड़ लोगों का परिवार है, प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के साथ आपकी सरकार है’… कोरोना के कारण निराश्रित हुए बच्चों के भरण-पोषण, शिक्षा और सुरक्षा के लिए ‘उ.प्र. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ का शुभारंभ… https://t.co/cj02ZT6gji
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 22, 2021
यूपी बाल सेवा योजना के तहत चलेगा एक विशेष अभियान
जैसे कि हम सभी जानते हैं की उत्तर प्रदेश के सभी बच्चे जिन्होंने कोविड-19 महामारी के कारण अपने माता पिता को खोया है उन बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के द्वारा यूपी बाल सेवा योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी ताकि उन्हें भरण पोषण करने में किसी प्रकार की आर्थिक तंगी का सामना ना करना पड़े। हाल ही में ही मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा एक विशेष अभियान को चलाने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। इस अभियान के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि राज्य के प्रत्येक बच्चे को इस योजना के तहत लाभ प्राप्त हो।
कुशीनगर के 25 बच्चों को मिला प्रमाण पत्र
22 जुलाई 2021 को वर्चुअल उद्घाटन के समय राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश राज्य के कुशीनगर जिले के 25 बच्चों को प्रमाण पत्र से लाभान्वित किया। इन बच्चों के माता-पिता या किसी एक की मृत्यु कोरोनावायरस संक्रमण के कारण हुई है। जनपद में कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कर 25 प्रभावित बच्चों को आर्थिक सहायता की धनराशि स्वीकृत पत्र मुहैया कराया गया। मुख्यमंत्री द्वारा बताया गया कि इन 25 बच्चों को 4000 रुपये की प्रतिमाह की दर से आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी। इस शुभ अवसर के दौरान उपाध्यक्ष राजेश्वर सिंह सहित लालबाबू बाल्मीकि श्रीराम डीएम राज लिंगम मौजूद थे।
प्रधानमंत्री कोरोना केयर फंड योजना
शामली ज़िले के 105 बच्चों के खाते में 12 लाख की धनराशि हस्तांतरित की गई
जैसे कि हम सभी जानते हैं 22 जुलाई 2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ डायरेक्ट वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश के बच्चों को लाभान्वित किया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शामली जिले के लगभग 105 प्रभावित बच्चों को 4000 रुपये की धनराशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की गई। मुख्य विकास अधिकारी शंभू नाथ तिवारी जी के द्वारा बताया गया कि इस जनपद में कोरोनावायरस संक्रमण से प्रभावित लगभग 105 बच्चे हैं जिन्हें ₹4000 प्रति माह की दर से आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी। इस वर्चुअल मीटिंग के दौरान 105 पात्र बच्चों के खातों में लगभग 12 लाख की धनराशि हस्तांतरित की गई है
22 जुलाई को 4050 पात्र बच्चे हुए लाभान्वित
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा कोरोनावायरस संक्रमण के कारण हुए प्रभावित बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के अनाथ बच्चों के भरण पोषण एवं शिक्षा दीक्षा से लेकर विवाह तक की सहायता अनाथ बच्चों को मुहैया कराई जाएंगी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा 22 जुलाई 2021 को दोपहर के 12 बजे एक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लगभग 4050 बच्चों को इस योजना से लाभान्वित किया गया। इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के बाद राज्य के अनाथ बच्चों की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आया है।
- इन पात्र बच्चों में से लगभग 240 बच्चे ऐसे थे जिनके माता-पिता दोनों की मृत्यु कोरोनावायरस संक्रमण के कारण हुई है।
- और बाकी के 3810 बच्चे ऐसे थे जिनके माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु कोरोनावायरस की वजह से हुई है।
उत्तर प्रदेश के 27 पात्र अनाथ बच्चों हुए चिन्हित
जैसे कि हम सभी जानते हैं कोरोनावायरस संक्रमण के कारण हुए प्रभावित बच्चों को आर्थिक एवं अन्य प्रकार की सहायता प्रदान करने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ किया गया है। अब तक उत्तर प्रदेश मंडल के कुल 242 अनाथ बच्चों को खोजा गया है जिनमें से केवल 27 बच्चे ही मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ उठाने के लिए पात्र हैं। 27 जून को मंडलायुक्त अजय शंकर पांडे जी के द्वारा उत्तर प्रदेश के उन अनाथ बच्चों को खोजने के निर्देश दिए गए थे। परंतु अब प्राप्त हुए 242 बच्चों में से लगभग 27 बच्चों को मिलेगा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ।
मुजफ्फरनगर के 93 अनाथ बच्चों को मिला मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ
कोविड-19 महामारी के कारण हुए अनाथ बच्चों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने हेतु उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा UP Bal Seva Yojana का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत अब मुजफ्फरनगर के 93 अनाथ बच्चों को शामिल किया गया है। जिला प्रशासन की जांच के बाद 103 आवेदनों में से लगभग 93 आवेदनों को स्वीकार किया गया है। परंतु इस जांच के दौरान लगभग 6 बच्चे ऐसे भी थे जिन्होंने इस महामारी के कारण अपने दोनों ही अभिभावक यानी माता पिता को खोया है। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत इन 93 बच्चों को शामिल करके उन्हें 4000 प्रतिमाह की धनराशि उनके रहन-सहन भरण-पोषण के लिए प्रदान की जाएगी।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का दायरा बढ़ा
जैसे कि हम सब जानते हैं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए अनाथ बच्चों को भरण पोषण एवं शिक्षा दीक्षा से जुड़ी सुविधाएं प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ किया गया था। परंतु हाल ही में ही प्रदेश सरकार द्वारा इस योजना के दायरे को बढ़ा दिया गया है जिसके अंतर्गत राज्य के अन्य हजारों बच्चों और उनके परिवार को एक बड़ी राहत प्राप्त होगी। सरकार द्वारा बढ़ाए गए दायरे कुछ इस प्रकार है |
आय की सीमा को बढ़ाया गया
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए उम्मीदवार की पारिवारिक आय प्रति वर्ष 2 लाख रुपये तक निर्धारित की गई थी। परंतु हाल ही में इस सीमा को बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर दिया गया है।
3590 बच्चों को मिला लाभ
UP Bal Seva Yojana के अंतर्गत अब तक राज्य के 3590 बच्चों को चिन्हित किया गया था। इनमें से 500 बच्चे ऐसे थे जिन्होंने अपने मां-बाप दोनों को ही कोरोना काल में खोया है। परंतु पारिवारिक आय बढ़ने के बाद अब इस योजना का लाभ राज्य के अधिक बच्चे प्राप्त कर सकेंगे।
केवल महिला के जीवित होने पर मिलेगा निराश्रित महिला पेंशन योजना का लाभ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं कि यदि किसी बच्चे की माता जीवित है तो उस महिला को निराश्रित महिला पेंशन योजना से लाभान्वित कराया जाएगा। इस प्रकार कोरोना काल में राज्य के विभिन्न परिवारों को बड़ी राहत प्राप्त होगी।
24 बच्चों का चयन मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना
जैसे कि हम सभी जानते हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा राज्य के कोरोना काल में हुए अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ शिक्षा सहायता भी मुहैया कराई जाएगी। परंतु हाल ही में ही सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत जिले के 24 बच्चों का चयन किया गया है। इस योजना के अंतर्गत चयन किए गए बच्चों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ शिक्षा सहायता भी मुहैया कराई जाएगी।
- इस योजना के अंतर्गत इन पात्र बच्चों को प्रतिमाह 4000 रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी।
- यह धनराशि बच्चों को 3 माह की एक प्रदान की जाएगी
कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के संरक्षण और उनकी देखभाल के लिए एक विशेष योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया है। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के नाम पर ये योजना संचालित होगी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ pic.twitter.com/yjMgwBU9dv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 29, 2021
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत आईटीआई प्रशिक्षुओं को मिलेगा लाभ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा राज्य मैं कोविड-19 के कारण हुए अनाथ बच्चों को विभिन्न प्रकार के लाभ प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ नरेश कुमार जी के द्वारा 8 जून 2021 को पात्रता की शर्तें जारी कर दी गई थी। हाल ही में हुई घोषणा के दौरान बताया गया है कि अब इस योजना के अंतर्गत आईटीआई प्रशिक्षुओं को भी शामिल किया जाएगा। इस योजना का लाभ उठाने के लिए प्रशिक्षुओं को मॉडल आईटीआई फतेहपुर को आवेदन देना होगा। आवेदन करने के बाद विद्यार्थियों को लैपटॉप टेबलेट एवं सहायता राशि भी मुहैया कराई जाएगी।
- योजना का लाभ उठाने के लिए केवल वही प्रशिक्षु पात्र होंगे,
- जिनके माता पिता की मृत्यु कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुई हो।
- इस योजना के अंतर्गत प्रशिक्षु बालिकाओं को उनके विवाह के लिए 10,000 रुपये की आर्थिक मदद भी उपलब्ध कराई जाएगी।
पोस्ट कोविड-19 में मृत्यु होने पर भी प्राप्त होगी सहायता
जैसे की हम सभी जानते हैं कि उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा कोविड-19 के कारण हुए अनाथ बच्चों को सहायता प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ किया गया है। ऐसे में महिला कल्याण के निदेशक मनोज कुमार राय के द्वारा बताया गया है कि यदि किसी व्यक्ति की एंटीजन या आरटी पीसीआर पॉजिटिव रिपोर्ट आती है तो ऐसे में व्यक्ति को कोविड-19 पॉजिटिव माना जाएगा। इसके पश्चात मरीज की विभिन्न परिस्थितियों में टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने पर मृत्यु हो जाती है तो उस मृत्यु को भी कोविड-19 की वजह मानी जाएगी और इन अभिभावकों के बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
योजना के अंतर्गत आर्थिक एवं आवासीय सहायता
इस योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को 4000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रतिमाह उपलब्ध कराई जाएगी। इस राशि का उपयोग करके राज्य के बच्चे अपना भरण-पोषण आसानी से कर सकेंगे एवं उन्हें अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत आवेदन कराने के लाभार्थी की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए। यह योजना अनाथ बच्चों की देखरेख के लिए आरंभ की गई है। इसके साथ-साथ वह बच्चे जिनका कोई अभिभावक नहीं है उन्हें आवासीय सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस सुविधा में बच्चों को राजकीय बाल गृह मैं आवास उपलब्ध कराया जाएगा। उत्तर प्रदेश में लगभग पांच राज्य के बाल गृह हैं। दिए गए निम्नलिखित 5 जिलों में राजकीय बाल गृह उपस्थित हैं
- मथुरा
- लखनऊ
- प्रयागराज
- रामपुर
- आगरा
आर्थिक सहायता एवं लैपटॉप वितरण
उतर प्रदेश सरकार शुरू की गयी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतग्रत राज्ये के अनाथ बच्चो को विभिन प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराइ जाती है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा स्कूल या कॉलेजेस में पढ़ने वाले छात्रों को लैपटॉप व टेबलेट वितरण करवाएं जाएंग। ताकि छात्रों को आगे पढ़ने में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े। एवं इसके साथ-साथ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लड़कियों की शादी के लिए 1 लाख 1 हजार रुपे की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। यदि आप भी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना होगा।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना 2022
इस योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा 30 मई 2021 को की गई। सरकार द्वारा इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि कोविड-19 संक्रमण के कारण जो बच्चे अनाथ हुए हैं उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके। राज्य के जो इच्छुक लाभार्थी इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं उनकी आयु 10 वर्ष उससे कम होनी चाहिए। इस योजना के तहत न केवल आर्थिक सहायता बल्कि अन्य विभिन्न लाभ भी प्रदान किए जा रहे हैं। वह सभी लड़कियां जो अवयस्क है उन्हें सरकार द्वारा शिक्षा एवं आवास की सुविधा प्रदान की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत उन लड़कियों को भारत सरकार द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय द्वारा राजकीय बाल गृह में संचालित किया जाएगा।
- इसके अलावा सरकार द्वारा स्कूल व कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप रेट मुहैया करवाया जाएगा।
- सरकार द्वारा अनाथ बच्चों की प्रतिमाह आर्थिक सहायता से लेकर आवासीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
Benefits & Features Of UP Bal Seva Yojana
उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के लाभ कुछ इस प्रकार है:-
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ 30 मई 2021 को किया गया।
- इस योजना के माध्यम से अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी,
- जिनके अभिभावक की मृत्यु कोरोना संक्रमण की वजह से हुई है।
- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत उन बच्चों को आर्थिक सहायता के साथ विभिन्न प्रकार की अन्य सहायता भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
- सरकार द्वारा अनाथ बच्चों को प्रतिमा आर्थिक सहायता से लेकर आवासीय सहायता मोहिया कराई जाएगी।
- वह सभी बच्चे जिनके अभिभावकों की मृत्यु हो गई है उन्हें प्रतिमाह 4000 रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी।
- राज्य के जो इच्छुक लाभार्थी UP Mukhyamantri Bal Seva Yojana के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं,
- उनकी आयु 10 या उससे कम वर्ष की होनी चाहिए।
- इसके पश्चात सरकार द्वारा लड़कियों की शादी के लिए 101000 रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
- साथ साथ सभी अवयस्क लड़कियों को भारत द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय से शिक्षा एवं आवास की सुविधा प्रदान की जाएगी।
- राज्य के जो इच्छुक लाभार्थी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ उठाना चाहते हैं,
- उन्हें जल्द से जल्द इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना होगा।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत पात्रता
आवेदन के लिए निर्धारित पात्रता मानदंड कुछ इस प्रकार है:-
- आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी होना चाहिए
- इस योजना का लाभ केवल उन्हीं बच्चों को मिलेगा जिन्होंने कोविड-19 संक्रमण के समय अपने माता पिता को खोया हो।
- वह बच्चे जिन्होंने अपने लीगल गार्डियन को इस संक्रमण के समय खोया हो वह इस योजना के पात्र हैं।
- वह बच्चे जिनके माता-पिता में से कोई एक जीवित था परंतु कोरोनावायरस संक्रमण के कारण उसकी मृत्यु हो गई हो
- इस योजना के अंतर्गत बच्चों की सूची श्रेणी विभाग की ओर से तय की गई है
- उम्मीदवार की आयु 1 वर्ष से लेकर 18 वर्ष की होनी चाहिए
- यदि उम्मीदवार के माता पिता की मृत्यु को भी डाल में हुई है तो उन्हें इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
- आवेदक की वार्षिक आय दो लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
महत्वपूर्ण दस्तावेज
आवेदन के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज निम्नलिखित हैं:-
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- माता पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- बैंक अकाउंट पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत आवेदन की प्रक्रिया
राज्य के जो लाभार्थी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं उन्हें नीचे दिए गए चरणों का पालन करना है
- सर्वप्रथम आपको शहरी क्षेत्र के जिला बाल संरक्षण एवं ग्रामीण क्षेत्र के ग्राम विकास पंचायत अधिकारी कार्यालय में जाना होगा।
- वहां जाने के बाद आपको मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के आवेदन पत्र की मांग करनी होगी।
- आवेदन पत्र प्राप्त करने के बाद उस पत्र में पूछी गई सभी जानकारी आपको ध्यान पूर्वक दर्ज करनी होंगी।
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको अपने महत्वपूर्ण दस्तावेज अटैच करने होंगे।
- दस्तावेज अटैच करने के बाद आपको यह फॉर्म शहरी क्षेत्र के लेखपाल या तहसील व जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में जमा करना होगा |
- एवं ग्रामीण क्षेत्र के ग्राम विकास पंचायत अधिकारी या विकासखंड या जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में जमा करना होगा।
- आपके आवेदन की प्रक्रिया 15 दिन के भीतर ही पूर्ण कराई जाएगी
- इस प्रकार आप मुख्यमंत्री पाल सेवा योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं |